वाशिंगटन/नई दिल्ली । अमेरिकी बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल भारत में डिजिटाइजेशन के लिए 10 अरब डॉलर (करीब 82 हजार करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। गूगल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के बाद यह जानकारी दी।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने घोषणा की है कि कंपनी गुजरात के गिफ्ट सिटी में अपना ग्लोबल फिनटेक ऑपरेशन सेंटर खोलेगी। प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद पिचाई ने कहा कि कंपनी अपने 10 अरब डॉलर के डिजिटलीकरण फंड के माध्यम से भारत में निवेश करना जारी रखेगी।
सुंदर पिचाई ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से मिलना उनके लिए सम्मान की बात है। पिचाई ने डिजिटल इंडिया के लिए प्रधानमंत्री के नजरिये की सराहना की। पिचाई ने कहा कि डिजिटल इंडिया के लिए प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण उनके समय से कहीं आगे है। मैं अब इसे एक ब्लूप्रिंट के रूप में देखता हूं, जिसे अन्य देश करना चाह रहे हैं।
वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और सुंदर पिचाई के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, फिनटेक और रिसर्च एंड डवलपमेंट को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा हुई।
गूगल पर संकट, यूरोपीय यूनियन ने कंपनी को एंटी ट्रस्ट लॉ के उल्लंघन का पाया दोषी, बड़ा जुर्माना भी लग सकता है
नई दिल्ली। यूरोपीय यूनियन गूगल को बड़ा झटका दिया है। गूगल पर आरोप है कि उसके द्वारा गैर कानूनी तरीके अपनाये जा रहे हैं, एंटी-कॉम्पिटेटिव प्रैक्टिसेज की जा रही है। यूरोपीय यूनियन की कार्यकारी शाखा यूरोपीय कमीशन इसे लेकर गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट पर उसके वार्षिक लाभ का 10 प्रतिशत तक जुर्माना लगा सकती है। 27 देशों के यूरोपीय यूनियन की तरफ से गूगल पर चौथी बार यह आरोप लगा है कि उसने ऑनलाइन विज्ञापन खरीदने और बेचने के लिए बाजार पर अपने नियंत्रण का दुरुपयोग किया है. गूगल पर यूरोपीय कमीशन से पहले अमेरिका में भी अवैध रूप से ऑनलाइन विज्ञापन पर एकाधिकार का दुरुपयोग करने का आरोप लगा था. ब्रिटेन की एंटी ट्रस्ट अथॉरिटी भी गूगल की इस मुद्दे पर जांच कर रही है. यूरोपीय नियामकों ने 2 साल पहले गूगल की जांच शुरू की थी.
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट पर पड़ेगा प्रभाव
यूरोपीय कमीशन के इस फैसले का गूगल की मूल कंपनी, अल्फाबेट पर काफी प्रभाव पड़ने की संभावना है. अल्फाबेट ने पिछले साल अपने 60 बिलियन डॉलर का अधिकांश लाभ विज्ञापन से ही प्राप्त किया था. बताते चलें कि सर्च इंजन, ईमेल, मैप सहित गूगल की लगभग सभी लोकप्रिय सेवाओं को ऐड से सबसे अधिक लाभ होता रहा है. जिस कारण कंपनी इसे उपभोक्ताओं को निःशुल्क उपलब्ध करवाती रही है.
यूरोपीय कमीशन ने क्या कहा?
यूरोपीय कमीशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष मार्ग्रेथ वेस्टेगर ने एक बयान में कहा है कि गूगल तथाकथित एडटेक सप्लाई चेन के लगभग सभी स्तरों पर मौजूद है. उन्होंने कहा कि हमारी चिंता यह है कि कंपनी ने मार्केट में अपनी पकड़ का लाभ अपने सभी सर्विस को बढ़ाने के लिए किया होगा. उन्होंने कहा कि गूगल के इस तरह के कार्य से न सिर्फ इसके प्रतिस्पर्धियों को बल्कि प्रकाशकों के हितों को भी नुकसान पहुंचा है और विज्ञापनदाताओं को भी विज्ञापन के लिए अधिक खर्च करने पड़े हैं.
गूगल ने क्या कहा?
पूरे मामले पर गूगल ने कहा कि वो नियामक की तरफ से आए फैसले से सहमत नहीं है. गूगल वाइस प्रेसिडेंट डैन टेलर ने कहा कि विज्ञापन हमारे वेबसाइटों और ऐप्स के संचालन में मदद करते हैं. इससे हम ग्राहकों तक बेहतर ढंग से पहुंच पाते हैं. कमीशन की जांच हमारे विज्ञापन व्यवसाय के एक छोटे से क्षेत्र पर केंद्रित है.
