हर तरफ बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी की चर्चा हो रही है। इस बार कैमरे का फोकस इस पार्टी में आए सलमान खान और शाहरुख़ खान पर ज्यादा था। हर साल की तरह बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने रमजान के महीने में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया।
अभिनेता सलमान खान और बाबा सिद्दीकी अच्छे दोस्त हैं। कुछ साल पहले सलमान खान और बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान के बीच हुई लड़ाई के बारे में हम सभी जानते हैं। कहा जाता है कि बाबा सिद्दीकी ने ही उनके बीच के विवाद को पहल कर सुलझाया था। पपराजी ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट पर सलमान खान और शाहरुख समेत तमाम सितारों का वीडियो शेयर किया है। इफ्तार पार्टी का ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इफ्तार पार्टी में शायद ही कोई स्टार ऐसा हो, जो स्पॉट न हुआ हो।
एक वीडियो में सलमान खान और शाहरुख खान दोनों एक साथ दिखाई दे रहे है। उन्होंने पपराजी को पोज भी दिए। इसके बाद शाहरुख और सलमान एक-दूसरे को कैमरे के सामने ही गले लगते हैं। इतना ही नहीं, सलमान शाहरुख को कार तक ड्रॉप करते हैं। शाहरुख उनका गाल चूमते हैं और फिर वह अपनी ब्रैंड न्यू कार में बैठकर चले जाते हैं।
इस पार्टी में सलमान के डैशिंग लुक ने सबका ध्यान खींचा। भाईजान ब्लैक पठानी सूट में स्वैग करते नजर आ रहे हैं। वहीं उनकी अपकमिंग फिल्म की हीरोइन पूजा हेगड़े भी बेहद खूबसूरत नजर आ रही थीं।
बाबा सिद्दीकी ने हर साल की तरह इस साल भी अपने बेटे के साथ ग्रैंड इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। समारोह मुंबई के ताज लैंड्स में आयोजित किया गया था। स्टार्स की एंट्री के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। सलमान खान और शाहरुख़ के अलावा शहनाज गिल, पूजा हेगड़े, राघव जुयाल, सुभाष घई, चंकी पांडे, रितेश देशमुख, जेनेलिया डिसूजा, एमसी स्टेन, पलक तिवारी, इमरान हाशमी, प्रीति जिंटा, करण कुंद्रा, तेजस्वी प्रकाश और भारती सिंह समेत कई और सेलेब्रिटी पहुंचे थे। ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कहने वाली सना खान भी अपने पति मुफ्ती अनस के साथ पार्टी में शामिल हुईं।
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नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने कुतुब मीनार परिसर के पूर्वी गेट स्थित मुगल मस्जिद में रमजान के दौरान नमाज पढ़ने की अनुमति देने की मांग पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार और एएसआई को नोटिस जारी किया है। जस्टिस मनोज कुमार ओहरी की बेंच ने 27 अप्रैल तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
याचिका मुगल मस्जिद के प्रबंधन कमेटी ने दायर की है। याचिका में रमजान के महीने में नमाज पढ़ने देने की मांग पर जल्द निपटारे की मांग की गई है। मुख्य याचिका में एएसआई के उस आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें मुगल मस्जिद में नमाज पढ़ने से रोकने की बात कही गई है। मुख्य याचिका पर अगस्त में सुनवाई नियत है।
याचिकाकर्ता की ओर से वकील सुफियान सिद्दीकी ने कहा था कि मुगल मस्जिद एक नोटिफाइड वक्फ संपत्ति है और एएसआई अधिकारियों ने मई से वहां नमाज पढ़ने से मना कर दिया है। मुगल मस्जिद कुव्वत-उल-इस्लाम से अलग मस्जिद है। वो संरक्षित मस्जिद नहीं है। इस मस्जिद में इसके पहले नमाज पढ़ने से कभी नहीं रोका गया ।
याचिका में कहा गया है कि इस बात के सबूत हैं कि मुगल मस्जिद में हमेशा नमाज होती रही है। मुगल मस्जिद में नमाज पढ़ने से कोई कानून-व्यवस्था का भी मामला नहीं है। मुस्लिम समाज को नमाज पढ़ने से रोकना एक आधुनिक राष्ट्र और पुरानी सभ्यता के खिलाफ है। एएसआई को मस्जिद में लोगों को आने से रोकना एएसआई के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।
गौरतलब है कि दिल्ली के साकेत कोर्ट में कुतुब मीनार परिसर में पूजा की अनुमति देने की मांग करने वाली याचिका लंबित है।