नई दिल्ली । दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत का मामला वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में रखा। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष मेंशन करते हुए सिंघवी ने कहा कि हाई कोर्ट जमानत याचिका खारिज कर चुका है। सिसोदिया की पत्नी गंभीर रूप से बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 14 जुलाई को सुनवाई का आदेश दिया।
मनीष सिसोदिया ने सीबीआई और ईडी के दोनों मामलों में सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की है। तीन जुलाई को दिल्ली हाई कोर्ट ने सिसोदिया की नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी थी। 28 अप्रैल को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने मनी लाउंड्रिंग से जुड़े मामले में सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दिया था। सिसोदिया को सीबीआई ने कथित आबकारी नीति घोटाले के आरोप में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था।
MANISH SISODIYA
नई दिल्ली । आबकारी घोटाले के सीबीआई से जुड़े मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 2 जून तक बढ़ा दी है। कोर्ट ने सीबीआई की ओर से दाखिल चार्जशीट पर संज्ञान लेने के मामले पर सुनवाई की तिथि भी 2 जून को नियत कर दी है ।
आज मनीष सिसोदिया की इस मामले में न्यायिक हिरासत खत्म हो रही थी जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। सीबीआई ने 25 अप्रैल को इस मामले में दिल्ली में पूरक चार्जशीट दाखिल की थी। सीबीआई ने इस मामले में मनीष सिसोदिया को भी आरोपित किया है। पूरक चार्जशीट में मनीष सिसोदिया के अलावा बुची बाबू, अर्जुन पांडेय और अमनदीप ढल को भी आरोपित किया गया है। बुची बाबू तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी राव की बेटी के. कविता के सीए रह चुके हैं। सिसोदिया को सीबीआई ने 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था।
सीबीआई ने 25 नवंबर, 2022 को पहली चार्जशीट दाखिल की थी। कोर्ट ने 15 दिसंबर, 2022 को चार्जशीट पर संज्ञान लेकर आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की धारा 7, 7ए और 8 के तहत आरोप तय किए थे। इन आरोपितों में कुलदीप सिंह, नरेंद्र सिंह, विजय नायर, अभिषेक बोइनपल्ली, अरुण रामचंद्र पिल्लै, मुत्थू गौतम और समीर महेंद्रू हैं।
नई दिल्ली। आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली हाई कोर्ट ने पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। कोर्ट ने जेल अधीक्षक को निर्देश दिया की जेल मैन्युअल के हिसाब से दोपहर तीन बजे से चार बजे के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्नी के साथ बैठक सुनिश्चित करें।
दरअसल, मनीष सिसोदिया की ओर से जमानत के लिए पत्नी के स्वास्थ्य का हवाला दिया गया था।
चार मई को कोर्ट ने ईडी को नोटिस जारी किया था। 28 अप्रैल को राऊज एवेन्यू कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इस फैसले को सिसोदिया ने हाई कोर्ट में चुनौती दी है। सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा था कि सिसोदिया मंत्री समूह के मुखिया थे और कैबिनेट के बारे में उनको सारी जानकारी थी। वे आबकारी नीति के बदलाव में मुख्य भूमिका में थे। नीति में फायदा पहुंचाने के बदले रिश्वत ली गई। ईडी ने कहा था कि कोई भी नीति हवा में नहीं बनाई जाती है। मंत्री समूह की बैठक में लाइसेंस फीस और प्रॉफिट मार्जिन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। सिसोदिया के पास 18 विभाग थे। उस समय वह लोगों से मुलाकात करते थे। कुछ लोग उनकी पत्नी की देखभाल करते थे, ऐसे में जमानत के लिए सिसोदिया पत्नी की सेहत का हवाला नहीं दे सकते हैं।
