कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता दिलीप घोष ने शनिवार को एक बार फिर ममता बनर्जी की सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों को डीए देने से नकारे जाने को लेकर कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सारे नेता सरकारी कोष का रुपया डकार गए हैं तो कर्मचारियों को डीए कहां से मिलेगा।
दरअसल, एक दिन पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा है कि राज्य का वित्तीय कोष बेहद खस्ताहाल है और अगर सरकारी कर्मचारियों को डीए दिया जाएगा तो आर्थिक आपातकाल जैसे हालात बन सकते हैं। इसी पर तंज कसते हुए दिलीप घोष ने कहा कि सरकार केवल कोर्ट कोर्ट का खेल खेल रही हैं। अपने आप को बचाने के लिए केवल एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट का सहारा ले रही है लेकिन कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं किया जा रहा। हर तरफ से बम बारूद बंदूकें बरामद हो रहे हैं। विस्फोट हो रहे हैं, क्लबों को पैसा बांटा जा रहा है लेकिन सरकारी कर्मचारियों के लिए रुपये नहीं है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने 14.5 लाख फर्जी जॉब कार्ड बनाया है जिसके आवंटन के नाम पर 16 हजार करोड़ रुपये हर साल लूटा जा रहा है। 62 लाख राशन कार्ड रद्द कर दिया गया है लेकिन इनके नाम पर राशन बांटा जा रहा है। वे सारे रुपये तृणमूल के नेता डकार रहे हैं तो कोष में रुपया कहां से बचेगा।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने तीन महीने के भीतर सरकारी कर्मचारियों का डीए देने का निर्देश राज्य सरकार को दिया है जिसके खिलाफ ममता सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है।