देहरादून। उत्तराखंड एसटीएफ के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने 1250 करोड़ के घोटाले के गिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी लुकआउट सर्कुलर के माध्यम से दिल्ली एयरपोर्ट से की गई है।
फर्जी वेबसाइट से फर्जी कंपनी के माध्यम से फर्जी ट्रेडिंग का लालच देकर धोखाधड़ी करने वाले आरोपित को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। अब तक इस मामले में 13 अभियुक्तों की पहचान की गई है। चार आरोपितों को नोटिस दिया गया है। दो आरोपितों के विरुद्ध लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए हैं। पिछले गिरफ्तार आरोपितों में एक को तेलंगाना के अलग-अलग थानों ने भी वांछित घोषित किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने गुरुवार को बताया कि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को 4 सितम्बर को यह मुकदमा दर्ज कराया गया था, जिसमें उन्हें अज्ञान व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप पर सोना, रेड वाइन, मसाले आदि चीन से ऑनलाइन ट्रेडिंग का वादा कर 15 लाख रुपये की ठगी की गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपित रोहित कुमार को पंजाब के फरीदकोट से हिरासत में लिया था, जबकि दो आरोपितों को भोपाल मध्य प्रदेश, एक को राउरकेला से तथा एक अभियुक्त को उत्तमनगर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। एक फिल्म निर्माता की संलिप्तता पाए जाने पर उसे नोटिस दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ ने बताया कि दिल्ली स्थित कंपनियों पर कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों के विरुद्ध गैरजमानती वारंट के साथ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया। इनके अलावा नेपाली मूल के अन्य अभियुक्त जो दुबई और नेपाल में पैसे भेजने वाले हवाला संचालक का काम कर रहा था। गत माह दिल्ली से किया गया था। 10 हजार के दो इनामी अपराधियों को एसटीएफ ने दिल्ली से गिरफ्तार किया। इस पूरी प्रक्रिया में 1250 करोड़ का मामला संज्ञान में आया है। खाताधारक से जानकारी प्राप्त कर इस आरोपित जितेन्द्र कुमार को शकरपुर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से 7 मोबाइल, 18 डेविड कार्ड, 3738 डॉलर, 3630 रुपये नकद, पासपोर्ट समेत लैपटाप बरामद किया गया है।
आरोपित को गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला, एसआई राहुल कापड़ी, एएसआई मनोज बेलवाल और हरेन्द्र भंडारी शामिल हैं
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देहरादून। हवाला के जरिए 12 सौ करोड़ का घोटाला करने वाला नेपाली मुलाय सदस्य को उत्तराखंड की साइबर क्राइम पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार नेपाली मुलये नागरिक को हवाला कारोबारी के रूप में दुबई और नेपाल में पैसे के तहत पकड़ा है जबकि अन्य हवाला ऑपरेटरों के विरुद्ध लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है।
ठगी के सिलसिले में अमित कुमार पुत्र रामेश्वर प्रसाद निवासी- डी-2 ज्वालापुर सुभाष नगर जनपद हरिद्वार ने एक मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने बताया था कि अज्ञात व्यक्ति ने व्हाटस एप पर संदेश भेजकर सोना, रेडवाइन, मसाले आदि चीन से मंगवाने के नाम पर 15 लाख रुपये की ठगी की। मामले की जांच त्रिभुवन रौतेला को सौंपी गई। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपित रोहित कुमार को पंजाब के फरीदकोट से, दो अभियुक्तों को मध्य प्रदेश और एक अभियुक्त को राउरकेला उड़ीसा से गिरफ्तार किया। मुम्बई का एक फिल्म निर्माता की भी इसमें संलिप्तता पायी गई है, जिन्हें नोटिस दिया गया है।
इसी प्रकरण में दिल्ली में स्थित कम्पनियों पर कार्रवाई करते हुए 03 अभियुक्तों के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट प्राप्त कर लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया और 03 आरोपितों को नोटिस दिया गया है। इस प्रकरण में 1200 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है।
