मेरठ। प्रदेश में योगी सरकार 2.0 बनने के बाद अपराधी और माफिया के खिलाफ पुलिस ने जमकर कार्रवाई की। 2022 में मेरठ में सोतीगंज के वाहन चोर माफिया की संपत्ति कुर्क की गई तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुल्डोजर ने माफिया की संपत्ति को ध्वस्त कर दिया।
2022 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ फिर से सत्ता में आए तो अपराधियों पर उनका शिकंजा कसता चला गया। मेरठ जनपद में अपराधी और माफिया पर पुलिस का चाबुक चला। सोतीगंज के शातिर कबाड़ी हाजी गल्ला और उसके बेटों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। अवैध रूप से अर्जित की गई इन माफिया की लगभग दस करोड़ की संपत्ति को पुलिस ने कुर्क किया।
सोतीगंज के अन्य कबाड़ियों की कुंडली खंगाल कर उनकी संपत्ति को भी जब्त किया जा रहा है। मछेरान इलाके के नशे के तस्कर तस्लीम पर गैंगस्टर एक्ट में शिकंजा कसा गया। तस्लीम और उसके परिवार की करोड़ों रुपए की संपत्ति को चिन्हित कर जब्त किया गया। पुलिस हिरासत से फरार हुए ढाई लाख के इनामी माफिया बदन सिंह बद्दो की करोड़ों रुपए कीमत की आलीशान कोठी को बुल्डोजर से जमींदोज किया गया। बद्दो द्वारा सरकारी पार्क पर कब्जा करके बनाई गई दुकानों को ध्वस्त करके कब्जा मुक्त कराया गया।
असम में उग्रवादी हमले में मारे गए अंतरराष्ट्रीय गो तस्कर अकबर बंजारा और उसके भाई सलमान बंजारा की कई करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त किया गया। इसके साथ ही लिसाड़ी रोड पर फतेहउल्लापुर स्थित अकबर बंजारा की अवैध मार्किट को बुल्डोजर से ढहाया गया। अंतरराष्ट्रीय मोबाइल तस्कर शरद गोस्वामी के गैंग की पुलिस ने कमर तोड़ दी। इस गैंग के पास से करोड़ों रुपए के चोरी के मोबाइल पुलिस ने बरामद किए। शरद गैंग भारत से मोबाइल चोरी करके नेपाल, बांग्लादेश आदि देशों में बेच देता था।
भूमाफिया यशपाल तोमर की नोएडा स्थित करोड़ों रुपए की संपत्ति को मेरठ पुलिस ने जब्त किया। मेरठ के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण की अगुवाई में माफिया के खिलाफ पुलिस का अभियान दिसम्बर तक जारी है। एसएसपी का कहना है कि वर्ष 2023 में भी अपराधियों पर शिकंजा कसा जाएगा।
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झांसी । सपा के पूर्व विधायक दीप नारायण सिंह यादव पर गैंगस्टर की कार्रवाई के बाद रविवार को उनकी करोड़ों की संपत्ति कुर्क कर ली गयी। दीप नारायण सिंह यादव कुख्यात अपराधी लेखराज सिंह को पुलिस कस्टडी से भगाने की साजिश के आरोप में जेल में बंद हैं। योगी सरकार द्वारा अपराध से अर्जित की गई संपत्ति के लिए चलाए जा रहे जब्तीकरण अभियान के तहत नवाबाद थाना पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
कुख्यात अपराधी लेखराज को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने के आरोप में जेल में बंद गरौठा विधानसभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के पूर्व बाहुबली विधायक दीप नारायन सिंह यादव पर पूर्व में दर्ज दर्जनों मुकदमों में कार्यवाही करते हुए पुलिस ने गैंगस्टर की कार्यवाही की थी। इसी क्रम में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार व एसएसपी राजेश एस के निर्देशन में राजस्व विभाग और नवाबाद पुलिस टीम ने क्षेत्र में पहुंच कर डुगडुगी बजा कर ऐलान करते हुए