भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन बुधवार को वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए राज्य सरकार का वार्षिक बजट पेश किया, जिसमें महिलाओं और बालिकाओं के सर्वांगीण विकास पर फोकस किया गया है।
वित्त मंत्री द्वारा करीब तीन लाख 14 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है। खास बात यह है कि इसमें जनता पर कोई नया कर नहीं लगाया गया है। बजट में एक लाख सरकारी नौकरियां, 12वीं में प्रथम आने वाली छात्राओं को स्कूटी देने की घोषणा की गई है। वहीं, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के सदस्यों ने बजट भाषण शुरू होते ही रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि का मामला उठाते हुए सदन में जमकर हंगामा किया। कांग्रेस विधायकों ने काफी देर तक हंगामा करने के बाद सदन की कार्यवाही से बहिर्गमन किया। कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाहर भी जमकर नारेबाजी की। वित्त मंत्री देवड़ा ने विपक्ष के हंगामे के बीच अपना बजट भाषण पढ़ा।
वित्त मंत्री देवड़ा ने अपना भाषण शुरू करने से पहले महाकाल का आह्वान किया। उन्होंने सरकार की विशेषता बताते हुए कुछ श्लोक भी पढ़े। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए विगत वर्षों में 17000 शिक्षकों की भर्ती की गई। शिक्षा के लिए बीते वित्तीय वर्ष के मुकाबले 8000 करोड़ रुपये ज्यादा का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री बालिका स्कूटी योजना शुरू होगी। प्रथम आने वाली छात्राओं को स्कूटी दी जाएगी। एमबीबीएस की सीटें 2055 से बढ़ा कर 3605 की जाएंगी। चिकित्सा के पोस्टग्रेजुएट कोर्स के लिए 649 सीटों से बढ़ा कर 915 सीटें की जाएंगी।
डिफाल्टर किसानों के सरकारी संस्थानों से लिए गए कर्ज का ब्याज सरकार भरेगी। बच्चों-बुजुर्गों के कल्याण के लिए सरकार 1000 करोड़ का बॉन्ड जारी करेगी। इंदौर-भोपाल में मेट्रो रेल के लिए 710 करोड़ और धार्मिक स्थलों के विकास के लिए 358 करोड़ का प्रावधान किया गया। आगामी वित्तीय वर्ष में तीर्थ यात्रियों को वायुयान से भी यात्रा कराया जाना प्रस्तावित है। घुमंतू जातियों के रोजगार के लिए 252 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया। हवाई पट्टियों के विस्तार के लिए 80 करोड़ रुपये प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में हिंदी में पढ़ाई कराई जा रही है। मध्य प्रदेश में मिलेट्स मिशन शुरू किया जाएगा। प्रदेश में 105 नए ओवरब्रिज बनाए जाएंगे। सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना चाहते हैं। सभी ग्राम पंचायतों को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा। सड़कों के लिए 10 हजार 182 करोड़ का प्रावधान किया गया। घुमंतू जातियों के रोजगार के लिए 952 करोड़ रुपये का प्रावधान किया जा रहा है। सड़कों के लिए 10 हजार 182 करोड़ का प्रावधान किया गया। 11 हजार एकड़ में सुगंधित खेती की जाएगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद में हमारे प्रदेश का योगदान 3.6 फीसदी से बढ़कर अब 4.8 फीसदी हो चुका है। वर्ष 2011-12 प्रति व्यक्ति आय 30 हजार 497 रुपये थी, अब 2022-23 में साढ़े तीन गुना तक बढ़कर एक लाख 40 हजार 585 हो गई है। सरकार ने लाडली बहना योजना की सौगात दी है। इस योजना के लिए बैंक खाते में 1000 रुपये प्रति माह की राशि जमा की जाएगी। आठ हजार करोड़ रुपये लाडली बहना योजना के लिए किया गया।
शिक्षा के लिए बीते वित्तीय वर्ष के मुकाबले 8000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। खेल विभाग के लिए 738 करोड़ रुपये, महिला स्व सहायता समूह के लिए 660 करोड़ और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत 3200 करोड़ का प्रावधान किया गया है। 12वीं तक की पढ़ाई की सुविधा एक ही परिसर में रहे। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
