हजारीबाग (झारखंड) । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज वे झारखंड में हैं। कल ही उन्होंने देशभर में वामपंथी उग्रवाद की समस्या पर जो लड़ाई चल रही है उसकी समीक्षा की। वे देश की जनता को बताना चाहते हैं वह दिन दूर नहीं जब देश वामपंथी उग्रवाद से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा। गृह मंत्री शुक्रवार को हजारीबाग के मेरु स्थित सीमा सुरक्षा बल केंद्र में बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।
शाह ने कहा कि आज वे विश्वास से कह रहे हैं कि विगत 10 वर्षों में भारत सरकार के प्रयास से हिंसा की घटना में कमी आई है। वामपंथी उग्रवाद सिमटता जा रहा है। हिंसा पर प्रहार करने के लिए सीआरपीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी तीनों तैयार हैं। हम आने वाले दिनों में वामपंथी के उग्रवाद से देश को मुक्त करने के लिए कटिबद्ध हैं। ये बीएसएफ और अन्य सुरक्षा बलों का ही प्रयास है कि बुढ़ापहाड़ को उग्रवाद से मुक्त करने के लिए सफलता मिली है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने बीएसएफ के जवानों की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि ‘जीवन पर्यन्त कर्तव्य’ केवल बीएसएफ का घोष वाक्य नहीं है, बल्कि अपने आप को चरितार्थ भी किया है। साथ ही कहा कि बीएसएफ के लाखों सीमा प्रहरियों ने अपने जीवन का स्वर्णकाल 40 डिग्री सेल्सियस से लेकर 45 डिग्री सेल्सियस के रेगिस्तान में, कहीं हरामी नाला की दलदलों में तो कहीं बंगाल की सुंदरनगर के जल में बिताया है। परिवार से दूर रहकर दुर्गम सीमाओं की सुरक्षा जिस तरह से बीएसएफ ने सुनिश्चित की है।
शाह ने कहा कि आज यहां पर वीरता के लिए पदक भी दिए गए। पांच शहीदों को मरणोपरांत पदक दिए गए। उन्होंने कहा कि शहीद के परिवारों को मैं कहना चाहता हूं कि आपके परिवार का जो नुकसान हुआ उसकी कोई भरपाई नहीं है लेकिन 130 करोड़ की जनता आपके परिवार के बलिदान पर हमेशा गर्व करती है। हमेशा यह इतिहास के पन्नों पर दर्ज रहेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश ने हर क्षेत्र में प्रगति की है। चाहे चांद पर चंद्रयान पहुंचना हो, चाहे जी-20 की बैठक में देश के ध्वज को समस्त विश्व में लहराना हो। चाहे हमारी अर्थव्यवस्था को 11वें नंबर से पांचवें नंबर पर पहुंचाना हो। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। जब-जब भी देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई सीमा सुरक्षा को हमने प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा, विकास और लोकतंत्र की प्रक्रिया तीनों को बढ़ावा दिया गया। सीमा के क्षेत्र में हजार करोड़ की बजट के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की शुरुआत हुई। सीमा वाले क्षेत्र में अनेक कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत हुई।
Jharkhand
धनबाद। निरसा थाना क्षेत्र के संगामहुल के ज्योत्सनाडीह गांव के समीप अवैध कोयला लोडेड ट्रक को पकड़ने पहुंची सीआईएसएफ टीम पर स्थानीय ग्रामीणों एवं कोयला भट्ठा संचालक ने हमला कर दिया। हमलावरों ने इंचार्ज और जवानों की पिटाई कर उन्हें बंधक बनाने का प्रयास किया और वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। निरसा थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कोयला भट्टा मालिक को गिरफ्तार किया है।
भट्टा मालिक ने भी निरसा थाने सीआईएसएफ टीम के खिलाफ 10 लाख रुपये लूटने व पिस्टल छीनने की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटना को लेकर सीआईएसएफ बेजना कैंप के इंचार्ज एमके शर्मा ने बताया कि सीआईएसएफ कमांडेंट के नेतृत्व में टीम संगमहल क्षेत्र में अवैध कोयला कारोबार के खिलाफ छापेमारी करने के लिए पहुंची थी। ज्योत्सनाडीह गांव के समीप सड़क पर कोयला लोडेड ट्रक को देखकर टीम ने उसे रुकवाया तथा कोयला से संबंधित कागजात मांगे।
