लखनऊ। पुलिस आयुक्त ने सोमवार को चार थानों के प्रभारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया। इनमें, हसनगंज, गुडंबा, सरैपुर और पीजीआई के थाना प्रभारी शामिल हैं। इस्पेक्टर गुडंबा नीतीश कुमार श्रीवास्तव को पुलिस आयुक्त का वाचक, इंस्पेक्टर पीजीआई को एंटी टोबैको सेल प्रभारी, इंस्पेक्टर सैरपुर को प्रभारी मिशन शक्ति और इंस्पेक्टर हसनगंज जितेश प्रताप सिंह को प्रभारी सीसीटीएनएस बनाया गया है। वहीं, पुलिस लाइन से प्रभातेश कुमार को गुडंबा, इंस्पेक्टर रविशंकर त्रिपाठी को पीजीआई, इंस्पेक्टर मनोज कुमार कोरी को सैरपुर और इंस्पेक्टर दिलेश कुमार सिंह को हसनगंज कोतवाली का प्रभार सौंपा गया है।
Lucknow
“लखनऊ में बरेली-वाराणसी एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश नाकाम, मलिहाबाद में ट्रैक पर मिला संदिग्ध सामान”
कानपुर के बाद लखनऊ में भी ट्रेन पलटाने की साजिश रची गई। मलिहाबाद रेलवे स्टेशन के पास बृहस्पतिवार को ट्रैक पर रखी पेड़ की डाल बरेली-वाराणसी एक्सप्रेस में फंस गई। इससे ट्रेन का एक्सल काउंटर टूट गया। चालक ने ट्रेन रोककर अधिकारियों को सूचना दी। रेलवे की टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया तो ट्रैक पर लकड़ी और पत्थर रखे मिले। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।रेलवे की ओर से साजिश की आशंका जताते हुए मलिहाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। सीनियर सेक्शन इंजीनियर अजय कुमार की तरफ से दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मुताबिक महिलाबाद स्टेशन के पास बरेली-वाराणसी एक्सप्रेस के इंजन में लकड़ी फंस गई। घटनास्थल की जांच में ट्रैक पर लकड़ी और पत्थर डाले जाने का पता चला। ताजा टूटा एक्सल काउंटर भी पड़ा मिला। इस आपराधिक साजिश के चलते बड़ी जनहानि हो सकती थी। घटना की वजह से काफी देर तक रूट प्रभावित रहा।
लगातार घटनाओं से बढ़ी चिंता
कुछ वक्त पहले ही कानपुर में इसी तरह रेलवे ट्रैक को बाधित करने की साजिश के कई मामले सामने आए थे। जांच एजेंसियां उस मामले की तफ्तीश कर रही हैं। इसके बाद ऊंचाहार, बिजनौर में भी घटनाएं हुईं। ऐसे में राजधानी में हुई इस घटना को अफसरों ने गंभीरता से लिया है।
तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। जांच की जा रही है। जो सुबूत मिलेंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ में कैब ड्राइवरों का ओला पर 10 दिनों का ट्रायल, उबर-रैपिडो के खिलाफ विरोध
लखनऊ में कैब ड्राइवरों ने आज से 10 दिनों तक केवल ओला कैब चलाने का फैसला किया है। उनका कहना है कि उबर, रैपिडो और इन ड्राइव जैसी कंपनियाँ उनकी बात नहीं सुन रही हैं। इसलिए, ड्राइवरों ने ओला के साथ बेहतर भुगतान का आश्वासन मिलने पर यह कदम उठाया है।
विरोध की अनोखी रणनीति
ड्राइवरों ने विरोध करने के लिए एक खास तरीका अपनाया है। वे पहले राइड बुक कर रहे हैं और फिर उन्हें कैंसिल कर रहे हैं। इससे वे उबर, रैपिडो और इन ड्राइव का बहिष्कार कर रहे हैं। चारबाग और एयरपोर्ट के पास ड्राइवरों ने अपने वाहनों पर बैनर और पोस्टर लगाए हैं, जिनमें उनकी समस्याएँ लिखी गई हैं।
कंपनियों पर आरोप
ड्राइवरों का कहना है कि कंपनियाँ आपस में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं, लेकिन इसका नुकसान सिर्फ उन्हें हो रहा है। ज़हीद प्रधान, एक कैब ड्राइवर, ने कहा कि “पहले 20 किलोमीटर के लिए हमें 350 से 400 रुपये मिलते थे, अब केवल 250 रुपये मिल रहे हैं।”
