मुंबई । एल्गार परिषद मामले के आरोपित गौतम नवलखा को शनिवार को मुंबई की कोर्ट से रिलीज आर्डर मिलने के बाद नवी मुंबई के तलोजा जेल से रिहा कर दिया गया। इसके बाद गौतम नवलखा को बेलापुर स्थित सामुदायिक हॉल में हाउस अरेस्ट के लिए स्थानांतरित कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पहले सुप्रीम कोर्ट ने 70 वर्षीय कार्यकर्ता-पत्रकार गौतम नवलखा को हाउस अरेस्ट में शिफ्ट करने पर सहमति जताते हुए उन्हें राहत दी थी। शनिवार की शाम करीब 6 बजे, उन्हें नवी मुंबई पुलिस द्वारा अग्रोली गांव में स्थित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के स्वामित्व वाले सामुदायिक हॉल में ले जाया गया। हाउस अरेस्ट में गौतम नवलखा को सीसीटीवी निगरानी में रहना होगा। साथ ही उन पर मोबाइल फोन, इंटरनेट के उपयोग पर भी पाबंदी लगाई गई है। कोर्ट ने नवलखा की बहन की जगह उसके साथी सहबा हुसैन को उनके साथ रहने की इजाजत दी है।
उल्लेखनीय है कि गौतम नवलखा को 31 दिसंबर 2017 को पुणे में आयोजित एल्गार परिषद मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसके एक दिन बाद 1 जनवरी 2018 को पुणे के ही भीमा कोरेगांव में हुई जातीय हिंसा में एक निर्दोष व्यक्ति की मौत हुई थी और 10 पुलिस वाले घायल हो गए थे। इस मामले की जांच पहले पुणे पुलिस कर रही थी, बाद में राज्य सरकार ने इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दिया था। एनआईए इस मामले की गहन जांच कर रही है।
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