इसी बीच जय मां काली फ्यूल्स कोयला भट्टा के मालिक रमाशंकर सिंह अपनी कार से 20 से 25 अज्ञात लोगों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और टीम पर हमला कर दिया और वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया। कोयला चोरों ने एमके शर्मा सहित तीन जवानों की पिटाई कर उन्हें रस्सी से बांधने का भी प्रयास किया। शर्मा ने बताया कि आरोपित ने रिवाल्वर से गोली मार देने की धमकी दी। इन लोगों ने सीआईएसएफ के कैंप इंचार्ज एवं दो जवानों का सरकारी मोबाइल भी छीन ली।
सूचना मिलते ही सीआईएसएफ के प्रभारी कमांडेंट संजीत कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और जय मां काली फ्यूल्स कोयला भट्टा के मालिक रमाशंकर सिंह को पिस्तौल के साथ दबोचकर तथा निरसा पुलिस के हवाले कर दिया किया। सीआईएसएफ ने कोयला भट्ठा संचालक एवं उनके सहयोगी के खिलाफ शिकायत की है।
इस मामले में कोयला भट्ठा संचालक रमाशंकर सिंह ने सीआईएसएफ पर 10 लाख रुपये लूटने और लाइसेंस पिस्टल छीनने का आरोप लगाकर निरसा थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। घटना के संबंध में जय मां काली फ्यूल्स के मालिक रमाशंकर सिंह ने आरोप लगाया कि फेडरल बैंक निरसा शाखा में मैंने अपने बैंक अकाउंट से 10 लाख की निकासी की थी, जिसमें अपनी कार से फैक्ट्री ले जा रहे थे। रास्ते में ज्योत्सनाडीह गांव के समीप सफेद रंग का बोलेरो मेरे कार को रोककर बोलेरो में सवार चार से पांच लोग सिविल ड्रेस में उतरे और मेरे साथ मारपीट करने लगे और दस लाख रुपये और लाइसेंसी रिवाल्वर छीन लिया। उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ के लोगों ने मेरे साथ मारपीट की और मुझे पकड़ पुलिस को सौंप दी।
मामले की सूचना मिलते ही धनबाद डीएसपी वन अमर पांडे निरसा थाना पहुंचे और दोनों पक्ष की शिकायतें सुनीं। उन्होंने निरसा पुलिस को उचित कार्रवाई के निर्देश दिया। दोनों पक्ष की ओर से पुलिस में हमला मामले की छानबीन कर रही है। डीएसपी ने कहा कि निरसा थाने के मामले को लेकर दोनों पक्षों ने अलग-अलग शिकायत दी गई है। शिकायत के आलोक पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
रांची। देवोत्थान जतरा मेला 24 नंवबर को आयोजित किया जायेगा। इस संबंध में देवोत्थान जतरा मेला समिति के संयोजक डॉ. बिरेन्द्र साहु ने कहा कि बड़गाईं में दो पहाड़ियों के मध्य भगवान शिव का धाम है, जो देवोत्थान धाम के नाम से प्रसिद्ध है।
इस देवस्थल पर देवताओं के जगने की खुशी में कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रबोधिनी एकादशी की रात्रि जागरण करते हुए पूजा पाठ कर नृत्य दान करते हैं, जो देवोत्थान मेला के रूप में प्रसिद्ध है। इस मेल में आसपास के गांव सहित अन्य सैकड़ों गांव के बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
वे भगवान शिव की पूजा अर्चना कर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की प्रार्थना कर मेला का आनंद उठाते हैं। आसपास के गांव के अखाड़े के नृत्य दल एवं नचनी नृत्य दल भी अपने पारंपरिक वेशभूषा एवं वाद्य यंत्रों से सुसज्जित होकर भगवान शिव का पूजन – अर्चन करके नृत्य गान कर अपनी प्राचीन संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए लोगों का मनोरंजन करते हैं।
लातेहार। जिले के चंदवा थाना क्षेत्र अंतर्गत रेलवे ओवरब्रिज के पास सोमवार को एक आदिवासी लड़की का संदिग्ध अवस्था में शव बरामद हुआ है। मृतका की पहचान हो गयी है। वह चंदवा प्रखंड की रहने वाली है। हालांकि कुछ लोगों के द्वारा लड़की की दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की भी सम्भावना जताई जा रही है। पुलिस अभी इस संबंध में बिना जांच किए कुछ भी बताने से इनकार कर रही है।