सिसोदिया के वकील ने कहा था कि ईडी का पूरा केस सीबीआई के केस पर ही आधारित है। मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 3 के तहत किसी भी तरह का अपराध सिसोदिया ने नहीं किया। कोर्ट को यह देखना होगा कि क्या धारा 3 के तहत कोई उल्लंघन किया गया है। ईडी ने इस मामले में मनीष सिसोदिया को 9 मार्च को पूछताछ के बाद तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था। सिसोदिया को पहले सीबीआई ने 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था।
- पूछताछ के लिए दफ्तर पहुंचने से पहले सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ”मेरे ऊपर लगे आरोप झूठे हैं और मैं जेल जाने से नहीं डरता.’‘
नई दिल्ली। दिल्ली की शराब नीति के मामले में रविवार को दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने रविवार की देर शाम गिरफ्तार कर लिया। सिसोदिया की गिरफ़्तारी आठ घंटे की लम्बी पूछताछ के बाद की गयी। उनकी गिरफ़्तारी की पुष्टि सीबीआई की तरफ कर दी गयी है।
इसके पहले पहले सवेरे करीब ग्यारह बजे मनीष सिसोदिया पूछताछ के लिए सीबीआई के सामने पेश हुए. पूछताछ से पहले मनीष सिसोदिया राजघाट पहुंचे थे। राजघाट पहुंचने पर उन्होंने कहा कि मैं यहां बापू का आशीर्वाद लेने आया हूं। सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि, ”मेरे ऊपर लगे आरोप झूठे हैं और मैं जेल जाने से नहीं डरता.” शनिवार को आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा था कि मनीष सिसोदिया सीबीआई मुख्यालय जाएंगे और जांच में पूरा सहयोग करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी आज तक एक रुपये का भी भ्रष्टाचार साबित नहीं कर पाई है
जानकारी के अनुसार मनीष सिसोदिया को 11 बजे सीबीआई ऑफिस पहुंचना था, लेकिन वे 15-20 मिनट देर से पहुंचे। जांच में शामिल होने के लिए सिसोदिया घर से निकलने से पहले अपनी मां से मिले और उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद रोड शो करते हुए बताया गया है कि एक अधिकारी ने पूछताछ के दौरान सिसोदिया का नाम लिया था, जिसके आधार पर उनसे पूछताछ और गिरफ्तारी की गई।
सिसोदिया के साथ उनके हजारों समर्थक भी थे। सभी हेडक्वार्टर के पास धरने पर बैठ गए और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। प्रोटेस्ट बढ़ता देख पुलिस ने धारा-144 लगा दी। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय और आप सांसद संजय सिंह सहित कई समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस का कहना है कि कानून व्यवस्था न बिगड़े इसलिए उन्हें हिरासत में लिया गया है।
सिसोदिया ने अपनी कार के सनरूफ से निकलकर समर्थकों का अभिवादन किया। वे समर्थकों की भीड़ के साथ सीधे राजघाट के लिए निकले। इसके बाद वे सीबीआई के ऑफिस गए।
सिसोदिया ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने खुद को भगत सिंह का अनुयायी बताते हुए कहा कि वो देश के लिए शहीद हो गए थे, हम तो झूठे आरोपों के लिए जेल जाना बहुत छोटी चीज है। डिप्टी सीएम ने सीबीआई दफ्तर पहुंचने से पहले लोगों के नाम संदेश में कहा, ‘जब मैं टीवी चैनल में था। अच्छी सैलरी थी, एंकर था। अच्छी जिंदगी चल रही थी। सब छोड़कर केजरीवाल जी के साथ आ गया। झुग्गी-झोपड़ी में काम करने लगा। आज जब ये मुझे जेल भेज रहे हैं तो मेरी पत्नी घर पर अकेली रहेगी। वो बहुत बीमार रहती है। बेटा यूनिवर्सिटी में पढ़ता है। आपको ध्यान रखना है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘आपसे कहना चाहता हूं कि स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों से मुझे प्यार है। ये मत समझना कि शिक्षा मंत्री मनीष चाचा जेल चले गए तो छुट्टी हो गई। छुट्टी नहीं होने वाली। उतनी मेहनत करना जितनी मुझे उम्मीद है। मन लगाकर पढ़ना। अच्छे से पास होना। अगर पता चला कि हमारे बच्चों ने लापरवाही की तो मुझे खराब लगेगा। अगर मुझे पता चलेगा तो मैं खाना छोड़ दूंगा।’
