कानपुर । समाजवादी पार्टी(सपा) के विधायक इरफान सोलंकी के घर तथा करीबी रिश्तेदारों के यहां प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) की टीम ने गुरुवार सुबह छापा मारा है। विधायक के जाजमऊ स्थित आवास पर सबसे पहले छह गाड़िया पहुंची और छापे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इरफान के अलावा उनके दोनों भाई रिजवान और अशरद के घर भी ईडी की टीम ने छापेमारी की है। उल्लेखनीय है कि सपा विधायक इरफान पिछले एक साल से जेल में बंद है।
उप्र प्रदेश मुख्यालय लखनऊ से गुरुवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय की छह टीमें सपा विधायक इरफान सोलंकी के बेकनगंज स्थित आवास और उनके भाई अरशद एवं विल्डर हाजी वसी के घर एक साथ पहुंची और छापे की कार्रवाई शुरू कर दी है। घर में मौजूद सभी सदस्यों के मोबाइल जब्त करके अपने कब्जे में ले लिया है।
ईडी की टीमें विधायक के भाई अरशद से पूछताछ कर रही और उनके घर में लगे सीसीटीवी कैमरे को भी बंद कर दिया गया है। छापे के दौरान पुलिस बल भी चप्पे-चप्पे पर तैनात है।
उल्लेखनीय है कि सपा विधायक इरफान जमीन कब्जाने से सहित कई अन्य मामलों में महाराजगंज जेल बंद है। वह राज्यसभा चुनाव में मतदान भी नहीं कर सके। आगजनी, आचार संहिता उल्लंघन के मुकदमे में इरफान सोलंकी के खिलाफ 14 मार्च को फैसला आएगा।
IRFAN SOLANKI
कानपुर। सीसामऊ विधानसभा से समाजवादी पार्टी विधायक इरफान सोलंकी और उनके करीबियों की लगभग 160 करोड़ से अधिक की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं। पुलिस की पैरवी के बाद जिलाधिकारी न्यायालय ने विधायक के असलहा का लाइसेंस निलंबित करने के साथ ही कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस का जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह जानकारी शुक्रवार को संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने दी। उन्होंने बताया कि विधायक इरफान सोलंकी के पास असलहा का लाइसेंस है। इरफान बीते कई महीने से महाराजगंज जिले की जेल में बंद हैं। विधायक के खिलाफ आगजनी, बांग्लादेशी नागरिक को बसाने के अतिरिक्त कई मुकदमे दर्ज हैं।
कानपुर कमिश्नरेट ने अप्रैल महीने में विधायक की संपत्ति और असलहों को जब्त करने की कार्यवाही शुरू की थी। इस दौरान अब तक विधायक और उनके करीबियों की लगभग 160 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं। पुलिस ने विधायक की रिवाल्वर और बंदूक को भी जब्त किया था। जब्त करने के बाद जाजमऊ पुलिस ने जिलाधिकारी न्यायालय में लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति रिपोर्ट भेजी थी। पत्र आने के बाद जिलाधिकारी न्यायालय ने लाइसेंस को निलंबित करते हुए नोटिस जारी कर दिया। एक सप्ताह में विधायक को जवाब दाखिल करने का आदेश जारी किया है।
कानपुर। सीसामऊ विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी को कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को एमपी-एमएलए न्यायालय में पेश किया गया। पेशी के दौरान विधायक को उनके परिवार से भी मिलने नहीं दिया गया। इस दौरान विधायक ने इशारा करते हुए कहा कि ऊपर वाला न्याय देगा।
महिला का घर फूंकने के मामले की सुनवाई के लिए महाराजगंज जेल में कैद सपा विधायक इरफान सोलंकी को कानपुर लाया गया। यहां पर उन्हें एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया। इरफान के अधिवक्ता गौरव दीक्षित ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि फर्जी आधार कार्ड मामले में आरोप तय होंगे। पिछली तारीख में प्रार्थना पत्र आने से आरोप तय नहीं हो सके थे। विधायक के साथ आरोपित शौकत पहलवान के अधिवक्ता ने आरोप मुक्ति की एप्लीकेशन दी है।
