गोरखपुर। रंगोत्सव के खास और विरासतपूर्ण आयोजनों में शामिल होने के सिलसिले में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ रविवार से गोरखपुर प्रवास पर हैं। रविवार शाम को वह पांडेयहाता से निकलने वाली होलिका दहन शोभायात्रा में सम्मिलित हुए तो मंगलवार को घंटाघर से निकलने वाली भगवान नृसिंह की रंगभरी शोभायात्रा का शुभारंभ करेंगे। उत्सवी वातावरण के इस बेला में सोमवार सुबह उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक कर देवाधिदेव भगवान भोलेनाथ से लोकमंगल एवं चराचर जगत के कल्याण की प्रार्थना की।
गोरखनाथ मंदिर आवास के प्रथम तल पर स्थित शक्ति मंदिर में सीएम योगी ने देवाधिदेव महादेव को विल्व पत्र, कमल पुष्प आदि अर्पित करने कर बाद दूध एवं गन्ने के रस से रुद्राभिषेक किया। मठ के विद्वत पुरोहितगण ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कराया। रुद्राभिषेक के बाद उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन व आरती की। विधि विधान से पूर्ण हुए अनुष्ठान के उपरांत उन्होंने प्रदेशवासियों के आरोग्यमय, सुखमय, समृद्धमय व शांतिमय जीवन की मंगलकामना की। रुद्राभिषेक अनुष्ठान के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, काशी से आए महामंडलेश्वर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा, डॉ. अरविंद चतुर्वेदी, अश्वनी त्रिपाठी आदि भी उपस्थित रहे।
मंदिर की गोशाला में मुख्यमंत्री ने की गोसेवा
सोमवार सुबह रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में गोसेवा की। उन्होंने गोवंश का हाल जाना और उन्हें अपने हाथों से गुड़ खिलाया। गोशाला का भ्रमण कर मुख्यमंत्री योगी ने श्यामा, गौरी, गंगा, भोला आदि नामों से गोवंश को पुकारा। सीएम योगी की जानी पहचानी आवाज सुनते ही गोवंश दौड़ते-मचलते उनके पास आ गए। सीएम योगी ने गोवंश के माथे पर हाथ फेरा, उन्हें खूब दुलारा और अपने हाथों से उन्हें गुड़ खिलाया। मुख्यमंत्री ने गोशाला के कार्यकर्ताओं से सभी गोवंश के स्वास्थ्य व पोषण की जानकारी ली और देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए।