लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा में सपा, खतौली विधानसभा में सपा-रालोद गठबंधन और रामपुर विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा की जीतप पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती का बड़ा बयान सामने आया है।
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्ववीट कर रामपुर में समाजवादी पार्टी की हार पर सपा-भाजपा में मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा की जीत हुई है। रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजम खान की खास सीट पर योजनाबद्ध कम वोटिंग करवा कर सपा की पहली बार हुई हार पर यह चर्चा काफी गर्म है कि कहीं यह सब सपा व भाजपा की मिलीभगत का ही परिणाम तो नहीं?
उपचुनाव परिणामों को लेकर मायावती ने मुस्लिम वोटरों को संदेश देने का प्रयास किया है। अपने ट्वीट में कहा है कि इस बारे में खासकर मुस्लिम समाज को काफी चिन्तन करने एवं समझने की भी जरूरत है। ताकि आगे होने वाले चुनावों में धोखा खाने से बचा जा सके। खतौली विधानसभा की सीट पर भाजपा की हुई हार को भी लेकर वहां काफी सन्देह बना हुआ है, यह भी सोचने की बात है।
Mainpuri
लखनऊ। मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में मिली करारी हार ने उत्तर प्रदेश भाजपा के लिए गुजरात जीत का जश्न फीका कर दिया। गुजरात में भाजपा को प्रचण्ड जीत हासिल हुई है। इस चुनाव में गुजरात ने सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिये हैं।
गुजरात विधानसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत का जश्न भाजपा पूरे देश में मना रही है लेकिन मैनपुरी की हार ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए जीत का जश्न फीका कर दिया। भाजपा के प्रदेश कार्यालय में न तो मिठाई बंटी और न ही जीत का जश्न मनाया गया। प्रदेश भाजपा कार्यालय पर न तो प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी मौजूद थे और न ही पार्टी का अन्य कोई बड़ा नेता।
उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा व खतौली और रामपुर विधानसभा में उपचुनाव था। मैनपुरी से जहां सपा ने रिकार्ड मतों से जीत हासिल की है, वहीं रामपुर विधानसभा से भाजपा और खतौली सीट सपा रालोद के खाते में गयी है।
रामपुर में आजादी के बाद पहली बार मिली भाजपा को विजय
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा तथा रामपुर व खतौली उपचुनावों के परिणाम पर कहा कि रामपुर विधानसभा उपचुनाव में आजादी के बाद पहली बार भाजपा को विजय मिली है। यह विजय पार्टी की सबका साथ सबका विश्वास और सबका प्रयास की नीति पर जनता की मुहर है।
मोदी के नेतृत्व में गुजरात की विराट विजय
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने गुरुवार को गुजरात विधानसभा के चुनाव में भाजपा को मिली प्रचंड विजय के लिए जनता और भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह विराट विजय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कुशल नेतृत्व एवं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के जनकल्याण के संकल्प एवं सुशासन की जीत है।
भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि कि मैनपुरी लोकसभा और खतौली विधानसभा के उपचुनाव के परिणाम हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे हैं। मैनपुरी में स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव के बडे़ कद व व्यक्तित्व का लाभ सपा प्रत्याशी को मिला है। मैं डिंपल यादव को बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि हम जनादेश का सम्मान करते है और जहां परिणाम हमारी अपेक्षा के अनुरूप नहीं आए हैं वहां की समीक्षा करते हुए हम आगे की योजना बनाएंगे।