विक्रांत सिंह ने कहा कि ओला को चुनने का कारण यही है कि बाकी कंपनियाँ उन्हें सही भुगतान नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा, “हमें कम से कम 20 रुपये प्रति किलोमीटर मिलना चाहिए ताकि हम अपने परिवार का खर्च उठा सकें।”
ड्राइवरों की एकता
ड्राइवर कृष्णा ने कहा कि वे हड़ताल पर नहीं हैं, बल्कि ओला का ट्रायल कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम सब मिलकर काम कर रहे हैं और आगे की स्थिति का इंतजार कर रहे हैं।” विक्रम सिंह ने भी कहा कि ओला, उबर, और रैपिडो जैसी कंपनियाँ ड्राइवरों का शोषण कर रही हैं।
लखनऊ के कैब ड्राइवरों का यह आंदोलन उनकी समस्याओं को उजागर करता है। उनका लक्ष्य अपने अधिकारों की रक्षा करना और बेहतर भुगतान की मांग करना है। अगर ओला ने अपने वादों को पूरा किया, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ड्राइवर आगे इसी दिशा में बढ़ेंगे या फिर अन्य कंपनियों की ओर लौटेंगे। यह कदम ड्राइवरों की एकता का प्रतीक है, जो उन्हें अपनी मांगों के लिए एकजुट कर रहा है।
गोमतीनगर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: रिटायर्ड IAS से करोड़ों की ठगी करने वाला शातिर जालसाज गिरफ्तार
लखनऊ के गोमतीनगर थाने की पुलिस को मिली बड़ी सफलता, रिटायर्ड IAS से करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर अपराधी राकेश कुमार शर्मा को किया गिरफ्तार। पुलिस आयुक्त के आदेश पर चलाए जा रहे अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान में एक दिन में तीसरी बड़ी गिरफ्तारी।

लखनऊ: गोमतीनगर पुलिस की अपराधियों के खिलाफ चल रही ताबड़तोड़ कार्रवाई में एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने रिटायर्ड IAS अधिकारी से करोड़ों की ठगी करने वाले शातिर ठग राकेश कुमार शर्मा (50) को गिरफ्तार किया है। राकेश शर्मा लखनऊ के गणेशपुर/रहमानपुर क्षेत्र का निवासी है और उसका मूल निवास मऊ जिले में है। वह लंबे समय से ठगी के मामलों में फरार चल रहा था और इसके खिलाफ लखनऊ के विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं।
एक दिन में तीसरा बड़ा गुडवर्क:
यह गिरफ्तारी पुलिस आयुक्त अमरेंद्र सिंह सेंगर के निर्देशों के तहत चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य फरार और शातिर अपराधियों को पकड़ना है। इस कार्रवाई में गोमतीनगर पुलिस ने दिनभर में तीन बड़े अपराधियों को गिरफ्तार किया, जिसमें 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश और एक मोटरसाइकिल चोर शामिल थे।गोमतीनगर पुलिस ने इस दिन के तीसरे बड़े गुडवर्क के रूप में राकेश शर्मा को पकड़ने में सफलता हासिल की है।
आरोपी की गिरफ्तारी की विस्तृत जानकारी:
गिरफ्तार किए गए राकेश कुमार शर्मा पर गोमतीनगर थाने में ही नहीं, बल्कि लखनऊ के अन्य थानों में भी धोखाधड़ी और ठगी के मामले दर्ज हैं। रिटायर्ड IAS अधिकारी से करोड़ों की ठगी के मामले में उसकी भूमिका सामने आई थी, जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश में थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राकेश शर्मा ने अपनी चालाकियों से कई लोगों को अपना शिकार बनाया है।
पुलिस अधिकारियों की कार्रवाई:
