नई दिल्ली । वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा कि भारत वर्ष 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। रेटिंग एजेंसी ने वित्त वर्ष 2026-27 में देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 7 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान भी जताया है।
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने मंगलवार को जारी अपने ताजा अनुमान में कहा कि भारतीय अर्थव्यस्था की वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष 2024-25 में 6.9 फीसदी पर पहुंचने से पूर्व चालू वित्त 2023-24 में 6.4 फीसदी बनी रहेगी। एजेंसी ने कहा कि वित्त वर्ष 2026-27 में यह सात फीसदी पर पहुंच जाएगी।
इससे पहले एसएंडपी ने अपने ‘ग्लोबल क्रेडिट आउटलुक 2024’ में 31 मार्च, 2024 को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 6.4 फीसदी जीडीपी वृद्धि अनुमान जताया था जबकि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यह 7.2 फीसदी रही थी।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि हम वित्त वर्ष 2026-27 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर सात फीसदी तक पहुंचते हुए देख रहे हैं। एसएंडपी ने कहा कि भारत 2030 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। एजेंसी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह अगले तीन वर्षों में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था होगी।
उल्लेखनीय है कि भारत वर्तमान में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
Global Rating Agency
नई दिल्ली। वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ा दिया है। रेटिंग एजेंसी ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ के अनुमान को छह फीसदी से बढ़ा कर 6.40 फीसदी कर दिया है। वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट को 6.9 फीसदी से घटा कर 6.40 फीसदी कर दिया है।
एसएंडपी ग्लोबल ने सोमवार को जारी रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6 फीसदी से बढ़ा कर 6.40 फीसदी कर दिया। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के आसार दिख रहे हैं। एसएंडपी का कहना है कि घरेलू स्तर पर अर्थव्यवस्था को जोरदार सपोर्ट मिल रहा है। ऐसे में महंगाई और कमजोर एक्सपोर्ट भी अर्थव्यवस्था की विकास दर को कमजोर नहीं कर पाएगा और भारत के जीडीपी में जबरदस्त उछाल आएगा।
एसएंडपी के मुताबिक भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अनुमान से तेज गति से बढ़ेगी, लेकिन आगामी वित्त वर्ष 2022-4-25 में इसकी रफ्तार थोड़ी सुस्त हो सकती है। एजेंसी ने कहा कि इस वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 6.9 फीसदी से घटा कर 6.40 फीसदी कर रहे हैं। इससे पहले फिच रेटिंग्स ने हाल ही में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए भारत की विकास दर 6.30 फीसदी रहने की उम्मीद जताई थी।
31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.2 फीसदी की दर से बढ़ी। वहीं, चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत की जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी रही थी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि दर 6.50 रहने का अनुमान जताया है।