नई दिल्ली। देश के बहुचर्चित बिलकिस बानो केस में दोषियों की समय से पहले रिहाई के गुजरात सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने निरस्त कर दिया। जस्टिस बीवी नागरत्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि गुजरात सरकार को नहीं, बल्कि महाराष्ट्र सरकार को रिहाई के बारे में फैसला लेने का अधिकार है। अपराध भले ही गुजरात में हुआ हो, लेकिन महाराष्ट्र में ट्रायल चलने के कारण फैसला लेने का अधिकार गुजरात सरकार के पास नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने 12 अक्टूबर 2023 को फैसला सुरक्षित रख लिया था। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हम छूट की नीति पर सवाल नहीं उठा रहे हैं बल्कि केवल इन लोगों को दी गई छूट पर सवाल उठा रहे हैं। सुनवाई के दौरान दोषियों की ओर से वरिष्ठ वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा था कि आजीवन कारावास की सजा पाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को सुधार का मौका भी दिया जाता है तो अपराध जघन्य होने के आधार पर सुधार को बंद नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने कहा था कि हम दूसरे सवाल पर हैं कि छूट देना सही है या नहीं। हम छूट की अवधारणा जो सर्वमान्य है उसको समझते हैं लेकिन यहां हमारा सवाल सजा की मात्रा पर नहीं हैं। हम पहली बार छूट के मामले से नहीं निपट रहे हैं। तब लूथरा ने कहा कि 15 साल की हिरासत का जीवन पूरी तरह से कटा हुआ जीवन है।
24 अगस्त 2023 को कोर्ट ने गुजरात सरकार से पूछा था कि दोषियों की रिहाई पर प्राधिकरण ने स्वतंत्र विवेक का इस्तेमाल कैसे किया? आखिरकार प्राधिकरण कैसे रिहाई देने की सहमति पर पहुंचा? 17 अगस्त 2023 को कोर्ट ने गुजरात सरकार से सख्त लहजे में पूछा था कि रिहाई की इस नीति का फायदा सिर्फ बिलकिस के गुनहगारों को ही क्यों दिया गया? जेल कैदियों से भरी पड़ी है। बाकी दोषियों को ऐसे सुधार का मौका क्यों नहीं दिया गया? कोर्ट ने गुजरात सरकार से पूछा था कि नई नीति के तहत कितने दोषियों की रिहाई हुई? बिलकिस के दोषियों के लिए एडवाइजरी कमेटी किस आधार पर बनी ? जब गोधरा की कोर्ट में मुकदमा नहीं चला तो वहां के जज से राय क्यों मांगी गई? 9 अगस्त को बिलकिस की ओर से कहा गया था कि नियमों के तहत उन्हें दोषी ठहराने वाले जज से राय लेनी होती है। जिसमें महाराष्ट्र के दोषी ठहराने वाले जज द्वारा कहा गया था कि दोषियों को छूट नहीं दी जानी चाहिए।
दिसंबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने बिलकिस बानो के दोषियों की रिहाई से जुड़े मामले में दायर बिलकिस की पुनर्विचार याचिका खारिज कर दिया था। बिल्किस बानो की पुनर्विचार याचिका में मांग की गई थी कि 13 मई 2022 के आदेश पर दोबारा विचार किया जाए। 13 मई 2022 के आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि गैंगरेप के दोषियों की रिहाई में 1992 में बने नियम लागू होंगे। इसी आधार पर 11 दोषियों की रिहाई हुई है।
Gujrat
चंडीगढ़ । पाकिस्तान ने दीपावली के अवसर पर 80 भारतीय मछुआरों को रिहा किया है। ये मछुआरे अटारी-बाघा सीमा के रास्ते शुक्रवार देर रात भारतीय सीमा में दाखिल हुए। बीएसएफ टीम द्वारा सभी मछुआरों की जांच की जा रही है।
वर्ष 2019 में ये मछुआरे गलती से भारतीय सीमा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर गए थे। जहां पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इनमें से ज्यादातर मछुआरे गुजरात के रहने वाले हैं।