यह गिरफ्तारी पुलिस उपायुक्त ईस्ट ज़ोन शशांक सिंह, अपर पुलिस उपायुक्त ईस्ट ज़ोन पंकज कुमार सिंह और सहायक पुलिस आयुक्त गोमतीनगर विकास कुमार जयसवाल के कुशल दिशानिर्देशन में हुई। इनके नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक गोमतीनगर राजेश त्रिपाठी, चौकी प्रभारी हुसड़िया उपनिरीक्षक राकेश कुमार चौरसिया, चौकी प्रभारी उद्यान उपनिरीक्षक जसीम रजा, उपनिरीक्षक ज्ञान और उपनिरीक्षक मारूफ आलम समेत गोमतीनगर पुलिस बल ने पूरी कार्यवाही को अंजाम दिया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपित के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है और उसे न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही है। उच्चाधिकारियों के आदेशों का अक्षरशः पालन करते हुए पुलिस द्वारा शातिर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में यह बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
लखनऊ/ग्रेटर नोएडा, 5 अगस्त। उत्तर प्रदेश के समेकित विकास का खाका खींच रही योगी सरकार ने ग्रेटर नोएडा में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की गति तेज कर दी है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश को $वन ट्रिलियन इकॉनमी बनाने के लिए एक ओर तेजी से प्रयास जारी हैं, वहीं प्रदेश के नागरिकों को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं तक पहुंच बनाने के लिए भी योगी सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में, ग्रेटर नोएडा में सीएम योगी के विजन अनुसार अब रेजिडेंशियल ग्रुप हाउसिंग व इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स के आवंटन के लिए नई स्कीम लेकर आई है। उल्लेखनीय है कि 19 रिहाइशी ग्रुप हाउसिंग व 9 इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स के आवंटन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके अंतर्गत रेजिडेंशियल स्कीम के तहत सेक्टर 18, सेक्टर 17 और सेक्टर 22डी में प्लॉट प्राप्त कर बिल्डर्स रेजिडेंशियल टाउनशिप डेवलप कर सकेंगे। वहीं, इंस्टीट्यूशनल प्लॉट्स के तहत सेक्टर 17, सेक्टर 18, सेक्टर 20, सेक्टर 22ई व सेक्टर डी में हॉस्पिटल, नर्सिंग होम व नर्सरी स्कूलों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा।
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यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा लायी गई इन स्कीमों के अंतर्गत सितंबर महीने में सभी आवंटन प्रक्रियाओं को पूरा कर लिया जाएगा। इतना ही नहीं, सितंबर में ही यीडा द्वारा 361 रेजिडेंशियल प्लॉट्स के आवंटन का ड्रॉ भी निकाला जाएगा। दूसरी ओर, बैंक्वेट व मैरिज हॉल के लिए 3 प्लॉट्स के आवंटन के लिए ई-ऑक्शन की प्रक्रिया को भी पूरा किया जाएगा।
11,513.72 से लेकर 48,564 स्क्वेयर मीटर के हैं रेजिडेंशियल ग्रुप हाउसिंग प्लॉट्स
योजना के अंतर्गत, 32,375 रुपए प्रति स्क्वेयर मीटर के हिसाब से 19 रेजिडेंशियल ग्रुप हाउसिंग स्कीम के तहत प्लॉट्स का आवंटन होगा जिसके जरिए बिल्डर्स के पास इसे वर्ल्ड क्लास एमिनिटीज से युक्त टाउनशिप में विकसित करने का मौका होगा। इस दौरान 11,513.72 से लेकर 48,564 स्क्वेयर मीटर प्रसार वाले प्लॉट्स के आवंटन का मार्ग प्रशस्त होगा। ये प्लॉट्स ऐसी स्ट्रैटेजिक लोकेशन पर हैं जहां से एफ-1 व मोटो जीपी ट्रैक, यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, जेवर एयरपोर्ट, इंटरनेशनल फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क व डेडिकेटेड एमएसएमई, एपेरल, हैंडीक्राफ्ट्स तथा टॉय पार्क क्लोज प्रॉग्जिमिटी में होंगे। इन प्लॉट्स के लिए रजिस्ट्रेशन अमाउंट को 3.91 से 17.29 करोड़ के बीच रखा गया है। इन प्लॉट्स का आवंटन ई-ऑक्शन के माध्यम से होगा जिसमें बैंक ऑफ बड़ौदा बैंकिंग पार्टनर की भूमिका निभा रहा है।
