नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्क पांच एफ- फार्म (खेती) से फाइबर (रेशा) से फैक्टरी (कारखाना) से फैशन से फॉरेन (विदेश) विजन के अनुरूप देश में कपड़ा क्षेत्र को बढ़ावा देंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क 5एफ (फार्म टू फाइबर टू फैक्टरी टू फैशन टू फॉरेन) विजन के अनुरूप कपड़ा क्षेत्र को बढ़ावा देंगे। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में स्थापित किए जाएंगे।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क कपड़ा क्षेत्र के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा प्रदान करेगा, करोड़ों का निवेश आकर्षित करेगा और लाखों नौकरियां सृजित करेगा। यह ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ का एक बेहतरीन उदाहरण होगा।”
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कानपुर। पनकी थाना क्षेत्र में स्थित एक पान मसाला बनाने वाली फैक्ट्री में शुक्रवार की भोर पहर अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग विकराल रूप ले लिया और चपेट में आने एक मजदूर की जान चली गई। सूचना पर दमकल गाड़ियों के साथ पहुंचे अग्निशमन दल के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है। आग कैसे लगी यह जानकारी नहीं मिल पायी है।
एसीपी पनकी निशांक शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को भोर पहर सूचना मिली कि एस.एन.के पान मसाला प्लॉट नंबर वन इंडस्ट्रियल एरिया पनकी की फैक्ट्री में आग लग गई है। इस सूचना पर पुलिस बल द्वारा मौके पर पहुंचकर फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग को बुझाया गया। आग की चपेट में आने से फैक्ट्री का एक कर्मचारी शीलू (25) पुत्र साहब लाल निवासी ग्राम बनपुरवा थाना साढ़ कानपुर नगर झुलस गया था। जिसे तत्काल उपचार के लिए हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिवार को सूचना दे दी गई है। परिवार के पहुंचने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फायर अधिकारी के मुताबिक इस घटना में फैक्ट्री में कार्यरत एक कर्मचारी आग की चपेट में आने से मौत हाे गई है। आग पर काबू पा लिया गया है। बताया कि फैक्ट्री के अंदर आग जैसी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए किसी भी तरह की कोई व्यवस्था नहीं थी। आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
रांची। रांची के टाटीसिलवे थाना क्षेत्र स्थित उषा मार्टिन फैक्टरी में सोमवार को अचानक आग लग गई। इससे वहां अफरातफरी मच गई। मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने का प्रयास कर रही है। हालांकि घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बताया जा रहा है कि आग फर्निस डिपार्टमेंट में लगी है। पुलिस ने बताया कि आग को बुझाने का प्रयास जारी है।
बेगूसराय। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प से बनकर तैयार हुए बिहार के एकलौते खाद कारखाना हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) बरौनी से नीम कोटेड ”अपना यूरिया” का रेल रैक के माध्यम से डिस्पैच शुरू हो गया है।
हर्ल कारखाना से बिहार सहित अन्य प्रदेशों में रेल मार्ग से भेजने के लिए पूर्व-मध्य रेलवे के गति शक्ति कार्गो टर्मिनल से 21 वैगन वाले पहले मिनी रैक में 1228 मैट्रिक टन नीम कोटेड अपना यूरिया को बरौनी हर्ल खाद कारखाना के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अशोक बंसल ने हरी झंडी दिखाकर जमुई के लिए रवाना किया।
रेलवे द्वारा कारखाना परिसर में गति शक्ति के लिए बिछाए गए 4.2 किलोमीटर रेलवे ट्रैक से जब पहला रैक रवाना किया गया तो कारखाना कर्मी, यहां उपस्थित रेल कर्मचारी, लोडिंग-अनलोडिंग स्टाफ सहित सभी अधिकारी और कर्मी झूम उठे। पहली बार रेलवे के माध्यम से निकली यह खाद जमुई सहित आसपास के जिलों के किसानों के खेतों में जाकर फसल के साथ-साथ किसानों के चेहरे पर भी हरियाली लाएगा।
