नयी दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और उनके खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानो के विवाद में बुधवार को नया मोड़ आ गया। पुलिस सूत्रों से मिल रहे जानकारी से पहलवानो को झटका लग सकता है। मामले की जाँच कर रही दिल्ली पुलिस का कहना है कि विवाद की जाँच के दौरान ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे बृजभूषण शरण सिंह को यौन शोषण का दोषी साबित किया जा सके। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक बृजभूषण सिंह शरण के खिलाफ अभी तक की जांच में ऐसे सबूत या तथ्य नहीं पाए गए हैं जिससे उनको गिरफ्तार करने की जरूरत या बाध्यता हो। उधर ब्रिज भूषण शरण सिंह ने अपनी ताकत दिखाने के लिए पांच जून को अयोध्या में शक्ति प्रदर्शन का एलान किया है।
बीते एक महीने से अधिक समय से जंतर मंतर पर चल रहे पहलवानों के आंदोलन को दिल्ली पुलिस की तरफ से बड़ा झटका लगा। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि पहलवानों ने सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के जो आरोप लगाए थे अभी तक की जांच में ऐसे सबूत नहीं मिले हैं कि उनको गिरफ्तार किया जाए।
दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि बृजभूषण के खिलाफ लगे आरोपों में जो पोक्सो की धारा लगी है उसमें भी 7 साल से कम की सजा है, इसलिए उस धारा में भी तुरंत गिरफ्तारी की जरूरत नहीं है। दूसरा अभी तक की जांच के अनुसार दिल्ली पुलिस को ऐसे कोई इनपुट नहीं मिले हैं जिससे की यह पता चल सके कि सांसद ने पीड़िताओं को धमकाने या उनसे किसी भी माध्यम संपर्क करने की कोई कोशिश की हो। ये वो दो वजहें हैं जिससे अभी तक की जांच के अनुसार सांसद को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है।
15 दिनों में दाखिल हो सकती है स्टेटस रिपोर्ट
दिल्ली पुलिस के विश्वत सूत्रों के मुताबिक अब तक हमें बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं। 15 दिनों के भीतर हम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे। यह चार्जशीट या अंतिम रिपोर्ट हो सकती है। पहलवानों के दावे को साबित करने वाला कोई सबूत नहीं मिला है। पुलिस ने कहा हम इस मामले में पुलिस को दिए गए दस्तावेजों की सत्यता की जांच कर रहे हैं।
हालांकि दिल्ली पुलिस ने मीडिया में यह खबर प्रसारित होते ही एक ट्वीट किया है, जिसमें आधिकारिक रूप से उन्होंने इन दावों से किनारा कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने कहा, कुछ मीडिया चैनल महिला पहलवानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे में पुलिस द्वारा फाइनल रिपोर्ट दाखिल किए जाने की खबर प्रसारित कर रहे हैं। यह खबर पूरी तरह गलत है। यह केस अभी विवेचन में है और पूरी तफ्तीश के बाद ही उचित रिपोर्ट न्यायालय में रखी जायेगी।
उधर, बृजभूषण शरण सिंह ने भी आक्रामक तेवर अपनाते हुए कहा – ‘तैरना कैसे है, हम भी जानते हैं’, बृजभूषण बोले- गंगा में मेडल बहाने से मुझे फांसी नहीं मिलेगी। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, पहले दिन जब मेरे ऊपर आरोप लगाया गया तो मैंने कहा, कब हुआ, कहां हुआ, किसके साथ हुआ। अगर एक भी आरोप साबित हो जाएगा तो बृजभूषण सिंह खुद फांसी पर चढ़ जाएंगे। चार महीने हो गए , सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है तो अपना मेडल लेकर गंगा में बहाने जा रहे हैं।
बृजभूषण ने आगे कहा, मुझ पर आरोप लगाने वालों, गंगा में मेडल बहाने से मुझे फांसी नहीं मिलेगी. अगर तुम्हारे पास सबूत हैं तो जाकर पुलिस को दो, कोर्ट को दो और कोर्ट मुझे फांसी देगा तो मैं फांसी चढ़ जाऊंगा। बृजभूषण ने खिलाड़ियों के मेडल बहाने की घोषणा को इमोशनल ड्रामा बताया। बृजभूषण का ये बयान पहलवानों के मेडल गंगा में बहाने के ऐलान के एक दिन बाद आया है.
बृजभूषण ने कहा, हम उस राम को अपना आदर्श मानते हैं, जो अपने पिता के वचन को निभाने के लिए वन चले गए। अगर एक भी आरोप साबित हो जायेगा तो बृजभूषण सिंह खुद फांसी पर चढ़ जाएंगे।
खिलाड़ियों की कामयाबी में मेरा खून-पसीना- सिंह
उन्होंने कहा, इन खिलाड़ियों की कामयाबी में मेरा खून-पसीना लगा हुआ है। मैं इन्हें कोई श्राप नहीं देना चाहता हूं। ओलंपिक में 7 मेडल आए हैं, इसमें 5 मेरे कार्यकाल में आए हैं। कुछ दिन पहले तक ये मुझे कुश्ती का भगवान मानते थे.
बृजभूषण ने दावा किया कि उनके साथ जाट से लेकर मुसलमान और ब्राह्मण से लेकर तेली तक खड़ा है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक मेरे समर्थन में लोग खड़े हैं। उन्होंने कहा, आपका आशीर्वाद रंग लाएगा और 5 तारीख को अयोध्या में हम संतो के सामने जुटेंगे और जो फैसला आएगा उसका सम्मान होगा।