मैटर्निटी केयर, हॉस्पिटल, नर्सिंग होम व नर्सरी स्कूल्स की स्थापना का माध्यम बनेगी स्कीम
रेजिडेंशियल ग्रुप हाउसिंग प्लॉट स्कीम से इतर, यीडा की इंस्टीट्यूशनल प्लॉट स्कीम के अंतर्गत सेक्टर 20 में 5,000 स्क्वेयर मीटर एरिया में चाइल्ड वेलफेयर व मटर्निटी सेंटर तथा सेक्टर 22ई व सेक्टर 20 के 10,115 तथा 10,900 स्क्वेयर मीटर एरिया में हॉस्पिटल का निर्माण प्रशस्त होगा। वहीं, सेक्टर 17, सेक्टर 18 व सेक्टर 22डी में 1,000 से लेकर 2,750 स्क्वेयर मीटर एरिया में नर्सिंग होम का निर्माण व विकास होगा। चाइल्ड वेलफेयर व मटर्निटी सेंटर, हॉस्पिटल तथा नर्सिंग होम संबंधी प्लॉट्स के लिए 22,770 रुपए प्रति स्क्वेयर मीटर की दर से 2.27 से लेकर 24.81 करोड़ रुपए के बीच रिजर्व्ड प्राइस रखा गया है। इसी प्रकार, 15,020 रुपए प्रति स्क्वेयर मीटर की दर से सेक्टर 17 व 22डी में 1,000 से लेकर 1,500 स्क्वेयर मीटर एरिया के प्लॉट्स का आवंटन भी नई स्कीम के जरिए होगा जिसमें प्लॉट्स का रिजर्व्ड प्राइस 1.50 से 2.25 करोड़ के बीच रखी गई है। उल्लेखनीय है कि इन दोनों नई स्कीमों के साथ ही सितंबर में ही यीडा द्वारा 361 रेजिडेंशियल प्लॉट्स के आवंटन का ड्रॉ तथा बैंक्वेट व मैरिज हॉल के लिए 3 प्लॉट्स के आवंटन के लिए ई-ऑक्शन की प्रक्रिया को भी पूरा किया जाएगा।
लखनऊ, 3 अगस्त: योगी सरकार की 102 एंबुलेंस सेवा (मदर एंड चाइल्ड सर्विसेस) गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। पहले गर्भवती महिलाओं को समय पर चिकित्सा सुविधा न मिलने से जच्चा और बच्चा दोनों की जान काे खतरा रहता था। ऐसे में योगी सरकार ने 102 एंबुलेंस सेवा का सुदृढ़ीकरण कर मातृ शिशु मृत्यु अनुपात को कम करने में बड़ी भूमिका निभायी है। योगी सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि वर्तमान में 102 एंबुलेंस सेवा का रिस्पांस टाइम घटकर 7 मिनट रह गया है। इसका मतलब ये है कि आपात स्थिति में जच्चा-बच्चा तक मात्र सात मिनट में चिकित्सीय सुविधा प्राप्त हो रही है। इसी तरह रिस्पांस टाइम में उत्तर प्रदेश पूरे देश में नंबर एक पर है जबकि सबसे खराब रिस्पांस टाइम झारखंड का है।
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2270 एंबुलेंस के जरिये रोजाना 40 हजार से अधिक जच्चा-बच्चा हो रहे लाभांवित
प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने मातृ-शिशु मृत्यु अनुपात को कम करने के लिए बड़े कदम उठाये। इसके लिए जहां प्रदेश के शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों के अस्पतालों को सुदृढ़ किया गया, वहीं 102 एंबुलेंस सेवा के रिस्पांस टाइम को कम करने के लिए विभिन्न कदम उठाये गये। उसके नतीजे आज सबके सामने हैं। सीएम योगी की दूरदर्शी सोच और मॉनीटरिंग का ही असर है कि वर्तमान में एंबुलेंस सेवा 102 का रिस्पांस टाइम मात्र 7:06 मिनट है जबकि वर्ष 2016 में रिस्पांस टाइम 11:28 मिनट था। यह रिस्पांस टाइम एकाएक कम नहीं हुआ बल्कि सीएम योगी के विगत सात वर्षों में लगातार किये गये प्रयासों और पहलों से संभव हो पाया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सीएम योगी ने 2019 और 2023 में खटारा हो चुकी क्रमश: 1554 और 674 एंबुलेंस को हटाकर नई स्वास्थ्य तकनीक से लैस एंबुलेंस की खरीद की। इसके अलावा सेवा को बेहतर करने के लिए 306 अतिरिक्त नई एंबुलेंस को जोड़ा गया। वर्तमान में प्रदेश में कुल 2270 एंबुलेंस सेवा 102 संचालित हैं। इसके जरिये प्रदेश में औसतन रोजाना 40,524 जच्चा-बच्चा को सहायता प्रदान की जा रही है।
