बेगूसराय। बेगूसराय में आपराधिक घटनाओं के साथ-साथ कुत्तों का आतंक भी चरम पर है। बुधवार को भी बछवाड़ा थाना क्षेत्र में आवारा कुत्तों के झुंड ने एक महिला को नोंच-नोंच कर मार डाला। घटना बछवाड़ा पंचायत के सेम्मियावाद बहियार की है। मृतक महिला की पहचान बछवाड़ा गांव के वार्ड संख्या-11 निवासी राज कुमार शर्मा कि पत्नी मीरा देवी के रूप में की गई है।
महिला की मौत के बाद गांव में दहशत और मातम छा गया है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि मीरा देवी बुधवार को अपने खेत की ओर जा रही थी। इसी दौरान बिहर में 10-12 कुत्तों के झुंड ने उसे घेर लिया तथा पूरे शरीर पर काट कर लहूलुहान कर दिया। महिला की चिल्लाहट तथा कुत्तों की जोरदार आवाज सुनकर जब तक लोग घटनास्थल पर पहुंचते, उसकी मौत हो चुकी थी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बछवाड़ा के आसपास करीब छह महीना से आवारा कुत्तों के झुंड का आतंक चरम पर है। आवारा कुत्तों ने विभिन्न बहियार में घेरकर छह लोगों की जान ले ली है, जबकि 20 से अधिक लोग उसका शिकार होकर घायल हो चुके हैं।
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हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में बीते कुछ समय से बिना पासपोर्ट एवं वीजा के अपने तीन बच्चों के साथ रह रही एक बांगलादेशी महिला को एलआईयू और कोतवाली रानीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। महिला का पति इससे पहले ही यूपी पुलिस द्वारा अवैध रूप से भारत में रहने के मामले में जेल भेजा जा चुका है। अब रानीपुर पुलिस पकड़ी गई महिला से पूछताछ में जुटी हुई है।
पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम दादूपुर में एक बांग्लादेशी महिला 2022 सितंबर माह से अपने तीन बच्चों के साथ रह रही है। महिला के पास किसी तरह का कोई पासपोर्ट या वीजा नहीं है। उसने अपने आने की सूचना भी एलआईयू या संबंधित कोतवाली को नहीं दी। इस सूचना के आधार पर एलआईयू और कोतवाली रानीपुर पुलिस ने जांच पड़ताल की तो सूचना सही पाई गई। इसके बाद पुलिस ने अवैध रूप से हरिद्वार में रह रही रहीमा पत्नी अली नूर उर्फ जावाद 25 वर्ष मूल निवासी ग्राम हिरन, थाना कोटालियारा जिला गोपालगंज बांग्लादेश को तीन बच्चों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपित महिला को जेल भेज दिया है। महिला का पति पूर्व में उत्तर प्रदेश में ही गिरफ्तार किया गया था।
हरिद्वार। सिडकुल थाना क्षेत्र में देर रात डेंसो चौक के पास एक खेत के नजदीक खाई में दो कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया। दोनों कंकाल युवक और युवती के हैं। दोनों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने बताया कि जहां कंकाल मिले हैं, वहां पेड़ पर दो फंदे भी लटके मिले हैं।
सिडकुल थाना क्षेत्र में रविवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया, जब एक सब्जी वाले ने पुलिस को एक खाई में दो कंकाल पड़े होने की सूचना दी। मौके पर पहुंची सिडकुल थाना पुलिस ने कंकाल के एक लड़का और लड़की के होने की पुष्टि की। मौके पर पुलिस को पेड़ में दो फंदे भी झूलते मिले। पुलिस ने तत्काल फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। फॉरेंसिक टीम ने मौके से नमूने इकट्ठे कर लिए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार देर रात एक सब्जी वाले ने पुलिस को सूचना दी कि सिडकुल के डेंसो चौक के पास खेत किनारे बनी गहरी खाई में दो कंकाल पड़े हुए हैं। कंकाल मिलने की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। थानाध्यक्ष सिडकुल प्रमोद उनियाल टीम के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे। रात होने के कारण तत्काल थाने से अतिरिक्त फोर्स और बिजली की व्यवस्था मौके पर की। पुलिस के जवान जब खाई में उतरे, तो नीचे लगे एक पेड़ के नीचे दो कंकाल पड़े हुए थे। इनमें से एक कंकाल लड़की, जबकि दूसरा लड़के का बताया जा रहा है। कंकाल के ऊपर पेड़ पर फांसी के दो फंदे भी लटके हुए थे। लड़के और लड़की के कंकाल पर सड़ी गली हालत में कपड़े भी मिले हैं। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। फॉरेंसिक टीम ने मौके से नमूने लिएं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोयंबटूर। तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां, बिजली गुल होने की वजह से एक गर्भवती महिला की ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। कोयंबटूर से 35 किलोमीटर दूर अन्नूर के निकट ऊथुपलायम की रहने वाली वनमती (22) को नौ सितंबर को जिले के अन्नूर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पुलिस ने बताया कि अस्पताल में 21 सितंबर को जब चिकित्सक महिला की सर्जरी कर रहे थे तो अचानक बिजली चली गई। पुलिस के अनुसार जनरेटर के काम न करने से समस्या पैदा हुईं और चिकित्सकों को मजबूरी में महिला को एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
