मुंबई। मंगलवार का दिन बाजार के लिए मंगलमय रहा। बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर खुले और ऊंचाई समय के साथ बढ़ती गई। निफ्टी 20,858.5 और सेंसेक्स 69,381.312 के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे। इस तेजी में अधिकतर सेक्टरों का योगदान रहा। मेटल सेक्टर करीब 3 प्रतिशत मजबूती के साथ कारोबार करता नजर आया। बैंक निफ्टी ने भी 47,230.55 का नया रिकॉर्ड हाई बनाया।
बाजार ने तो अपना रिकॉर्ड हाई बनाया ही, लेकिन इस शानदार तेजी के असली धमाल अदाणी ग्रुप के शेयरों ने मचाया। अदाणी ग्रुप के शेयरों का ओवरऑल मार्केट कैप 13.9 लाख करोड़ रुपये को पार चला गया। केवल मंगलवार के दिन अदाणी ग्रुप शेयरों के मार्केट कैप में 1,92,419 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। अदाणी ग्रुप के 10 में 7 शेयर 10 फीसदी से ज्यादा मजबूती के साथ कारोबार करते नजर आए। इसमें भी 5 शेयर अदाणी ग्रीन, अदाणी एनर्जी, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी टोटल गैस और अदाणी पोर्ट्स में अपर सर्किट तक लगा।
अदाणी ग्रुप शेयरों में ये उछाल हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर अमेरिकी फाइनेंस कंपनी से मिली क्लीन चिट के बाद आया है। इसके साथ ही अंबुजा सीमेंट्स ने सांघी इंडस्ट्रीज में 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदने की खबर ने अदाणी ग्रुप शेयरों को बूस्ट दिया।
सेंसेक्स का 69,381.31 का रिकॉर्ड हाई
सेंसेक्स शानदार मजबूती के साथ 69,168.53 पर खुला। दिन में ये 69,381.31 की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा। आखिर में कारोबार बंद होने पर सेंसेक्स 0.63 प्रतिशत या 431 अंक चढ़कर 69,296 पर बंद हुआ। इसके 20 शेयरों में खरीदारी और 10 में बिकवाली रही।
Adani Enterprises
नई दिल्ली । अडाणी समूह के गौतम अडाणी ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट गलत और निराधार है। यह रिपोर्ट जानबूझकर हमारी छवि खराब करने और समूह को बदनाम करने के लिए लगाए गए थे।
उन्होंने समूह की कंपनियों की आम सभा (एजीएम) को वर्चुअली संबोधित करते हुए ये बात कही। हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर अडाणी ने कहा कि ‘हिंडनबर्ग रिपोर्ट भ्रामक और निराधार आरोपों पर आधारित थी। रिपोर्ट में लगाए गए आरोप 2004 से 2015 के बीच के थे। उस समय संबंधित अथॉरिटी ने उन्हें सही कर लिया था। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण प्रयास था।
गौतम अडानी ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। साल 2030 तक तीसरी और 2050 तक भारत की इकोनॉमी विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। इसके लिए केंद्र में स्थाई सरकार होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें देश के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का पूरा भरोसा है। अडाणी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी क्रेडिट एजेंसी ने अडाणी समूह की रेटिंग में कोई कटौती नहीं की है।
उल्लेखनीय है कि इस साल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। रिपोर्ट में समूह पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए थे। इसके बाद समूह के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। अडाणी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर करीब 3500 रुपये प्रति शेयर से गिरकर 1000 रुपये के करीब आ गया था।
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट के जाँच दल से क्लीन चित मिलने के बाद गौतम अडानी ग्रुप के सभी शेयरों में पिछले कुछ दिनों से जबरदस्त उछाल दर्ज हुई है। शेयरों में पिछले 24 घंटे के दौरान गौतम अडानी की संपत्ति में अरबों का इजाफा हुआ है।