लखनऊ में जलमग्न रोड पर राहगीरों से बदसलूकी के मामले में हटाए गए DCP-ADCP, पूरी चौकी सस्पेंड…. यूपी के लखनऊ में भारी बारिश के बीच जलमग्न सड़क पर बाइक सवार महिला पर पानी फेंकने व राहगीरों से बदसलूकी करने के मामले में डीसीपी, एडीसीपी, सहायक पुलिस उपायुक्त को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है। प्रभारी निरीक्षक और स्थानीय चौकी इंचार्ज समेत पूरी चौकी के सभी पुलिसकर्मी निलंबित किए गए हैं। मामले में 4 युवक गिरफ्तार किए गए हैं।
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लखनऊ। प्रयागराज के राजू पाल हत्या मामले में सजा हो जाने के बाद इसरार ने लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया।
इलाहाबाद कोर्ट में आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद राजू पाल हत्याकांड के आरोपी इसरार को प्रयागराज पुलिस खोज रही थी। कोर्ट में आजीवन कारावास की सजा सुनाते वक्त इसरार हाजिर नहीं था, इसी कारण उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था।
एक नाटकीय घटनाक्रम में इसरार अचानक से सोमवार को लखनऊ की सीबीआई कोर्ट पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद उससे पूछताछ की जा रही है।
लखनऊ। मेरठ में रविवार को भारतीय जनता पार्टी के साथ चुनावी सभा करने के कुछ घंटों बाद ही राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने लोकसभा चुनाव के बीच पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। इस्तीफे में उन्होंने लोकतंत्र को समाप्त नहीं होता देखने की बात कही है।
लोकसभा चुनाव 2024 का चुनावी बिगुल बज चुका है। इस चुनावी सियासत में लगातार नेताओं को दल बदलने और सियासी धड़ेबाजी देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय लोक दल में यह सिलसिला नहीं थम रहा है। इसी क्रम में रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने पार्टी से त्याग पत्र दे दिया है। उनके त्याग पत्र से रालोद को पश्चिम उत्तर प्रदेश में चुनावी तैयारियों को झटका दिया है।
अपने त्याग पत्र को लेकर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक के बाद एक तीन पोस्ट कर कारण भी बताया है। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि मैंने अपना त्यागपत्र राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष को भेज दिया है। मैं ख़ामोशी से देश के लोकतांत्रिक ढांचे को समाप्त होते नहीं देख सकता। मैं जयंत चौधरी और आरएलडी मैं अपने साथियों का आभारी हूँ।
उन्होंने जयंत चौधरी को भेजी अपनी चिट्ठी में लिखा कि हमने छह वर्षों तक एक साथ काम किया है और एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। मैं एक तरह से, आपको एक सहकर्मी से अधिक एक छोटे भाई के रूप में देखता हूँ। हम महत्वपूर्ण मुद्दों पर और विभिन्न समुदायों के बीच भाईचारे और सम्मान का माहौल बनाने में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं। धर्मनिरपेक्षता और हम दोनों जिन संवैधानिक मूल्यों को संजोते हैं, उनके प्रति आपकी प्रतिबद्धता पर कोई संदेह नहीं कर सकता। आपके दिवंगत दादा, भारत रत्न चौधरी चरण सिंह जी, आपके दिवंगत पिता अजीत सिंह जी और आपके समय से, आप सभी और वास्तव में आपके द्वारा बनाई गई पार्टी इन मूल्यों के लिए खड़ी रही है।