- हमें सही समय का था इंतजार, आज से हमारी गाड़ी पर सपा का झंडा लगा रहेगा: शिवपाल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की एक लोकसभा सीट और दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों का असर सीधे सैफई के यादव कुनबे पर दिखाई दिया। लंबे समय से अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के बीच की चली आ रही दूरियां समाप्त हो गयी हैं। शिवपाल यादव ने अपनी पार्टी प्रसपा (लोहिया) का समाजवादी पार्टी में विलय कर दिया। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव को सपा का झंडा सौंपा। इस दौरान शिवपाल के वाहन पर लगा प्रसपा (लोहिया) का झंडा उतारकर सपा का झंडा लगाया गया। इस मौके पर शिवपाल ने कहा कि आज से हम एक हो गए हैं। हम सही समय का इंतजार कर रहे थे। आज से हमारी गाड़ी पर सपा का झंडा लगा रहेगा।
उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सियासी कुनबे में उस वक्त खटास शुरू हुई, जब अखिलेश यादव वर्ष 2012 में मुख्यमंत्री बने। धीरे-धीरे उनकी सपा पर भी पकड़ बढ़ती गयी। दूसरी तरफ अखिलेश और शिवपाल में दूरी बढ़ती गयी। परिवार का झगड़ा 2016 में सार्वजनिक हो गया। दूरी इतनी बढ़ी कि शिवपाल ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) का गठन किया। तमाम खींचतान के बाद शिवपाल का 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा से किसी प्रकार गठबंधन हुआ। सपा मुखिया अखिलेश यादव को लगता था कि उनकी सरकार बन रही है, लेकिन भाजपा ने दोबारा सत्ता में आकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। इस बीच अक्टूबर में पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया। उनके निधन से रिक्त मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा हुई। इसके अलावा रामपुर और खतौली विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव का ऐलान हुआ।
अखिलेश यादव मौके की नजाकत को समझते हुए चाचा शिवपाल को मनाने उनके घर पहुंच गए। वह साथ आ गए। उपचुनाव में पूरी पार्टी सिद्दत से जुटी। रामपुर और खतौली विधानसभा के साथ ही गुरुवार सुबह मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव की मतगणना शुरू हुई। शुरुआत से मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिम्पल यादव को बढ़त मिलने लगी। इधर, चाचा-भतीजे के बीच की दूरियां घटती गयीं। दोपहर में ही सपा मुखिया अखिलेश यादव की मौजूदगी में शिवपाल ने अपनी पार्टी प्रसपा (लोहिया) का सपा में विलय कर दिया। इस मौके पर शिवपाल ने कहा कि अब उनकी गाड़ी पर सपा का झंडा लगा रहेगा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अखिलेश को यह समझ में आ गया कि जनता पर शिवपाल की पकड़ आज भी मजबूत है। उनके साथ आने से पार्टी मजबूत होगी। इसी का परिणाम है कि आज चाचा-भतीजा एक हो गए हैं।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी संसदीय सीट पर उनकी बहू और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव चुनाव जीत गई हैं। उन्होंने उनके समक्ष चुनाव मैदान में उतरे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रघुराज सिंह शाक्य को बड़े अंतर से पराजित कर सपा के गढ़ में जीत का परचम लहराया। वहीं मुजफ्फरनगर की खतौली विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकदल और सपा गठबंधन के प्रत्याशी मदन भैया ने भाजपा प्रत्याशी राजकुमारी सैनी को हरा दिया है। यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए उपचुनाव में राहत भरी खबर रामपुर से मिली, जहां आजम खां को तीन साल की सजा हो जाने के कारण रिक्त हुई रामपुर शहर की सीट से भाजपा प्रत्याशी आकाश सक्सेना चुनाव जीत गए हैं। आकाश सक्सेना ने आजम खां के करीबी और सपा प्रत्याशी आसिम रजा को विधानसभा के उपचुनाव में पराजित किया।
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा और रामपुर एवं खतौली विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों की मतगणना में समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार बढ़त बनाए रहे। गुरुवार सुबह मतगणना शुरू होते ही मैनपुरी लोकसभा सीट पर सपा उम्मीदवार डिम्पल यादव अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के रघुराज शाक्य से आगे चलने लगीं। भाजपा उम्मीदवार पर सपा की बढ़त लगातार जारी रही। रामपुर और खतौली सीटों के शुरुआती रुझानों में दोनों दल आगे-पीछे हुए, लेकिन बाद में सपा ने बढ़त बना ली। दोपहर एक बजे तक के रुझानों में सपा तीनों सीटों पर आगे है।
