उनाकोटी (त्रिपुरा)। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को उनाकोटी जिला के कैलाशहर स्थित आश्रम स्कूल मठ के खेल मैदान में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा उम्मीदवारों को विजयी बनाने का आह्वान किया।
अपने संबोधन में उन्होंने माता त्रिपुर सुन्दरी की इस पावन धरती को प्रणाम करते हुए कहा कि मैं त्रिपुरा प्रदेश की जनता का अभिनंदन करता हूं, जिन्होंने यहां बहुत से उतार-चढ़ाव देखे है, मगर इस प्रदेश की माटी से उनका हमेशा अटूट रिश्ता रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने वह त्रिपुरा भी देखा है, जब कनेक्टिविटी के अभाव में बुनियादी चीजों की कमी का सामना करता था। मैंने वह त्रिपुरा भी देखा है, जब यहां के कई गांवों में बिजली नहीं थी। गांवों की छोड़िए, राजधानी अगरतला में भी बिजली की सप्लाई पूरी नहीं थी। आज हालात बदल गए हैं और हर गांव में बिजली पहुंच गई है।
सिंह ने कहा कि वर्ष 2018 में जनता ने बदलाव का फैसला लेकर भाजपा को पिछले विधानसभा चुनावों में रिकार्ड तोड़ बहुमत दिया। आजादी के बाद लंबे समय तक त्रिपुरा में सुराज नहीं आया। साल 2018 में प्रदेश में ऐसा अभूतपूर्व परिवर्तन आया कि राज बदलने के साथ-साथ सुराज का भी आगमन हो गया। उन्होंने कहा कि गरीबों, मजदूरों और कामगारों की बात करने वाली सीपीएम ने केवल उनका शोषण किया है। हमारी भाजपा की सरकार ने यहां विकास किया है। आज यहां इतनी बिजली पैदा हो रही है कि त्रिपुरा के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों और पड़ोसी देश बांग्लादेश को भी बिजली दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि बिजली की तरह पानी की भी आपूर्ति सुचारु रूप से करने के लिए अटल जीवनधारा मिशन पर काम बहुत तेज गति से हुआ है। करीब 4 लाख परिवारों को पाइप्ड वॉटर की सुविधा यहां मिली है। आज त्रिपुरा प्रदेश को ‘हीरा’ मिल गया है। हीरा यानि हाइवेज, इंटरनेटवेज, रेलवेज और एयरवेज। आज त्रिपुरा में रेल कनेक्टिविटी हो गई है। एक इंटरनेशनल हाईवे के निर्माण पर काम प्रारंभ हो चुका है, जो अगरतला को रंगून और बैंकाक से सड़क मार्ग से कनेक्ट कर देगा। यानि आपका-हमारा त्रिपुरा इंटरनेशनल ट्रेड का एक बड़ा गेटवे बनने की तरफ बढ़ चला है।
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में बहुत बड़ी संख्या आदिवासी समाज की है। यह आदिवासी समुदाय आजादी के बाद बरसों तक उपेक्षा का शिकार रहा। जब अटलजी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने जहां पूर्वोत्तर के विकास के लिए अलग विभाग बनाया। साल 2014 तक ट्राइबल वेलफेयर के लिए 21 हजार करोड़ का बजट था, जो आज बढ़कर लगभग 88 हजार करोड़ रुपये हो गया है।राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा की प्रदेश सरकार ने 1.2 लाख वनवासियों को भूमि पट्टा देने का काम किया है। आज आदिवासी समाज को वनोपज का बेहतर मूल्य देने के लिए 90 वनोपज पर एमएसपी घोषित किया गया है। पहले केवल 8-10 ऐसी वन सामग्री पर ही एमएसपी था। आज भारत के जनजातीय इलाकों में 50000 वन धन केन्द्र खोले गए है जिनके माध्यम से 9 लाख रोजगार के अवसर आदिवासी समाज को प्राप्त हुए हैं और इनमें बड़ी संख्या हमारी बहनों और बेटियों की है।राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के आदिवासी समाज के योगदान को आज सम्मान दिया जा रहा है। आजादी के लिए जंगलों में संघर्ष करने वाले स्वातंत्र्य वीरों को याद किया जा रहा है। भगवान बिरसा मुंडा जयंती की अब हम जनजातीय गौरव दिवस के रूप में पूरे देश में मना रहे हैं। 60 सदस्यीय विधानसभा क्षेत्रों में मतदान 16 फरवरी को होगा और मतगणना 2 मार्च को की जाएगी। कुल मिलाकर 28,13,478 मतदाता आगामी चुनाव में अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करेंगे। अंतिम मतदाता सूची में रिकॉर्ड 65,044 नए मतदाताओं को शामिल किया गया है।
DEFENCE MINISTER
