नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महादेव ऐप घोटाला मामले में बुधवार को देशभर में 15 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की यह छापेमारी दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के मुंबई में चल रही है।
सूत्रों ने बताया कि ईडी ने महादेव ऐप घोटाला मामले में देशभर के 15 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी पश्चिम बंगाल, मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में चल रही है।
ईडी ने इस केस से जुड़े धनशोधन के मामले में रायपुर की एक विशेष अदालत में नया आरोपपत्र दायर किया था। ईडी ने अबतक इस मामले 9 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के उच्चपदस्थ राजनेता और नौकरशाह हैं।
ED RAIDS
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज (मंगलवार) सुबह धन शोधन की जांच के सिलसिले में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव वैभव कुमार और पार्टी से जुड़े लोगों सहित 10 ठिकानों पर छापा मारा। यह कार्रवाई पार्टी की होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस से ठीक पहले की गई है।
बताया गया है कि केजरीवाल के निजी सचिव वैभव कुमार, दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व सदस्य शलभ कुमार और पार्टी के राज्यसभा सदस्य नारायण दास गुप्ता सहित कुछ लोगों के यहां तलाशी ली जा रही है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की मंत्री आतिशी ने आज सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा करने का दावा किया था।
भोपाल । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 14 करोड़ से अधिक के बैंक ऋण घोटाला मामले में दो दिन पहले जबलपुर, सतना, कटनी और रीवा में आठ स्थानों पर छापेमारी की है। बैंक ऋण घोटाले में ऑटोमोबाइल कंपनी के प्रमोटर को गिरफ्तार किया है। अदालत ने उसे जमानत देने से मना कर दिया, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया है। यह जानकारी ईडी द्वारा सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई।
ईडी के मुताबिक, मध्यप्रदेश की जगदंबा एएमडब्ल्यू ऑटोमोटिव्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पुष्पेंद्र सिंह ने कैनरा बैंक से 14 करोड़ से अधिक का कथित ऋण लिया था। कथित ऋण, धोखाधड़ी में मनी-लॉड्रिंग का मामला प्रकाश में आने के बाद इसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय को सौंपी गई थी। कंपनी ने अपना मुख्यालय जबलपुर में बनाया है और उसके जबलपुर, सतना, कटनी, रीवा सहित कई शहरों में कारोबार है। उक्त कंपनी के एडिशनल डायरेक्टर पुष्पेंद्र सिंह के खिलाफ बैंक ऋण में फर्जीवाड़ा करने के संबंध में प्रकरण दर्ज किया गया था।
ईडी द्वारा विज्ञप्ति में बताया गया है कि गत 13 जनवरी को ईडी ने आठ स्थानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद प्रमोटर पुष्पेंद्र सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। तथ्यात्मक जानकारी नहीं देने के बाद पुष्पेंद्र सिंह को ईडी ने गिरफ्तार किया और उन्हें विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत में पेश किया गया। अदालत के आदेश के बाद पुष्पेंद्र सिंह को जेल भेज दिया गया है।
ईडी की छापेमारी में पुष्पेंद्र सिंह के आवास से करीब 16 लाख रुपये नकद और बड़ी संख्या में अचल संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं। ईडी ने नकदी और दस्तावेजों को जब्त कर छानबीन शुरू कर दी है।
नई दिल्ली । तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी और उनके भाई अशोक के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। केंद्रीय जांच एजेंसी की यह छापेमारी बालाजी के चेन्नई और करुर स्थित आवास पर की जा रही है।
आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि ईडी के अधिकारियों ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी और उनके भाई अशोक के गृहनगर करूर स्थित आवास पर छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक ईडी की यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की जा रही है।
जांच एजेंसी ने नौकरी के लिए नकदी (कैश फॉर जॉब्स स्कैम) घोटाले के तहत यह कार्रवाई की है। पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस और ईडी को जांच की अनुमति दी थी। इससे पहले मई में आयकर विभाग ने भी तमिलनाडु के बिजली मंत्री सेंथिल बालाजी और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर मैराथन छापेमारी की थी।