सपा विधायक इरफान सोलंकी की पेशी को देखते हुए कानपुर कचहरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। बॉर्डर से लेकर न्यायालय के बीच में तीन टीमें क्यूआरटी की और अलग-अलग आठ प्रमुख स्थानों पर पीएसी को तैनात किया गया था। इससे पूर्व पेशी के दौरान इरफान के समर्थकों के चलते व्यवस्था बिगड़ गई थी। इसलिए इस बार सुरक्षा को पूरी तरह से चाक-चौबंद रखा गया है।
विदित हो कि जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी निवासी समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी का प्लॉट को लेकर पड़ोसी महिला बेबी नाज से विवाद चल रहा है। दोनों प्लॉट पर अपना होने का दावा करते हैं। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। बीते सात नवम्बर को इरफान और उनके भाई रिजवान के खिलाफ जाजमऊ थाने में महिला ने मुकदमा दर्ज कराया था। उसका आरोप है कि उनकी गैर मौजूदगी में विधायक और उनके भाई ने प्लाॅट पर कब्जा करने की नीयत से उनका घर फूंक दिया था।
कानपुर। गैंगस्टर एक्ट के तहत सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके करीबियों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी तेज कर दी गई है। अब तक पुलिस ने लगभग 105 करोड़ से अधिक संपत्ति चिह्नित कर चुकी है। पुलिस ने हमराज कंस्ट्रक्शन के लगभग डेढ़ सौ फ्लैटों में रह रहे लोगों को नोटिस भेजा है और रजिस्ट्री की जानकारी मांगी है।
जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी स्थित हमराज कंस्ट्रक्शन में रहने वालों को पुलिस ने नोटिस भेजकर रजिस्ट्री की फोटो कॉपी मांगी है। इरफान उनके भाई रिजवान, सपा नेत्री के पिता शौकत अली, हिस्ट्रीशीटर इजरायल आटे वाला और मोहम्मद शरीफ पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है।
डेढ़ सौ में अब तक 11 लोगों ने रजिस्ट्री की कॉपी पुलिस को सौंप दी हैं, जबकि चार लोगों ने बताया कि फ्लैट का पूरा पैसा बिल्डर को दे दिया गया है लेकिन रजिस्ट्री नहीं हुई है। इस संबंध में सपा विधायक के अधिवक्ता गौरव दीक्षित का कहना है कि गैंगस्टर एक्ट से हमराज का कोई लेना देना नहीं है। वहीं इंस्पेक्टर ने लोगों को जारी नोटिस में मुहर नहीं लगाई है और न ही अपना मोबाइल नंबर पूरा लिखा है। यह भी नहीं बताया गया है कि नोटिस किस धारा के तहत दिया गया है।
मामले की विवेचना कर रहे फीलखाना इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने बताया कि अब तक लगभग 105 करोड़ से अधिक की संपत्ति को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है। जाजमऊ के डिफेंस कॉलोनी स्थित प्लॉट नंबर 569 स्थित हमराज कंस्ट्रक्शन द्वारा बनाए गए 150 फ्लैटों में रहने वाले लोगों से फ्लैट की रजिस्ट्री की फोटो कॉपी की मांग गई है। मंगलवार देर रात तक 15 लोग विवेचक के पास पहुंचे और अपने-अपने दस्तावेजों की जानकारी दी।
कानपुर। सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ शिकायतों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार देर रात एक और शिकायत पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड से की गई। जिसमें पीड़ित ने आरोप लगाया है कि वह अपने गुर्गों के साथ मिलकर उनकी टेनरी पर कब्जा कर लिया है। आयुक्त ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए।
