इटावा । हमसफर एक्सप्रेस यात्री बोगी में आग लगने से हादसे का शिकार हो गई। ट्रैन दिल्ली से दरभंगा जा रही थी। देखते ही देखते आग ने तीन यात्री बोगियों को अपनी चपेट में ले लिया। मौके पर पहुंची पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने घंटो की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हादसे में ट्रेन में सवार ग्यारह यात्री झुलस गए। एक यात्री की हालत ज्यादा गंभीर होने की वजह से उपचार के लिए सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया गया है। रेलवे ने यात्रियों को दूसरी ट्रेन में बैठाकर उनके गंतव्य के लिए रवाना किया है। राहत बचाव के दौरान दो घंटे से अधिक रेल यातायात बाधित रहा है।
मौके पर पहुंचे एडीएम अभिरंजन श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली से दरभंगा जा रही ट्रेन नंबर 02507 हमसफर एक्सप्रेस की जनरल बोगियों में आग लगने की सूचना कंट्रोल रूम से मिली थी। सूचना पर पहुंची दमकल विभाग और प्रशासनिक टीम ने घंटो की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है। हादसे ने घायल यात्रियों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सभी यात्रियों को दूसरी ट्रेन में बैठाकर उनके गंतव्य के लिए रवाना किया जा रहा है। हादसे का शिकार हुई बोगियों को ट्रेन से अलग रेलवे ट्रैक पर बाधित यातायात को शुरू करवाने की कवायद चल रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने बताया कि कंट्रोल रूम से हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है। हादसे में घायल यात्रियों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
स्टेशन अधीक्षक पूरनमल मीणा ने बताया कि दिल्ली से दरभंगा जा रही हमसफर एक्सप्रेस सराय भूपत रेलवे स्टेशन के पास आग लगने से हादसे का शिकार हो गई है। सूचना मिलने के बाद आग पर काबू पाने के बाद यात्रियों का रेस्क्यू कर बचाया गया है। हादसे में घायल ग्यारह यात्रियों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हादसे में किसी प्रकार की कोई जनहानि नही हुई है।
Darbhanga Clone Express
- पुलिस ने बरामद की दरोगा की लूटी गई सरकारी पिस्टल
वाराणसी। बड़ागांव थाना क्षेत्र के हरहुआ वाजिदपुर और भेलखा गांव के बीच रिंगरोड पर पुलिस टीम ने सोमवार तड़के दरोगा अजय यादव को गोली मारने वाले दो बदमाशों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। इस दौरान मारे गये बदमाशों का एक साथी मौके से भागने में सफल रहा।
पुलिस टीम ने मौके से दरोगा अजय यादव की लूटी गई सरकारी पिस्टल के 32 बोर की देसी पिस्टल, एक बाइक, मोबाइल और कुछ कागजात बरामद किए हैं। मुठभेड़ में मारे गये बदमाश सगे भाई बताये गये। दोनों की शिनाख्त काफी देर बाद हुईं। सूचना पाते ही मौके पर पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश और अन्य मौके पर पहुंचे। मुठभेड़ में क्राइम ब्रांच का आरक्षी शिव गोली लगने से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।
पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि रोहनिया में चौकी प्रभारी को गोली मारने वाले बिहार के बदमाश रात को किसी भी वक्त हरहुआ वाजिदपुर रिंग रोड के रास्ते शहर में आने वाले हैं। इसके बाद पुलिस ने वाजिदपुर भेलखा के समीप रिंगरोड पर घेराबंदी की। तड़के एक काले रंग की बाइक पर सवार तीन युवकों को आता देख पुलिस ने उन्हें रुकने का संकेत किया। यह देख बदमाश गोली चलाने लगे। आत्मरक्षा में क्राइम ब्रांच और बड़ागांव पुलिस टीम को जवाबी फायरिंग करनी पड़ी। इस मुठभेड़ में क्राइम ब्रांच का आरक्षी शिव गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने कुछ ही देर में दो बदमाशों को ढेर कर दिया। इनका तीसरा साथी भागने में कामयाब हो गया।
पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने मीडिया को बताया कि बिहार पुलिस से मिली सूचना के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए बदमाशों की शिनाख्त समस्तीपुर जिले के मोहद्दीनगर थाना के गोलवा निवासी सगे भाई रजनीश उर्फ बऊआ सिंह और मनीष सिंह के तौर पर हुई हैं। पुलिस टीम को चकमा देकर भाग निकला बदमाश उनका भाई लल्लन सिंह हैं। तीनों भाई शातिर हत्यारे और लुटेरे हैं। तीनों का आपराधिक इतिहास का पूरा ब्योरा बिहार पुलिस से मांगा गया है। बताया गया कि तीनों पटना जिला अदालत के शौचालय की दीवार तोड़कर फरार हो गए थे, तभी से बिहार पुलिस इनके तलाश में थी, लेकिन ये तीनों भाई भागकर वाराणसी में शरण लिए थे। तीनों भाइयों ने छह मार्च, 2017 को पटना के बेलछी थाना क्षेत्र के बाघाटिलहा गांव के समीप पीएनबी की शाखा से दिनदहाड़े 60 लाख रुपये लूट लिए थे।
इस दौरान बैंक के गार्ड योगेश्वर पासवान, सुरेश सिंह और चालक अजित यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तीनों इसी कांड के आरोपित थे। इन तीनों पर पूर्व मे एक दारोगा, एक एएसआई की भी हत्या करने का आरोप था। मारे गये बदमाश पांच भाई है, एक भाई सीधा साधा है जो समस्तीपुर में गांव पर रहता है। इनका एक और भाई किसी संगीन जुर्म में झारखंड की जेल में बन्द हैं। बाकी ये तीनों सगे भाई संगठित तरीके से लगातार अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।
कानपुर। जीआरपी और आरपीएफ की सयुंक्त टीम ने कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस में शराब वितरित करते हुए वातानुकूलित तीन डिब्बों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। टीम ने कुल 150 बोतल बरामद की हैं। इस कारोबार में पैंट्रीकार मैनेजर की संलिप्तता पायी जा रही है।
वंदे भारत, राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में शराब पकड़े जाने के बाद रविवार को दरभंगा क्लोन एक्सप्रेस में शराब वितरित करने का मामला प्रकाश में आया है। कानपुर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर सात पर ट्रेन पहुंचते ही जीआरपी एवं आरपीएफ ने घेराबंदी करके जांच की। इस दौरान वातानुकूलित तीन कोच से 150 बोतल शराब बरामद हुई। अवैध रूप से बरामद शराब को लेकर टीम ने मौके से तीन कोच अटेंडेंट पवन, रंजीत और गोलू को गिरफ्तार किया है। ये लोग मांग के हिसाब से यात्रियों को शराब आपूर्ति करते पकड़े गए हैं।
जीआरपी थाना प्रभारी कहना है कि पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि लम्बी दूरी की ट्रेनों में काफी दिनों से शराब की आपूर्ति की जा रही है। जूस और मट्ठा के कैरेट में भरकर शराब ट्रेनों तक पहुंचाई जाती है। प्रतिदिन हजारों बोतल शराब की खपत अलग-अलग ट्रेनों में हो रही है। इसमें पैंट्री कार मैनेजर की संलिप्तता पायी जा रही है।