पिछले कुछ दिनों से अडानी ग्रुप के सभी स्टॉक तेजी से बढ़ रहे हैं, जिस कारण गौतम अडानी की संपत्ति की संपत्ति में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। मंगलवार को गौतम अडानी ने दुनिया के सभी अरबपतियों से ज्यादा कमाई की है।
कितनी हुई गौतम अडानी की कुल संपत्ति
फोर्ब्स बिलियनेयर इंडेक्स के मुताबिक, गौतम अडानी दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में 24 वें स्थान पर हैं और इनकी कुल संपत्ति 55.3 अरब डॉलर हो चुकी है। तीन दिनों से शेयरों में हो रही तेजी के कारण हर दिन इनकी संपत्ति में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी गई है।
एक दिन में कितनी बढ़ी दौलत
60 साल के गौतम अडानी ने मंगलवार को 8.8 अरब डॉलर यानी 7,28,79,92,80,000 रुपये की संपत्ति जोड़ी है। मंगलवार को अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 13.32 फीसदी चढ़कर 2,636.05 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। अडानी पोर्ट 1 फीसदी चढ़कर 737.55 रुपये पर था। अडानी पावर ने 4.98 फीसदी चढ़कर 260.25 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर पिछले पांच दिनों में 39.77 फीसदी चढ़कर 2,636 रुपये पर पहुंच चुका है। अडानी पावर 10 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है। वहीं पिछले पांच दिनों के दौरान अडानी विल्मर 27.07 फीसदी, अडानी ट्रांसमिशन 8.62 फीसदी, अडानी ग्रीन एनर्जी 13 फीसदी और अडानी पोर्ट के शेयरों ने 7.03 फीसदी की छलांग लगाई है।
नई दिल्ली । हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी ग्रुप के शेयरों को लेकर उठा हंगामा अब शांत होता लग रहा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी इंटरप्राइजेज को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस मेजर (एएसएम) फ्रेमवर्क से बाहर निकाल दिया है। यानी अडाणी इंटरप्राइजेज के शेयरों पर एनएसई की निगरानी खत्म हो गई है।
अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद पूरे अडाणी ग्रुप के शेयर बुरी तरह से प्रभावित हुए थे। इस रिपोर्ट में अडाणी ग्रुप की कंपनियों पर स्टॉक मैनिपुलेशन और एकाउंटिंग फ्रॉड करने का आरोप लगाया गया था। जनवरी के महीने में जारी हुई इस रिपोर्ट के बाद अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जोरदार बिकवाली शुरू हो गई थी, जिसकी वजह से घरेलू शेयर बाजार भी प्रभावित होता नजर आने लगा था।
अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयर में हाई वोलैटिलिटी की वजह से निवेशकों को भी काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा था। इसी वजह से पिछले महीने 6 तारीख को एनएसई ने अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडाणी इंटरप्राइजेज और अंबुजा सीमेंट्स को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस मेजर (एएसएम) फ्रेमवर्क में डाल दिया था। यानी इन कंपनियों के शेयरों पर एनएसई ने अपनी निगरानी सख्त कर दी थी। एनएसई की सख्ती का असर भी कंपनी के शेयरों के परफॉर्मेंस पर पड़ा, क्योंकि खुदरा निवेशक इन कंपनियों के शेयर में निवेश करने से हिचकने लगे।
हालांकि 1 सप्ताह बाद ही 13 फरवरी को एनएसई ने अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन और अंबुजा सीमेंट्स को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस मेजर फ्रेमवर्क से बाहर निकाल दिया था। अडाणी इंटरप्राइजेज पर एनएसई की सख्त निगरानी जारी रही, लेकिन अब एनएसई में अडाणी इंटरप्राइजेज को भी एएसएम फ्रेमवर्क से बाहर करके कंपनी के साथ ही कंपनी के निवेशकों को भी काफी राहत दी है।
निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए एडिशनल सर्विलांस मेजर फ्रेमवर्क की व्यवस्था की गई है। इसके तहत मार्केट कंट्रोलर सेबी और स्टॉक एक्सचेंज मिलकर किसी भी कंपनी के स्टॉक्स के अलग-अलग आयाम को परखते हैं। इस फ्रेमवर्क के तहत हाई और लो वेरिएशन, क्लाइंट कंसंट्रेशन, यूनिक पैन की संख्या, वॉल्यूम वेरिएशन, मार्केट कैप और पीई की क्राइटेरिया पर कंपनी के स्टाफ स्कोर परखा जाता है। निगरानी की प्रक्रिया के दौरान कंपनी के स्टॉक्स के भाव के उतार-चढ़ाव पर लगातार नजर रखी जाती है। ताकि किसी भी तरह के मैनिपुलेशन यानी गड़बड़ी को पकड़ा जा सके और निवेशकों के हितों की रक्षा हो सके।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद जब अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में मैनिपुलेशन होने का आरोप लगा और इसकी वजह से कंपनी के शेयर मूल्य में जोरदार उठापटक होने लगी, तो एनएसई ने निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए अडाणी ग्रुप की तीन कंपनियों को शॉर्ट टर्म एडिशनल सर्विलांस मेजर फ्रेमवर्क में डाल दिया था, लेकिन सब कुछ सही पाए जाने के बाद अब इन तीनों कंपनियों को एनएसई की सख्त निगरानी के दबाव से मुक्त कर दिया गया है।
नई दिल्ली। अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन बड़ी गिरावट आई। शेयर बाजार के कमजोर रुख के बीच समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट का दौर जारी है। बुधवार सुबह के कारोबार में समूह की कई कंपनियों के शेयर अपने निचले सर्किट को छू गए। फिलहाल 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 687.06 अंक यानी 1.13 फीसदी टूटकर 59,985.66 के स्तर पर और निफ्टी 209.20 अंक यानी 1.17 लुढ़कर 17,617.50 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 9.31 फीसदी टूट गया। अडाणी पावर, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी टोटल गैस और अंबुजा सीमेंट्स के शेयरों में पांच फीसदी की गिरावट रही। वहीं, अडाणी ग्रीन एनर्जी 4.99 फीसदी, अडाणी विल्मर 4.99 फीसदी और एनडीटीवी 4.45 फीसदी के नुकसान में कारोबार कर रहा था। अडाणी पोर्ट्स का शेयर 4.38 फीसदी तथा एसीसी तीन फीसदी के नुकसान में कारोबार कर रहा है।
अमेरिकी वित्तीय रिर्सच कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। रिपोर्ट में समूह पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गया हैं। हालांकि, अडाणी समूह इन आरोपों को खारिज करता रहा है। समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट के चलते कंपनी का बाजार पूंजीकरण घटकर 100 बिलियन डॉलर से नीचे पहुंच गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक समूह की 10 कंपनियों का मार्केट कैप मंगलवार को गिरकर 8,20,915 करोड़ रुपये रह गया है।
फोर्ब्स की रियल टाइम बिलियनेयर्स सूची के मुताबिक गौतम अडाणी की नेटवर्थ घटकर 46.7 बिलियन डॉलर रह गई है। दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में दूसरे नंबर पर रह चुके कारोबारी गौतम अडाणी को बीते 24 घंटे में 2.9 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है, जिससे अब वे दुनिया के अमीरों की सूची में खिसकर 26वें नंबर पर पहुंच गए हैं।
नयी दिल्ली। अडानी विवाद को लेकर बड़ी खबर आ रही है। अडानी समूह को लेकर हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने हामी भर दी है। सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट विशाल तिवारी की इस विवाद से जुडी याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा । इसमें सुप्रीम कोर्ट के रिटाय जज की निगरानी में एक समिति गठित करने की मांग की गई है। एडवोकेट ने चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने मामले की अर्जेंट लिस्टिंग की अपील की थी। उधर , यह भी खबा आ रही है कि अडानी समूह मौजूदा क्राइसिस में अपनी मजबूती दिखाने और अपने निवेशकों का भरोसा वापस जीतने के इरादे से 4000 करोड़ का लोन समय से पहले चुका सकता है।
