प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन से पुलिस द्वारा पूछताछ होने के बाद से फरार है। इस बीच पुलिस ने अशरफ की पत्नी जैनब को उसके मायके से गिरफ्तार किया है। एक अन्य जानकारी के अनुसार एसटीएफ ने मेजा से बीती रात गुलाम के करीबी को हिरासत में लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब को हटवा स्थित उसके मायके से हिरासत में लिया है। पुलिस उससे शाइस्ता परवीन के बारे में पूछताछ कर रही है। चर्चा है कि अतीक का बेटा असद कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में है लेकिन दो दिनों से हड़ताल के चलते कामयाब नहीं हो पाया। पुलिस की दस टीमें गिरफ्तारी के लिए लगी हुई हैं। कोर्ट के आसपास भी पुलिस का पहरा लगा है, जिससे उसकी हिम्मत नहीं हो रही है। जिससे एनकांउटर से भयभीत होकर असद सरेंडर करना चाह रहा है। वहीं, बताया जा रहा है कि मेजा इलाके में देर रात यूपी एसटीएफ ने छापेमारी की। जिसमें हत्याकांड के आरोपी गुलाम के करीबी को हिरासत में लिया गया है।
Surrender
रांची। नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के रीजनल कमेटी के सदस्य दुर्याेधन महतो उर्फ मिथिलेश सिंह उर्फ बड़ा बाबू उर्फ बड़का दा ने शुक्रवार को रांची में पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। उस पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित है। वह धनबाद के तोपचांची स्थित गेंदनावाडीह का निवासी है।
पुलिस के मुताबिक, ऑपरेशन नई दिशा से प्रभावित होकर मिथिलेश ने सरेंडर करने का मन बनाया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों के संपर्क में आया। इसी के तहत उसने रांची रेंज के आईजी कार्यालय में सरेंडर किया। इस दौरान आईजी अभियान एवी होमकर रांची रेंज के आईजी पंकज कंबोज सहित राज्य पुलिस और सीआरपीएफ के कई आला अधिकारी मौजूद थे।
बताया गया है कि उतरी छोटानागपुर जोनल कमेटी के अंतर्गत ऊपरघाट, झुमरा पहाड़, विष्णुगढ़ और रामगढ़ के क्षेत्र (इसे जिलगा सबजोन कहते हैं) की कमान दुर्योधन के जिम्मे थी। वह 90 के दशक में छात्र संगठन से जुड़कर माओवादी संगठन में शामिल हुआ था। संगठन में समय गुजरने के साथ उसका ओहदा बढ़ता गया। वर्ष 2001 में उसे झारखंड रीजनल कमेटी का सदस्य बना दिया गया।
दुर्योधन जेल से साल 2013 में बाहर निकलने के बाद संगठन से माफीनामा लेकर दोबारा शामिल हो गया था। साल 2018 में उसे फिर से झारखंड रीजनल कमेटी का सदस्य बनाया गया और जिलगा सबजोन का जिम्मा दिया गया। मिथिलेश कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है। खासकर झुमरा पहाड़ पर बने सीआरपीएफ कैंप पर हमला और खासमहल के सीआईएसएफ बैरक पर हमला कर हथियार लूट की घटना में सुर्खियों में मिथिलेश का नाम आया था।
इसके अलावा वर्ष 2003 में चंद्रपुरा रेलवे स्टेशन पर स्थित पुलिस थाना में हमला कर करीब दो दर्जन हथियार लूट लिए थे। मिथिलेश पर झारखंड के विभिन्न जिलों में 104 मामले दर्ज हैं। बोकारो में 58, चतरा में पांच, सरायकेला खरसावां में चार, खूंटी में तीन, चाईबासा दो, हजारीबाग में 26, धनबाद में एक और गिरिडीह में पांच मामले दर्ज हैं।
पश्चिम बंगाल : शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में माणिक भट्टाचार्य की पत्नी और बेटे ने किया सरेंडर
कोलकाता (पश्चिम बंगाल)। शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में शनिवार को प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य की पत्नी व बेटे सरेंडर करने बैंकशाल कोर्ट पहुंचे। मामले में दाखिल चार्जशीट में माणिक की पत्नी शतरूपा भट्टाचार्य और बेटा शौविक भट्टाचार्य के नाम शामिल किये गये थे। उसी के आधार पर कोर्ट ने माणिक की पत्नी और बेटे को तलब किया था। शनिवार को दोनों ने कोर्ट में सरेंडर कर जमानत के लिए अर्जी दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने माणिक की पत्नी और बेटे की जमानत याचिका का विरोध किया है।
खास बात यह है कि माणिक की पत्नी का एक मृत बैंकर के साथ संयुक्त बैंक खाता है। ईडी का दावा है कि उस खाते में तीन करोड़ रुपये हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी ने पहले अदालत को बताया था कि जिस व्यक्ति के साथ माणिक की पत्नी का बैंक में संयुक्त खाता है, उसका नाम मृत्युंजय चक्रवर्ती है। 2016 में उनका निधन हो गया था लेकिन अभी तक उनका नाम अकाउंट से नहीं हटाया गया है। उस बैंक खाते में कई करोड़ रुपये का लेन-देन भी हुआ है। ईडी के वकील के मुताबिक ये धोखाधड़ी के पैसे हो सकते हैं।
ईडी ने प्राथमिक भर्ती घोटाला मामले में आरोपित माणिक पर वित्तीय गबन का आरोप लगाया है। माणिक के बेटे शौविक भट्टाचार्य की भूमिका भी जांच के दायरे में है। शौविक पर राज्य के कई शिक्षण संस्थानों से अवैध रूप से पैसे निकालने का आरोप है।
ईडी का आरोप है कि माणिक के नाम पर कई बेनामी संपत्तियां मिली हैं। यहां तक कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने कोर्ट को बताया कि भर्ती भ्रष्टाचार की जांच में उनके बेटे शौविक के नाम से बड़ी संपत्ति मिली है। दावा किया गया है कि माणिक के बेटे के संगठन ने कभी राज्य के 530 निजी बीएड और डीएलएड कॉलेजों से करोड़ों रुपये लिए थे।
सिलीगुड़ी। आशीघर चौकी अंतर्गत चयन पाड़ा इलाके में बुधवार सुबह पति ने पत्नी पर ईंट से हमला कर हत्या कर दिया है। वहीं, हत्या के बाद आरोपित पति अजीत दास थाने में जाकर आत्मसमर्पण भी कर दिया। मृत पत्नी का नाम अनीता दास है। वह दिहाड़ी मजदूर थी।
बताया जा रहा है कि डाबग्राम-2 नंबर ग्राम पंचायत के माझाबाड़ी के रहने वाले अजीत दास का आज सुबह किसी बात को लेकर पत्नी के साथ विवाद हो गया। जब अनीता दास काम करने आशीघर चौकी अंतर्गत चयन पाड़ा इलाके में पहुंची उसी समय पति भी वहां पहुंच गया। इसके बाद अचानक आरोपित पति अजीत ने अपना साईकिल बीच सड़क पर खड़ा कर के पत्नी पर ईंट से कई बार हमला कर दिया। जिससे उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने आशीघर चौकी को इसकी सूचना दी।
सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल महिला को जिला अस्पताल ले गई। जहां चिकित्सक ने महिला को मृत घोषित कर दिया। दूसरी तरफ घटनास्थल से फरार हुए आरोपित पति अजीत घटना के कुछ देर बाद ईंट को लेकर आशीघर चौकी में आत्मसमर्पण कर दिया। फ़िलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भेजकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।