जानकारी के अनुसार सोमवार को कुछ लोगों ने रेलवे ओवरब्रिज के पास एक लड़की का शव पड़ा हुआ देखा। स्थानीय लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद थाना प्रभारी शुभम कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया। लड़की के परिजनों को घटना की जानकारी दी गई।
मृतक के परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी छठ महापर्व में चंदवा के नदी घाट पर गई थी। वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद भारी संख्या में लोग चंदवा थाना पहुंच गए और घटना के विरोध में आक्रोश जताने लगे। ग्रामीणों के द्वारा पुलिस से मांग की जा रही थी कि मामले की जांच करते हुए दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करें। थाना प्रभारी शुभम कुमार ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पुलिस पूरे मामले की आरंभ कर दी है। जल्द ही पूरे घटनाक्रम का खुलासा करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
गिरिडीह। जिले की साइबर पुलिस ने सोशल मीडिया पर लड़कियों की फेक फोटो पोस्ट कर और ऑनलाइन सेक्स का प्रलोभन देकर युवाओं को फंसाने के मामले में सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 13 मोबाइल सेट, 19 फर्जी सिम कार्ड और चार अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं। साइबर पुलिस ने इन सभी अपराधियों को जेल भेज दिया है।
एसपी दीपक कुमार शर्मा ने शनिवार को बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में दीपू प्रसाद, पप्पू प्रसाद, सतीश कुमार, आतिश कुमार, विक्रम मंडल, रितेश मंडल और अनुराग कुमार शामिल हैं। एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने आरोपितों को जिले के बगोदर थाना इलाके के उपरबागी के अटकाडीह गांव से दबोचा है।
सातों आरोपितों ने पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया कि वे फेसबुक पर फेक लड़कियों के फोटो पोस्ट करते और उसके बाद उसे लाइक और फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने वाले युवाओं से उनके कॉन्टेक्ट नंबर मांगा जाता था। इस दौरान जो युवा फंस जाते, उसे वीडियो कॉल करने वाली लड़कियों के सामने न्यूड हो कर ऑनलाइन सेक्स करने का प्रलोभन देकर ब्लैकमेलिंग किया जाता था।
रांची। राजधानी में लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारी जोर शोर से शुरू हो गई है। हर जगह छठ के गाने बजने लगे हैं। शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय पर्व शुरू होगा।
पंडित राजेन्द्र पांडेय ने गुरुवार को बताया कि 17 को नहाय खाय के साथ पर्व शुरू होगा । 18 को खरना होगा। 19 की शाम 05:22 बजे अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य और 20 को प्रात: 06:39 बजे उदीयमान सूर्य को अर्घ्य एवं छठ का पारण होगा।
खूंटी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले धरती आबा को नमन किया। बिरसा ओडा में उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर शहीद स्थल की मिट्टी का तिलक लगाया। राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उन्हें शॉल और भगवान बिरसा की प्रतिमा दी। केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रधानमंत्री को टोपी और एक सरना शॉल भेंट की। इसके अलावा प्रधानमंत्री को प्रतिमा, पेंटिंग और कई अन्य उपहार भी दिए गए।
इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुऐ मुख्यंमत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं एक आदिवासी राज्य का नेतृत्व कर रहा हूं। हम विकास की कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति की बात करते हैं। हमने सरकार आपके द्वार के माध्यम से यह प्रयास किया है। हमने हर एक व्यक्ति को विकास से जोड़ने की कोशिश की है। प्रधानमंत्री यहां आये हैं तो आशा है कि आदिवासी विकास का लक्ष्य हम पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि आपने इस कार्यक्रम से पूरे देश को जोड़ा है। यह आदिवासियों के लिए मील का पत्थर साबित हो। झारखंड इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगा। झारखंड हमेशा प्रयास करता रहा है। प्रधानमंत्री से हम आग्रह करना चाहेंगे जो आदिवासी जंगल में बसते हैं वे विस्थापन का दंश झेलते हैं। इनके लिए भी प्रधानमंत्री कोई खास योजना लाएं, जिससे इनका भला हो। हेमंत सोरेन ने कहा कि हम प्रधानमंत्री को सुनने के लिए यहां आये हैं।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने योजनाओं का जिक्र किया, जिसमें आदिवासी समाज के विकास पर जोर दिया जायेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार जताया। साथ ही कहा कि यह पहला अवसर है जब देश के प्रधानमंत्री भगवान बिरसा मुंडा के गांव पहुंचे हैं। जनजातीय गौरव का यह नया अध्याय बना है। पूरे देश में इस मिट्टी से सुगंध के रूप में फैले, इसलिए कई राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपाल जुड़े हैं। पूरा देश आज खूंटी में भगवान बिरसा मुंडा की धरती से जुड़ा है। यह एक नयी यात्रा का आगाज है। यहां से विकसित भारत संकल्प यात्रा का भी आगाज हो रहा है।
कोडरमा। जिले के परसाबाद स्टेशन के पास शनिवार को धनबाद गया रेलखंड पर ओवरहेड तार गिरने से बड़ा हादसा हो गया। घटना में दो व्यक्तियों की मौत हो गई। घटना उस वक्त हुई जब 12801 अप पुरुषोत्तम एक्सप्रेस पुरी से नई दिल्ली जा रही थी। तभी कोडरमा के परसाबाद स्टेशन के पास रेलवे की ओवरहेड तार पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के ऊपर गिर गई।
घटना के दौरान रेलवे के पोल का एक हिस्सा पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के जनरल बोगी में सफर कर रहे एक यात्री को लगा, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं परसाबाद स्टेशन पर काम कर रहे तीन-चार मजदूरों को भी झटके लगे। इसमें एक मजदूर की गंभीर स्थिति देखते हुए उसे सदर अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रेल इंजन को ओवरहेड तार से जोड़ने वाले उपकरण में कुछ खराबी के कारण तार उसमें फंस गया, जो पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के ऊपर गिर गया। इस घटना में गया निवासी यात्री संजय मांझी और मजदूर छवि शेख की मौत हो गई। घटना के कारण पुरुषोत्तम एक्सप्रेस परसाबाद स्टेशन पर ही खड़ी रही, जबकि सियालदह दुरंतो एक्सप्रेस मेन लाइन खाली नहीं होने की वजह से कोडरमा में चार घंटे खड़ी रही।
घटना के बाद डीआरएम समेत वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। धनबाद रेल मंडल के सीनियर डीसीएम अमरेश कुमार ने बताया कि घटना के समय आरवीएनएल के 8 संविदा मजदूर मौके पर काम कर रहे थे। ये सभी एचटी तार के संपर्क में आ गये। उनमें से एक की मौत हो गई और एक की हालत स्थिर है और उसे सदर अस्पताल कोडरमा में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार ट्रेन 135 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पुरी से नई दिल्ली की ओर जा रही थी, इसी दौरान कोडरमा -धनबाद रेलखंड के परसाबाद स्टेशन के पास झटका लग कर ओवरहेड तार टूट कर ट्रेन पर गिर गया। इससे पूरी ट्रेन में करंट दौड़ गया। खड़खड़ाहट की आवाज सुनकर यात्री घबरा गए और ट्रेन में अफरातफरी मच गई। एक यात्री ने सूझबूझ से चेन पुलिंग कर दी। इसी दौरान ट्रेन परसाबाद स्टेशन के आगे जाकर रुक गई। हादसे के बाद परसाबाद रेलवे स्टेशन कर अप और डाउन ओवरहेड वायर की बिजली बंद कर दी गई, जिसके कारण दोनों रेलवे लाइन पर परिचालन कई घंटे ठप रहा। हालांकि देर शाम ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया।