सिसोदिया बोले- देश के लिए भगत सिंह फांसी पर चढ़ गए, जेल जाना छोटी बात है
पूछताछ के लिए निकलने से पहले सिसोदिया ने कहा- आज फिर सीबीआई दफ्तर जा रहा हूं, सारी जांच में पूरा सहयोग करूंगा। लाखों बच्चों का प्यार व करोड़ों देशवासियों का आशीर्वाद साथ है। कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े तो परवाह नहीं। भगत सिंह के अनुयायी हैं, देश के लिए भगत सिंह फांसी पर चढ़ गए थे। ऐसे झूठे आरोपों की वजह से जेल जाना तो छोटी सी चीज है।
नई दिल्ली ।असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को भ्रष्ट बताना मनीष सिसोदिया के गले की फांस बना हुआ है। इस मामले में राहत पाने के सुप्रीम कोर्ट पहुंचे मनीष सिसोदिया को झटका लगा है । सुप्रीम कोर्ट ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा की तरफ से दाखिल मानहानि का मुकदमा रद्द करने की मनीष सिसोदिया की याचिका खारिज कर दी है।
सिसोदिया ने कहा कि मेरा मतलब यह नहीं था कि सरमा भ्रष्ट हैं। तब कोर्ट ने कहा कि अगर आप बहस को इतना नीचे ले जाते हैं तो आपको इसका नतीजा भुगतना होगा। सुप्रीम कोर्ट ने सिसोदिया से कहा कि या तो आप सरमा से माफी मांगें या मुकदमे का सामना करें।
दरअसल, कुछ महीने पहले सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हिमंत बिस्व सरमा पर आरोप लगाया था कि कोरोना के दौरान उन्होंने राज्य के लिए पत्नी की फर्म से महंगे दाम पर पीपीई किट खरीदी थी। इस आरोप के बाद हिमंत बिस्व सरमा ने असम में उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया था। इसी के बाद सिसोदिया ने मानहानि का मुकदमा रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग का मामला, उप मुख्यमंत्री की ओर से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा
नई दिल्ली । दिल्ली में अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग मामले पर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की ओर से दायर हलफनामे को अभिषेक मनु सिंघवी ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच के सामने रखा।
सिंघवी ने कहा कि अधिकारियों के सहयोग न मिलने के चलते सरकार के कामकाज में दिक्कत हो रही है। इसका केन्द्र के वकील ने विरोध करते हुए कहा कि ये राजनीतिक प्रोपगेंडा है। हलफनामा पहले ही मीडिया को लीक कर दिया गया। तब चीफ जस्टिस ने कहा कि ये भले ही सियासी मसला हो, पर हमें इसके सिर्फ संवैधानिक पहलुओं को देखना है। हम अभी दूसरे पक्ष को इस हलफनामे पर जवाब दाखिल करने के लिए नहीं कहेंगे अन्यथा ये अंतहीन सिलसिला शुरू हो जाएगा। संविधान पीठ के सामने ये मामला लगा है। वहां सुनवाई होने का इंतजार कीजिए।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ 24 नवंबर को मामले की सुनवाई करेगी। मनीष सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा है कि इस साल की शुरुआत में उपराज्यपाल वीके सक्सेना की नियुक्ति के साथ समस्या और विकट हो गई है। वे दिल्ली सरकार के कामकाज को पूरे तरीके से बाधित कर रहे हैं।
हलफनामे में कहा गया है कि मंत्रियों के फोन के बावजूद नौकरशाहों ने बैठकों में भाग लेना बंद कर दिया। इतना ही नही अधिकारियों ने मंत्रियों के फोन उठाने बंद कर दिए। हलफनामा में कहा गया है कि अधिकारी या तो देरी करते थे या मंत्रियों के विभागों तक फाइल ही नहीं भेजते थे। अधिकारियों ने मंत्रियों के आदेशों और निर्देशों की भी अवहेलना की और चुनी हुई सरकार के साथ उदासीनता के साथ व्यवहार किया। दिल्ली सरकार का कहना है कि इस साल की शुरुआत में उपराज्यपाल वीके सक्सेना की नियुक्ति के साथ समस्या और भी विकट हो गई है। उपराज्यपाल उन अफसरों को दंडित कर रहे हैं जो चुनी हुई सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं।
