कानपुर। जबरन भिखारी बनाने वाले गैंग के सदस्य के खिलाफ कानपुर के नौबस्ता थाने में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। गिरोह के खुलासे के लिए पुलिस आयुक्त ने एक टीम को दिल्ली रवाना कर दिया है।
पुलिस आयुक्त बी. पी. जोगदण्ड ने शुक्रवार को बताया कि नौबस्ता के काली मठिया निवासी सुरेश मांझी पुत्र मुसाफिर माझी ने तहरीर देकर बताया है कि नौकरी दिलाने के बहाने विजय नामक व्यक्ति उसे पहले बन्धक बनाकर मारपीट की, इतना ही नहीं इस दौरान उसके आंख की रोशनी भी चली गई। इसके बाद उसे कानपुर से दिल्ली जाने वाली ट्रेन में बिठाकर सत्तर हजार रुपये में दिल्ली शहर में सक्रिय गिरोह के हाथ बेच दिया। जहां भीख मंगवाने का काम कराया।
मामला संज्ञान में आते ही तत्काल पीड़ित का मेडीकल परीक्षण कराया गया। जिसके बाद उसकी तहरीर के आधार पर नौबस्ता थाने में सुसगंत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण की जांच सहायक पुलिस आयुक्त गोविन्दनगर को सौंप दी गई है।
गिरोह में सक्रिय सदस्य विजय की तलाश में एक टीम दिल्ली के लिए रवाना कर दी गई है। पीड़ित का उपचार कराया जा रहा है। इसके साथ ही शहर में सक्रिय इस तरह के संदिग्धों की तलाश की जा रही है।
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बलिया। गाड़ी पार्क करने को लेकर शहर कोतवाल और सपा विधायक संग्राम सिंह के पुत्र के बीच हुए विवाद में नया मोड़ आ गया है। कोतवाल प्रवीण कुमार सिंह की तहरीर पर विधायक पुत्र रोहित यादव के खिलाफ सरकारी काम में बाधा समेत अन्य धाराओं में पुलिस ने शनिवार को मुकदमा दर्ज किया है।
बलिया रेलवे स्टेशन के सामने बने पुलिस बूथ के पास सपा विधायक संग्राम सिंह यादव के पुत्र रोहित यादव व कोतवाली बलिया के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह के बीच जमकर बहस हो गई थी। इसी बीच विधायक संग्राम सिंह भी मौके पहुंच गए थे। जिसके बाद प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सिंह के विधायक व उनके पुत्र की तीखी नोकझोंक हुई, जिसका वीडियो वायरल हुआ। इसमें एक ओर जहां कोतवाल यह कहते नजर आ रहे थे कि सपा सरकार नहीं है, नोट कर लो। वहीं, सपा विधायक ने विपक्ष को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। मामले में कोतवाल प्रवीण कुमार सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में 400 हिन्दुओं के मतांतरण के मामले में नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। भाजपा के महानगर मंत्री दीपक शर्मा के आरोपों के बाद शुरू हुई जांच में इस पूरे मामले के तार दिल्ली से जुड़े पाए गए हैं। शर्मा ने 400 हिन्दुओं को जबरन ईसाई बनाने का आरोप लगाया था। एक अस्थायी चर्च की जांच में मिले दस्तावेज से पता चला है कि सुनियोजित तरीके से मतांतरण कराया गया। पुलिस के साथ ही इंटेलीजेंस, एलआईयू की टीम भी जांच में जुटी हुई हैं। अभी तक नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस चार लोगों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ में जुटी है।
भाजपा के महानगर मंत्री दीपक शर्मा के नेतृत्व में ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के मंगतपुरम के लोगों ने शुक्रवार को एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन करके 400 लोगों को जबरन ईसाई बनाने के आरोप लगाए थे। इसके बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण के निर्देश पर सीओ ब्रह्मपुरी ब्रिजेश कुमार ने जांच शुरू की। शुक्रवार देर रात क्राइम ब्रांच, इंटेलीजेंस, एलआईयू की टीमों ने मंगतपुरम में जाकर जांच शुरू कर दी। जांच में अभी तक पुलिस को मंगतपुरम में अस्थायी चर्च मिला और वहां से कुछ कागजात मिले। इससे पता चला है कि इस मतांतरण के तार दिल्ली से जुड़े हैं। दिल्ली निवासी महेश पास्टर ने पूरी योजना तैयार करके मतांतरण कराया। कोराना काल में मतांतरण की साजिश रची गई और इसकी नींव रखी गई। मंगतपुरम के लोगों की बेटियों की शादी और बच्चों की पढ़ाई का खर्च महेश उठा रहा था। मेरठ के रेलवे रोड निवासी अनिल इस मामले की निगरानी कर रहा था। पूरे मामले की अभी तक की जांच के आधार पर ब्रह्मपुरी थाने में बिनवा, अनिल, सरदार, निक्कू, छबीली उर्फ शिवा, बसंत, प्रेमा, तितली, रीना के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
एसएसपी ने सीओ ब्रह्मपुरी के नेतृत्व में पूरे प्रकरण की जांच के लिए कमेटी का गठन किया है। इंटेलीजेंस और एलआईयू ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी है। भाजपा के महानगर मंत्री दीपक शर्मा ने ईसाई बनाए गए 400 लोगों को वापस हिन्दू धर्म में लाने की मांग उठाई। इसके साथ ही बनाए गए अस्थायी चर्च को हटाने, लोगों के घरों में देवी-देवताओं के चित्र फिर से लगाने की मांग की गई।