नेपाल । करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र पवित्र पशुपतिनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पूजा-अर्चना की। बीती रात करीब 12 बजे से ही मंदिर परिसर के पास श्रद्धालुओं की कतार लगनी शुरू हो गई। शुक्रवार दोपहर 3 बजे तक 11 लाख से अधिक भक्तों के पशुपतिनाथ दर्शन की जानकारी दी गई।
पशुपति क्षेत्र विकास कोष के सदस्य सचिव राजू खत्री द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक महाशिवरात्रि के दिन पूरे समय मंदिर के चारों कपाट खोल दिए जाते हैं ताकि भक्तों को दर्शन की सुविधा हो सके। मंदिर परिसर में 10 स्थानों से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। शिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए आसपास की सड़कों पर वाहनों के प्रवेश को रोक दिया गया है। काठमांडू के चार मुख्य सडकों पर ट्रैफिक डाइवर्जन किया गया है।
पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर नेपाल पुलिस, सशस्त्र प्रहरी बल और सेना के जवानों की तैनाती की गई है। नेपाल पुलिस के प्रवक्ता भीम प्रसाद ढकाल ने बताया कि पशुपतिनाथ मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में करीब 10 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। सीसीटीवी और ड्रोन से भी चारों तरफ नजर रखी जा रही है। पुलिस और सेना की तरफ से एंबुलेंस, पेयजल, घुम्ती अस्पताल और स्वास्थ्य शिविर की भी व्यवस्था है।
पशुपति क्षेत्र विकास कोष के तरफ से बताया गया है कि भारत से करीब 3 से 4 लाख लोगों का काठमांडू आना हुआ है। हजारों की संख्या में नागा साधु और कई अखाड़ा के साधु काठमांडू पहुंचे हैं। गुजरात, महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत से सबसे अधिक श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं।
Mahashivratri
गोरखपुर। देवाधिदेव महादेव की आराधना के पावन पर्व महाशिवरात्रि पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को धुरियापार में बने इंडियन ऑयल के सीबीजी प्लांट का लोकार्पण करेंगे। इस अवसर पर वह बांसगांव लोकसभा क्षेत्र को 222 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात भी देंगे। मुख्यमंत्री योगी 68 करोड़ रुपये से अधिक की 20 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 154 करोड़ रुपये से अधिक की 17 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
सीबीजी प्लांट समेत इन सभी विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास का समारोह धुरियापार की बंद चीनी मिल परिसर में शुक्रवार की दोपहर बाद होगा। धुरियापार की बंद पड़ी चीनी मिल के 50 एकड़ परिसर में बॉयो फ्यूल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराने की जिम्मेदारी इंडियन ऑयल काॅरपोरेशन लिमिटेड को मिली है। इसका शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तत्कालीन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 18 सितंबर 2019 को किया था।
पहले चरण में सीबीजी, दूसरे में एथेनाल का उत्पादन
इस कॉम्प्लेक्स में पहले चरण में सीबीजी (कंप्रेस्ड बाॅयो गैस) और दूसरे चरण में एथेनाल का उत्पादन होना है। इंडियन ऑयल ने सीबीजी (कंप्रेस्ड बाॅयो गैस) प्लांट का निर्माण धुरियापार चीनी मिल परिसर में 18 एकड़ भूमि पर 165 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से किया है। इस प्लांट के निर्माण में 95 प्रतिशत स्थानीय सामग्री का उपयोग किया गया है। निर्माण पूर्ण होने के बाद यहां अक्टूबर 2023 से सीबीजी उत्पादन का ट्रायल किया जा रहा था। अब शुक्रवार को सीएम योगी इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे।
प्रतिदिन 20 एमटी सीबीजी व 125 एमटी जैविक खाद का उत्पादन