वित्त मंत्री देवड़ा ने कहा कि निजी विकास कर्ताओं द्वारा ईडब्ल्यूएस के पक्ष में निष्पादित विक्रय लेखों पर शुल्क पांच फीसदी से घटाकर शून्य किया। इससे प्रतिवर्ष साढ़े तीन हजार ईडब्ल्यूएस हितग्राहियों को नौ करोड़ रुपये की राहत मिलेगी। विकास अनुज्ञा के एवज में विकास करता द्वारा स्थानीय निकायों के पक्ष में भूखंड बंधक रखे जाने पर निष्पादित बंधक विलेज प्रदेश स्टांप शुल्क को हटाया गया। विकासकर्ता को विक्रय का अधिकार देने वाले विकास अनुबंध पर देय शुल्क 2.5 फीसदी से घटाकर 1.5 फीसदी किया गया। बजट में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रावधान किया गया है। 2025 तक सिंचाई क्षमता 65 लाख हेक्टेयर की जाएगी।
उन्होंने कहा कि विश्व जब आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है तब हमारा देश विश्व की मजबूत अर्थव्यवस्था बन रहा है। जीएसडीपी प्रचलित मूल्य पर 16.43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने की गतिविधियां तेजी से बढ़ाई जा रहे हैं। लाडली लक्ष्मी योजना संस्थागत प्रसव छात्रवृत्ति या कन्या शिक्षा छात्रावास कन्या विवाह विकास प्रसूति सहायता सहित अन्य गतिविधियां की जा रही हैं।
Budget 2023-24
अहमदाबाद/गांधीनगर। गुजरात विधानसभा में शुक्रवार को भूपेन्द्र पटेल सरकार का बजट वित्त मंत्री कनू देसाई ने लगातार दूसरी बार पेश किया। वित्तीय वर्ष 2023-24 के कुल 3,01022 करोड़ रुपये के बजट में सर्वाधिक खर्च शिक्षा और इसके बाद स्वास्थ्य पर किया जाएगा। बजट में 916 करोड़ रुपये का लाभ दिखाया गया है। बजट में पीएनजी और सीएनजी पर कर 15 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी किया गया है। इससे जुड़े बड़े उपभोक्ता वर्ग को लाभ होगा। सरकार ने बजट में कोई नया कर नहीं लगाकर लोगों को राहत दी है।
गुजरात सरकार पिछले 15 साल से फायदे (सरप्लस) का बजट पेश कर रही है। वित्त मंत्री कनू देसाई ने ही गत वित्तीय वर्ष 2022-23 का 668.09 करोड़ रुपये का सरप्लस बजट पेश किया था। वहीं, सरकार ने बिना एक रुपये का भी ओवरड्राफ्ट लिए सभी वित्तीय जिम्मेदारी पूरी की थी। इसके साथ ही नए वित्तीय वर्ष में भी 916 करोड़ रुपये का फायदे का बजट पेश कर कीर्तिमान बनाया है।
दूसरी ओर कांग्रेस ने बजट पर प्रतिक्रिया जताते हुए इसमें किसानों के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं होने की बात कही है। कांग्रेस नेता अमित चावडा ने कहा कि किसानों की आवक दोगुनी करने की बात कर बजट में किसानों के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई है। उन्होंने बजट को महज आंकड़ों और शब्दों का मायाजाल बताया है। भाजपा विधायक पूर्णेश मोदी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट गुजरात की 7 करोड़ जनता के लिए आशीर्वाद साबित होगा।
पांच स्तंभ पर काम करेगी सरकार
गुजरात सरकार ने गुजरात के विकास के लिए पांच स्तंभ तय किए हैं। पांच वर्ष के लिए इन पांच स्तंभों पर सरकार काम करेगी। इसमें ग्रीन ग्रोथ के लिए 2 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा गरीबों व जरूरतमंदों के लिए 2 लाख करोड़ रुपए, मानव संसाधन के लिए 4 लाख करोड़ रुपए, इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए 5 लाख करोड़ रुपए और कृषि आधारित उद्योगों के विकास के लिए 2 लाख रुपए का खर्च किया जाएगा।
बजट हाईलाइट्स:
खारीकट कैनाल बॉक्स स्ट्रक्चर के लिए 300 करोड़, गांधीनगर गिफ्ट सिटी के समीप रिवरफ्रंट के लिए 150 करोड़, सूचना विभाग के लिए 257 करोड़, गुजराती फिल्मों के प्रोत्साहन के लिए 20 करोड़, डिफेंस और एविएशन गैलरी के लिए 22 करोड़, बिजली बिल प्रोत्साहन निधि 100 करोड़, किसान सूर्योदय योजना 1570 करोड़, अहमदाबाद, मेहसाणा, पालनपुर हाइवे 6 लेन करने के लिए 160 करोड़, विज्ञान व प्रौद्योगिकी 2193 करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के उद्योग के लिए 125 करोड़, स्पेस मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर विकसित करने के लिए 12 करोड़, साइंस पार्क 10 करोड़, कृषि, किसान व सहकारिता विभाग के लिए 21605 करोड़, उद्योग व खान विभाग के लिए 8589 करोड़, पर्यटन 2077 करोड़, वन व पर्यावरण 2063, गृह विभाग 8574, शिक्षा 