पुलिस की छानबीन से पता चला है कि नेपाल मूल के यम बहादुर पुत्र टिकाराम हाल निवासी नई दिल्ली को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित फर्जी कंपनी बनाकर लोगों को पैसे कमाने का लालच देकर यह ठगी करते थे। यम बहादुर के पास से मोबाइल फोन समेत कई चीजें मिली हैं।
हॉकी विश्व कप का आगाज आज से ओडिशा में , 48 साल बाद पदक जीतने की आस से उतरेगा भारत, पहला मुकाबला शुक्रवार को स्पेन से
लखनऊ । ओडिशा में हॉकी विश्व कप में मुकाबलों की शुरुआत शुक्रवार (13 जनवरी) से होगी। पदकों के मामले में भारत 48 वर्षों का सूखा दूर करने के इरादे से टूर्नामेंट में उतरेगा। भारत का पहला मैच शुक्रवार को ही स्पेन से है।
टूर्नामेंट का उद्घाटन समारोह 11 जनवरी को कटक में आयोजित हुआ था। 17 दिन तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में 16 टीमें हिस्सा ले ेरही हैं। विश्व कप के समस्त मुकाबले भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम और राउरकेला के बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में होंगे। भुवनेश्वर में 24 और राउरकेला में 20 मैच खेले जायेंगे। खिताबी मुकाबला 29 जनवरी को खेला जाएगा।
16 टीमों को चार-चार के 4 ग्रुप में बांटा गया है। भारतीय टीम आज स्पेन के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेगी। टीम इंडिया अपनी मेजबानी में हो रहे टूर्नामेंट में 48 साल बाद पदक जीतने का लक्ष्य लेकर उतरेगी। अगर वह इस बार पदक जीतने में सफल रहती है तो आठ बार की ओलंपिक चैंपियन टीम का फिर से विश्व हॉकी में दबदबा बनने की संभावना मजबूत होगी। भारत ने अब तक तीन पदक जीते हैं। एक पदक शुरुआती संस्करण 1971 में जीता था। दूसरा पदक 1973 में जीता था। अजित पाल सिंह के नेतृत्व में 1975 में भारतीय टीम चैंपियन बनी थी।
1975 के बाद से भारतीय टीम हॉकी विश्व कप में अपने रुतबे के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सकी। यहां तक कि सेमीफाइनल में भी प्रवेश नहीं कर सकी। वर्ष 1978 से 2014 तक तो टीम ग्रुप दौर से आगे नहीं बढ़ सकी।
हरमनप्रीत सिंह के नेतृत्व में इस बार टीम को पदक का दावेदार माना जा रहा है। भारतीय टीम का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है । वर्ष 2019 में हेड कोच बने ग्राहम रीड खिलाड़ियों से बेहतर कराने में सफल रहे हैं। कप्तान और अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के वर्ष के श्रेष्ठ खिलाड़ी हरमनप्रीत एक बेहतरीन रक्षक और बेहतरीन ड्रेग फ्लिकर हैं।
गोलकीपर पीआर श्रीजेश, मिडफील्डर मनप्रीत सिंह और हार्दिक सिंह और स्ट्राइकर मनदीप सिंह सभी अपने बूते जीत दिलाने का दमखम रखते हैं। इसके अलावा रक्षक अमित रोहिदास और फॉरवर्ड आकाशदीप सिंह पर भी निगाह होगी। कोच रीड का कहना है कि वह कप्तान हरमनप्रीत पर कम से कम दबाव डालने के पक्ष में हैं।
भारतीय टीम पूल डी में स्पेन के खिलाफ जीत से शुरुआत करना चाहेगी। इससे उन्हें पूल डी में शीर्ष पर आने का मौका मिलेगा। क्रास ओवर मैच खेलने पर ज्यादा मजबूत टीमों की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। स्पेन की टीम भारत के लिए कभी भी आसान प्रतिद्वंद्वी नहीं रही। यूरोपियन टीम की विश्व रैंकिंग आठ है। अभी तक स्पेन ने खिताब नहीं जीता है लेकिन 1971 और 1998 में वह उपविजेता रही थी। उसने 2006 में कांस्य पदक पर कब्जा किया था।
हॉकी विश्व कप में भाग लेने वाली 16 टीमों का विवरण
- पूल ए : अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका।
पूल बी : बेल्जियम, जर्मनी, जापान, दक्षिण कोरिया।
पूल सी : चिली, मलयेशिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड।
पूल डी : भारत, इंग्लैंड, स्पेन, वेल्स।
टीमों को 4 पूल में बांटा गया है। पूल की विजेता टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी, जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमों के बीच क्रॉस ओवर मैच होंगे।
बेल्जियम की टीम मौजूदा चैंपियन है, जिसने 2018 के फाइनल में पेनाल्टी शूटआउट से नीदरलैंड को हराया था।
भारत ने विश्वकप के 95 मैच खेले हैं, जबकि 40 में जीत दर्ज की है।