निर्धारित क्षमता पर प्लांट प्रतिदिन 200 मीट्रिक टन कृषि अवशेष (धान का भूसा) 20 मीट्रिक टन प्रेसमड और 10 मीट्रिक टन मवेशियों के गोबर का उपयोग करेगा। बाॅयोगैस प्लांट प्रतिदिन लगभग 20 मीट्रिक टन बाॅयोगैस और 125 मीट्रिक टन जैविक खाद का उत्पादन करेगा। इस प्लांट की अन्य महत्वपूर्ण विशेषताओं में से एक विशेषता यह है कि यह प्रदूषण के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है। दूसरी विशेषता यह है कि इसमें लिक्विड डिस्चार्ज शून्य है। यहां उत्पादित बाॅयोगैस को इस क्षेत्र के आसपास के स्थानीय इंडियन आयल पेट्रोल पंपों के माध्यम से बेचा जायेगा। इससे गोरखपुर के आसपास के सीएनजी चालित वाहनों को ईंधन उपलब्ध कराया जायेगा।
पराली बिक्री से बढ़ेगी किसान की आय
प्लांट के लिए जरूरी 70000 मीट्रिक टन पराली गोरखपुर के आसपास के 30-35 हजार किसानों के माध्यम से उनके खेतों से एकत्रित की जायेगी। पराली एकत्रण का यह कार्य न केवल किसानों की आय में वृद्धि करने में सहायक होगा, बल्कि पराली जलाने की समस्या से भी निजात मिलेगा। इसके साथ ही उत्पादन से वितरण तक विभिन्न प्रकार के रोजगार भी सृजित होंगे। सीबीजी प्लांट से उत्पादित जैविक खाद फसलों का उत्पादन बढ़ाने के साथ मिट्टी के स्वास्थ्य की भी रक्षा करेगी।
पेयजल, सड़क, बाढ़ बचाव कार्य का लोकार्पण-शिलान्यास भी होगा
सीबीजी प्लांट का उद्घाटन करने के साथ ही शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बांसगांव संसदीय क्षेत्र में हर घर नल से जल पहुंचाने की 20 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इस पर 68 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि खर्च की गई है। इसके अलावा सीएम सड़क निर्माण व बाढ़ बचाव की 17 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे।
221 महिलाओं को सीएम के हाथों मिलेगी सिलाई मशीन
शुक्रवार को महाशिवरात्रि व अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। महिला दिवस के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में चल रहे सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर 221 महिलाओं को नि:शुल्क सिलाई मशीन वितरित करेंगे। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय में प्रशिक्षण का यह कार्य महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सौजन्य से हो रहा है।
लाहौर । पाकिस्तान में महाशिवरात्रि समारोह में भाग लेने के लिए वाघा सीमा के रास्ते भारत से 62 हिंदू बुधवार को लाहौर पहुंचे।
इवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने कहा, महाशिवरात्रि समारोह में भाग लेने के लिए कुल 62 हिंदू तीर्थयात्री बुधवार को भारत से लाहौर पहुंचे। आमिर हाशमी ने कहा, ईटीपीबी द्वारा आयोजित महाशिवरात्रि का मुख्य समारोह नौ मार्च को लाहौर से लगभग 300 किलोमीटर दूर चकवाल में ऐतिहासिक कटास राज मंदिर में आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक नेता शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि वाघा में धार्मिक स्थलों के अतिरिक्त सचिव राणा शाहिद सलीम ने विश्वनाथ बजाज के नेतृत्व में आए हिंदुओं का स्वागत किया। तीर्थयात्री 10 मार्च को लाहौर लौटेंगे और 11 मार्च को वे कृष्ण मंदिर, लाहौर किला और लाहौर के अन्य ऐतिहासिक स्थानों का दौरा करेंगे। ये तीथयात्री दर्शन पूजन करने के बाद 12 मार्च को भारत लौट जाएंगे।
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव की पूजा करने के लिए महाशिवरात्रि को सर्वोपरि माना जाता है। इस साल यह पर्व 8 मार्च शुक्रवार को होने जा रहा है। त्योहार सर्दियों के अंत का भी प्रतीक है। माना जाता है कि यह शिव और शक्ति के अभिसरण का भी दिन है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि महाशिवरात्रि को देवों के देव महादेव और जगत जननी माता पार्वती का विवाह हुआ था। अतः इस दिन का विशेष महत्व है।
