इस बजट सत्र के दौरान महागठबंधन के विधायकों द्वारा सदन से वॉकआउट और विपक्ष के नेताओं द्वारा हंगामा करना, राज्य के राजनीतिक माहौल को और भी गर्म कर देता है। इस तरह के घटनाक्रम से यह साफ होता है कि बजट और सरकार के कार्यों पर विवाद की स्थिति बनी हुई है।
नीतीश कुमार का यह कार्यकाल का आखिरी बजट होने के कारण, उनके द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले बजट में कई महत्वपूर्ण घोषणाओं की उम्मीद की जा रही है। यदि बजट सवा तीन लाख करोड़ से साढ़े तीन लाख करोड़ के बीच आता है, तो यह राज्य के आर्थिक दृष्टिकोण के लिए एक अहम पल होगा।

विपक्ष का हंगामा और महागठबंधन के विधायकों का वॉकआउट इस बात को दर्शाता है कि बजट को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच गहरे मतभेद हो सकते हैं। बजट के मुद्दे पर आगे चलकर और भी तीव्र बहस हो सकती है।
आपको क्या लगता है कि इस बजट में कौन सी प्रमुख योजनाएँ या घोषणाएँ हो सकती हैं?