हरिद्वार। ज्वालापुर क्षेत्र में रेडीमेड गारमेंट कारोबार में साझेदार युवती को स्टॉक दिखाने के बहाने एक गोदाम में ले जाकर नशीली कॉफी पिलाकर गैंगरेप का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर युवती ने अपने साझेदार, उसके सगे भाई और एक अन्य के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा कोतवाली ज्वालापुर में दर्ज कराया है।
घटना ज्वालापुर क्षेत्र की नंदपुरी कॉलोनी की है। युवती ने कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उसकी जान पहचान 2016 में शुभम सैनी निवासी ग्राम डाडा पट्टी भगवानपुर से हुई थी। कुछ माह बाद शुभम के साथ उसने रेडीमेड गारमेंट का कारोबार शुरू कर दिया। युवती का आरोप है कि शुभम उसे स्टॉक दिखाने की बात कहकर नंदपुरी में एक मकान में लेकर आया था, जहां शुभम ने उसे कॉफी पिलाई, जिसके बाद उसे होश नहीं रहा।
युवती का आरोप है कि शुभम, उसके भाई दीपक सैनी व एक अन्य युवक उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। होश में आने पर जब उसने शोर मचाया तब उसके साथ गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर आरोपितों के खिलाफ इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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मुंबई। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) और महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस ) को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की ओर से औरंगाबाद में बंद गोदामों में आतंकी ट्रेनिंग कैंप चलाए जाने की महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।
जांच एजेंसियों ने पीएफआई के मुख्य मोहरे अब्दुल हादी अब्दुल रऊफ के पास से 19 पन्ने का हस्तलिखित पत्र जब्त किया है। जिसमें धन संग्रह करने के साथ 2047 तक विशेष मुहिम चलाकर भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए काम करने, मदरसों में बच्चों का माइंडवॉश करने तथा उन्हें जिहादी ट्रेनिंग देने, ट्रस्ट बनाकर काम करने आदि का उल्लेख किया गया है। पत्र के आधार पर जांच एजेंसियां मामले की गहन छानबीन कर रही हैं।
एनआईए सूत्रों के अनुसार पीआईएफ महाराष्ट्र अध्यक्ष नाशीर शेख के बैंक खाते में एक लाख 80 हजार रुपये मिले हैं। साथ ही उसे हर माह 6 हजार रुपये का मानधन भी मिलते थे। यह रकम अधिकृत रूप से मिलती थी, इसमें अंडरटेबल रकम की जानकारी जांच एजेंसियां इकठ्ठा कर रही हैं। नाशीर शेख ने पीएफआई से जुड़े लोगों की आतंकी ट्रेनिंग के लिए परवेज खान को अधिकृत किया था। परवेज खान औरंगाबाद के जटवाड़ा रोड, पड़ेगांव ,और नरेगांव में बंद गोदामों में कई सदस्यों को आतंकी ट्रेनिंग दिया था। पीएफआई ने 15 सितंबर को औरंगाबाद में बैठक की थी, उसमें परवेज खान भी उपस्थित था। बैठक में सभी सदस्यों को उनके मोबाइल फोन से सभी डाटा डिलीट करने का भी आदेश जारी किया गया था।
दरअसल, जांच एजेंसियों ने महाराष्ट्र में पीएफआई के कई जिलों में छापा मारकर महत्वपूर्ण सबूत जब्त किया है। साथ ही पीएफआई के बहुत से सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। उसी जांच में यह महत्वपूर्ण जानकारी जांच एजेंसियों को मिली है। गिरफ्तार आरोपितों के अलग-अलग बैंक खातों से कई बड़े वित्तीय लेनदेन की भी जानकारी मिली है। जांच एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई में आरोपितों के मोबाइल फोन, लैपटॉप, हार्डडिस्क जब्त किए गए। इन सबकी गहन छानबीन की जा रही है।