ज्योतिषाचार्य पंडित तरुण झा बताते हैं कि मिथिला विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार रात 07.50 बजे तक़ त्रयोदशी है। उसके बाद रात्रि 07.50 बजे के बाद चतुर्दशी प्रारम्भ होगी। वैसे 07.26 बजे से पहले शिव का पूजन-अर्चन प्रारम्भ कर लें तो बेहतर होगा। तत्पश्चात गौरीशंकर विवाह उत्सव मनाया जाना चाहिए। शिवरात्रि को जन्म जन्मांतर तक भ्रमित जीव मात्र को शिव आराधना-पूजा से भय एवं शोक से मुक्ति मिलती है।
”जन्तुजन्म सहस्रेषु भ्रमन्ते नात्र संशय:”
बाबा को पुष्प, बिल्वपत्र, भाँग, धतूरा एवं दूध से जरूर स्नान करवायें। संभव हो तो इस दिन रुद्राभिषेक भी करवायें। इसका फल अन्य दिनों की अपेक्षा काफ़ी ज्यादा फलदायी होता है।
भोपाल। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी शिव नवरात्रि का उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इसकी शुरुआत आज (गुरुवार) से हो रही है। आठ मार्च को महाशिवरात्रि तक चलने वाले इस महोत्सव के दौरान भगवान महाकाल नौ दिनों तक भक्तों को अलग-अलग रूपों में दर्शन देंगे। यानी शिव-नवरात्रि के नौ दिन तक भगवान का नौ रूपों में आकर्षक शृंगार किया जाएगा।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने इस संबंध में बताया कि भगवान महाकाल का दरबार निराला है। देश में सभी सभी पर्वों की शुरुआत बाबा महाकाल के आंगन से ही होती है। महाशिवरात्रि उत्सव की धूम भी पूरे नौ दिनों तक दिखाई देती है। यहां महाशिवरात्रि पर फाल्गुन कृष्ण पंचमी से त्रयोदशी तक शिव नवरात्रि उत्सव मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि आज शिव पंचमी के पूजन के साथ शिव नवरात्रि की शुरुआत हो रही है। सबसे पहले पुजारी कोटितीर्थ कुंड के समीप स्थित श्री कोटेश्वर महाकाल को अभिषेक-पूजन कर हल्दी चढ़ाएंगे। करीब डेढ़ घंटे पूजन के उपरांत सुबह 9.30 बजे से गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा होगी। पुजारी भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद 11 ब्राह्मणों द्वारा रुद्रपाठ किया जाएगा। पश्चात दोपहर एक बजे भोग आरती होगी। तीन बजे संध्या पूजा के बाद नौ दिन तक भगवान का अलग-अलग स्वरूपों में विशेष शृंगार किया जाएगा।
उनका कहना यह भी रहा कि शिवनवरात्रि के दौरान भगवान महाकाल का नौ दिन तक नौ रूपों में शृंगार होगा। पहले दिन भगवान महाकाल का चंदन श्रृगार होगा। भगवान को सोला दुपट्टा धारण कराया जाएगा। मुकुट, मुंडमाला और छत्र आदि आभूषण से शृंगार किया जाएगा। दूसरे दिन शेषनाग श्रृगार, तीसरे दिन घटाटोप शृंगार, चौथे दिन छबीना शृंगार, पांचवें दिन होलकर रूप, छठे दिन मनमहेश रूप, सातवें दिन उमा महेश शृंगार, आठवां दिन शिवतांडव शृंगार और नौवें दिन महाशिवरात्रि के मौके पर सप्तधान शृंगार किया जाएगा।
महाकाल मंदिर में प्रतिदिन सुबह 10ः30 बजे भोग आरती तथा शाम पांच बजे संध्या पूजा होती है। शिव नवरात्रि में पूजन का विशेष क्रम होने से भोग आरती दोपहर एक बजे तथा संध्या पूजा दोपहर तीन बजे होगी। शिव नवरात्र के नौ दिन मंदिर के पुजारी उपवास भी रखेंगे। महापर्व संपन्न होने के बाद नौ मार्च को मंदिर समिति पारण का आयोजन करेगी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रयागराज माघ मेला के लिए अतिरिक्त बसों का संचालन करेगी। माघ मेला के दृष्टिगत परिवहन निगम ने इस संबंध में सारी तैयारियां पूरी कर ली है। प्रयागराज में संगम की रेती पर 15 जनवरी से 8 मार्च तक माघ मेले का आयोजन होगा।
प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा एवं महाशिवरात्रि माघ मेला के प्रमुख स्नान पर्व हैं। उक्त स्नान पर्वों के दृष्टिगत बड़ी संख्या में श्रद्धालु, स्नानार्थी प्रयागराज में स्नान करने, दान पूजा इत्यादि के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों को आवागमन की सुविधा के दृष्टिगत परिवहन निगम विभिन्न क्षेत्रों से बसों का संचालन कर रहा है।