सजा पूरी होने के बाद इन्हें भारत आने की अनुमति मिली। शुक्रवार को वह अल्लामा इकबाल एक्सप्रेस ट्रेन से लाहौर पहुंचे। जहां पाकिस्तान के अधिकारी उन्हें वाघा बॉर्डर लेकर पहुंचे। इसके बाद उन्हें बीएसएफ रेंज अटारी वाघा बॉर्डर पर अधिकारियों को सौंप दिया गया। बीती देररात सभी मछुआरों को बार्डर से अमृतसर के रंजीत एवेन्यू में एकत्र किया गया। यहां सभी मछुआरों के सामान की जांच करने के अलावा उनकी बॉडी स्कैन की गई। फिलहाल सभी मछुआरों को भारत सरकार ने अमृतसर रेड क्रॉस भवन में रखा है। रविवार को उन्हें अमृतसर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के जरिए उनके गृह राज्य गुजरात के लिए रवाना किया जाएगा।
सूरत/अहमदाबाद । गुजरात में विधान सभा चुनाव के समय से एक दूसरे को पटखनी देने की भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) के शरू हुई होड़ अभी भी जारी है। भाजपा और आप में शुक्रवार की सुबह लुका-छिपी का खेल खेला गया। भाजपा में शामिल होने की भनक मिलते ही आम आदमी पार्टी ने सूरत महानगर पालिका में अपनी पार्टी के दो पार्षद(कॉरपोरेटर) को प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया। इस खबर के थोड़ी देर बाद ही आप के दोनों पार्षद भाजपा के उधना स्थित कार्यालय पहुंच गए और शहर प्रमुख समेत मनपा पदाधिकारी की मौजूदगी में उन्हें केसरिया साफा पहनाकर स्वागत किया गया।
अरविंद केजरीवाल की पार्टी को गुजरात में झटके पर झटका लग रहा है। पहले पार्टी के सूरत में 10 पार्षद आम आदमी पार्टी छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे। जिन पार्षदों ने आम आदमी पार्टी छोड़ी है उनमें वार्ड नंबर 2 के राजेशभाई मोरडिया और वार्ड नंबर 3 से कनुभाई गेडिया के नाम शामिल हैं। आआपा के अब तक कुल 27 पार्षदों में से 12 पार्षद भाजपा में शामिल हो चुके हैं। वर्ष 2021 के गुजरात निकाय चुनावों में ‘आप’ ने सूरत महानगर पालिका (एमएमसी) में 27 सीटों पर जीत दर्ज की थी। एसएमसी में कुल 120 सीटें हैं, जिनमें से 93 पर भाजपा जीती थी और कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी। आम आदमी पार्टी से 12 कॉरपोरेटर के भाजपा में शामिल होने के बाद अब भाजपा के सदस्यों की संख्या 105 हो गई है।
‘आप’ ने लगाए गंभीर आरोप
आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इशुदान गढवी ने एक प्रेस बयान में बताया कि ‘आप’ के दो कॉरपोरेटर(पार्षद) राजेश मोरडिया और कनु गेडिया को भाजपा नेता प्रलोभित कर उन्हें अन्य कॉरपोरेटर को भाजपा में शामिल करवाने की कोशिश कर रहे थे। इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने इन दोनों कॉरपोरेटर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
उत्तराखंड और गुजरात सरकार को समान नागरिक संहिता पर कमेटी बनाने का पूर्ण अधिकारः सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली । उत्तराखंड और गुजरात की राज्य सरकारों की ओर से समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कमेटी गठित करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि राज्य सरकार को ऐसी कमेटी गठित करने का अधिकार है।
याचिका अनूप बरनवाल ने दायर की थी। याचिका में उत्तराखंड और गुजरात राज्य सरकारों की ओर से समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए कमेटी गठित करने के आदेश को चुनौती दी गई थी। याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि राज्य सरकारों को धारा 162 के तहत कमेटी गठित करने का अधिकार है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को संविधान की समवर्ती सूची की एंट्री 5 देखने को कहा।
