लखनऊ। कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के लोकसभा टिकट को लेकर भारतीय जनता पार्टी असमंजस में है। लोकसभा के दूसरे चरण का नामांकन शुरू हो गया है लेकिन अभी तक कैसरगंज से भाजपा अपना उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है। वहीं सपा व बसपा ने भी बृजभूषण के इंतजार में यहां से अभी तक अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं।
महिला पहलवानों से यौन शोषण के आरोपों में घिरे बृजभूषण का टिकट कटना तय माना जा रहा है, क्योंकि उत्तर प्रदेश से मात्र दर्जन भर सीटों पर ही भाजपा प्रत्याशी घोषित होने बाकी हैं। इनमें कैसरगंज लोकसभा सीट भी शामिल है। जिन सीटों पर भाजपा ने अभी तक प्रत्याशियों के नामों का एलान नहीं किया है, उनमें से अधिकांश मौजूदा सांसदोें के टिकट कटने की आशंका है। ऐसे में यदि बृजभूषण सिंह का टिकट भाजपा काटती है तो निश्चित ही वह सपा या बसपा की ओर रूख कर सकते हैं। इसलिए कैसरगंज से सपा व बसपा ने अभी अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। बृजभूषण सिंह 2009 में समाजवादी पार्टी से सांसद रह भी चुके हैं।
पत्नी व बेटे को टिकट दे सकती है भाजपा
भाजपा इस बार कैसरगंज से बृजभूषण सिंह के बेटे या उनकी पत्नी को टिकट दे सकती है, क्योंकि भाजपा के पास वहां पर कोई मजबूत दावेदार नहीं है। तरबगंज विधायक प्रेम नारायण पाण्डेय व करनैलगंज विधायक अजय सिंह और कटरा बाजार विधायक बावन सिंह का नाम विकल्प के तौर पर भाजपा शीर्ष नेतृत्व के पास भेजा गया है। हालांकि इस बारे में अभी तक मौजूदा सांसद बृजभूषण सिंह का बयान सामने नहीं आया है।
माना जा रहा है कि भाजपा बृजभूषण सिंह के परिवार के ही किसी सदस्य को टिकट देगी। अगर उनके परिवार के बाहर किसी को टिकट दिया गया तो सपा व बसपा में उनके लिए दरवाजे खुले हैं।