दो विधानसभा सीटों की बात करें तो खतौली में रालोद उम्मीदवार मदन भैया करीब 10 हजार वोटों से भाजपा से आगे चल रहे हैं। खतौली में भाजपा ने राजकुमारी सैनी को उतारा है। रामपुर में सपा उम्मीदवार आसिम रजा करीब पांच हजार मतों से आगे हैं। रामपुर सीट पर आकाश सक्सेना भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। रुझानों को देखकर साफ है कि मैनपुरी में डिम्पल की जीत करीब-करीब पक्की है।
भाजपा की आक्रामकता से चुनाव लड़ने की रणनीति को भांपकर अखिलेश यादव अपनी पूरी ब्रिगेड के साथ मैनपुरी उपचुनाव में जुटे। नाराज चल रहे चाचा शिवपाल यादव को उपचुनाव से पहले साथ लाने में सफल रहे। पूरा यादव कुनबा एक होकर भाजपा के सामने चुनाव लड़ा। मैनपुरी में उसका असर साफ दिखाई दिया।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा के साथ रामपुर और खतौली विधानसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान हुआ। शाम छह बजे तक मैनपुरी में 56 प्रतिशत, रामपुर में 33 फीसद और खतौली में 56 प्रतिशत मत पड़े। इन तीनों सीटों पर पिछली बार की तुलना में कम मतदान ने राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा दी है। इन सीटों के चुनाव नतीजे आठ दिसंबर को आएंगे।
प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार तीनों सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक जारी रहा। तीनों सीटों के मतों की गणना आठ दिसम्बर को होगी और उसी दिन नतीजे आने के आसार हैं।
तीनों सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। इन उपचुनावों में भाजपा और सपा में सीधी टक्कर है। मैनपुरी लोकसभा सीट पर सपा की डिंपल यादव का सीधा मुकाबला भाजपा के रघुराज शाक्य से है। रामपुर विधानसभा सीट पर 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां भी सपा और भाजपा के बीच कांटे का मुकाबला है। वहीं खतौली विधानसभा उपचुनाव में भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर है। खतौली सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजकुमारी सैनी का मुकाबला गठबंधन के प्रत्याशी मदन भैया से है। मार्च 2022 में भाजपा प्रत्याशी ने खतौली से चुनाव जीता था, उन्हें एक मामले में दो वर्ष की सजा हो जाने की वजह से यहां उपचुनाव कराना पड़ा। भाजपा ने इस सीट पर विक्रम सैनी की पत्नी राजकुमारी सैनी को चुनाव मैदान में उतारा।
मैनपुरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज समाजवादी पार्टी के गढ़ मैनपुरी में अखिलेश यादव और उनके परिवार पर जमकर गरजे। उन्होंने करहल के नरसिंह इंटर कॉलेज में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैनपुरी की इस पावन धरती ने सदैव नया इतिहास बनाया है। ऋषि-मुनियों की परंपरा से जुड़ी यह धरती हमेशा पूजनीय रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने 2019 में ही नेता जी ने संसद में आशाीर्वाद लिया था उसका ही परिणाम था कि आजमगढ़ और रामपुर में उपचुनाव भाजपा जीती। इस बार फिर से नेता जी का सपना पूरा होने जा रहा है। मैनपुरी अपनी पौराणिक और ऐतिहासिक परंपरा के लिए जानी जाती रही है। मैनपुरी और इटावा के लोगों के सामने कुछ लोगों ने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था।
योगी ने समाजवादी पार्टी को परिवारवादी पार्टी बताते हुए जमकर हमला बोला। कहा कि अन्नदाता किसानों को शासन से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित कर दिया गया था। कुछ लोग अपने आपको समाजवादी और सेक्युलर कहते हैंए वह परिवारवाद से उभर नहीं पा रहे है। राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव से लेकर सांसद और विधायक सब परिवार के चाहिए।
कोरोना काल में नहीं दिखे अखिलेश
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मंत्र है ‘सबका साथ और सबका विकास’ किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं। यही मंत्र है जो लोककल्याण का कारण बन रहा है। कोरोना काल में फ्री में टेस्ट, उपचार, वैक्सीन और राशन देने का काम किया। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश कोरोना में हालचाल लेने नहीं आए थे। यह आपके साथ संकट में नहीं खड़े रहे सकते, यह अब आपको इमोशनल करके बहकाने आए हैं।
सपा परिवार के बन गए बंगले