मेरठ/लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार की शुरुआत मेरठ से की। प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए चुनाव का एजेंडा तो सेट किया ही, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्ष पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘मोदी का मंत्र है भ्रष्टाचार हटाओ, वे कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ।’ पांच साल पहले इसी शहर से प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 के चुनाव का शंखनाद किया था।
मेरठ की क्रांतिधरा से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने किसानों, गरीबों, महिलाओं, सैनिकों, युवाओं सबका जिक्र किया। वहीं अपनी सरकार की दस साल की उपलब्ध्यिों का लेखा-जोखा भी रखा। प्रधानमंत्री ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण, तीन तलाक पर कानून, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, नारी शक्ति वंदन अधिनियम और सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन योजना का विशेष तौर पर उल्लेख किया, यानी मोदी ने चुनाव का एजेंडा सेट कर दिया। उन्होंने विपक्षी दलों के भ्रष्टाचार पर जोरदार हमला मेरठ की जमीन से बोलकर यह साफ कर दिया है, चुनाव में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा रहेगा और वह इस मुद्दे पर विपक्ष को घेरते रहेंगे।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष के भ्रष्टाचार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रहा हूं तो इससे कुछ लोग बौखला गए हैं। वे अपना आपा खो बैठे हैं। मेरे प्यारे देशवासियों मैं कहता हूं कि मोदी की गारंटी कहती है कि मोदी का मंत्र है भ्रष्टाचार हटाओ, वे कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। ये चुनाव दो खेमों की लड़ाई है। इस चुनाव में दो खेमा मैदान में है। एक वे जो भ्रष्टाचारी को बचाना चाहते हैं और एक एनडीए जो भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहता है। ये खत्म होना चाहिए या नहीं।
जिसने देश लूटा है, उसे लौटाना ही होगा
उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन बना लिया है, इनको लगता है मोदी इनसे डर जाएगा लेकिन मेरा भारत मेरा परिवार है। बड़े भ्रष्टाचारी सालाखों के पीछे हैं। सुप्रीम कोर्ट तक जमानत नहीं मिल रही है और इसीलिए कई बड़े भ्रष्टारियों को कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। बिस्तर, दीवारों और वाशिंग मशीन से नोटों के ढेर निकल रहे हैं। ईडी ने जो संपत्ति जब्त की है, अगर वह रिकॉर्ड मिलता है कि वे पैसे आपके हैं तो आपको दिलाकर ये मोदी दम लेगा। भ्रष्टाचारी कान खोलकर सुन लें, ये मोदी पर चाहे जितने हमले करें, मोदी है झुकने वाला नहीं हैं। भ्रष्टाचारी चाहे कितना भी बड़ा हो, ऐक्शन होगा, जरूर होगा। जिसने देश लूटा है, उसे लौटाना ही होगा।
वोट डालने जरूर निकलें
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने उपस्थित जनसमूह से अपील की कि 19 एवं 26 अप्रैल को गर्मी चाहे कितनी भी हो, आपको वोट डालने जरूर निकलना होगा। मोदी ने कहा कि आप सब मेरे साथ बोलिए विकसित भारत के लिए 400 पार। युवाओं के अवसर के लिए 400 पार। नारी सशक्तीकरण के लिए 400 पार। भ्रष्टाचारियों के जेल भेजने के लिए 400 पार। ये मेरा पर्सनल काम है, चुनाव वाला नहीं है। आप घर-घर जाना कहना कि तुम्हारे मोदी मेरठ आए थे और आपको प्रणाम भेजा है।