आबूरोड (सिरोही)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मैं जब भी ब्रह्माकुमारी में आता हूं तो आपके बीच एक नई आध्यात्मिक अनुभूति होती है। परमपिता परमात्मा के आशीर्वाद और दादियों के स्नेह में लगातार वृद्धि होती है। मैंने देश के लिए आपसे जो अपेक्षा की है, उसमें आपने अपने प्रयासों से ज्यादा कर दिखाया है। मेरे विश्वास को कई गुना कर दिया है। ब्रह्माकुमारीज द्वारा सामाजिक कल्याण के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं। स्वच्छता अभियान में दादी जानकीजी ने स्वच्छता ब्रांड एंबेसेडर के रूप में और बहनों ने कमान संभालकर लोगों को प्रेरित किया है। ब्रह्माकुमारी बहनें स्वास्थ्य जागरुकता से लेकर आजादी के अमृत महोत्सव, नशा मुक्त भारत अभियान में प्रेरणास्रोत बनकर सामाजिक कल्याण में जुटी हैं।
प्रधानमंत्री बुधवार को ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय शांतिवन में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ब्रह्माकुमारीज के तीन प्रोजेक्ट ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंस हॉस्पिटल, ओल्ड एज होम के सेकेंड फेज और नर्सिंग कॉलेज के एक्सटेंशन का शिलान्यास रिमोट का बटन दबाकर किया। सम्मेलन में देशभर से आए 15 हजार से अधिक लोग मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में हजारों वर्षों से गरीब, असहाय और जरूरतमंद लोगों की सेवा की कमान आध्यात्मिक संस्थाओं ने संभाली है। मैं गुजरात भूकंप के समय से ब्रह्माकुमारीज बहनों की निष्ठा एवं सेवा का साक्षी रहा हूं।
मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत काल में सभी सामाजिक, धार्मिक एव आध्यात्मिक संस्थाओं की बड़ी भूमिका रही है। इस कर्तव्यकाल में हम जिस भूमिका में हैं, उसका शत प्रतिशत निर्वहन करें। अपने व्यवहार और जिम्मेदारियों का विस्तार है। पूरी निष्ठा के साथ हमें ये भी सोचना है कि हम अपने देश के लिए क्या कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने मिलेट्स (श्रीअन्न) को आगे बढ़ाने का आह्नान करते हुए कहा कि हमें नदियों को स्वच्छ करना है। प्राकृतिक खेती, भूजल संरक्षण हजारों साल पुरानी संस्कृति और परंपराओं से जुड़ी है। आशा है कि भविष्य में भी ब्रह्माकुमारी बहनें राष्ट्र निर्माण से जुड़े विषयों को आगे बढ़ाएंगी। विश्व को सर्वे भवंतु सुखिन: के मार्ग पर आगे ले जाएंगी। दुनिया जब महिला सशक्तीकरण की बात कर रही है हम जी-20 में महिला नेतृत्व को बढ़ाने की बात कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरा देश स्वास्थ्य सुविधाओं के ट्रांसफार्मेशन से गुजर रहा है। देश के अस्पताल सुविधाओं के साथ उपलब्ध हैं। आयुष्मान योजना ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख तक इलाज का खर्च सरकार उठाती है। योजना में अब तक चार करोड़ गरीब लाभ उठा चुके हैं। यदि वे खुद इलाज करवाते तो उन्हें 80 हजार करोड़ खर्च करने पड़ते। हेल्थ सेक्टर की एक चुनौती डॉक्टर्स, नर्सेस एवं मेडिकल स्टाफ की कमी रही है। 2014 के बाद से पिछले 9 वर्षों में हर महीने एक नया मेडिकल कॉलेज खोला गया है। नौ वर्षों में 150 से अधिक मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। नौ साल पहले जहां देश में 50 हजार एमबीबीएस की सीटें थीं जिन्हें बढ़ाकर एक लाख किया गया है। पीजी में मात्र 30 हजार सीटें थीं जिन्हें बढ़ाकर 65 हजार किया गया है। जब इरादा नेक हों तो ऐसे ही संकल्प लिए जाते व सिद्ध भी किए जाते हैं। आज भारत सरकार हेल्थ सेक्टर में जो काम कर रही है, उसका प्रभाव आने वाले समय में दिखेगा। जितने डॉक्टर आजादी के बाद सात दशक में बने हैं उतने डॉक्टर अगले एक ही दशक में ही मिलेंगे। राजस्थान के अंदर जल्द ही 20 से ज्यादा नए नर्सिंग कॉलेज बनेंगे जिनका लाभ आप सभी को मिलेगा।
माउंट आबू स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल एंड रिसर्च हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. प्रताप मिड्ढा ने बताया कि ब्रह्माकुमारीज की ओर से 50 एकड़ में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण किया जाएगा। इससे स्थानीय जरूरतमंद लोगों को सहज ही इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। हॉस्पिटल निर्माण के साथ नर्सिंग कॉलेज का भी विस्तार किया जा रहा है। इससे पहले से ज्यादा सुविधाएं मरीजों को मिल सकेंगी। इसके साथ ही सीनियर सिटीजन होम के सेकंड फेज और नर्सिंग कॉलेज के एक्सटेंशन की भी नींव रखी। कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय भाई ने स्वागत भाषण दिया।