प्रदेश में सपा की सरकार चार.चार बार रही, इनके अपने-अपने बंगले बन गए लेकिन इटावा.मैनपुरी में गरीबों के आवास नहीं बन पाए। इनके शासन काल में गरीबों का राशन माफिया हड़प जाते थे। डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश में पैतालीस लाख लोगों को आवास उपलब्ध करवाए हैं। यूपी के गरीब के पास अपना आवास होगा।
नौकरी निकलते ही वसूली में लग जाते थे चाचा-भतीजे
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश और शिवपाल यादव के एक होने पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि महाभारत के यह लोग चाचा.भतीजा लोग नौकरी निकलते ही वसूली पर निकल पड़ते थे। वसूली यह लोग करते थे और बदनाम इटावा.मैनपुरी के लोग होते थे। आज यूपी में बेरोजगार युवाओं को बिना कोई भेदभाव के नौकरी मिलती है। गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करने वाले माफियाओं की सम्पत्ति जब्त कर उस पर गरीबों के आवास बना रहे हैं। विधानसभा चुनाव में तमाम अफवाहों और गरीबों की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले को ब्याज सहित भुगतना पड़ेगा।
चाचा को बना दिया घड़ी का पेंडुलम
योगी ने कहा कि अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल की स्थिति घड़ी के पेंडुलम जैसी कर दी है। पेंडुलम का कोई लक्ष्य नहीं होता है। बेचारे को कुर्सी तक नहीं दी थी। कुर्सी के हत्थे पर बैठा दिया था। अखिलेश ने चाचा को फुटबॉल बना दिया है। चुनाव के समय नाते.रिश्तेदारी निकाल कर वोट मांगने वाले नहीं, ईमानदारी से मैनपुरी के विकास के लिए खड़ा होने वाले ही मैनपुरी का विकास कर सकते हैं। समाजवादियों का बस चलता तो यह लोग गरीबों की पेंशन तक हड़प जाते।
गरीब की संपत्ति कब्जा करने वाले आज घबराते हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेशेवर खनन माफिया, भूमाफिया कभी गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करते थे। आज उन्हें पता है किसी गरीब की संपत्ति पर कब्जा करेंगे तो बाप-दादा की बनाई हुई संपत्ति भी खो बैठेंगे। प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था है।
रघुराज शाक्य ने नहीं मांगा पद, लगन देखकर बनाया उम्मीदवार
मुख्यमंत्री ने कहा कि रघुराज अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करते रहे। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने कोई पद की मांग नहीं की। वह सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम करते रहें और भाजपा ने उनकी लगन को देखकर उन्हें मैनपुरी से उसके विकास के लिए प्रत्याशी बनाया है। मैनपुरी में सदर और भोगांव विधानसभा में जीते भाजपा के विधायक विकास कर रहे हैं।
मंच पर भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य, केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, उप्र के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, विधायक सरिता भदौरिया के साथ अनेक भाजपा नेतागण उपस्थित रहे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, लूटते थे चाचा-भतीजे और बदनाम होती थी इटावा-मैनपुरी की जनता
मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को मैनपुरी पहुंचे। यहां हो रहे लोकसभा उपचुनाव में भाजपा को वोट करने की अपील की। जनता को भाजपा के साथ कनेक्ट करने के लिए योगी ने सबसे पहले मुलायम सिंह यादव को नमन किया और कहा कि उनके आशीर्वाद से 2019 में देश में एक बार फिर भाजपा की सरकार आई और नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बने। मैनपुरी में भी वही होने जा रहा है। इस दौरान उन्होंने सपा शासन में भ्रष्टाचार को लेकर चाचा-भतीजे की जोड़ी पर भी हमला किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैनपुरी की इस पावन धरती ने सदैव नया इतिहास बनाया है। ऋषि मुनियों की परंपरा से जुड़ी यह धरती हमेशा पूजनीय रही है। नेता जी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने 2019 में संसद में आशीर्वाद दिया था। नेता जी के आशीर्वाद का ही परिणाम था कि आजमगढ़ और रामपुर में उपचुनाव भाजपा जीती। इस बार फिर से नेता जी का सपना फिर से पूरा होने जा रहा है।