मंत्री ने बताया कि परिवहन निगम 2800 बसें, जिसमें 1000 अतिरिक्त बसों का संचालन करेगा। इसमें 200 रिज़र्व बसें भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रयागराज के निकटवर्ती तीर्थस्थलों काशी, विंध्याचल, चित्रकूट एवं अयोध्या के लिए भी 80 बसों की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
गोरखपुर क्षेत्र से 380 बसों का होगा संचालन
उन्होंने बताया कि गोरखपुर क्षेत्र से 380, आजमगढ़ क्षेत्र से 360 , वाराणसी क्षेत्र से 300, अयोध्या क्षेत्र से 220, चित्रकूटधाम से 230, झांसी क्षेत्र से 50, कानपुर क्षेत्र से 260, लखनऊ से 300, प्रयागराज क्षेत्र से 550, देवीपाटन क्षेत्र से 150 बसों का संचालन किया जाएगा।
मुख्य स्नान पर्वों को छोड़ अन्य अवसर पर 1800 बसों का होगा संचालन
परिवहन मंत्री ने बताया कि मुख्य स्नान पर्व (मौनी अमावस्या एवं बसंत पंचमी) को छोड़कर अन्य स्नान पर्वों पर 1800 बसों के संचालन की व्यवस्था की गई है, जिसमें 200 रिजर्व बसें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि गोरखपुर क्षेत्र से 180 बसें, 50 रिज़र्व आजमगढ़ से 150 बस, 50 रिजर्व, वाराणसी से 170 बसें, 50 रिजर्व, अयोध्या से 150 बसें, प्रयागराज से 550 बसें, चित्रकूट धाम से 110 बसें व 50 रिजर्व, कानपुर से 110 बसें, लखनऊ से 100 बसें और देवीपाटन से 80 बसों का संचालन किया जाएगा।
मुंबई। अपनी फिल्मों और तस्वीरों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान की एक फोटो ने फिर हंगामा खड़ा कर दिया है। हाल ही में महाशिवरात्रि के मौके पर सैफ अली खान की बेटी सारा ने भी एक शिव मंदिर में भगवान महादेव के दर्शन किए और इसकी एक फोटो भी शेयर की और अपने फैंस को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दीं। फिर क्या था इस फोटो के सोशल मीडिया पर आने के साथ ही सारा को जमकर ट्रोल किया जाने लगा है।
अभिनेत्री सारा अली खान, अमृता सिंह और सैफ अली खान की बेटी हैं। सारा हमेशा अलग-अलग मंदिरों में जाती रहती हैं। इतना ही नहीं वह अपनी तस्वीरें भी शेयर करती रहती हैं। अपने बिजी शेड्यूल से कुछ वक्त निकालकर सारा अली खान महाशिवरात्रि के दिन मंदिर गईं और भगवान शंकर के दर्शन किए। हालांकि इस फोटो को शेयर करने के बाद सारा के कुछ फैंस उनसे नाराज हो गए हैं। सारा की मां हिन्दू हैं, जबकि उनके पिता मुस्लिम हैं। इसलिए सारा दोनों धर्मों के त्योहारों को समान प्रेम से मनाती हैं। हालांकि फैंस अब भी उन्हें ट्रोल कर रहे हैं।
सारा अली खान ने जैसे ही महादेव के मंदिर से तस्वीर शेयर की, कुछ यूजर्स उन्हें धर्म के आधार पर ट्रोल कर रहे हैं। कुछ ने सारा को इस्लाम से बाहर निकालने की धमकी भी दी है। यूजर्स उनकी इन फोटोज पर तरह-तरह के कमेंट करते नजर आ रहे हैं।
कुछ यूजर्स जहां सारा अली खान को ट्रोल कर रहे हैं तो वहीं इस बार उनके फैन्स भी अपनी फेवरेट एक्ट्रेस के सपोर्ट में आगे आए हैं। सारा के फैंस ने उनकी तारीफ की है। फैंस उनकी यह कहते हुए सराहना कर रहे हैं, ”सारा मंदिर जाने के लिए ट्रोल होने के बावजूद वापस मंदिर जाती हैं और सभी धर्मों को समान मानती हैं।”
बाबा विश्वनाथ दरबार में महाशिवरात्रि पर पहुंचे लाखों भक्त, अखंड जलधार, कंकर कंकर शंकर का अद्भुत नजारा
वाराणसी । महाशिवरात्रि पर्व पर काशीपुराधिपति के स्वर्णिम दरबार में सुरक्षा के अभेद्य किलेबन्दी के बीच आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। मंगला आरती से लेकर सुबह छह बजे तक लगभग दो लाख और पूर्वाह्न नौ बजे तक कुल तीन लाख श्रद्धालु दरबार में दर्शन पूजन किये। दरबार में दर्शन पूजन के लिए कतार लगी हुई है। बाबा की चौखट से लेकर जनपद के कोने-कोने तक ‘हर-हर महादेव’ का कालजयी उदघोष गूंज रहा है।
बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन पूजन के लिए लाखों शिवभक्तों की लम्बी कतार अपनी बारी की प्रतीक्षा में बैरिकेडिंग में डटी हुई है। महादेव और आदि शक्ति के मिलन के महापर्व में शामिल होने के लिए शिवभक्तों में बेकरारी भी दिख रही है। मंदिर के गर्भगृह में बाबा के प्रति श्रद्धा अनुराग की अखंड जलधार, बेलपत्र, मदार, धतुरा, दुग्ध पावन ज्योर्तिलिंग पर निरंतर गिर रही है। यही नजारा जिले और शहर के प्रमुख शिव मंदिरों से लेकर छोटे बड़े मंदिरो में है। पूरे जिले में कंकर कंकर शंकर का नजारा है।
इसके पूर्व शुक्रवार शाम से ही शिवभक्त बाबा दरबार में कतार बद्ध होते चले गये। जैसे जैसे रात चढ़ती गयी कतार का दायरा भी बढ़ता गया। मंगलाआरती के बाद सुबह तक बाबा दरबार में जाने के लिए दो किमी से अधिक लम्बी लाइन लग गई। मंदिर में श्रद्धालुओं को चारों गेट से प्रवेश दिया जा रहा है। तीन से चार घंटे तक लाइन में खड़ा होने के बावजूद शिवभक्तों के चेहरे पर थकान नही दिख रही। थकान मिटाने में ‘हर हर महादेव’ का गगनभेदी उद्घोष रामबाण साबित हो रहा है। बाबा दरबार में पहुंचने के बाद तो भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा है। दरबार में भक्तों को बाबा के स्पर्श दर्शन की अनुमति नहीं है, केवल झांकी दर्शन मिल रहा है। जल एवं दूध अर्पण करने के लिए गर्भगृह के चारों द्वारों के बाहर पीतल के विशाल पात्र लगाए गए है। पात्र के नीचे तांबे की प्लेट के जरिये जल एवं दूध बाबा के ज्योर्तिलिंग तक पहुंच रहा है।
दरबार के गर्भ गृह में पूजापाठ का सजीव प्रसारण हो रहा है। विश्वनाथ कॉरिडोर में विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। परम्परा के अनुसार महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ भक्तों संग 45 घंटे जागेंगे। रात में खास चार प्रहर की आरती होगी। स्वर्णमंडप में बाबा और मां गौरा का प्रतीक रूप से विवाह होगा।
शंख ध्वनि से रुक जाएगा प्रवेश
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा के अनुसार महाशिवरात्रि पर प्रथम प्रहर की आरती के लिए रात्रि 10.50 पर शंख ध्वनि के साथ गर्भ गृह में सिर्फ मंदिर के पुजारियों का ही प्रवेश होगा। रात्रि 11 बजे से आरती शुरू होगी और रात्रि 12. 30 पर खत्म होगी। इसमें ही सप्तऋषि आरती समाहित होगी। द्वितीय प्रहर की आरती रात्रि 1.30 पर शुरू होगी और 2.30 पर आरती खत्म होगी। तृतीय प्रहर की आरती प्रात तीन बजे शुरू होकर 4. 25 पर खत्म होगी। चतुर्थ प्रहर की आरती सुबह पांच बजे से शुरू होकर सुबह 6.15 पर खत्म होगी।
काशी के हर शिवालय में उमड़ रही भीड़
महाशिवरात्रि पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा शहर और आस- पास के सभी प्रमुख शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। गौरी केदारेश्वर, महामृत्युंजय, कृतिविशेश्वर, बैजनत्था, शूलटंकेश्वर, मार्कण्डेय महादेव, रामेश्वर, ऋणमुक्तेश्वर महादेव समेत सभी शिवालयों में शिवभक्तों की भीड़ जलाभिषेक के लिए उमड़ रही है। इसके अलावा बीएचयू स्थित नये काशी विश्वनाथ मंदिर में भी लाखों भक्त हाजिरी लगा चुके है। महाशिवरात्रि पर्व पर जिला और पुलिस प्रशासन भी खासा चौकस है। बाबा विश्वनाथ मंदिर परिसर की निगरानी ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से हो रही है। इसके अलावा मंदिर परिक्षेत्र में लगाये गए वॉच टॉवर पर पुलिस के जवान दूरबीन और हाईटेक वेपेन्स के साथ मुस्तैद है। मंदिर से जुड़ने वाली हर सड़क पर आरएएफ, पीएसी के जवान तैनात है। ट्रैफिक डायवर्जन भी लागू किया गया है।