अहमदाबाद । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माता हीराबा का 100 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। निधन की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिल्ली से शुक्रवार सुबह गांधीनगर स्थित रायसण में छोटे भाई पंकज मोदी के घर पहुंचे। प्रधानमंत्री ने माता का अंतिम दर्शन किया। शुक्रवार सुबह गांधीनगर स्थित रायसण क्षेत्र की सोसायटी से हीराबा की अंतिम यात्रा निकली। हीराबा के पार्थिव शरीर को गांधीनगर के सेक्टर 30 के श्मशान ले जाया गया। जहाँ विधि विधान से गमगीन माहौल में मां हीराबा का अंतिम सांस्कार किया गया। करीबी पारिवारिक सदस्यों के बीच हीराबा पंचतत्व में विलीन हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत अन्य पुत्रों सोमाभाई, प्रह्लाद और पंकजभाई ने मुखाग्नि दी।
हीराबा की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें मंगलवार को यूएन मेहता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां 6 विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगातार उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रख रही थी। अस्पताल के मेडिकल बुलेटिन में गुरुवार को उनके स्वास्थ्य में सुधार की बात कही गई थी। मंगलवार को पीएम मोदी को समाचार मिला तो वे लगातार डॉक्टरों के सम्पर्क में थे। माता की खबर पर वे लगातार नजर रख रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माता के निधन पर राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्र के लोगों ने गहरी संवेदना जाहिर की है। भाजपा ने शुक्रवार को अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। वहीं, राज्य में सरकारी आयोजनों पर भी शुक्रवार को विराम रहेगा।
हीराबा की अंतिम यात्रा में गांधीनगर दक्षिण के भाजपा विधायक अल्पेश ठाकोर भी हाजिर रहे। वर्षों तक नरेन्द्र मोदी के करीबी रहे पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने भी हीराबा को श्रद्धांजलि दी। वे हीराबा के अंतिम संस्कार के समय हाजिर रहे। इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल भी अंतिम संस्कार के समय हाजिर रहे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परिवार के अन्य सदस्यों ने हीराबा की आत्मा की शांति के लिए लोगों से प्रार्थना करने की अपील की। ऐसी मुश्किल घड़ी में लोगों के उनके परिवार के प्रति आत्मीयता और संवेदना के लिए आभार प्रकट किया गया। परिवार की तरफ से देश के सभी लोगों, खासतौर से उच्च पदस्थ लोगों से आग्रह किया है कि वे सब अपने निर्धारित कार्यक्रम करते रहें ।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां हीराबा के निधन पर दुख जताते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से हीराबा को नमन करते हुए लिखा ‘भक्ति, तपस्या और कर्म की त्रिवेणी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी जैसे महान व्यक्तित्व को गढऩे वाली माँ के चरणों में सादर प्रणाम। पूज्य माँ सदैव प्रेरणा बनी रहेगी।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा के निधन पर गहरा दुख जताया है। मुंडा ने शोक जताते हुए कहा कि भगवान उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें। दुख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री और उनके पूरे परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ॐ शांति।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबा के निधन पर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की माता के निधन का समाचार सुनकर उन्हें दुःख हुआ। देश को यशस्वी नेतृत्व देने वाली एक तपस्वी व कर्मयोगी मां सदैव स्मरण की जायेगी। दुःख की इस घड़ी में प्रधानमंत्री एवं उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता हीराबा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री धामी ने बाबा केदार से प्रधानमंत्री व उनके समस्त परिवारजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति व दिव्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करने की कामना की है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की माता के देहान्त पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि देश के प्रधानमन्त्री की वे प्रेरणास्रोत थीं।