मालूम हो कि 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। रिपोर्ट में ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए थे। रिपोर्ट के बाद ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। शुक्रवार यानी 3 फरवरी को अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 1000 रुपए के करीब पहुंच गया था। हालांकि, बाद में इसमें रिकवरी आई।
अडानी एंटरप्राइजेज करीब 10% टूटा, कल 23% चढ़ा था
उधर, भारतीय शेयर बाजार में सुबह से बिकवाली नजर आ रही है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों मामूली गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। बाजार की इस गिरावट का असर अडानी ग्रुप के स्टॉक्स पर भी दिख रहा है। अडाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी एंटरप्राइजेज के शेयर में आज 10% की गिरावट है। कल अडानी एंटरप्राइजेज में 23% की तेजी देखने को मिली थी।
समय से पहले 4,000 करोड़ रुपए का लोन चुकाएगा अडाणी ग्रुप
अडानी ग्रुप अपना 500 मिलियन डॉलर (करीब 4,000 करोड़ रुपए) का बैंक लोन समय से पहले चुकाने की तैयारी में है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार ग्रुप अगले महीने ऐसा कर सकता है। अडानी ग्रुप ने पिछले साल होलसिम लिमिटेड की सीमेंट एसेट्स खरीदने के लिए 4.5 अरब डॉलर का कर्ज लिया था।
ये कर्ज बारक्लेज पीएलसी, स्टैंटर्ड चार्टर्ड पीएलसी और डॉयचे बैंक सहित कई बैंकों से लिया था। इस कर्ज का एक हिस्सा 9 मार्च को चुकाना है। इसी कर्ज को अडानी ग्रुप समय से पहले चुकाने की तैयारी कर रहा है। अडानी ग्रुप ने कहा कि इस लोन के हिस्से को रिफाइनेंस करने के लिए बैंकों से बातचीत की जा रही थी, लेकिन अब उसने लोन को चुकाने का फैसला किया है।
फ्रांस की टोटल एनर्जी ने अडानी ग्रुप के साथ हाइड्रोजन पार्टनरशिप को फिलहाल होल्ड पर डाल दिया है। हिंडरबर्ग के तरफ से आरोप और ऑडिट की मांग के चलते प्रोजेक्ट को होल्ड पर डाला गया है। ग्रुप पर रिव्यू करने की बात उसके लिए निगेटिव खबर है।
विल्मर का मुनाफा 16.5 फीसदी बढ़ा
अडानी विल्मर लिमिटेड ने बुधवार को अपने तीसरी तिमाही के रिजल्ट घोषित किए। कंपनी का मुनाफा 16.5 फीसदी बढ़कर 246 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। एक साल पहले के इसी क्वार्टर में इसका मुनाफा 211 करोड़ रुपए था। ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू पिछले साल की समान तिमाही के 14,370.92 करोड़ रुपए से 7% बढ़कर 15,438.05 करोड़ हो गया।
नई दिल्ली/मुंबई। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पेश केंद्रीय बजट में आर्थिक वृद्धि पर ध्यान दिया गया है। बजट में जो प्रस्ताव लाए गए हैं, उससे राजकोषीय मजबूती और वृद्धि के साथ समावेशी विकास को भी गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति अच्छी है।
वित्त मंत्री ने एक फरवरी को बजट पेश करने के बाद मुंबई में शनिवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बातें कहीं। सीतारमण ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पेश बजट में मुख्य ध्यान आर्थिक वृद्धि पर केंद्रित किया गया है। अडाणी समूह के मामले में पूछे गए सवाल पर वित्त मंत्री ने कहा कि आरबीआई पहले ही इसको लेकर जबाव दे चुका है। देश की एजेंसियां अपना काम बखूबी कर रही हैं। वहीं, अडाणी एंटरप्राइजेज के 20 हजार करोड़ रुपये के फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) को वापस लेने के फैसले से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसा हुआ है।
