मुंबई/नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दो हजार रुपये के 50 फीसदी यानी 1.8 लाख करोड़ रुपये के नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गए हैं। शक्तिकांत दास ने कहा कि कि शुरुआती आकलन के अनुसार 85 फीसदी 2000 रुपये के नोट बैंक खातों में जमा के तौर पर आ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आरबीआई 500 रुपये के नोटों को वापस लेने या 1000 रुपये के नोटों को फिर से पेश करने के बारे में नहीं सोच रहा है।
आरबीआई गवर्नर ने गुरुवार को मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय द्विमासिक समीक्षा बैठक के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अब तक दो हजार रुपये के लगभग 1.8 लाख करोड़ रुपये के नोट बैंकिंग प्रणाली में वापस आ गए हैं। मूल्य के लिहाज से यह 31 मार्च, 2023 तक चलन में रहे कुल 3.62 लाख करोड़ रुपये का लगभग आधा है। उन्होंने कहा कि 2000 रुपये के करीब 85 फीसदी नोट बैंक खातों में जमा किए जा रहे हैं, जो हमारी उम्मीदों के अनुरूप है। दास ने कहा कि आरबीआई 500 रुपये के नोटों को वापस लेने या एक हजार रुपये के नोटों को फिर से पेश करने के बारे में नहीं सोच रहा है। आरबीआई गवर्नर जनता से ऐसी अटकलें न लगाने का अनुरोध किया है।
आरबीआई ने 19 मई को दो हजार रुपये के नोट को वापस मंगाने का ऐलान किया था। इसके बाद 23 मई से देशभर के बैंकों में 2000 रुपये के नोट दूसरे मू्ल्य वर्ग के नोटों के साथ बदले या अकाउंट में जमा किए जा रहे हैं। रिजर्व बैंक ने कहा है कि 30 सितंबर, 2023 तक 2000 रुपये के नोट बदले जा सकते हैं।