नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट से सांसद बृजभूषण शरण सिंह इस समय अपने जीवन की सबसे बड़ी चुनौतियों से दो-चार हैं। भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण को अभी पहलवानों के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट तक जा चुके पहलवानों को वहां से केस दर्ज किए जाने का निर्णय देने के बाद से राहत मिल चुकी है। पहलवानों को आगे की किसी भी जरूरत के लिए सुप्रीम कोर्ट के बजाय अन्य अदालतों की शरण में जाने को भी कहा गया है। इसके बावजूद एक महीने से ज्यादा समय तक पहलवान धरने पर बैठे रहे। इस दौरान देश को बृजभूषण की जुझारू शख्सियत से भी रूबरू होने का मौका मिला। पहलवानों के आरोपों से विचलित हुए बिना बृजभूषण लगातार सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए डटे हुए हैं।
दरअसल, अपने समर्थकों के बीच जुझारू और दबंग छवि के बृजभूषण को हर स्थिति में मैदान में डटे रहने वाले नेता के तौर पर जाना जाता है। उनकी इसी छवि का ही प्रभाव है कि बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर और गोंडा की सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर उनका करीब तीन दशक से जबरदस्त प्रभाव बना हुआ है। इलाकाई सियासत में उनको चाहने और मानने वालों की कमी नहीं है। हालांकि उनको कई वजहों से आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ता है लेकिन इस सबसे बेपरवाह बृजभूषण अपने समर्थकों के मददगार के तौर पर भी जाने जाते हैं। यही वजह है कि यूपी के विभिन्न जिलों से उन्हें भारी समर्थन मिल रहा है। पहलवानों के तमाम आरोपों के बीच भी उनके चाहने वाले डट कर उनके साथ खड़े हैं।
यह जनसमर्थन की ताकत का ही नतीजा है कि बृजभूषण आरोपों के अखाड़े में दमखम से ताल ठोक रहे हैं। उच्च शिक्षा के दौरान अयोध्या के साकेत महाविद्यालय के छात्रसंघ के महामंत्री रह चुके बृजभूषण को साधु-संतों का भी भरपूर साथ इस मामले में मिल रहा है। इसी का नतीजा है कि बृजभूषण ने आगे बढ़ते हुए यहां तक कहा कि मामले में वह नारको टेस्ट और लाई डिटेक्टर टेस्ट तक करवाने को तैयार हैं, बशर्ते उन पर आरोप लगाने वाले पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया भी अपने ये टेस्ट करवाएं। पहलवानों ने उनकी इस चुनौती को शर्तों के साथ मंजूर किए जाने की बात कही है, जिस पर सवाल भी उठे।
बृजभूषण की लोकप्रियता का आलम यह है कि एक बार जेल में रहने के दौरान अपनी पत्नी केतकी सिंह को भी उन्होंने भारतीय जनता पार्टी से सांसद का चुनाव जितवाने में कामयाबी हासिल की थी। वह एक बार समाजवादी पार्टी से भी सांसद रह चुके हैं। अब तक पांच बार सांसद निर्वाचित हो चुके बृजभूषण कुश्ती के खेल में भी काफी रुचि रखते हैं। कुश्ती से लगाव होने के कारण पहलवानों के बेहतर प्रशिक्षण के लिए उन्होंने अपने गृह जनपद गोंडा के नंदिनी नगर में आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्टेडियम बनवाया हुआ है। यहां समय-समय पर कुश्ती प्रतियोगिताएं भी होती रहती हैं। कई कॉलेजों और डिग्री कॉलेजों के प्रबंधन से भी बृजभूषण जुड़े हुए हैं। उनके समर्थक कहते हैं कि ग्रामीण और कस्बाई इलाकों के युवाओं को अच्छी शिक्षा के लिए अब बाहर जाने की मजबूरी नहीं रहती।
अपने समर्थकों के बीच ‘नेता’ उपनाम से मशहूर बृजभूषण के चाहने वाले कहते हैं कि अपने सियासी जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना करने वाले उनके नेता इन आरोपों से भी बेदाग बरी होकर निकल आएंगे। यही नहीं, उनके खिलाफ साजिश करने वालों का भी चेहरा बेनकाब हो जाएगा।