इसके साथ ही किसान कल्याण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए जा रहे कार्यों को धरातलीय रूप देगा। बिहार के इस एकलौते कारखाना में बना नीम कोटेड यूरिया ना सिर्फ खेती की लागत घटाएगा, बल्कि इससे जमीन की उर्वरा शक्ति भी बढ़ेगी। नीम कोटेड यूरिया बनाने के लिए यूरिया के ऊपर नीम के तेल का लेप कर दिया गया है।
यह लेप नाइट्रीफिकेशन अवरोधी के रूप में काम करता है। नीम लेपित यूरिया धीमी गति से प्रसारित होता है, जिसके कारण फसलों की आवश्यकता के अनुरूप नाइट्रोजन पोषक तत्व की उपलब्धता होती है और फसल उत्पादन में भी वृद्धि होती है। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक नीम कोटेड यूरिया, सामान्य यूरिया के अनुपात में पांच से दस प्रतिशत तक कम लगती है, जिससे किसान की लागत घटती है। 2014 के बाद मोदी सरकार ने सबसे पहले यूरिया की शत-प्रतिशत नीम कोटिंग सुनिश्चित करने और कालाबाजारी रोकने जैसे अहम फैसलों पर काम किया, जिससे किसानों को यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मूल मंत्र को आत्मसात कर आत्मनिर्भर बन रहे भारत में कृषि भी आत्मनिर्भर हो रही है। खास करके यूरिया की किल्लत झेल रहे बिहार के किसानों को अब खाद के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सार्वजनिक उपक्रम आईओसी, एनटीपीसी, सीआईएल, एफसीआई एवं एचएफसी के ज्वाइंट वेंचर बेगूसराय के बरौनी हर्ल से नीम कोटेड यूरिया खाद का उत्पादन शुरू हो गया है। 8387 करोड़ की लागत से बने नेचुरल गैस आधारित इस कारखाना से 3850 मैट्रिक टन ”अपना यूरिया” ब्रांड का नीम कोटेड यूरिया तथा 22 सौ टन अमोनिया का उत्पादन होगा। केंद्र सरकार के विजन के अनुसार यहां से उत्पादन और डिस्पैच शुरू होने से यूरिया की किल्लत झेल रहे किसानों को फायदा होगा।
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में बाहरी उत्तरी जिले के नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में मंगलवार सुबह जूता-चप्पल बनाने वाली फैक्टरी में आग लग गई। इससे अफरातफरी मच गई। कई मजदूर लपटों में घिर गए। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 10 गाड़ियां पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने तीन लोगों को सुरक्षित बाहर निकालाए जबकि दो लोगों को अचेत अवस्था में नजदीकी अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों मजदूरों की दम घुटने से मौत हुई है। पुलिस मृतकों की पहचान करने में जुटी हुई है। पुलिस के अनुसार, दोनों की उम्र 30 से 32 के बीच की है। खबर लिखे जाने तक आग बुझाने का काम जारी है। दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने इसकी पुष्टि की है।
दमकल विभाग के अनुसार यह तीनमंजिला फैक्टरी नरेला इंडस्ट्रियल एरिया के ई ब्लाक में है। यह तीन सौ वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली है। इसकी दूसरी-तीसरी मंजिल पर आग लगी है। आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। बाहरी उत्तरी जिले के डीसीपी देवेश कुमार महला के मुताबिक अभी 2-3 लोगों के अंदर होने की आशंका है। सभी फैक्टरी में काम कर रहे थे। आग के बुझने के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा। हादसे के वक्त रबड़ की चप्पल तैयार हो रही थीं। इस वजह से आग तेजी से फैली। उल्लेखनीय है कि इससे पहले सोमवार शाम दक्षिण दिल्ली में माउंट कैलाश अपार्टमेंट की 7वीं मंजिल पर आग लग गई थी। दमकल की 6 गाड़ियों को आग बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
