मुंबई। मंगलवार का दिन बाजार के लिए मंगलमय रहा। बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर खुले और ऊंचाई समय के साथ बढ़ती गई। निफ्टी 20,858.5 और सेंसेक्स 69,381.312 के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे। इस तेजी में अधिकतर सेक्टरों का योगदान रहा। मेटल सेक्टर करीब 3 प्रतिशत मजबूती के साथ कारोबार करता नजर आया। बैंक निफ्टी ने भी 47,230.55 का नया रिकॉर्ड हाई बनाया।
बाजार ने तो अपना रिकॉर्ड हाई बनाया ही, लेकिन इस शानदार तेजी के असली धमाल अदाणी ग्रुप के शेयरों ने मचाया। अदाणी ग्रुप के शेयरों का ओवरऑल मार्केट कैप 13.9 लाख करोड़ रुपये को पार चला गया। केवल मंगलवार के दिन अदाणी ग्रुप शेयरों के मार्केट कैप में 1,92,419 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। अदाणी ग्रुप के 10 में 7 शेयर 10 फीसदी से ज्यादा मजबूती के साथ कारोबार करते नजर आए। इसमें भी 5 शेयर अदाणी ग्रीन, अदाणी एनर्जी, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी टोटल गैस और अदाणी पोर्ट्स में अपर सर्किट तक लगा।
अदाणी ग्रुप शेयरों में ये उछाल हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर अमेरिकी फाइनेंस कंपनी से मिली क्लीन चिट के बाद आया है। इसके साथ ही अंबुजा सीमेंट्स ने सांघी इंडस्ट्रीज में 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदने की खबर ने अदाणी ग्रुप शेयरों को बूस्ट दिया।
सेंसेक्स का 69,381.31 का रिकॉर्ड हाई
सेंसेक्स शानदार मजबूती के साथ 69,168.53 पर खुला। दिन में ये 69,381.31 की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा। आखिर में कारोबार बंद होने पर सेंसेक्स 0.63 प्रतिशत या 431 अंक चढ़कर 69,296 पर बंद हुआ। इसके 20 शेयरों में खरीदारी और 10 में बिकवाली रही।
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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कारोबारी गौतम अडानी पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट मामले पर शेयर बाजार के कामकाज में बेहतरी के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज अभय मनोहर सप्रे की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में ओपी भट्ट, जस्टिस जेपी देवधर, नंदन नीलकेणी, सोमशेखर सुंदरेशन और केवी कामत शामिल होंगे। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने कमेटी को दो महीने के अंदर रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को निर्देश दिया है कि वो अडानी-हिंडनबर्ग मामले में जांच जारी रखे और ये पड़ताल करे कि सेबी रुल्स की धारा 19 का उल्लंघन हुआ है कि नहीं। कोर्ट ने सेबी से कहा है कि वो ये जांच करे कि स्टॉक की कीमतों में गड़बड़ी की गई है कि नहीं।
कोर्ट ने कहा कि विशेषज्ञ कमेटी सेबी का जांच का काम नहीं करेगी बल्कि कमेटी वर्तमान रेगुलेटरी ढांचे की पड़ताल करेगी और निवेशकों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अनुशंसाएं करेगी। कमेटी स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव की वर्तमान स्थिति का विस्तृत आकलन कर उनके कारणों की पड़ताल करेगी। कमेटी निवेशकों की जागरुकता के उपायों पर गौर करेगी। कोर्ट ने कहा कि कमेटी अडानी समूह और दूसरे समूहों की ओर से किए गए कथित उल्लंघनों की जांच करेगी। कोर्ट ने सेबी को निर्देश किया कि वो विशेषज्ञ कमेटी को सभी सूचनाएं उपलब्ध कराएं और सभी जांच एजेंसियों को भी निर्देश दिया कि वे कमेटी का पूर्ण सहयोग करें।
चीफ जस्टिस अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान बेंच ने 17 फरवरी को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
नई दिल्ली । अमेरिकी रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद कारोबारी गौतम अडानी समूह की कंपनियों की साख को तगड़ा झटका लगा है। झटका इतना जोर का है कि अडानी के शेयरों में गिरावट थम नहीं रही है। अडाणी समूह की ग्यारह में से सात कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट से समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 9.11 लाख करोड़ रुपये गिर कर अब 10.09 लाख करोड़ रुपये रहा गया है, जो 24 जनवरी को 19.20 लाख करोड़ रुपये था। हालांकि, दो वैश्विक रेटिंग फर्मों ने समूह की कंपनियों की रेटिंग को बरकरार रखा है। कंपनी के फ्रांसीसी साझेदार ने समूह की कंपनियों में अपने निवेश को सही ठहराया। अडाणी समूह का कुल बाजार पूंजीकरण अब अकेले रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के 15.75 लाख करोड़ और टीसीएस के 12.74 लाख करोड़ रुपये से भी कम हो गया है।
अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट के बीच एलआईसी के समूह में निवेश और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के कर्ज पर पहली बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। वित्त मंत्री ने एक दिन पहले कहा कि एसबीआई और एलआईसी का अडानी समूह की कंपनियों में एक्पोसजर स्वीकृत लिमिट के भीतर है। वहीं, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने भी संसद में विपक्षी दलों की अडाणी समूह में एलआईसी व बैंक कर्ज की जांच की मांग पर कहा कि भारतीय बैंकिंग क्षेत्र मजबूत और स्थिर हालत में है।
उल्लेखनीय है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर अडाणी समूह के शेयरों में गिरावट के बीच 24 जनवरी के बाद पहली बार समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए थे। हालांकि, कारोबार की शुरुआत में कंपनी के शेयर 35 फीसदी तक गिर गए थे। अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड भी आठ फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ।
दरअसल अडाणी इंटरप्राइजेज 1.80 लाख करोड़ रुपये के साथ समूह की सबसे बड़ी कंपनी है। कंपनी के शेयरों में गिरावट से अडाणी समूह के प्रमुख गौतम अडाणी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में 21वें पायदान पर आ चुके हैं।