पूर्व विधायक दीपनारायण की अर्जित की गई संपत्ति करगुवा जी में सालासर कॉलोनी में करोड़ों की संपत्ति कुर्क की है। इसके अलावा मून सिटी के आस पास तथा अन्य स्थानों की संपत्ति को भी चिन्हित करते हुए संपत्ति जब्ती करण कुर्क की कार्यवाही की जानी है। अभी पुलिस ओर राजस्व विभाग की टीम लगातार पूर्व विधायक की संपत्ति में जमीनों की जब्ती करण की कार्यवाही को करती जा रही है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए तहसीलदार लालकृष्ण ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर आज करगुआं जी स्थित गाटा संख्या 82 की संपत्ति कुर्क की गई है। इसमें दीपनारायण यादव सह खातेदार हैं।
गाजीपुर,। अवैध तरीके से धन, भू-सम्पत्ति व अचल सम्पत्ति अर्जित करने वाले माफियाओं के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत अभियुक्त मंसूर अंसारी और उसकी पत्नी आबदा अंसारी की अवैध ढंग से अर्जित की गयी सम्पत्ति कुर्क की गयी है। मंसूर अंसारी मुख्तार अंसारी का करीबी रिश्तेदार है।
1. 25 अक्टूबर 1991 को मंसूर अंसारी के नाम पर मौजा चक हमीद परगना व तहसील गाजीपुर में रकबा 38 वर्गमीटर भू-सम्पत्ति खरीदी गयी थी। उस पर भवन निर्माण हुआ है।
2. 26 फरवरी 2016 को मंसूर ने मौजा कपूरपुर शहर, गाजीपुर में नगर पालिका न. 193 का जुज भग रकबा 78.10 वर्गमीटर स्वंय के नाम से भू-सम्पत्ति खरीदी है। उस जमीन पर भी भवन का निर्माण हुआ है।
3. तीसरी अवैध सम्पत्ति है जो 27 जनवरी 2004 को अंसारी ने खरीदी है। अभियुक्त ने यह भूमि अपनी पत्नी के नाम पर मौजा कपूरपुर शहर, गाजीपुर में नगर पालिका न. 26 का रकबा 59 वर्गमीटर क्रय की। इस पर भवन निर्माण हुआ है।
अवैध तरीके से अर्जित धन से खरीद फरोख्त की गयी इन जमीनों का दाखिल खारिज न कराना और अन्य अवैध क्रिया-कलाप किये जाने के कारण उपरोक्त अभियुक्त से सम्बन्धित अचल भू-सम्पत्ति को गाजीपुर पुलिस प्रशासन ने सोमवार को कुर्की की कार्रवाई की है। इस पूरी सम्पत्ति की कुल अनुमानित कीमत तीन करोड़ 25 लाख रुपये आकी गयी है।
नई दिल्ली । गुजरात के राजकोट में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनदीप इंटस्ट्रीज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में 16 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की है। मनदीप इंडस्ट्रीज गुजरात के राजकोट में आशीष बी. तलाविया, किशोरभाई हरिभाई वैष्णानी, रामजीभाई एच. गजेरा, कल्पेश पी. तलाविया और भावेश तलाविया की पार्टनरशिप कंपनी है।
अधिकारी ने कहा कि कुर्की में कंपनी से जुड़े प्लांट और मशीनरी, फैक्टरी लैंड और बिल्डिंग, रेजिडेंशियल फ्लैट और प्लॉट शामिल हैं। ईडी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), मुंबई द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। पीएमएलए के तहत जांच के दौरान पता चला कि मनदीप इंडस्ट्रीज ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को लोन चुकाने में धोखाधड़ी की, जिससे बैंक को 44.64 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
ईडी की जांच की अनुसार, यह कंपनी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से लोन लेकर कई लाभ उठा रही थी। पैसों को कंपनी के पार्टनर्स के निजी खातों में भी भेजा गया। डायवर्टेड फंड का एक हिस्सा अचल संपत्तियों की खरीद के लिए भी इस्तेमाल किया गया।