नवी मुंबई । फीफा और एएफसी हाल ही में संपन्न हुए फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप जैसे प्रमुख टूर्नामेंटों के मेजबान के रूप में भारत की सफलता से खुश हैं, और अधिक से अधिक बड़े आयोजनों की मेजबानी के लिए देश पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
एएफसी अध्यक्ष शेख सलमान बिन इब्राहिम अल खलीफा ने भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) से बातचीत में कहा, फीफा और एएफसी भविष्य में और अधिक आयोजनों की मेजबानी के लिए भारत पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, और पिछले कुछ वर्षों में जब से मैंने एएफसी में पदभार संभाला है, मुझे लगता है कि भारत ने एशियाई फुटबॉल में बड़ी भूमिका निभाई है। आपने यहां दो विश्व कप और सीनियर महिला एएफसी एशियाई कप की मेजबानी की है। भारत एशिया का एक प्रमुख देश है और उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में यह फुटबॉल में उसी स्तर पर अपना स्थान बना लेगा।
एआईएफएफ के नए अध्यक्ष कल्याण चौबे से मुलाकात करते हुए, शेख सलमान ने भारतीय फुटबॉल के विकास के लिए एएफसी के पूर्ण समर्थन की बात दोहराई।
शेख सलमान ने कहा, मैं यहां नए प्रबंधन से मिला हूं, और मैं हमेशा भारत को एक फुटबॉल राष्ट्र के रूप में सफल होने के लिए हर संभव समर्थन दूंगा। भारत की सफलता एशिया में हमारी सफलता होगी। मुझे विश्वास है कि नए प्रबंधन और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फुटबॉल भारत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हमने पहले ही कई समर्थकों को स्टेडियम में आते देखा है।”
एएफसी अध्यक्ष को लगता है कि भविष्य में भारत के पास सफलता की अधिक संभावना है।
उन्होंने कहा, “भारत ने हाल के दिनों में काफी प्रगति की है, लेकिन गति और भी तेज हो सकती है। बेशक, पिछले दो वर्षों में कोविड महामारी ने काफी नुकसान पहुंचाया है, और यह केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में था। हमेशा चुनौतियां होंगी, चाहे वह कोविड हो या अन्य चीजें, लेकिन मुझे लगता है कि प्रगति के लिए सभी हितधारकों का दृढ़ संकल्प है।
उन्होंने कहा,“यह 1.3 बिलियन से अधिक की आबादी वाला देश है, इसलिए भारत में पर्याप्त प्रतिभा होनी चाहिए। खेल को सफल बनाने के लिए उन्हें हितधारकों, एआईएफएफ, सरकार, निजी क्षेत्र और अन्य सभी पार्टियों से मिलने वाले सभी समर्थन की आवश्यकता है। मुझे यकीन है कि फुटबॉल के भारत में सफल होने की काफी संभावनाएं हैं।
FIFA U-17 WORLD CUP
फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप : नाइजीरिया पहली बार सेमीफाइनल में, जर्मनी ने ब्राजील को किया बाहर
भुवनेश्वर। नाइजीरिया ने पेनल्टी शूट-आउट में अमेरिका को 4-3 से हराकर पहली बार फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाई। नाइजीरिया के लिए ओमामुज़ो एडाफे ने मैच में दो गोल किये। एक सामान्य समय में और एक शूट-आउट में। वहीं अमेरिका के लिए एकमात्र गोल अमेलिया मार्टिना ने किया।
इस मुकाबले में दोनों टीमों ने सधी शुरूआत की। एडाफे ने मैच के 26वें मिनट में गोल कर नाइजीरिया को 1-0 से आगे कर दिया। हॉफ टाइम से 5 मिनट पहले मैच के 40वें मिनट में अमेलिया मार्टिना ने गोल कर अमेरिका को 1-1 की बराबरी दिला दी। तय समय तक यही स्कोर रहा, जिसके बाद पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया, जहां बाजी नाइजीरिया के हाथ लगी।
इसके अलावा एक अन्य मुकाबले में जर्मनी ने ब्राजील को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। जर्मनी के लिए क्वार्टर फाइनल मुकाबले में मैरी स्टेनर 23वें और मेलिना क्रूगर ने अतिरिक्त समय में गोल किया।