6 मई को कोर्ट ने इस मामले को 5 जजों की संविधान बेंच को रेफर कर दिया था। दिल्ली सरकार अधिकारियों पर पूर्ण नियंत्रण की मांग कर रही है। इस मामले पर सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने कहा था कि यह मसला 2021 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली अधिनियम में हुए संशोधन से भी जुड़ा है। केंद्र ने दोनों मसलों पर साथ सुनवाई करने की मांग की थी। सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने मामले को संविधान पीठ को सुनवाई के लिए रेफर करने की मांग की थी।
बता दें कि 14 फरवरी 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में अफसरों पर नियंत्रण के मसले पर सुप्रीम कोर्ट की दो सदस्यीय बेंच ने विभाजित फैसला सुनाया था। जस्टिस एके सिकरी और जस्टिस अशोक भूषण की बेंच ने अलग-अलग फैसला सुनाया था इसलिए इस मसले पर विचार करने के लिए बड़ी बेंच को रेफर कर दिया गया।
नयी दिल्ली । दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली के डिप्टी मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से पूछताछ खत्म हो गई है। सीबीआई ने सोमवार उनसे करीब 9 घंटे सवाल किए। पूछताछ ख़त्म होने के बाद सिसोदिया ने अपने आवास के बाहर मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि पूछताछ के दौरान उनपर आम आदमी पार्टी छोड़ने का दबाव बनाया गया। एजेंसी के अधिकारियों ने उन्हें भाजपा में शामिल होने के संकेत दिए, जिससे उन्होंने साफ इनकार कर दिया।
सिसोदिया सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर सीबीआई दफ्तर पहुंचे थे और रात करीब 8 बजकर 50 मिनट पर वहां से बाहर निकले। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एजेंसी ने कल सिसोदिया को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया है। सीबीआई दफ्तर पहुंचते ही उन्हें एंटी करप्शन ब्रांच के फर्स्ट फ्लोर पर ले जाया गया। सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक, प्राथमिकी में नामजद अन्य आरोपियों से उनके संबंधों और तलाशी के दौरान मिले डॉक्यूमेंट्स के बारे में पूछताछ की गई।
सीबीआई की पूछताछ खत्म होने के बाद मनीष सिसोदिया ने अपने आवास के बाहर मीडिया से बात की।
सीबीआई की पूछताछ खत्म होने के बाद मनीष सिसोदिया ने अपने आवास के बाहर मीडिया से बात की।
पूछताछ शुरू होते ही केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘8 दिसंबर को गुजरात चुनाव के नतीजे आएंगे। ये लोग तब तक मनीष को जेल में रखेंगे। ताकि मनीष गुजरात में प्रचार के लिए ना जा पाएं।’ उधर,सीबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे आप नेताओं को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए गए नेताओं में सांसद संजय सिंह भी शामिल हैं।
तिलक-आशीर्वाद के बाद घर से निकले, भाजपा बोली- जश्न-ए-भ्रष्टाचार
सिसोदिया सीबीआई दफ्तर से पहले आप दफ्तर और फिर राजघाट पहुंचे। यहां उन्होंने बापू को नमन किया। सिसोदिया घर से निकले तो पत्नी ने तिलक लगाया, मां ने पटका पहनाकर आशीर्वाद दिया। खुली कार में लाव लश्कर के साथ निकले, इस दौरान शहादत के गीत बज रह थे। आम रास्ते पर रैली जैसा नजारा बन गया। बोले- ‘मेरी गिरफ्तारी की तैयारी है और मैं कुर्बानी के लिए तैयार हूं।’
उनकी रैली पर भाजपा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि AAP नौटंकी में जुटी है। ये जश्न-ए-भ्रष्टाचार है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘सिसोदिया अपने समर्थकों के साथ सड़कों पर खुली कार में नारे लगा रहे हैं, ऐसा लग रहा है कि AAP ने भ्रष्टाचार का वर्ल्ड कप जीत लिया है।
सिसोदिया से सीबीआई की पूछताछ, आप ने कहा-प्रचार से रोक रहे, भाजपा बोली-भ्रष्टाचार का जश्न मना रहे
नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सोमवार को दिल्ली में सीबीआई दफ्तर में राज्य की आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ के लिए पेश हुए। आप का कहना है कि उन्हें गुजरात में प्रचार करने से रोकने के लिए सीबीआई गिरफ्तार करने वाली है। वहीं भाजपा ने सीबीआई दफ्तर जाने से पहले रोड शो करने के लिए सिसोदिया की आलोचना की और कहा कि ‘जश्न-ए-भ्रष्टाचार’ मना रही है।