इस साल अग्निजनित हादसों में गई 591 की जानः वर्ष 2021-22 में दमकल विभाग के कंट्रोल रूम को कुल 27343 कॉल्स (एक अप्रैल से 31 मार्च तक) मिलीं। यह आंकड़ा 2020-2021 में 25709 का था। आंकड़ों के हिसाब से पिछले साल के मुकाबले कुल 1634 कॉल की संख्या में इजाफा हुआ। कोविड से पूर्व वर्ष 2019-2020 और 2018-2019 की बात करें तो यह आंकड़ा 31 हजार से ज्यादा का था। उस समय हादसों में जान गंवाने लोगों की संख्या बेहद कम थी। इस साल जान गंवाने वालों लोगों की संख्या 591 है। पिछले साल 346 लोगों की जान गई थी।
हरिद्वार। ड्रग्स विभाग की विजिलेंस और एसटीएफ की टीम ने भगवानपुर थाना क्षेत्र के डाडा जलालपुर में बिना लाइसेंस के दवाएं बनाने की एक फैक्टरी पर छापेमारी की है। इस दौरान करीब पांच लाख रुपये कीमत की एंटीबायोटिक व मल्टीविटामिन के साथ ही अन्य साल्ट की नकली दवाइयां बरामद कर मौके से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। टीम ने बरामद दवाइयों को कब्जे में लेने के साथ ही दवाई बनाने की मशीनों व फैक्टरी को सील कर दिया है। इस कार्रवाई से अन्य दवा फैक्टरी संचालकों में अफरा-तफरी मची रही।
ड्रग्स विभाग की विजिलेंस टीम को सूचना मिल रही थी कि भगवानपुर थाना क्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में अवैध रूप से चल रही फैक्टरी में बड़े स्तर पर नकली दवाइयां तैयार की जा रही है। सूचना के आधार पर शनिवार को ड्रग्स विभाग की विजिलेंस टीम और एसटीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से डाडा जलालपुर स्थित खालिद हुसैन पुत्र इकबाल की फैक्ट्री में छापा मारा। इस दौरान फैक्टरी में काम कर रहे लोगों में अफरा तफरी मच गई।
टीम ने मौके से दो लोगों को हिरासत में लेकर करीब पांच लाख रुपये की नकली दवाइयां, कच्चा माल, रैपर समेत दवा बनाने वाली मशीनें बरामद की है। हिरासत में लिए गए लोगों में सरवन कुमार पुत्र बद्रीदास तथा रवि मिश्रा पुत्र प्रदीप मिश्रा निवासी भगवानपुर शामिल हैं। जबकि मुख्य अभियुक्त खालिद हुसैन व उसकी पत्नी शमा अंसारी फरार हो गए। टीम ने बरामद मशीनों व दवाइयों को एसडीएम भगवानपुर वैभव गुप्ता की मौजूदगी में सील कर दिया गया है। जब्त की गई नकली दवाइयों में एंटीबायोटिक और मल्टीविटामिन आदि की तैयार की गयी दवाइयां शामिल हैं।
टीम ने मौके से करीब दस पेटियों में दवाएं बरामद कर सील करने के साथ ही मामले की तहरीर भगवानपुर पुलिस को दे दी है। टीम ने पकड़े गए दोनों लोगों को भगवानपुर पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस हिरासत में लिए गए दोनों लोगों से पूछताछ कर रही है। ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने बताया कि ड्रग्स विभाग की विजिलेंस व एसटीएफ द्वारा बिना लाइसेंस के चल रही फैक्टरी से पकड़ी गई नकली दवाइयां हिमाचल प्रदेश की एक कंपनी के नाम से बनाई जा रही थी। उन्होंने बताया की पकड़ी गई नकली दवाइयां हिमाचल प्रदेश की सोलन हेल्थ केयर कंपनी के नाम से बनाई जा रही थी। तैयार की गई दवाइयां कहां-कहां बेची जा रही थीं। इस बाबत जानकारी जुटाई जा रही है।
हावड़ा। हावड़ा जिले के मधुसूदन पाल लेन स्थित एक प्लास्टिक कारखाने में मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात बड़ी आग लग गई। सूचना मिलने के बाद अग्निशमन विभाग की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंची और करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है। घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है लेकिन लाखों का सामान जलकर खाक हो गया है।
