लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र में मंगलवार रात एक घर में शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग ने विकराल रूप ले लिया और घर में रखे दो गैस सिलेंडर चपेट में आने से तेज धमाके के साथ फट गए। इस विस्फोट में मकान की छत ढह गई और उसकी चपेट में आकर पति-पत्नी और तीन बच्चों की मौत हो गई है जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस और फायर बिग्रेड की तीन गाड़ियों ने आग पर काबू पाकर रेस्क्यू करते हुए झुलसे लोगों को बाहर निकालकर ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया।
काकोरी थाना क्षेत्र अंतर्गत हाता हजरत साहब कस्बा में रहने वाले मुशीर के घर में शॉर्ट सर्किट की वजह से दो सिलेंडरों में बीती रात ब्लास्ट हो गया। इस ब्लास्ट की चपेट में आकर परिवार के नौ लोग घायल हो गए। धमाके के साथ में मकान में लगी आग की सूचना पर थाना पुलिस और अग्निशमन दल की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने रेस्क्यू कर आग पर काबू पाया और घटना में गंभीर रूप से झुलसे लोगों को निकालते हुए इलाज के लिए ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान पांच लोगों की मृत्यु हो गई। चार लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। जानकारी के मुताबिक मुशीर अली जरदोजी का काम करने के साथ-साथ पटाखा का भी कारोबारी था। पुलिस घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है।
इस हादसे में मुशीर पुत्र पुत्तू (50) उसकी पत्नी हुस्न बानो (45), रइया पुत्री बबलू (07), अजमद की पुत्री उमा और हिना (02) की मौत हो गई है। झुलसे लोगों में ईशा पुत्री मुशीर(17),लकब पुत्री मुशीर (21), मुशीर के बहनोई अजमद (34) व अनम (18) पुत्री बबलू (मुशीर के भाई) का इलाज ट्रामा सेंटर में चल रहा है।
short circuit
गुरुग्राम। दिल्ली-जयपुर हाइवे पर मंगलवार को जगुआर गाड़ी अचानक धूं-धूं कर जलने लगी। हादसा हाइवे के पास पॉलिटेक्निकल कालेज के सामने हुआ। इससे पहले कि गाड़ी पूरी तरह आग के गोले में तब्दील होती, चालक ने गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचा ली। बताया जा रहा है कि एक करोड़ की जगुआर में शॉर्ट सर्किट के कारण जलकर राख हो गई।
जगुआर में आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी गई, लेकिन दमकल विभाग की गाड़ी जब तक मौके पर पहुंचती उससे पहले ही आग ने गाड़ी को पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया। बता दें कि सोमवार को दिल्ली-जयपुर हाइवे पर चलती गाड़ी में आग लग गई थी। गनीमत ये रही की गाड़ी में बैठे परिवार ने आग को पहले ही भांप लिया था और गाड़ी से कूद कर अपनी जान बचाई ली थी।
उदयपुर। सलूंबर के ढिकिया के बोर फला में गुरुवार रात एक परिवार के चार लोगों की करंट से मौत हो गई। खुशियों का त्योहार मातम में बदल गया। हादसा लोहे के दरवाजे में करंट आने से हुआ। अब एक महिला और दूधमुंही बच्ची ही परिवार में बचे है। चारों शवों को लसाड़िया सीएचसी की मोर्चरी में रखवाया गया है। देर रात कलेक्टर प्रताप सिंह समेत आला अधिकारियों ने मौके पर जायजा लिया। शुक्रवार को परिजनों की रिपोर्ट के बाद सभी का पोस्टमार्टम होगा।
ढिकिया के बोर फला गांव में शॉर्ट सर्किट से हुए हादसे से पहले उंकार मीणा का परिवार सोने की तैयारी कर रहा था। इस दौरान घर में परिवार के उंकार, पत्नी भमरी, पुत्र देवीलाल, पुत्री मांगी के साथ देवीलाल की पत्नी सीमा व देवीलाल की डेढ़ वर्षीय पुत्री भी मौजूद थे। सीमा के सामने परिवार के चार सदस्यों की मौत की घटना को देख वह बेसुध हो गई। इससे पहले वह परिवार के सदस्यों को बचाने के लिए मदद के लिए चिल्लाती रही। उसके चिल्लाने से आस-पास के ग्रामीण एवं मार्ग से गुजर रहे राहगीर दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे। सभी ने सबसे पहले विद्युत सप्लाई बंद करवाई तथा घर के अंदर सीमा व उसकी डेढ़ वर्षीय पुत्री को बेहोशी की हालत में बाहर निकाला।
एक परिवार के चार जनों की मौत की घटना के बाद उंकार के परिवार में पुत्रवधू सीमा व डेढ़ वर्षीय पौत्री ही परिवार के सदस्य के रूप में शेष बचे है। उंकार के परिवार में पत्नी भमरी, पुत्र देवीलाल, पुत्री मांगी, पुत्र वधु सीमा, पौत्री सहित कुल छह सदस्य थे। ग्रामीणों ने बताया कि ढिकिया गांव से मात्र 300 मीटर की दूरी पर चंदाजी का गुडा मार्ग पर मृतक परिवार का मकान स्थित था।