भुवनेश्वर। फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप में शुक्रवार को भारतीय टीम को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम को मोरक्को ने 3-0 से हराया। इस हार के साथ ही भारतीय टीम के अंतिम आठ में पहुंचने की भी उम्मीदें खत्म हो गईं। इससे पहले अपने पहले मैच में भारतीय टीम को अमेरिका के हाथों 8-0 से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि इस मैच में भारतीय टीम ने पहले मुकाबले की अपेक्षा काफी बेहतर खेल का प्रदर्शन किया और गोल करने के कई मौके भी बनाए।
इस मुकाबले में दोनों टीमों ने अच्छा प्रदर्शन किया। भारत और मोरक्को दोनों ने पहले हॉफ में कई मौके बनाए लेकिन दोनों ही टीमों को सफलता नहीं मिली। भारत ने इस मुकाबले में पहले मैच की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन किया। कुछ दिन पहले संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ भारतीय टीम पहले हाफ में 5-0 से पिछड़ रही थी, लेकिन आज के मैच में टीम ने विपक्षी टीम को कोई भी गोल नहीं करने दिया।
हालांकि दूसरा हॉफ पूरी तरह से मोरक्को के नाम रहा। दूसरे हॉफ की शुरूआत में भारतीय टीम में एक बदलाव किया गया और काजोल डिसूजा को बाहर भेज कर उनकी जगह सुधा तिर्की को बुलाया गया। हालांकि इसका कोई ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा। मैच के 50वें मिनट में एल मदनी दोहा ने गोल कर मोरक्को का खाता खोला। फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 में मोरक्को का यह पहला गोल था।
मैच के 61वें मिनट में कप्तान यासमीन ज़ौहिर ने एक और गोल कर मोरक्को की बढ़त दोगुनी कर दी।
मैच के 84वें मिनट में भारत के पास गोल करने का एक सुनहरा मौका था, लेकिन अनिता के किक को मोरक्को की गोलकीपर ने शानदार तरीके से रोक लिया और भारत ने मौका गंवा दिया।
चेरिफ ने अतिरिक्त समय (90 1) में एक और गोल कर मोरक्को की बढ़त 3-0 कर दी।
ब्राजील और यूएसए के बीच मैच 1-1 से रहा ड्रा
इससे पहले ब्राजील और संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) के बीच खेला गया मैच 1-1 से ड्रॉ रहा। मैच में अमेरिका के लिए निकोलेट किओर्पेस ने 33वें मिनट में और ब्राजील के लिए केरोल ने 37वें मिनट में गोल किया।
भुवनेश्वर। संयुक्त राज्य अमेरिका के खिलाफ शुरुआती मुकाबले में मिली हार की निराशा को पीछे छोड़ते हुए भारतीय टीम मोरक्को के खिलाफ शुक्रवार को फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप के अपने दूसरे मैच में जीत के इरादे से मैदान में उतरेगी।
भारतीय कोच थॉमस डेननरबी ने कहा, हमारे पास कल मोरक्को के खिलाफ एक अच्छा मौका है। अगर हम सही रवैया दिखा सकते हैं, तो हम स्कोर कर सकते हैं और कुछ अंक हासिल कर सकते हैं। हमें इससे लड़ने की जरूरत है – हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है।
डेननरबी ने आगे कहा, हमारे पास एक ऐसी टीम है जो निश्चित रूप से वापसी कर सकती है लेकिन फ़ुटबॉल केवल दौड़ने या लड़कियों की संख्या के बारे में नहीं है। यह सही समय पर सही निर्णय लेने के बारे में भी है। यह सबसे बड़ी समस्या थी जिसका हमने यूएसए के खिलाफ अपने शुरूआती मैच में सामना किया था। लड़कियों को अपना सौ प्रतिशत पिच पर लगाने की जरूरत है।
ग्रुप ए के शुरुआती मैच में ब्राजील के खिलाफ मोरक्को को 1-0 से हार का सामना करना पड़ा और न तो भारत और न ही मोरक्को ने अभी तक कोई अंक हासिल किया है, भारत खराब गोल अंतर के कारण तालिका में सबसे नीचे है। भारतजीत से अगले दौर के लिए क्वालीफाई करने की दौड़ में बना रहेगा।