वित्त मंत्री ने बजट के बाद की शंकाओं और सवालों के जवाब देने के अलावा अडाणी एंटरप्राइजेज के एफपीओ से जुड़े सवालों पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी। सीतारमण ने बीमा क्षेत्र पर लिए गए फैसले के बारे में कहा कि सरकार ने इंश्योरेंस कवर के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने का प्रयास किया है। हालांकि, उन्होंने साफ किया कि सरकार को ये भी देखना है कि सिर्फ टैक्स बचाने के लिए लोग इंश्योरेंस को जरिया न बना लें। इसको रोकने के लिए 5 लाख रुपये से ज्यादा पर टैक्स की बात की गई है।
सीतारमण ने कहा कि दो टैक्स सिस्टम के जरिए सरकार लोगों को ज्यादा एवं बढ़िया विकल्प दे रही है। लोगों को टैक्स बचाना है तो वो पुराने टैक्स सिस्टम को छोड़ सकते हैं और नए टैक्स सिस्टम में आ सकते हैं। उन्होंने वृद्धि सुनिश्चित करने का पूरा श्रेय देश की जनता को दिया। उन्होंने कहा कि देश को दूसरी सबसे तेज वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था बनाने के लिए कोरोना महामारी के बीच सरकार के लाए गए राहत और नीतिगत कदमों को लोगों ने तत्परता से स्वीकार किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छा थी कि उच्च सार्वजनिक पूंजीगत व्यय को जारी रखा जाए। इसको देखते हुए उन्होंने 10 लाख करोड़ रुपये के उच्च परिव्यय का प्रस्ताव बजट में रखा है।
पिछले 3-4 साल से बजट पेश होने के बाद वित्त मंत्री देशभर में जाकर बजट आउटरीच कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गजों के बजट पर प्रश्नों का जवाब देती हैं। इससे एक दिन पहले सीतारमण ने भाजपा सांसदों को वित्त वर्ष 2023-24 के बजट से जुड़ी मुख्य बातों की जानकारी दी थी।
नई दिल्ली। अडाणी समूह के बारे में अमेरिकी वित्तीय रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग की शोध रिपोर्ट के बाद शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव जारी है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के असर से अडाणी समूह के शेयर 20 फीसदी तक टूटे हैं। अडाणी समूह ने इस रिपोर्ट के बाद 413 पन्नों में अपनी प्रतिक्रिया दी। हिंडनबर्ग ने इसके बाद फिर पलटवार किया है।
अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में सोमवार को शुरुआती कारोबार में मिला-जुला रुख देखने को मिला है। अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 10 फीसदी चढ़ गया, जबकि समूह की कई अन्य कंपनियों के शेयरों में नुकसान जारी था। कारोबार के दौरान बीएसई सेंसेक्स पर अडाणी टोटल गैस का शेयर 20 फीसदी तक टूटा। वहीं, अडाणी ग्रीन एनर्जी 18.99 फीसदी, अडाणी पावर 5 फीसदी, अडाणी विल्मर पांच फीसदी और एनडीटीवी के शेयर पांच फीसदी तक फिसल गए।
देश के सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी की अगुवाई वाले अडाणी समूह ने अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के जवाब में रविवार को 413 पृष्ठ की प्रतिक्रिया जारी की थी। इसके बाद आज हिंडनबर्ग ने अपने आरोपों पर कायम रहते हुए कहा कि अडाणी समूह धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से ढंक नहीं सकता। हिंडनबर्ग के पलटवार के बाद अडाणी समूह के शेयर 20 फीसदी तक टूट गए। हालांकि, अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 10 फीसदी प्रतिशत चढ़ गया और अडाणी पोर्ट्स में 10 फीसदी की तेजी आई है। इसके बावजूद समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 4.17 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने 106 पन्नों की एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें अडाणी समूह में कई गंभीर अनियमितताओं के दावे किए गए थे। हिंडनबर्ग ने पलटवार करते हुए अडाणी समूह के इस आरोप को भी खारिज कर दिया है कि उसकी रिपोर्ट भारत पर हमला है। हिंडनबर्ग ने कहा है कि ‘धोखाधड़ी’ को राष्ट्रवाद या उसमें लिपटी प्रतिक्रिया से प्रभावित नहीं किया जा सकता है।