मुरादाबाद। कांठ थाना क्षेत्र में देर रात हरिद्वार से गंगाजल लेने जा रहे जनपद संभल के कांवड़ियों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली अचानक पलट गई। हादसे में 20 लोग घायल हुए, जिसमें दो लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसे में घायल 18 लोगों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांठ, जिला अस्पताल और निजी हास्पिटल में उपचार चल रहा हैं जिसमें तीन की हालत गंभीर बनीं हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सड़क हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए मृतक दिवंगतों की आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने जिले के संबंधित अधिकारियों को घायलों का बेहतर उपचार कराने के निर्देश दिए हैं।
जिला संभल के थाना असमोली क्षेत्र के गांव जयंतीपुर के कांवड़ियों का एक जत्था बीतीरात को टैक्टर ट्राली से उत्तराखंड के हरिद्वार से गंगाजल और कांवड़ लेने के लिए निकला था। जत्थे में महिलाएं, बच्चों सहित करीब 50 से अधिक लोग शामिल थे। रात 11 बजे कांवड़ियों से भरी टैक्टर ट्राली कांठ क्षेत्र में सहसपुर और गढ़ी सलेमपुर चेक पोस्ट के बीच में मोड़ पर पहुंचने पर अनियंत्रित होकर पलट गई। टैक्टर ट्राली चालक समेत 20 लोग चोटिल हो गए।
पुलिस ने घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कांठ में उपचार के लिए भर्ती कराया। पांच लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया गया। फिर वहां से निजी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। शुक्रवार की सुबह इलाज के दौरान सनी (20 वर्ष) और पप्पू (45 वर्ष) की मौत हो गई। जबकि हादसे बबीता (छह माह की गर्भवती), देवेंद्र, कुलदीप, ओमप्रकाश, गंगोत्री, भोपाल, सुहानी, रीना, पूजा, निर्वेश, धर्मपाल सिंह, रज्जो देवी, शिवानी, देवेंद्र सिंह, सचिन, श्यामवती, ईश्वरी आदि सभी घायलों का इलाज चल रहा है।
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के नव्य-दिव्य स्वरूप में आने के बाद बाबा के दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है। मंदिर में दर्शन पूजन के बाद लोग बाबा का प्रसाद पाकर अपने को धन्य समझते हैं।
महाशिवरात्रि में भी देश भर से शिव भक्तों की इच्छा यहां दर्शन करने और फिर प्रसाद लेकर खुद और परिवार को तृप्त करने की होती है। अक्सर लोगों की इच्छा होती है कि काश घर बैठे ही उन्हें बाबा भोलेनाथ का प्रसाद मिल सके। ऐसे लोगों को निराश होने की जरुरत नहीं है। वे घर बैठे डाक विभाग के माध्यम से स्पीड पोस्ट द्वारा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद प्राप्त कर सकते हैं।
डाक विभाग वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने गुरूवार को बताया कि विभाग और श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के बीच हुये एक एग्रीमेण्ट के तहत नए स्वरूप में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद देश भर में स्पीड पोस्ट सेवा द्वारा लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसके तहत अपने नजदीकी डाकघर से मात्र 251 रुपये का ई-मनीआर्डर प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी (पूर्वी) मंडल-221001 के नाम भेजना होता है।
ई-मनीऑर्डर प्राप्त होते ही डाक विभाग द्वारा तत्काल दिए गए पते पर स्पीड पोस्ट द्वारा प्रसाद भेज दिया जाएगा। डिब्बा बंद प्रसाद टेंपर प्रूफ इनवेलप में होगा। इससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। इसके अलावा इसे मात्र 201 में वाराणसी सिटी डाकघर के काउंटर से भी प्राप्त किया जा सकता है। अब तक देश के विभिन्न भागों में 6500 से ज्यादा लोग डाक विभाग के माध्यम से श्री काशी विश्वनाथ प्रसाद मंगा चुके हैं।
प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी पूर्वी मंडल राजन ने बताया कि डाक विभाग ने इस बात के भी प्रबंध किए हैं कि भक्तों को मोबाइल नंबर पर स्पीड पोस्ट का विवरण एसएमएस के माध्यम से मिलेगा। इसके लिए भक्तों को ई-मनीऑर्डर में अपना पूरा पता, पिन कोड और मोबाइल नंबर लिखना अनिवार्य होगा।