योगी ने कहा कि मैनपुरी अपनी पौराणिक और ऐतिहासिक परंपरा के लिए जानी जाता रहा है। समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए बोले कि मैनपुरी और इटावा के लोगों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। अन्नदाता किसानों को शासन से मिलने वाली सुविधाओं से वंचित कर दिया था।
कुछ लोग अपने आपको समाजवादी और सेक्युलर कहते हैं, वह परिवारवाद से उबर नहीं पा रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष, राष्ट्रीय सचिव से लेकर सांसद और विधायक सब परिवार के चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी का मंत्र है कि सबका साथ और सबका विकास, किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं। यही मंत्र है जो लोककल्याण का कारण बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में फ्री में टेस्ट, उपचार, वैक्सीन और राशन देने का काम किया गया। अखिलेश कोरोना में हालचाल लेने नही आए थे। यह आपके साथ संकट में नहीं खड़े हो सकते। यह अब आपको इमोशनल करके बहकाने आए हैं।
सपा की सरकार चार-चार बार रही। इनके अपने-अपने बंगले बन गए लेकिन इटावा, मैनपुरी में गरीबों के आवास नहीं बन पाए। इनके शासनकाल में गरीबों का राशन माफिया हड़प जाते थे। यूपी में पैतालीस लाख लोगों को आवास उपलब्ध करवाए हैं। यूपी के गरीब के पास अपना आवास होगा।
मुख्यमंत्री योगी ने सपा की पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महाभारत के कालखंड जैसे चाचा भतीजा लोग नौकरी निकलते ही वसूली पर निकल पड़ते थे। वसूली यह लोग करते थे और बदनाम इटावा मैनपुरी के लोग होते थे। आज यूपी में बेरोजगार युवाओं को बिना कोई भेदभाव के नौकरी मिल रही है। गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करने वाले माफियाओं की सम्पत्ति जब्त कर उसपर गरीबों के आवास बना रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में तमाम अफवाहों और गरीबों की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले को ब्याज सहित भुगतना पड़ेगा। चाचा शिवपाल की स्थिति घड़ी के पेंडुलम जैसी हो गई है। पेंडुलम का कोई लक्ष्य नहीं होता है। बिचारे को कुर्सी तक नहीं दी थी। कुर्सी के हत्थे पर बैठा दिया था। फुटबॉल बना दिया है चाचा को।
योगी ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। अयोध्या के विकास को तीस हजार करोड़ की परियोजनाएं डबल इंजन की सरकार के कारण ही मिल पा रही हैं। चुनाव के समय नाते रिश्तेदारी निकाल कर वोट मांगने वाले नहींए ईमानदारी से मैनपुरी के विकास के लिए खड़ा होने वाले ही मैनपुरी का विकास कर सकते हैं।
रघुराज शाक्य अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करते रहे। भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने कोई पद की मांग नहीं की। वह सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम करते रहे और भाजपा ने उनकी लगन को देखकर मैनपुरी के विकास के लिए प्रत्याशी बनाया है। मैनपुरी में सदर और भोगांव विधानसभा में जीते भाजपा के विधायक विकास कर रहे हैं। समाजवादियों का बस चलता तो यह लोग गरीबों की पेंशन तक हड़प जाते।
प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था
पेशेवर खनन माफिया, भूमाफिया कभी गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करते थे, आज उन्हें पता है कि किसी गरीब की संपत्ति पर कब्जा करेंगे तो बाप-दादा की बनाई हुई संपत्ति भी खो बैठेंगे। आज प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था है।
इटावा। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि लोग भ्रम लेकर घूम रहे हैं कि सैफई, मैनपुरी और जसवंतनगर उनका गढ़ है। उन्होंने कहा कि यह अब कही किसी का गढ़ नहीं, अब पूरा प्रदेश बीजेपी का गढ़ है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के लिए वहां गए थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मैनपुरी भी जीतेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार हो या प्रदेश की सरकार हो बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य सभी मुद्दों पर बेहतर कार्य किया जा रहा है।
भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि सपा के लोग कहते थे कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष कहीं प्रचार करने नहीं जाते। अब देखो रामपुर, आजमगढ़ हारने के बाद उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष गली-गली में घूम रहे हैं और चाचा की ठोड़ी खुजला रहे हैं।
इस दौरान क्षेत्रीय अध्यक्ष कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र मानवेन्द्र सिंह, मंत्री रामकेश निषाद, मुन्नू कोरी, विधायक सरिता भदौरिया, नीलिमा कटियार और अभिजीत सिंह सांगा समेत कई भाजपा नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष ने मैनपुरी लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर परिवार के बीच दूरियों को दरकिनार करते हुए घर के बड़ों के साथ होने की बात कही है। उन्होंने अपने चाचा व प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव के सैफई स्थित आवास पहुंचकर मुलाकात के बाद ट्वीट कर लिखा है कि नेताजी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का आशीर्वाद साथ है। सियासी गलियारे में उनकी इस मुलाकात को शिवपाल के साथ दूरी कम करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
अखिलेश यादव ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से चाचा शिवपाल के साथ मुलाकात की फोटो साझा की है। इसमें मैनपुरी की उम्मीदवार डिंपल यादव के अलावा आदित्य यादव भी साथ हैं। इस मुलाकात के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि नेताजी और घर के बड़ों के साथ-साथ मैनपुरी की जनता का भी आशीर्वाद साथ है।
सूत्रों की मानें तो अखिलेश ने इस मुलाकात के दौरान चाचा शिवपाल से बहू डिंपल के लिए चुनाव प्रचार और जीत की रणनीति पर चर्चा की है। चाचा ने भी पुराने गिले-शिकवे भुलाकर भतीजे व बहू को चुनाव में भारी अंतर से जीत दिलाने का भरोसा दिलाया है।
सैफई में गुरुवार को चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात करने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके आवास पहुंचे। उन्होंने मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशी के तौर पर खड़ी अपनी पत्नी डिंपल यादव के लिए चुनाव प्रचार का आशीर्वाद मांगा। सपा अध्यक्ष ने शिवपाल यादव से 45 मिनट से अधिक मुलाकात कर चर्चा की। माना जा रहा है कि इस मुलाकात में दोनों के बीच पुराने संबंधों में चली आ रही खटास दूर होगी। समाजवादी पार्टी ने शिवपाल यादव को मैनपुरी लोकसभा चुनाव को लेकर स्टार प्रचारक बनाया है। अब उनका आशीर्वाद लेकर जनता के बीच जाने की तैयारी है। अखिलेश यादव नहीं चाहते कि परिवार का झगड़ा जनता के बीच जाए।
इटावा/मैनपुरी। उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य ने नामांकन करने से पूर्व सैफई पहुंचकर दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव की समाधि स्थल पर पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इसके बाद उन्होंने मैनपुरी पहुंचकर नामांकन दाखिल किया।
रघुराज सिंह शाक्य ने नामांकन करने के बाद पत्रकारों से कहा कि मैनपुरी की जनता का आशीर्वाद उनके साथ है और मैनपुरी की जनता ही चुनाव लड़कर चुनाव जीतने जा रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी परिवारवादी पार्टी रही है, उसको खत्म करने के लिए मैंने 2022 में समाजवादी पार्टी छोड़ दी थी तब से मैं भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं। भारतीय जनता पार्टी ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, उस पर खरा उतरने का प्रयास रहेगा।
भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य ने अपने प्रस्तावकों के साथ मैनपुरी के मुख्यालय पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल किया । उन्होंने कहा कि नेता जी के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है और नेता जी मेरे राजनैतिक गुरु रहे है और मैनपुरी की जनता नेता जी की विरासत उनके शिष्य रघुराज को सौंपने जा रही है।
उन्होंने कहा कि बड़े राजघराने के लोगों से मिलने के लिए मैनपुरी की जनता को घंटों दरवाजे पर इंतजार करना पड़ता है। फिर भी राजघराने के लोग मुलाकात नही करते है, इसलिए मैनपुरी की जनता ने मुझ जैसे जन सेवक को चुनने का मन बना लिया है।