अहमदाबाद (गुजरात)। शाहरुख खान की विवादित फिल्म पठान के एक गीत को लेकर सोमवार को सूरत के एक सिनेमाघर में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।लोगों ने पोस्टर फाड़ दिए। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पठान फिल्म पर बैन लगाने और सिनेमाघर में उसके प्रदर्शन रोक लगाने की मांग की।
जानकारी के अनुसार सूरत के कामरेज इलाके के एक सिनेमाघर में पठान फिल्म लगी है। सोमवार को बड़ी संख्या में लोग सिनेमाघर के बाहर इकट्ठा होकर प्रदर्शन करने लगे। फिल्म को लेकर विरोध जताया। बाद में उत्तेजित प्रदर्शनकारी सिनेमाघर के अंदर घुस गए और फिल्म का पोस्टर फाड़ कर नारेबाजी की। विश्व हिन्दू परिषद ने मामले में स्थानीय तहसीलदार को ज्ञापन देकर पाठान फिल्म के रिलीज होने पर रोष जताया। फिल्म में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान के एक गीत बेशर्म रंग को लेकर विवाद हुआ है। केसरिया रंग की बिकनी पहले दीपिका बेशर्म रंग संबंधी गाना गा रही है। इसे लेकर विश्व हिन्दू परिषद् समेत कई संगठन विरोध कर रहे हैं। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि शाहरूख खान से मतभेद को लेकर विरोध प्रदर्शन की बात गलत है। फिल्म में केसरिया रंग की बिकनी पहले अभिनेत्री के बेशर्म रंग गीत को लेकर वे विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की है।
लोकगायक ने भी किया था विरोध
पठान फिल्म का गुजराती लोक गायक राजभा गढवी ने भी विरोध किया है। उन्होंने कहा कि सनातन परंपरा को खराब दिखाने की कोशिश की गई है।
नई दिल्ली। देश की सुप्रीम अदालत से गुजरात सरकार के लिए राहत वाली खबर मिली है। बहुचर्चित बिलकिस बानो गैंगरेप केस के दोषियों की रिहाई से जुड़े मामले में दायर पुनर्विचार याचिका सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी है। यह याचिका बिल्किस बानो की तरफ से दायर की थी।
दायर पुनर्विचार याचिका में 13 मई के आदेश पर दोबारा विचार करने की मांग की गई थी । 13 मई के आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि गैंगरेप के दोषियों की रिहाई में 1992 में बने नियम लागू होंगे। इसी आधार पर 11 दोषियों को रिहा किया गया है। इससे पहले 21 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमन की ओर से दाखिल याचिका को मुख्य याचिका के साथ टैग करने का आदेश दिया था। याचिका में गुजरात सरकार के दोषियों की रिहाई के आदेश को तत्काल रद्द करने की मांग की गई थी।
गुजरात सरकार ने 17 अक्टूबर को हलफनामा दाखिल कर कहा था कि बिलकिस बानो गैंगरेप केस के दोषियों को उनकी सजा के 14 साल पूरे होने और उनके जेल में अच्छे व्यवहार की वजह से रिहा किया गया है। दोषियों की रिहाई केंद्र सरकार की अनुमति के बाद की गई है।
गुजरात सरकार ने कहा था कि इस केस के दोषियों की रिहाई का फैसला कैदियों को रिहा करने के सुप्रीम कोर्ट के 9 जुलाई 1992 के दिशा-निर्देश के आधार पर किया गया है न कि आजादी के अमृत महोत्सव की वजह से। गुजरात सरकार ने कहा कि बिल्किस बानो के दोषियों की समय से पहले रिहाई का एसपी, सीबीआई , सीबीआई के स्पेशल जज ने विरोध किया था।