फैसले का कई संगठनों ने किया स्वागत
मीडिया कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली संगठन यूरोपियन पब्लिशर्स ने कार्रवाई की सराहना की है. समूह ने कहा कि उसने एक साल पहले एक शिकायत दर्ज की थी. काउंसिल के कार्यकारी निदेशक, एंजेला मिल्स वेड ने कहा है कि हम जांच में आयोग को सहयोग करने के लिए तैयार हैं.
यूरोपीय यूनियन की तरफ से बनाया गया है नया कानून
पिछले साल, यूरोपीय संघ ने सबसे बड़ी टेक कंपनियों की निगरानी को कड़ा करने के लिए नए एंटी ट्रस्ट और डिजिटल सेवा कानून पारित किया था. बुधवार को, यूरोपीय संसद, यूरोपीय संघ की एक विधायी शाखा, ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को विनियमित करने वाला एक मसौदा कानून भी पारित किया है.
शिमला। हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी आईडी भंडारी ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए हैं। उन्होंने करीब 80 हजार रुपये की चपत लगी है। भंडारी ने ऑनलाइन उत्पाद खरीदने के लिए गूगल पर अमेजॉन कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया था। छोटा शिमला थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह जानकारी एसपी शिमला संजीव गांधी ने दी। पुलिस ने बताया कि गूगल पर दर्शाया गया अमेजॉन कस्टमर केयर साइबर अपराधियों ने क्रिएट किया था। यह बात भंडारी समझ नहीं पाए। साइबर अपराधियों ने उन्हें झांसा देकर एक ऐप डाउनलोड कराया। इस ऐप को ओपन करते ही भंडारी के खाते से दो बार क्रमशः 49,900 और 30,000 हजार रुपये निकाल लिए गए। उन्होंने फोन करने वाले व्यक्ति को कॉल बैक किया तो उसका मोबाइल बंद हो चुका था।
भंडारी 1982 बैच के पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। भाजपा शासित धूमल सरकार के दूसरे कार्यकाल में वह डीजीपी थे। 2012 में कांग्रेस के सत्तासीन होने के बाद तत्कालीन वीरभद्र सिंह सरकार ने उन्हें डीजीपी पद से हटा दिया था।
वाशिंगटन। भारतीय मूल की राधा अयंगर प्लंब अमेरिका की नयी उप अवर रक्षा मंत्री होंगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा पिछले वर्ष जून में नामित की गयीं राधा की नियुक्ति को सीनेट ने मंजूरी दे दी है।
जानकारी के मुताबिक अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने राधा को पिछले वर्ष जून में अमेरिका की उप अवर रक्षा मंत्री के रूप में नामित किया था। राधा इस समय अमेरिका उप रक्षा मंत्री की चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में कार्यरत हैं। राष्ट्रपति द्वारा नामित होने के बाद राधा की नियुक्ति को सीनेट की मंजूरी की प्रतीक्षा थी। अब सीनेट ने भी राधा की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। अमेरिका की उप अवर रक्षा मंत्री बनने के बाद राधा के पास अमेरिकी रक्षा विभाग की खरीद व रखरखाव का काम रहेगा।
राधा इससे पहले गूगल में रिसर्च एंड इनसाइट्स फॉर ट्रस्ट एंड सेफ्टी की निदेशक थीं। उससे पहले वह फेसबुक में नीति विश्लेषण के वैश्विक प्रमुख के रूप में कार्य कर चुकी हैं। 41 वर्षीय राधा ने एमआईटी व प्रिंसटन विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने के बाद हार्वर्ड विश्वविद्यालय में हेल्थ पॉलिसी स्कॉलर के रूप में काम किया। उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में शिक्षक के रूप में भी अपनी सेवाएं दी हैं। उन्हें अमेरिका में सटीक योजनाकार व गहन विश्लेषक के रूप में जाना जाता है।
गांधीनगर/अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के दिए मंत्र पर गुजरात सरकार डिजिटल गुजरात की दिशा में आगे बढ़ रही है। गुजरात सरकार ने बुधवार को गांधीनगर में इंटरनेट क्षेत्र की विश्व विख्यात कंपनी गूगल के साथ स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप के तहत एमओयू किया है।
