लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरक्ष नगरी में होली खेली।मुख्यमंत्री ने आरती उतार कर भगवान नरसिंह की यात्रा की शुरुआत की। यात्रा के दौरान उन्होंने होली खेली। पुराने अंदाज में एक बार फिर योगी चश्मा लगाए हुए दिखे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पर्व और त्योहारों की यह परंपरा बताती है कि सनातन धर्म शोक और संताप में नहीं, उत्सव और उमंग में विश्वास करता है। सह अस्तित्व में विश्वास करता है। वसुधैव कुटुंबकम पर विश्वास करता है। सर्वे संतु निरामया के भाव के साथ जीता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां समाज सुखी हो होगा, समृद्ध होगा, सुरक्षित होगा, वहीं पर उत्साह और उमंग होगा। यह पर्व और त्योहार इस बात को प्रदर्शित करता है। मुख्यमंत्री योगी के यह कहते ही घंटा, ढोल, नगाड़ों और शंख की धुन गूंज उठी। गोरक्ष पीठाधीश्वर आगे कहते हैं कि इसलिए उत्साह और उमंग जैसे पर्व होली हमारे बीच हैं।
योगी ने कहा कि जब कभी सनातन पर संकट आया है तो कोई न कोई अवतार सामने आकर नेतृत्व किया है। उन दुष्ट प्रवृत्तियों को जो सुरक्षा में बाधक हैं, समाज के विकास में बाधक हैं, उन सबको जवाब देकर अपने कार्य का विश्राम देकर हमारे जीवन यात्रा को उत्साह और उमंग से जोड़े हैं।
उन्होंने कहा कि होली भी एक ऐसा पर्व है। इस बार तो देश देश और दुनिया के अंदर जहां कहीं भी सनातन धर्मावलंबी हैं, उनका उत्साह और उमंग भी नई ऊंचाइयों को छूता हुआ दिखाई दे रहा है। कल आपने देखा होगा कि अयोध्या में 495 वर्ष के बाद रामलाल ने भी होली खेली है। कुछ लोग अयोध्या में शामिल होकर के भगवान की कृपा अपने ऊपर बरसाए हैं। आज भगवान नरसिंह की शोभायात्रा में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है