बिलकिस बानो गैंगरेप केस के दोषियों ने 24 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया था। इसमें कहा गया था कि गुजरात सरकार का उनकी रिहाई का फैसला कानूनन ठीक है। उनकी रिहाई के खिलाफ याचिकाकर्ता सुभाषिनी अली और महुआ मोइत्रा का केस से कोई संबंध नहीं है। आपराधिक केस में तीसरे पक्ष के दखल का कोई औचित्य नहीं है। उनकी रिहाई के खिलाफ न तो गुजरात सरकार ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और न ही पीड़ित ने। यहां तक कि इस मामले के शिकायतकर्ता ने भी कोर्ट का दरवाजा नहीं खटखटाया है।
गुजरात में भाजपा को भारी भरकम जीत का अनुमान, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की भाजपा से कड़ी टक्कर
नई दिल्ली । गुजरात और हिमाचल प्रदेश में कड़ी सुरक्षा के बीच सवेरे आठ बजे से मतगणना शुरू हो गयी । करीब दस बजे तक मिले रुझानों के अनुसार हिमांचल प्रदेश में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में कांटे की टक्कर चल रही है। वहीं गुजरात चुनाव के नतीजे एकतरफा रुझान दिखा रहे हैं। गुजरात में भाजपा अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की ओर बढ़ रही है। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार गुजरात में भाजपा 150 , कांग्रेस 19 और आम आदमी पार्टी 9 सीटों पर आगे चल रही है। यानि भाजपा बहुमत के आंकड़े से कहीं आगे निकल गई है। वहीं हिमांचल में प्रदेश में कुल 68 सीटों में कांग्रेस 33 और भाजपा 32 सीटों पर आगे चल रही है। यहाँ अन्य के खाते में 3 सीटें जाती दिख रही हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट, रामपुर और खतौली विधानसभा सीट, ओडिशा की पद्मपुर, राजस्थान की सरदारशहर, बिहार की कुरहानी और छत्तीसगढ़ की भानुप्रतापपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के परिणाम भी घोषित होंगे। मैनपुरी में समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव 27000 से अधिक मतों से आगे चल रही हैं।
जहाँ तक गुजरात की 182 विधानसभा सीटों की बात है वहां वोटों की गिनती जारी है। 2017 के मुकाबले इस बार दोनों ही चरणों में कम मतदान हुआ। पहले चरण में 60.20 लोगों ने वोट डाला था, जबकि पांच दिसंबर को हुए दूसरे चरण में 64.39 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना शुरू हो गई है। पोस्टल बैलेट के शुरुआती रुझानों में कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर है। प्रदेश में 37 साल पुरानी परंपरा कायम रहेगी या नया इतिहास बनेगा, ये गुरुवार को दोपहर तक साफ हो जाएगा। हिमाचल में 12 नवंबर को वोटिंग हुई थी।
राज्य में 1985 के बाद कोई पार्टी अपनी सरकार रिपीट नहीं कर पाई है। तब कांग्रेस की सरकार थी और मुख्यमंत्री थे वीरभद्र सिंह। इस बार सबकी नजर इसी बात पर है कि क्या पहाड़ पर सरकार बदलने का ट्रेंड जारी रहेगा या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे के सहारे भाजपा इस रिवाज को बदलने में कामयाब रहेगी।
हिमांचल में हालाँकि नतीजे साफ नहीं हुए हैं लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने सीएम पद का दावा ठोंक दिया है । उन्होंने कहा- राज्य के लोग चाहते हैं कि वीरभद्र परिवार का कोई व्यक्ति राज्य के विकास की विरासत को आगे बढ़ाए।
11 में से 7 मंत्री कांटे के मुकाबले में फंसे
हिमाचल प्रदेश में हर बार 45 से 75% मंत्रियों के चुनाव हारने का भी ट्रेंड रहा है। इस बार भी जयराम ठाकुर के 11 में से 7 मंत्री कांटे के मुकाबले में फंसे हैं। दो मंत्रियों की तो सीट भी बदली गई। इनमें शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को शिमला शहरी सीट की जगह कसुम्पटी से और वनमंत्री राकेश पठानिया को कांगड़ा जिले की नूरपुर सीट की जगह फतेहपुर से उतारा गया।