- सेना ने बहादुरी से पीएलए को घुसपैठ करने से रोककर अपनी चौकियों पर लौटाया
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में 09 दिसंबर को चीन के सैनिकों के साथ हुई झड़प को लेकर मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में बयान दिया। रक्षा मंत्री ने भारतीय सैनिकों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि हमारे बहादुर सैनिकों ने पीएलए को हमारे क्षेत्र में घुसपैठ करने से रोका। उन्हें अपनी चौकियों पर लौटने के लिए मजबूर किया। रक्षा मंत्री ने सदन को अवगत कराया कि इस झड़प में हमारा कोई सैनिक शहीद नहीं हुआ है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं इस सदन को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में सीमा पर हुई एक घटना के बारे में जानकारी देना चाहता हूं। राजनाथ सिंह ने कहा कि 09 दिसंबर को पीएलए के सैनिकों ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में एलएसी को पार करने और यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की। चीन के इस प्रयास का हमारे सैनिकों ने दृढ़ता और संकल्प के साथ मुकाबला किया। इसके बाद हुए आमने-सामने के कारण हाथापाई हुई। इसमें भारतीय सेना ने बहादुरी से पीएलए को हमारे क्षेत्र में घुसपैठ करने से रोका। उन्हें अपनी चौकियों पर लौटने के लिए मजबूर किया। मारपीट में दोनों पक्षों के कुछ कर्मियों को चोटें आई हैं। मैं इस सदन के साथ साझा करना चाहता हूं कि हमारा कोई सैनिक शहीद नहीं हुआ है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है।
रक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि चीनी पक्ष को इस तरह की एकतरफा कार्रवाई के लिए मना करते हुए सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए कहा गया। इस मुद्दे को राजनयिक माध्यमों से चीनी पक्ष के साथ भी उठाया गया है। उन्होंने बताया कि भारतीय सैन्य कमांडरों के समय पर हस्तक्षेप के कारण पीएलए के सैनिक अपने ठिकाने पर वापस चले गए। स्थापित तंत्र के अनुसार इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए क्षेत्र के स्थानीय कमांडर ने 11 दिसंबर को अपने चीनी समकक्ष के साथ एक फ्लैग मीटिंग की। चीनी पक्ष से इस तरह की हरकतों से बचने और सीमा पर अमन-चैन बनाए रखने को कहा गया।
उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि हमारी सेनाएं भौमिक अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और किसी भी प्रयास को विफल करती रहेंगी। रक्षा मंत्री ने जय हिन्द के साथ संबोधन समाप्त करते हुए विश्वास जताया कि यह पूरा सदन हमारे सैनिकों को उनके बहादुरी भरे प्रयास में समर्थन देने के लिए एकजुट होकर खड़ा रहेगा। अरुणाचल प्रदेश की 17000 फीट ऊंची चोटी पर भारत का मजबूती से कब्जा है। भारतीय सैनिकों की कड़ी जवाबी कार्रवाई के बाद चीनी सेना वापस अपनी पोजीशन पर लौट गई है।
अहमदाबाद। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अहमदाबाद में पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) वापस लेने की बात को दोहराया। उन्होंने कहा कि पीओके को वापस लेना संसद का संकल्प है। पीओके के खराब हालात का जिक्र कर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वहां के लोग पाकिस्तान के खिलाफ हैं। गुजरात चुनाव के संबंध में उन्होंने कहा कि भाजपा रिकॉर्ड मतों के साथ जीत हासिल करेगी।
केन्द्रीय मंत्री राजनाथ ने गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तुलना रावण से करने पर कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपशब्दों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी के संबंध में अपशब्दों का प्रयोग करना स्वस्थ राजनीति के लक्षण नहीं हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जिस प्रकार के अपशब्दों का प्रयोग कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री के लिए किया है, वह उनकी मानसिकता ही नहीं बल्कि पूरी कांग्रेस की मानसिकता का परिणाम है।