मृतकों में मजदूर मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल छवी शेख (26) और बिहार निवासी संजय मांझी (24) शामिल है। मजदूर रेलवे स्टेशन के समीप नीचे फाउंडेशन का काम कर रहा था, जिसके बाद तार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। वहीं, जनरल बोगी में संजय मांझी आंध्र प्रदेश से काम कर लौट रहा था। वह सीट के ऊपर में बैठा था। बाहर से एक रॉड बोगी को फाड़ कर उक्त युवक के पेट में घुस गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसकी भी इलाज के दौरान मौत हो गयी।
रांची। रेलवे ने छठ महापर्व को लेकर जमशेदपुर से बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए दो राउंड स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। ये दोनों ट्रेन 15 और 22 नवंबर को छठ स्पेशल ट्रेन के नाम से चलेगी। ट्रेन टाटानगर से ट्रेन संख्या 08181 और 08182 टाटा-छपरा छठ स्पेशल ट्रेन के नाम से चलेगी।
-ट्रेन नंबर 08181 टाटानगर से 15 और 22 नवंबर को दोपहर 01:20 बजे खुलेगी और 16 और 23 नवंबर को सुबह तीन बजे छपरा पहुंचेगी।
– ट्रेन संख्या 08182 16 और 23 नवंबर को सुबह छह बजे छपरा से रवाना होगी और उसी दिन रात 08.45 बजे टाटा पहुंचेगी।
इन स्टेशनों पर होगा स्टॉपेज
यह ट्रेन टाटानगर से खुलने के बाद चांडिल, अनारा, आसनसोल, जामताड़ा, मधुपुर, जसीडीह, झाझा, जयचंडी पहाड़, पुरुलिया, किऊल, बरौनी, समस्तीपुर, हाजीपुर, छपरा में रुकेगी।
रांची। राज्य में अब मौसमी बीमारियों का पूर्वानुमान जारी होगा। यहां के लोगों को अब एक हफ्ते पहले ही बीमारियों से जुड़ी कई तरह की जानकारी मिलेगी। इससे लोगों को कई तरह के लाभ भी मिलेंगे। आम लोगों को इससे कई तरह के फायदे होने वाले हैं।
इस संबंध में रांची मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि राज्य के विभिन्न इलाकों में होने वाली बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के बारे में बताया कि किस मौसम में जापानी इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियां अधिक गंभीर हो जाती हैं। उस समय किसी क्षेत्र विशेष की जलवायु परिस्थितियां क्या हैं। इसका डेटाबेस तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक ने राज्य के विभिन्न इलाकों में होने वाली बीमारियों की पूरी जानकारी लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग से मदद लेने की बात कही है।
उन्होंने बताया कि जब हम पिछले पांच या 10 वर्षों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई बीमारियों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे, तो उन बीमारियों का क्षेत्र विशेष में बीमारी बढ़ने के समय में मौसम की स्थिति के साथ तुलनात्मक अध्ययन किया जायेगा, जिसके नतीजे से पता चलेगा कि आने वाले दिनों में किस मौसम में और किस क्षेत्र में कौन सी बीमारी का असर हो सकता है। इसका पूर्वानुमान जारी किया जा सकता है।
राज्य घने जंगलों वाला एक पठारी राज्य है। हर साल अलग-अलग इलाकों में किसी न किसी बीमारी का प्रकोप होता है। मानसून के बाद राज्य के कोल्हान और सारंडा इलाके में बड़ी संख्या में मलेरिया के मामले सामने आते हैं। इसी तरह, जमशेदपुर, रांची और साहिबगंज समेत कई जिलों में भी पिछले एक दशक से डेंगू और चिकनगुनिया का प्रकोप बना हुआ है। यह बीमारी भी किसी खास मौसम में गंभीर रूप धारण कर लेती है और फिर धीरे-धीरे कम हो जाती है।
इसी तरह कालाजार का प्रकोप भी सिर्फ संथाल के कुछ जिलों में ही मिलता है। जब ये बीमारियां तेजी से बढ़ती हैं तो वहां की जलवायु परिस्थितियां क्या होती हैं, इस पर शोध कर मौसम विज्ञान केंद्र रांची एक ऐसा सिस्टम विकसित करने की कोशिश कर रहा है, जिससे समय रहते वह पूर्वानुमान जारी कर सके कि कौन से मौसम में कौन से क्षेत्र में किस बीमारी का खतरा है।