महिला ने लड़के को दिया है जन्म
पुलिस ने कहा कि वनमती ने एक लड़के को जन्म दिया, जो पूरी तरह से स्वस्थ है। उसने बताया कि महिला की हालत बिगडऩे पर उसे पास के कोविलपलायम के एक अन्य निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन, आज सुबह उसकी मौत हो गयी।
घटना की जांच के आदेश
पुलिस ने कहा कि इस घटना की जांच का आदेश दिया गया है ताकि वनमती की मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके। वनमती के परिजनों ने उसकी मौत के लिए निजी अस्पताल में इलाज के दौरान बिजली कटौती और चिकित्सकों की कथित लापरवाही के लिए सरकारी अस्पताल को जिम्मेदार ठहराया है।
चेहरे का आकर्षण बढाने में आंखों का बहुत महत्व होता हैं और इसलिए इसके मेकअप पर भी ध्यान देना जरूरी हो जाता हैं। मगर कुछ महिलाएं आंखों के मेकअप पर उतना ध्यान नहीं देती जितना कि देना चाहिये। अगर आप आंखों का मेकअप नहीं करना चाहती हैं तो सिर्फ आईलैशेज लगाने से भी आंखों को खूबसूरत दिखा सकती हैं। आज के समय में आई मेकअप में आई लैशेज का इस्तेमाल खूब किया जाने लगा है। आईलैशेज आपके चेहरे के आकर्षण को बढ़ाते हुए खूबसूरती को बढ़ाता हैं। महिलाएं आईलैशेज का इस्तेमाल करते समय कुछ गलतियां कर बैठती हैं जिसकी वजह से वह लुक नहीं मिल पाता हैं जिसकी चाहत होती हैं। आज यहां हम आपको आईलैशेज को कर्ल करते समय किन गलतियों से बचना चाहिए, उसकी जानकारी देने जा रहे हैं।
सही आईलैशेज का करें चुनाव
फॉल्स आईलैशेज ओकेजन के अनुसार तय करें। यदि आप ऑफिस जा रहीं तो बहुत डेंस फॉल्स आईलैशेज यूज न करें, बल्कि आप आईलैशेज को काट कर अपनी ओरिजनल लैशेज के बीच में लगाएं। इससे ये ओवरपावर नहीं होंगी। वहीं, शादी या फोटोशूट के लिए आपको हमेशा डेंस फॉल्स आईलैशेज यूज करना चाहिए। ज्यादातर महिलाएं पहले बेस मेकअप करती हैं और फिर आंखों के मेकअप के बाद सबसे अंत में आईलैशेज को कर्ल करती हैं। जिससे आंखों की खूबसूरती छिप जाती है। यदि आप चाहती हैं की आपकी आंखें सुंदर दिखें तो बेस मेकअप से पहले ही आईलैशेज को कर्ल कर लें। ऐसा करने से आंखें की शेप के अनुसार मेकअप करने में आसानी होती है।
लैशेज को पहले से रखें तैयार अगर आप हीटेड आईलैश कर्लर का इस्तेमाल करती हैं तो यह जरूरी है कि पहले आप अपनी लैशेज पर अतिरिक्त ध्यान दें। इसके लिए आप पहले अपनी लैशेज को क्लीन करें और उसके पूरी तरह सूखने के बाद ही लैशेज पर हीटेड आईलैश कर्लर का इस्तेमाल करें। दरअसल, अगर आपकी लैशेज गीली या नम होगी तो इससे कर्लर अधिक प्रभावी तरीके से काम नहीं करेगा और आपकी लैशेज फिर से वापिस अपने आकार में आ जाएगी। लैशेज को कर्ल करने से पहले मस्कारा ना लगाएं आंखों के मेकअप के लिए काजल और मस्कारा का अहम रोल होता है। कुछ महिलाएं मस्कारा और काजल लगाने के बाद आई लैशेज को कर्ल करती हैं। ऐसा करने से लैशेज चिपचिपी हो जाती हैं और मस्कारा बाहर निकलने लगता है और आंखों का मेकअप खराब हो जाता है। इसलिए लैशेज को कर्ल करने के बाद ही काजल और मस्कारा लगाएं।
बहुत अधिक जोर ना लगाएं आई
लैशेज को कर्ल करने के लिए बहुत अधिक जोर लगाने से आई लैशेज टूट जाती हैं या बाहर निकलने लगती हैं। इसलिए महिलाओं को कर्लर का इस्तेमाल हल्के हाथों से और बिल्कुल आराम से करना चाहिए। साथ ही कर्र पर हमेशा ऊपर की तरफ दबाव देना चाहिए। ग्लू फॉल्स आईलैशेज को हमेशा गीले कॉटन से नम करके उतारें। एक बार यूज होने के बाद दोबारा यूज न करें। वहीं मैग्नेटिक फॉल्स आईलैशेज को आप सूखे हाथों से उतारें और संभाल कर रखें, क्योंकि इन्हें आप दोबारा पहन सकती हैं। कोशिश करें कि लैशेज लगाकर मुंह धोने से बचें, क्योंकि इससे आंखों में इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है। आईलैशेज कर्लर को गर्म करें कुछ लड़कियां आई लैशेज कर्लर का इस्तेमाल तो करती हैं लेकिन उन्हें इसे सही तरह इस्तेमाल करने का तरीका नहीं मालूम होता है, जिससे आंखों का मेकअप सुंदर नहीं दिखता है। वास्तव में कर्लर का इस्तेमाल करने से पहले इसे ब्लो ड्रायर से हल्का गर्म कर लेना चाहिए। हल्के गर्म कर्लन से आईलैशेज अच्छी तरह कर्ल होती हैं और आंखों की खूबसूरती देखते ही बनती है।