कमाल टेनिंग इंडस्ट्रीज के स्वामी कमाल अहमद ने लिखित शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि विधायक इरफान सोलंकी और थाना चकेरी क्षेत्र के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर अबरार के गिरोह ने पुलिस की मौजूदगी में उनके कारखाने से करोड़ों की मशीनें जबरन उठा ले गए लेकिन सपा विधायक के प्रभाव की वजह से 10 दिन के अन्दर पुलिस ने मामले को रफा-दफा करते हुए फाइनल रिपोर्ट लगा दी। उसने गुहार लगाते हुए कहा कि इस पूरे प्रकरण की पुन: जांच एवं अग्रिम विवेचना होनी चाहिए।
जमीनों पर कब्जा करने वाले गिरोह के सरगना अबरार जाजमऊ क्षेत्र में विधायक इरफान सोलंकी की सह पर जमीनों हड़पने का काम करता था। इतना ही नहीं विधायक ने एक अन्य टेनरी मालिक से 50 लाख रुपये का ठेका लेकर उनकी फैक्ट्री में कब्जा कराया है। टेनरी मालिक ने उनके भाई की फैक्ट्री नीलामी में खरीदी थी, जो बाद में चरागाह की जमीन निकली। इसी वजह से उसने नीलामी में खरीदी गई टैनरी की जगह पर कब्जा कर लिया।
बाद में टेनरी मालिक ने दोनों टेनरियों की जमीन पर कब्जा कर लिया और वहां की मशीनों को लुटा। दो बीघा की जगह विधायक की मदद से उनकी पांच बीघा जमीन कब्जा ली गई। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि मामले की दोबारा विवेचना कराई जाएगी। पूरे प्रकरण की जांच एसीपी चकेरी को दी गई है।
विधायक इरफान सोलंकी को शुक्रवार को पेशी पर कानपुर लाया जाएगा, ऐसे चर्चा गुरुवार को दिन भर शहर में होती रही। इस बीच सपा ने अधिकृत ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया कि विधायक को महाराजगंज से कहीं दूसरी जेल ले जाने की चर्चा है। इस ट्वीट से विधायक के समर्थकों में कुछ समय के लिए ऊहापोह की स्थिति रही। हालांकि बाद में सामने आया कि पेशी पर कानपुर लाने की चर्चा थी, लेकिन अब वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए पेशी हो सकती है।
कानपुर। फरार सपा विधायक इरफान सोलंकी और उसके भाई रिजवान सोलंकी की अग्रिम जमानत के लिए गुरुवार को जिला जज की कोर्ट में सुनवाई हुई। बचाव पक्ष के वकील ने कुछ तथ्य पेश करने के लिए कोर्ट से समय मांगा और कोर्ट ने अगली तारीख पांच दिसम्बर कर दी है। वहीं सरकारी वकील ने आरोप लगाया कि विधायक के वकील ने रिजवान सोलंकी को चार बार का विधायक बताकर दस्तावेज लगाया है, जबकि वह कभी विधायक नहीं रहा।
प्लाॅट कब्जाने, आगजनी और धमकाने सहित कई गंभीर धाराओं में सपा विधायक इरफान सोलंकी और उसके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से दोनों फरार चल रहे हैं और विधायक के वकील नरेश चन्द्र त्रिपाठी ने अग्रिम जमानत याचिका जिला जज की कोर्ट में डाल रखी है। इसकी पहली सुनवाई 25 नवम्बर को हुई तो पुलिस कोर्ट में केस डायरी नहीं पेश कर पाई। इससे अगली तारीख एक दिसम्बर कर दी गई और जब आज कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई तो बचाव पक्ष के वकील नरेश चन्द्र त्रिपाठी ने कुछ तथ्य और पेश करने के लिए कोर्ट से समय मांगा। वहीं सरकारी वकील का आरोप है कि बचाव पक्ष के वकील ने विधायक के भाई रिजवान के नाम जो शपथ पत्र दिया है उसमें उसको चार बार का विधायक दिखाया गया है, जबकि वह कभी विधायक नहीं रहा।