भारतीय कोच ने कहा, मोरक्को एक मजबूत टीम है, जो अच्छी तरह से बचाव करती है। वे अपने पासिंग गेम के साथ तकनीकी रूप से अच्छे हैं, सटीकता भी प्रभावशाली है।
कोच ने कहा, हमने उन्हें ब्राजील के खिलाफ खेलते देखा है और उनके खिलाफ स्कोर करना एक चुनौती होगी। लेकिन हमारे लिए, यह या तो जीत है या टूर्नामेंट से बाहर है। लड़कियों को मुक्त फुटबॉल खेलने की जरूरत है और उन्हें अपने रास्ते में आने वाले हर मौके का लाभ उठाना चाहिए। यदि वे गेंद को पकड़ने से डरते हैं, तो वे तुरंत मैच से बाहर हो सकते हैं।
कोच को लगता है कि मोरक्को के खिलाफ मैच भारत के लिए मजबूत प्रदर्शन करने का एक सही मौका है। उन्होंने कहा, प्रशंसकों को लगा कि हम अपने पिछले मैच में अच्छे नहीं थे। लेकिन इस बार, हमें खेल को बेहतर तरीके से संभालने और यह दिखाने का मौका मिला है कि भारत निश्चित रूप से एक बेहतर ब्रांड का फुटबॉल खेल सकता है।
भुवनेश्वर । संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) ने अपने फीफा अंडर -17 महिला विश्व कप अभियान की शुरुआत मेजबान भारत के खिलाफ 8-0 की शानदार जीत के साथ की है। भारतीय टीम इस पूरे मैच में कहीं भी अमेरिकी टीम को चुनौती देती नहीं दिखी और आसानी से मैच गंवा दिया। मैच से पहले मुख्य कोच थॉमस डेननर्बी ने कहा था कि यूएसए को खिलाफ एक गोल करना भी भारतीय टीम के लिए बड़ी उपलब्धि हो सकती है। हालांकि उनकी यह बात पूरी तरह से मैच में सच होती दिखी।
इस मैच में अमेरिका ने आक्रामक शुरुआत की। मैच का पहला गोल नौवें मिनट में आया, जब जैक्सन के क्रॉस पर मेलिना रेबिंबास ने गोल कर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। भारतीय टीम इस गोल से उबर भी नहीं पाई थी की 6 मिनट बाद ही मैच के 15वें मिनट में शार्लोट कोहलर ने गोल कर अमेरिका को 2-0 से आगे कर दिया। शुरुआती दो गोलों के बाद भारतीय टीम एकदम से बैकफुट पर आ गई, जिसका फायदा अमेरिकी खिलाड़ियों ने बखूबी उठाया।
मैच के 23वें मिनट में ओनेका गेमेरो ने भारतीय खिलाड़ी पूर्णिमा की गलती का फायदा उठाते हुए आसानी से गेंद को गोल पोस्ट में डालकर अपनी टीम की बढ़त 3-0 कर दी। 31वें मिनट में भारतीय डिफेंस के लचिलेपन का फायदा उठाते हुए रेबिंबास ने मैच का अपना दूसरा गोल करते हुए अमेरिका को 4-0 से आगे कर दिया। इस गोल के चार मिनट बाद ही 35वें मिनट में थॉम्पसन ने गेंद को गोल पोस्ट में मारा, भारतीय गोलकीपर ने गोता लगाकर गेंद को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली और अमेरिका ने पांचवां गाल कर दिया। मध्यांतर तक भारतीय टीम 5-0 से पीछे रही। हालांकि मध्यांतर के बाद भी पहले हॉफ की तरह ही दूसरे हॉफ में भी अमेरिकी टीम पूरी तरह हावी रही।
मैच के 51वें मिनट में अमेरिका को कार्नर मिला और पिच पर सबसे लंबी खिलाड़ियों में से एक एला एमरी ने आसानी से गोल कर अपनी टीम को 6-0 से आगे कर दिया। मैच के 8वें मिनट में काजल ने कोहलर को बॉक्स के अंदर से बाहर करने की कोशिश की, फलस्वरुप अमेरिका को पेनल्टी मिल गई, और सुआरेज ने इसे गोल में बदलकर अपनी टीम को 7-0 से आगे कर दिया। दो मिनट बाद ही बूटा ने मैच का मैच का सबसे अच्छा गोल करते हुए अपनी टीम की बढ़त 8-0 कर दी।
इस गोल के साथ ही अमेरिका ने अंडर-17 मैच में भारत के खिलाफ सर्वाधिक गोल करने का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। इससे पहले कोरिया ने भारत के खिलाफ सात गोल किये थे।
भारतीय टीम का सामना अब 14 अक्टूबर को मोरक्को से होगा।