अग्निशमन विभाग सूत्रों ने बताया है कि ज्वलनशील सामानों की मौजूदगी की वजह से आग तेजी से फैलती चली गई थी। इसके अलावा जहां प्लास्टिक कारखाना मौजूद है वह काफी संकरा क्षेत्र है जिसकी वजह से अग्निशमन की गाड़ियों को मौके पर पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। बहरहाल आग पर काबू पा लिया गया है। आग लगने के कारणों के बारे में फिलहाल जानकारी नहीं मिल सकी है। प्राथमिक अनुमान है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी होगी। स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर अग्निशमन विभाग ने एक टीम गठित की है जो आग लगने के कारणों की जांच करेगी। कारखाने में अग्निशमन व्यवस्थाएं दुरुस्त थीं या नहीं, इस बारे में भी जांच की जाएगी।
दो दिन पहले ही दीपावली के दिन पूर्व कोलकाता के वनतला में स्थित लेदर कंपलेक्स में भी बड़ी आग लग गई थी। उसे बुझाने के लिए अग्निशमन विभाग की 16 गाड़ियों को करीब पांच घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी थी।
मुरैना। बानमौर कस्बे में गुरुवार को एक मकान में बन रहे पटाखों में आग लगने के बाद तेज धमाके के साथ मकान जमींदोज हो गया। धमाके इतने तेज थे कि पूरे बानमौर कस्बे में ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो। इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई, वहीं छह लोग घायल हो गए हैं। घायलों को गंभीर हालात में ग्वालियर में भर्ती कराया गया है
बानमौर कस्बा स्थित जेतपुर रोड पर पूर्व सरपंच भूरा गुर्जर का मकान है। इस मकान में जमील खान किराए पर रहकर अवैध तरीके से पटाखा बनाने का काम करता था। बताया गया कि गुरुवार की सुबह 11 बजे के करीब जमील खान अपने पत्नी अन्नू खान एवं दो बच्चों के साथ घर पर मौजूद था। जमील की पत्नी खाना बना रही थी, वहीं वह खुद व उसके बच्चे पटाखा निर्माण कर रहे थे। इसी दौरान गैस से निकली लौ पास में ही रखे पटाखों तक पहुंच गई और आग लग गई। चूंकि पूरे कमरे में भारी तादाद में पटाखे रखे थे, इसलिए आग लगते ही वहां तेज धमाके होने लगे। वहां मौजूद विस्फोटक कितने खतरनाक थे, इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पल भर में ही पूरा मकान ही भरभराकर गिर पड़ा। मकान के मलबे में जमील का पूरा परिवार दब गया। साथ ही उसी मकान में किराने की दुकान चलाने वाले निर्मल जैन, दुकान पर सामान लेने आए पप्पू मावई तथा छह वर्षीय बालक विजय प्रजापति भी मकान के मलबे में दब गए।
आनन-फानन में मौके पर जेसीबी मशीन बुलाई गई और पुलिस एवं प्रशासन के आलाधिकारी भी घटना स्थल पर पहुंच गए। जेसीबी से मलबा हटाकर उसमें दबे लोगों को बाहर निकाला गया। इस हादसे में जमील खान की पत्नी 35 वर्षीय अन्नू खांन, 8 वर्षीय पुत्री जोया, पहाड़ी गांव निवासी 45 वर्षीय पप्पू उर्फ जितेन्द्र मावई पुत्र महेन्द्र सिंह, छह वर्षीय गोलू उर्फ विजय पुत्र दिलीप प्रजापति की मौत हो गई है। घायलों में किराना दुकान का संचालक 40 वर्षीय निर्मल जैन ग्वालियर के अपोलो हॉस्पीटल में भर्ती हैं। 20 वर्षीय शहीद पुत्र जमील खान, 18 वर्षीय अमीन पुत्र जमील खांन, जैतपुर रोड़ निवासी विशाल बाल्मीक और राज वाल्मीक भी ग्वालियर में भर्ती हैं। इसके अलावा जमील का 10 वर्षीय पुत्र नवीन को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलने पर डीआईजी राजेश चावला, जिलाधीश बी कार्तिकेयन, पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी भी पहुंच गए थे।
चित्तूर। आंध्र प्रदेश के चित्तूर के पेपर प्लेट्स निर्माण इकाई में बुधवार तड़के एक दुखद घटना में आग लगने से तीन लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई।
पुलिस ने यहां बताया कि घटना रंगाचारी स्ट्रीट में हुई। मरने वालों में एक पिता भास्कर (65), उसका बेटा दिल्ली बाबू (35) और निर्माण इकाई का मालिक शामिल है। दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। आग की घटना के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।