गुजरात सरकार के इस अभिनव पहल से गुजरात की ग्रामीण महिलाओं, स्कूलों के विद्यार्थी और युवा उद्यमियों को गूगल और राज्य सरकार संयुक्त रूप से इंटरनेट उपयोग समेत इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के महत्तम उपयोग के प्रशिक्षण के जरिए सामाजिक-आर्थिक बदलाव लाएंगे। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की उपस्थिति में एमओयू के दौरान साइंस टेक्नोलॉजी के सचिव विजय नेहरा और गूगल के वाइस प्रेसिडेंट और कंट्री हेड संजय गुप्ता ने करार पर हस्ताक्षर कर दस्तावेजों की कॉपी आपस में आदान-प्रदान किए।
इस करार के तहत गुजरात के 50 हजार लोगों को हर साल प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण महिलाओं में डिजिटल साक्षरता बढ़ाने के साथ बालकों-विद्यार्थियों और युवकों की क्षमता बढ़ाने के साथ स्किल डवलपमेंट किया जाएगा। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गुजरात के लिए सुदृढ़ आईसीटी इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करते हुए आईटी और आईटीईएस पॉलिसी 2022-27 बनाया है। साथ ही इस पॉलिसी ने आईटी उद्योग के समग्र लैंडस्केप में आकर्षण पैदा किया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने इसकी विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व में जो कुछ श्रेष्ठ हो वह गुजरात की धरती हो, इस संकल्प के साथ गुजरात को वैश्विक पहचान दिलाने में प्रयासरत है। इसे देखकर राज्य सरकार ने भी कई महत्वपूर्ण मामलों में नीतियां बनाकर पहल किया है। मुख्यमंत्री ने गूगल के नाम को गुजरात के साथ जोड़ने और देश के विकास इंजन गुजरात को और अधिक वैश्विक बनाने के लिए गूगल को राज्य सरकार के पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया। गुजरात सरकार के साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग ने गूगल के साथ पूर्व में एमओयू किया था जिसमें मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों को प्रमुखता दी गई थी। इसके तहत बी इंटरनेट एवेसम, वीमेंस वील और साइबर सिक्युरिटी के क्षेत्र में साइंस सिटी में प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया था, जिसमें 10 हजार से अधिक महिलाएं, स्कूली विद्यार्थी और युवा उद्यमी शामिल हुए थे।
इस मौके पर गूगल के कंट्री हेड व वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने गुजरात के आई.टी. क्षेत्र में समग्र विकास और विशेष रूप से साइंस सिटी की गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जहां गुजरात युवा उद्यमियों के लिए एक केंद्र है, वहीं गूगल गुजरात के साथ इस साझेदारी के साथ दुनिया में तहलका मचाना चाहता है। संजय गुप्ता ने बच्चों और महिलाओं को उज्जवल भविष्य की नींव बताया और यह भी कहा कि गुजरात में आईटी का विस्तार ग्रामीण स्तर तक हो गया है, इस नेटवर्क का प्रचूर लाभ इस स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप से नई दिशा और बल मिलेगा।
नयी दिल्ली। गूगल खोलते ही आज यानि दस फरवरी को एक डूडल नज़र आ रहा है। यह डूडल गूगल ने मलयालम सिनेमा की पहली दलित अभिनेत्री पी के रोज़ी के सम्मान में उनकी बर्थ एनिवर्सी पर बनाया है।
मलयालम सिनेमा जगत में अपने अभिनय का जादू चलाने वाली अभिनेत्री रोजी की आज 120वीं जयंती है। रोजी मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की पहली महिला अभिनेत्री होने के साथ ही साथ पहली दलित अभिनेत्री होने की भी पहचान उनको मिली। रोजी बहुत खुले विचारों वाली अभिनेत्री मणि जाती थी। आज यानी 10 फरवरी को गूगल ने रोजी को याद करते हुए एक गूगल डूडल बनाया है। इस गूगल डूडल में फूलों और फिल्म की रील से सजी रोजी की छवि नज़र आ रही है।
गूगल ने किया याद
गूगल ने मलयालम सिनेमा की पहली लीड महिला अभिनेत्री पीके रोजी को उनके 120वें जन्मदिन पर एक डूडल समर्पित किया। पीके रोजी का जन्म 10 फरवरी, 1903 को तिरुवनंतपुरम, केरल में हुआ था। अभिनेत्री का असली नाम राजम्मा था। छोटी सी उम्र से ही एक्टिंग का शौक होने के कारण उन्होंने बड़े होकर अभिनेत्री बनने का मन बना लिया था। अपने सपने को साकार करने की राह में आगे बढ़ते हुए पीके रोजी ने साल 1928 में मलयालम फिल्म ‘विगाथाकुमारन’ (द लॉस्ट चाइल्ड) में मुख्य भूमिका निभाकर अपने प्रदर्शन से सभी बाधाओं को तोड़ दिया था। वह इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने के बाद सिनेमा जगत में प्रमुखता से उभरी थीं।