उन्होंने कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर बताते हुए कहा कि अगर कांग्रेस ने जो कहा, वह किया होता तो भारत आज दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश होता। भाजपा जो कहती है वह करती है, इसीलिए देश की जनता भाजपा पर भरोसा करती है।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि गुजरात में भाजपा समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर अडिग है। भाजपा के अस्तित्व में आने के बाद से ही समान नागरिक संहिता, कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना हमारा एजेंडा रहा है। उन्होंने कहा कि पहले गुजरात में आए दिन दंगे होते थे। आतंकी गतिविधियां हुईं। इन आतंकी गतिविधियों को पालने का काम कांग्रेस कर रही थी। आज आतंकवादी या उनके नेता गुजरात या देश की ओर आंख उठाने की भी हिम्मत नहीं करते। भाजपा ने ध्रुवीकरण की राजनीति न कभी की है और न करेगी।
- रूसी रक्षा मंत्री ने यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति पर राजनाथ सिंह से टेलीफोन पर वार्ता की
- राजनाथ सिंह ने कूटनीति के रास्ते पर चलने की जरूरत पर भारत के रुख को दोहराया
नई दिल्ली । रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ टेलीफोन पर वार्ता की। रक्षा मंत्री सिंह ने संघर्ष के शीघ्र समाधान के लिए वार्ता और कूटनीति के रास्ते पर चलने की जरूरत पर भारत के रुख को दोहराया। उन्होंने कहा कि किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प का सहारा नहीं लिया जाना चाहिए, क्योंकि परमाणु या रेडियोलॉजिकल हथियारों के उपयोग की संभावना मानवता के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
टेलीफोनिक वार्ता के दौरान दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के साथ-साथ यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति पर चर्चा की। रक्षा मंत्री शोइगू ने राजनाथ सिंह को यूक्रेन में उभरती स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिसमें ‘डर्टी बम’ के इस्तेमाल के जरिए संभावित उकसावे के बारे में उनकी चिंताएं भी शामिल थीं। दोनों रक्षा मंत्री एक-दूसरे के संपर्क में रहने पर सहमत हुए।
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रक्षा मंत्री शोइगू ने रक्षा मंत्री को यूक्रेन में उभरती स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिसमें ‘डर्टी बम’ के इस्तेमाल के जरिए संभावित उकसावे के बारे में उनकी चिंताएं भी शामिल हैं। रक्षा मंत्री सिंह ने संघर्ष के शीघ्र समाधान के लिए वार्ता और कूटनीति के रास्ते पर चलने की जरूरत पर भारत के रुख को दोहराया। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी पक्ष को परमाणु विकल्प का सहारा नहीं लेना चाहिए, क्योंकि परमाणु या रेडियोलॉजिकल हथियारों के उपयोग की संभावना मानवता के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। इस महीने की शुरुआत में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से टेलीफोन पर बातचीत में ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा था कि संघर्ष का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है।प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत यूक्रेन सहित परमाणु प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को महत्व देता है।
शोइगू ने रविवार से नाटो के रक्षा मंत्रियों के साथ इसी मुद्दे पर कई फोन कॉल किए। यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगियों ने रूस के इस आरोप को खारिज कर दिया है कि यूक्रेन एक रेडियोधर्मी ‘डर्टी बम’ का उपयोग करने की तैयारी कर रहा है और चिंता व्यक्त की है कि मॉस्को युद्ध में और वृद्धि के बहाने इसका इस्तेमाल कर रहा है। शोइगु ने अपने चीनी समकक्ष को भी मास्को की चेतावनी से अवगत कराने के लिए फोन किया है।