गया। स्थानीय गया व्यवहार न्यायालय में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आज बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर के विरुद्ध धारा 153A, 153B, 259Aऔर 505 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जो सुनवाई हेतु रखा गया है।
तीन परिवाद आज डॉ. चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज किया गया। पहला परिवाद वाद भाजपा जिला अध्यक्ष धनराज शर्मा के द्वारा दर्ज में गवाह संतोष ठाकुर, अशोक भारती, अधिवक्ता राजेंद्र प्रसाद, सुनील कुमार सिन्हा, दूसरा परिवार चंदेश्वर मांक्षी,गवाह राजेश कुमार सिंह, अशोक कुमार, अधिवक्ता मुकेश कुमार। तीसरा परिवार वाद प्रशांत कुमार गवाह डा. अनुज कुमार, रंजीत कुमार सिंह, अधिवक्ता राजेश आनंद ने किया है।
भाजपा जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ. चंद्रशेखर ने हिन्दुओं के महान ग्रंथ रामचरित मानस पर टिप्पणी कर पूरे समाज के भावना पर कुठाराघात किया है। किसी भी धर्म पर टिप्पणी करना कोई व्यक्ति का अधिकार नहीं है। बिहार के शिक्षा मंत्री बिहार के शिक्षा को भी सत्यनाश कर देंगे। ऐसे शिक्षा मंत्री को मंत्री मंडल से तत्काल बर्खास्त कर देना चाहिए। डॉ. चंद्रशेखर को अगर किसी दूसरे धर्म में आस्था तो हिन्दू धर्म छोड़कर दूसरे धर्म में चले जाएं।
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कैथल। अज्ञात लोगों ने एक व्यक्ति को पराली के जलने ढेर में फेंंक दिया। आग से बुरी तरह से झुलसे युवक को पीजीआई रोहतक में दाखिल करवाया गया है। उसकी पहचान अजीत सिंह पुत्र लख्मी चन्द वासी ढुंडवा के रूप में हुई है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है।
थाना सदर पुलिस को कंट्रोल रूम से सूचना प्राप्त हुई थी कि गांव धुन्धरेहड़ी के पास पराली के ढेर में आग लगी हुई है और एक व्यक्ति आग लगने के कारण घायल है। पुलिस जब तक वहां पहुंची तब तक लोगों ने उसे कैथल के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवा दिया था। जहां से उसे डॉक्टरों ने कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल में भेज दिया। वहां से भी उसे रोहतक मेडिकल में रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के बाद डॉक्टरों ने पुलिस को उसके बयान लेने की इजाजत दे दी।
रोहतक मेडिकल कॉलेज में दाखिल अजीत सिंह ने पुलिस को दिए बयान में कहां है कि वह 6 जनवरी को कैथल के बस अड्डा के पास खड़ा था। खुद को पुलिस कर्मचारी बताने वाला एक व्यक्ति उसे मोटरसाइकिल पर गांव सजुमा के खेतों में ले गया। जहां उसने दारू पी। वह व्यक्ति उसे ट्यूबवेल पर छोड़कर रोटी लेने की बात कह कर चला गया। कुछ देर में चार-पांच युवक आए और पास में पड़े हुए पराली के ढेर में आग लगा दी। उन्होंने उसे जलते हुए पराली ढेर में फेंक दिया और फरार हो गए। अजीत सिंह ने कहा कि वह उन युवकों को नहीं पहचानता है। जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
कैथल। किसान आंदोलन के दौरान दर्ज हुए मुकदमे वापस नहीं हुए तो किसान 24 नवंबर को अंबाला के मोहड़ा में रैली कर रेल रोको आंदोलन की शुरुआत करेंगे। शनिवार को कैथल में हुई भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) की जिला कार्यकारी अध्यक्ष गुरनाम सिंह फरल व जिला अध्यक्ष महावीर चहल नरड़ की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह ऐलान किया गया।
बैठक में भाकियू चढूनी ग्रुप के कार्यकारी अध्यक्ष कर्म सिंह मथाना, राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश बैंस व युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट ने हिस्सा लिया। किसान नेताओं ने कहा कि दिल्ली में चले 13 महीने 13 दिन चले किसान आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार ने लिखित समझोते में केंद्र सरकार ने सभी प्रकार के केस वापिस लेने की किसानों की शर्त को माना था। परंतु लगभग एक साल का समय बीत जाने पर भी अभी तक रेलवे के केस वापिस नहीं हुए।
भाकियू चढूनी द्वारा मांगी सूचना में रेलवे विभाग ने बताया कि हरियाणा में किसान आंदोलन के दौरान 12 केस दर्ज किए गए थे। परंतु इस केसों को वापिस लेने का कोई भी आदेश विभाग को नही मिला है। इस प्रकार आंदोलन के दौरान समझौता वार्ता में भी सभी केस वापिस लेने की बात हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मानी थी और सारे पुराने केस वापिस लेने व आंदोलन के सहायक लोगों को किसी भी प्रकार से प्रताड़ित न करने का वायदा किया था।
बैठक मे पिरथी कौल,नरेंद्र मागो माजरी, कृष्ण मालखेडी, जसबतं संधू, चांदी राम सरपंच, कुलबत गोयत, धर्मा गुर्जर, नरेंद्र चदलाना, जगवीर पयौदा, विक्रम दुसैण, मनोज नीमवाला, अनिल गुर्जर नंबरदार, महाबीर पयौदा, सोनू पयौदा, जस्सू पयौदा, गुरुमुख फरल, विनोद चहल, बलकार मलिक, कुलदीप मलिक,राजपाल चहल,रमेश रामगढ,सोनू बागड,राजेश देबन,अजैब किगन,तेजा सरदार,समशेर तितरम,जयपाल पयौदा,सुरेश शर्मा बदराणा,सुभाष मास्टर ने हिस्सा लिया।