सीबीआई दफ्तर रोड शो करते निकले सिसोदिया
मनीष सिसोदिया सोमवार को सीबीआई के समक्ष पेश हुए। इससे पहले वह माता का आशीर्वाद लेकर घर से निकले और खुली गाड़ी में बैठ कर कार्यकर्ताओं के साथ सीबीआई के दफ्तर गए। सिसोदिया ने इस दौरान कहा कि वे तानाशाही के सामने कभी नहीं झुकेंगे। षड्यंत्रकारियों के खिलाफ यह आजादी की दूसरी लड़ाई है। सीबीआई दफ्तर पहुंचने से पहले मनीष सिसोदिया राजघाट भी गए।
पेशी से पूर्व सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि उनके खिलाफ बनाया हुआ केस पूरी तरह से फर्जी है। इस फर्जी केस में उनके घर, बैंक, लॉकर और गांव जाकर भी जांच की गई लेकिन सीबीआई को कुछ नहीं मिला। उन्होंने दावा किया कि यह मामला उन्हें गुजरात चुनाव प्रचार करने से रोकने का है।
सिसोदिया ने कहा कि आज गुजरात का हर नागरिक स्कूल, अस्पताल, नौकरी और बिजली के लिए उठ खड़ा हुआ है और आने वाले चुनाव में एक आंदोलन होगा। उन्हें फर्जी केस बनाकर गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्हें आने वाले दिनों में गुजरात में प्रचार करने के लिए जाना था। यह लोग (भाजपा) गुजरात में बुरी तरह से हार रहे हैं इनका मकसद उन्हें गुजरात प्रचार से रोकना है।
कुछ ऐसा ही बयान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिया। केजरीवाल ने एक तस्वीर साझा की जिसमें सिसोदिया ढाल से एक पढ़ते हुए बच्चे को तीरों से सुरक्षित कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने सिसोदिया के रोड शो का भी वीडियो साझा किया। उन्होंने कहा, “जेल के ताले टूटेंगे, मनीष सिसोदिया छूटेंगे”। इससे पहले उन्होंने कहा कि 8 दिसंबर को गुजरात के नतीजे आएंगे यह लोग तब तक मनीष को जेल में रखेंगे ताकि मनीष गुजरात चुनाव में प्रचार के लिए न जा पाए।
सीबीआई ने तैयार कर रखी थी प्रश्नों की सूची
इसी बीच दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के नेताओं को सीबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने के दौरान हिरासत में लिया है। आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में सीबीआई दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। पुलिस के मुताबिक इन नेताओं को सीबीआई दफ्तर के बाहर से हिरासत में लिया गया, जिन्हें जल्द ही छोड़ दिया जाएगा।
सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक सिसोदिया से कई चरणों में पूछताछ होगी। प्रश्नों की एक सूची तैयार की गई है। उनके सामने अब तक मौजूद सबूत रखे जाएंगे और अन्य आरोपियों के बयान भी रखे जाएंगे।
भाजपा ने कहा ‘जश्न-ए-भ्रष्टाचार’ मना रही आप
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी को सबसे बड़ी भ्रष्टाचार पार्टी बताया। दिल्ली में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए आई थी लेकिन अब वह सबसे बड़ी भ्रष्ट पार्टी बन गई है। उन्होंने कहा कि आज तक की सबसे बेईमान पार्टियां ‘जश्न-ए-भ्रष्टाचार’ बना रही है। पहले ‘भ्रष्टाचार करो, दलाली खाओ और प्रश्न पूछने पर जश्न मनाओ’। संबित पात्रा ने कहा कि मनीष सिसोदिया अपनी कार में जाते हुए नारे लगा रहे थे। वैसा कर रहे थे कि जैसे उन्होंने भ्रष्टाचार में वर्ल्ड कप जीता है।
भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालविया ने मनीष सिसोदिया की तुलना महाराष्ट्र के नेता संजय राउत से की है। उन्होंने कहा कि दोनों नेता एक ही तरह से कैमरे के लिए घर से बाहर निकलते हैं। अपनी पत्नी और मां को मिलते हैं और एक खुली गाड़ी में खड़े होकर कुछ समर्थकों के साथ निकलते हैं। दोनों का ही निष्कर्ष एक समान रहने वाला है। राउत अभी जेल में है और आगे भी रहेंगे।