सूत्र बताते हैं कि इस बार पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली थी और विधिक राय भी ली थी, ताकि विधायक और उसके भाई को अग्रिम जमानत न मिल सके। इसके लिए पुलिस साक्ष्य के रूप में फॉरेंसिक रिपोर्ट पेश करती जिसमें इस बात की पुष्टि है कि झोपड़ी पर आग ज्वलनशील पदार्थ से लगाई गई है। इसके साथ ही फरारी के दौरान विधायक फर्जी आधार कार्ड के जरिये अशरफ नाम से दिल्ली से मुम्बई की हवाई यात्रा की है। इस पर अलग से विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। बताया जा रहा है कि पुलिस के मजबूत साक्ष्यों को देखते हुए बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट से समय मांगा है।
यह था मामला
जाजमऊ थाना क्षेत्र के डिफेंस कॉलोनी में सपा विधायक इरफान सोलंकी का आवास है। पड़ोस के एक प्लाॅट पर विधवा बेबी नाज झोपड़ी बनाकर रहती हैं। बेबी नाज का आरोप है कि सात नवम्बर को विधायक और उसके भाई रिजवान सोलंकी समेत आठ अन्य लोगों ने झोपड़ी को आग के हवाले कर दिया। प्लाॅट पर दोनों पक्ष अपना मालिकाना हक जता रहे हैं और मामला कोर्ट में विचाराधीन है। पीड़िता की तहरीर पर आठ नवम्बर को जाजमऊ थाना में आगजनी, धमकाने सहित गंभीर धाराओं में विधायक व उसके भाई सहित आठ अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। मुकदमा दर्ज होने के बाद से विधायक और उसका भाई फरार चल रहे हैं। इस दौरान फर्जी आधार कार्ड बनवाकर अशरफ नाम से दिल्ली से मुंबई की हवाई यात्रा करने पर विधायक के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज हो गया।
कानपुर। सपा के विधायक इरफान सोलंकी ने ग्रीन पार्क में कानपुर स्वच्छता अभियान के तहत खेले गए एक मैत्री क्रिकेट मैच में धुंआधार बल्लेबाजी करते हुए भाजपा के सभी गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी। और 11 ओवर में ही अपनी टीम को जीत की ट्राफी दिलाने में कामयाब हुए। इरफन ने शानदार अर्धशतक जड़ा।
भाजपा विधायक दल की टीम को सपा विधायक दल की टीम ने 9 विकेट से हराकर मैच अपने नाम किया। इस मैच में भाजपा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 16 ओवरों में 108 रन बनाए, विधायक राजीव परीक्षा ने सर्वाधिक 40 रन बनाए। जीत के लिए निर्धारित लक्ष्य का पीछा करने उतरी सपा का पहला विकेट शून्य पर ही गिर गया। हालांकि इसके बाद उमर इरफान और इरफान सोलंकी की जोड़ी ने 110 रन की अविजित साझेदारी कर मैच सपा के झोली में डाल दिया।
इससे पूर्व कानपुर मण्डलायुक्त डॉ राजशेखर ने मैच की शुरुआत खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर की। यहीं नहीं उन्होंने दोनों टीमों के बीच टॉस भी कराया। हरफनमौला प्रदर्शन करने वाले इरफान सोलंकी को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विजेता एवं उपविजेता टीमों को पुरस्कृत किया।
फ्लड लाइटें न जलने से देरी से शुरु हुआ मैच
कानपुर। सोमवार देर शाम साढ़े छह बजे से शुरू होने वाला भाजपा और सपा विधायकों का क्रिकेट मैच समय से शुरू नहीं हो सका। इसके पीछे स्टेडियम की फ्लड लाइटों का न जल पाना कारण रहा। मामला खेल अपर मुख्य सचिव तक पहुंच गया। इसके बाद फ्लट लाइट शुरू हुई और मैच प्रारंभ हुआ।
सपा और भाजपा विधायकों का क्रिकेट मैच फ्लड लाइट न जलने के कारण लगभग डेढ़ घंटे की देरी से शुरू हुआ। ग्रीन पार्क में खेल निदेशक मुद्रिका पाठक की लापरवाही के चलते मैच विलंब से शुरू हो सका। यही नहीं अव्यवस्था का आलम यह था कि प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री भी अंधेरे में ही बैठने को मजबूर रहे। दो विधायक और दो मंत्रियों ने अपर मुख्य सचिव और खेल सचिव नवनीत सहगल को वस्तुस्थिति से अवगत कराया तब कहीं जाकर फ्लट लाइटें चालू हुईं और मैच फिर शुरू हो सका।