सरपंच पूनम चंद मीणा ने बताया कि घटना के बाद अब सीमा के पास डेढ़़ वर्षीय पुत्री का ही सहारा शेष है। जिसके सहारे वह अपना जीवन काट सके। उसके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है। परिवार खेती एवं मजदूरी के सहारे अपना जीवनयापन कर रहा था। वहीं, घटना के बाद परिवार में सीमा के सामने आर्थिक संकट एवं जीविकोपार्जन का बड़ा संकट मंडरा गया। पूर्व में भी परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था तथा खाद्य सुरक्षा पर अपना जीवन यापन कर रहे था।
लखनऊ। बादहशाह नगर मैट्रो स्टेशन के पास शनिवार दोपहर को एक कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में आग लग गई। जिस वक्त आग लगी़ उस वक्त कॉम्प्लेक्स में तमाम लोग मौजूद थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर आग को काबू किया।
महानगर के थाना प्रभारी ने बताया कि कॉम्प्लेक्स में कई दफ्तर और दुकानें हैं। कॉम्प्लेक्स के नीचे तल पर इलेक्ट्रिक रूम था, जिसमें शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी है। घटना की जानकारी पर फायर बिग्रेड की गाड़ियां और पुलिस टीमें ने मौके पर पहुंचकर आग को बुझाना शुरु किया। काफी प्रयासों के बाद आग को काबू में किया जा सका। इस आग से किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। कॉम्प्लेक्स में इमरजेंसी एग्जिट नहीं होने की वजह से लोगों को बाहर निकालने में काफी समस्या आई है।
ऋषिकेश। आईएसबीटी के पीछे उस समय लोगों में भगदड़ मच गई जब शार्ट सर्किट के
सोमवार की दोपहर लगभग 2:30 आईएसबीटी के पीछे बनी वर्कशॉप मैं एक खाली बस खड़ी थी कि अचानक वह धू-धू कर जलने लगी, जब तक लोग कुछ समझ पाते आग इतनी भयंकर हो गई थी कि उसने पास में खड़ी दूसरी बस को भी अपनी चपेट में ले लिया और वह भी पूरी तरह जल गई, जिसकी सूचना दमकल विभाग को दी गई, लेकिन दमकल की गाड़ियां आने से पहले ही दोनों बसें पूरी तरह से जल चुकी थीं। आसपास के लोगों ने ही आग को बुझा दिया। लोगों का कहना था कि आग बस में हुए शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी।
पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गरीब रथ एक्सप्रेस में शुक्रवार को आग लग गई। घटना के बाद मुजफ्फरपुर जंक्शन पर हड़कंप मच गया। रेलवे अधिकारियों की तत्परता से आग पर जल्द ही काबू पा लिया गया।
मुजफ्फरपुर से आनंद विहार जाने वाली 12211 गरीब रथ एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या दो पर खड़ी थी। इस दौरान एक्सप्रेस की बोगी संख्या जी-15 में आग लग गई। ट्रेन को अपराह्न तीन बजे आनंद विहार जंक्शन के लिए रवाना होना था।
बताया जा रहा है कि गरीब रथ एक्सप्रेस मुजफ्फरपुर से आनंद विहार के लिए खुलने वाली थी तभी ट्रेन में पहले कप्लिंग में शॉर्ट सर्किट से आग लगी। इसे तुरंत ही काटकर हटा दिया गया लेकिन तब तक धुआं बोगी संख्या जी-15 के अंदर घुस गया था। हालांकि, उस दौरान बोगी में ज्यादा लोग नहीं थे।
मोतिहारी। जिले में कल्याणपुर थाना क्षेत्र के पकड़ी दीक्षित गांव स्थित एक बंद घर में बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगने से लगभग दर्जनों लोग झुलस कर घायल हो गए। सभी घायलों का इलाज चकिया व मुजफ्फरपुर में चल रहा है। वही कुछ घायलों की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
घटना के बाद पूरे गांव में चीत्कार मची है।घायलों में कई की हालत नाजुक बतायी जा रही है। सभी घायलों का इलाज चकिया अनुमंडल अस्पताल में चल रहा है। वही नाजुक स्थिति में कई घायलों को मुजफ्फरपुर रेफर किया गया है। कुछ घायलों का निजी अस्पताल में भी इलाज चलने की बात बताई जा रही है।
स्थनीय मुखिया अशोक यादव से मिली जानकारी के अनुसार सुबह जयनंद ठाकुर के घर के एक बंद कमरे में बिजली के शार्ट सर्किट से आग लगने की सूचना मिली तो गांव के लोग आग पर काबू पाने के लिए घर में गए, इस बीच उस घर में खड़ी बाइक में भी आग लग गई। जिसके टंकी में विस्फोट होने के बाद आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे लगभग दर्जनों लोग झुलस कर घायल हो गए।