नई दिल्ली । चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा, पांच राज्यों की 6 विधानसभा सीटों और उत्तर प्रदेश की एक लोकसभा सीट पर कल होने वाली मतगणना से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे और अरुण गोयल ने बुधवार को 116 मतगणना केंद्रों से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा की। आयोग की ओर से समय-समय पर जारी मानक प्रक्रिया के तहत कल इन स्थानों पर मतगणना होगी।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश की कुल 250 विधानसभा सीटों, उड़ीसा, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की कुल 6 विधानसभा सीटों और लोकसभा की एक सीट पर मतगणना सुबह 8:00 बजे से शुरू होगी। सबसे पहले मतपत्रों की गिनती होगी और उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के नतीजों को जोड़ा जाएगा।
चुनाव आयोग ने हर विधानसभा के लिए एक मतगणना पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। मतगणना की सुचारू प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए हिमाचल प्रदेश और गुजरात के लिए दो विशेष पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं। ईवीएम की सुरक्षा के लिए कड़े प्रबंध किए गए है। राजनीतिक दलों को इस पूरी प्रक्रिया में हर चरण में साथ लेकर चला गया है।
आयोग का कहना है कि विधानसभा चुनावों में आयोग की ओर से ईवीएम के साथ वीवीपीएटी मशीन भी लगाई गई थी। हर विधानसभा क्षेत्र के क्रमरहित चयनित 5 मतदान केंद्रों में ईवीएम मशीनों के नतीजों की वीवीपीएटी मशीनों से तुलना की जाएगी। मतगणना के दौरान जीत का अंतराल खारिज किए गए मतपत्रों से कम होने पर इनकी पुनः जांच होगी।
आयोग के अनुसार विधानसभा के रुझान और नतीजों को उसकी वेबसाइट (ईसीआईरिजल्ट) पर जाकर देखा जा सकता है। इसके अलावा वोटर हेल्पलाइन ऐप के जरिए भी नतीजे और रुझान जाने जा सकते हैं।
नई दिल्ली । गुजरात के सभी जिलों में शुक्रवार को रिलायंस जियो ने शुक्रवार को ट्रू 5जी सिर्वस लॉन्च कर दी है। ऐसा होने के साथ गुजरात ‘ट्रू 5जी फॉर ऑल’ पहल के साथ देश का पहला राज्य बन गया है, जहां सभी 33 जिला मुख्यालयों में 100 फीसदी ट्रू-5जी सेवा मिलेगी।
गुजरात में 5जी सर्विस की लॉन्चिंग के बाद जियो उपभोक्ताओं को ‘जियो वेलकम ऑफर’ का इनविटेशन मिलना भी शुरू हो जाएगा। इस ऑफर के तहत ग्राहकों को अनलिमिटेड 5जी डेटा और 1जीबीपीएस तक की स्पीड भी मिलेगी, इसके लिए उन्हें कोई कीमत नहीं चुकानी होगी। जियो ने गुजरात से पहले हाल ही में पुणे और दिल्ली के बाद एनसीआर के दूसरे शहरों गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद में जियो ट्रू 5जी सर्विस की शुरुआत की थी। जियो तेजी से देश में ट्रू-5जी नेटवर्क को रोल आउट कर रही है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के लिए गुजरात विशेष महत्व रखता है, क्योंकि कंपनी की जन्मभूमि है। जियो गुजरात में एक मॉडल राज्य के तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य, हेल्थ केयर, कृषि, इंडस्ट्री 4.0 और आईओटी क्षेत्र में ट्रू 5जी-पावर्ड पहल की एक सीरीज की शुरुआत करेगी, जिसका विस्तार पूरे देश में होगा।
उल्लेखनीय है कि जियो गुजरात, पुणे और दिल्ली के अलावा मुंबई, कोलकाता, वाराणसी, चेन्नई, हैदराबाद, बेंग्लुरु और नाथद्वारा में अपनी ट्रू-5जी सर्विस पहले ही शुरू कर चुकी है। रिलायंस जियो ने त्योहारी सीजन 5 अक्टूबर को देश में अपनी 5जी सर्विस की शुरुआत की थी। कंपनी की योजना दिसंबर, 2023 तक देश के कोने-कोने में 5जी सर्विस शुरू करने की है।