घर और राज्य छोड़ने पर हुईं मजबूर
इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाकर जहां पीके रोजी बहुत से लोगों के लिए एक प्रेरणा बनी थीं, वहीं कुछ लोगों की भावनाएं भी आहत हो गई थीं। दरअसल, इस फिल्म में एक दृश्य ऐसा था, जिसमें हीरो, रोजी के बालों में लगे फूल को चूमता है। इस सीन को देख लोगों का जमकर गुस्सा फूटा था। इन लोगों ने रोजी का घर तक जला दिया था और तो और अभिनेत्री को राज्य छोड़ने के लिए भी मजबूर किया था। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीके रोजी अपने घर और राज्य छोड़कर एक लॉरी में तमिलनाडु भाग गई थीं। तमिलनाडु में रोजी ने उस लॉरी चालक से ही शादी कर ली थी।
गूगल ने कहा धन्यवाद
एक्टिंग करियर को अलविदा कहने के कई साल बाद,मलयालम सिनेमा और समाज को दिए उनके योगदान को याद किया गया है। सर्च इंजन गूगल ने उनके सम्मान में लिखा, ‘आपके साहस और आपके द्वारा छोड़ी गई विरासत के लिए धन्यवाद, पीके रोजी।’ आपको बता दें, पीके रोजी को उनके पूरी जीवन काल में कभी भी उनके योगदान के लिए सराहना नहीं मिली, लेकिन उनकी कहानी लोगों के लिए बल्कि महिलाओं के लिए बहुत प्रेरणादायक है।
नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने भारत के 74वें गणतंत्र दिवस समारोह पर अपने होमपेज पर एनिमेशन के जरिए डूडल प्रस्तुत कर देश के लोगों को बधाई दी है।
गूगल के इस डूडल को अहमदाबाद के पार्थ कोथेकर ने तैयार किया है। यह पेपर आर्ट वर्क है। इसमें राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट, सीआरपीएफ मार्चिंग दल और मोटरसाइकिल सवार नजर आ रहा है।
गूगल ने प्रतिस्पर्धा आयोग के जुर्माने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट अपील की , 16 जनवरी को होगी सुनवाई
नई दिल्ली । प्रतिस्पर्धा आयोग की ओर से लगाए गए 1,338 करोड़ के जुर्माने के खिलाफ गूगल ने सुप्रीम कोर्ट में दस्तक दी है। गूगल की ओर से वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच से जल्द सुनवाई की मांग की, जिसके बाद कोर्ट ने गूगल की याचिका पर 16 जनवरी को सुनवाई करने का आदेश दिया।
प्रतिस्पर्धा आयोग ने अक्टूबर 2022 में एन्ड्रॉयड के लिए बाजार में अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग करने के लिए 1,338 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था। प्रतिस्पर्धा आयोग के फैसले के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) का दरवाजा खटखटाया।
वाशिंगटन । सैन फ्रांसिस्को में गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई को पद्म भूषण मेडल सौंपा गया । भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक पद्म भूषण पुरस्कार अमेरिका में तैनात भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने सुंदर पिचाई को दिया। संधू ने कहा है उन्हें पिचाई को पद्म भूषण सौंपकर खुशी हुई। मदुरै से माउंटेन व्यू तक की उनकी प्रेरणादायक यात्रा, भारत-अमेरिका आर्थिक और तकनीकी संबंधों को मजबूत करती है।
पिचाई ने कहा कि वह इस सम्मान के लिए भारत सरकार और भारत के लोगों के आभारी हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि गूगल और भारत के बीच महान साझेदारी जारी रहेगी। पिचाई ने राजदूत तरणजीत सिंह संधू से पुरस्कार स्वीकार करते हुए कहा कि भारत पर उन्हें गर्व है।
पिचाई ने कहा कि तकनीकी बदलाव की तेज गति को देखने के लिए कई बार भारत लौटना आश्चर्यजनक रहा है। भारत में किए गए नवाचार डिजिटल भुगतान से लेकर आवाज प्रौद्योगिकी तक दुनिया भर के लोगों को लाभान्वित कर रहे हैं। पिचाई ने कहा कि व्यवसाय डिजिटल बदलाव के अवसरों को भुना रहे हैं। पिचाई ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का डिजिटल इंडिया विजन निश्चित रूप से उत्प्रेरक है।