43651, कानून 2014, राजस्व 5140, प्रशासन 1980, कच्छ के नहरों के बाकी काम के लिए 1082 करोड़, दिव्यांग विवाह सहायता योजना 7 करोड़, मिलेट्स आनाज प्रोत्साहन 35 करोड़, अन्न व नागरिक आपूर्ति 2165 करोड़, सामाजिक न्याय व अधिकारिता 5580 करोड़, आदिवासी विभाग 3410 करोड़, श्रम व कौशल्य विभाग 2538 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने नौकरीपेशा लोगों के लिए बहुप्रतीक्षित राहत देने का एलान किया है। सरकार ने इनकम टैक्स में छूट की सीमा दो लाख और बढ़ा दी है । अब यह सीमा सात लाख कर दी गयी है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को वित्त वर्ष 2023-24 का केंद्रीय बजट संसद के पटल पर रखा। अमृत काल का बजट लोकसभा में पेश करते हुए सीतारमण ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है, जो उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है। वेतनभोगियों को बड़ी राहत देते हुए उन्होंने आयकर में छूट की सीमा बढ़ाने का ऐलान किया। इसके साथ ही अब 7 लाख रुपये तक की सालाना आय वालों को कोई टैक्स नहीं देना होगा।
सीतारमण ने वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में मौजूदा टैक्स स्लैब को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दिया है। नई व्यवस्था के तहत टैक्स स्लैब में छूट के ऐलान के बाद अब व्यक्तिगत आयकर की नई टैक्स दर 0 से 3 लाख रुपये तक शून्य, 3 से 6 लाख रुपये तक 5 फीसदी, 6 से 9 लाख रुपये पर 10 फीसदी, 9 से 12 लाख रुपये पर 15 फीसदी, 12 से 15 लाख रुपये तक 20 फीसदी और 15 लाख से ऊपर 30 फीसदी टैक्स लगेगा।
वित्त मंत्री ने आयकर में संशोधन का ऐलान करते हुए कहा कि मैंने साल 2020 में 2.5 लाख रुपये से शुरू होने वाले 6 आय स्लैब के साथ नई व्यक्तिगत आयकर व्यवस्था की शुरुआत की है। मैं इस व्यवस्था में कर ढांचे को बदलने का प्रस्ताव करती हूं। टैक्स स्लैब की संख्या को घटाकर 5 कर दिया गया है और कर छूट की सीमा को बढ़ाकर 3 लाख रुपये किया गया है।
वित्त मंत्री ने 3 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाले माइक्रो उद्योग को कर में छूट देने की घोषणा की है। सीतारमण ने महिला सम्मान बचत पत्र योजना शुरू करने की घोषणा की है। इसमें महिलाओं को 2 लाख रुपये की बचत पर 7.5 फीसदी का ब्याज मिलेगा। इसी तरह वरिष्ठ नागरिक खाता स्कीम की सीमा 4.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 9 लाख रुपये करने की घोषणा वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में किया।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में इस बात की घोषणा की कि जल्द ही देश में मिलेट्स संस्थान का गठन किया जाएगा। यह संस्थान किसानों के लिए मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ाने की संभावनाओं पर काम करेगा।
वित्त मंत्री ने आम बजट पेश करते हुए बुधवार को कहा कि मिलेट्स संस्थान किसानों को मोटे अनाज की खेती करने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उन्हें हर संभव मदद करेगा।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे अधिक मोटा अनाज का उत्पादन करने वाला देश है। हम दुनिया में मोटा अनाज निर्यात करने में दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मार्च, 2021 के दौरान अपने 75वें सत्र में 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष (आईवाईएम) घोषित किया। मोटा अनाज उच्च पोषण मूल्य वाला स्मार्ट भोजन है, जो जलवायु के अनुकूल है और संयुक्त राष्ट्र के कई सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजीएस) के अनुरूप है।
मंत्री ने कहा कि मिलेट्स जैसे कोदो, रागी, बाजरा, ज्वार, सावां, कुट्टू, रामदाना आदि मोटे अनाजों के प्रोडक्शन को भारत में बढ़ाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है।
नई दिल्ली। केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे लोकसभा में बजट पेश किया। उन्होंने बजट भाषण में कहा कि बजट में सात प्राथमिकताएं सप्तर्षि की अवधारणा पर आधारित हैं। इनमें समावेशी वृद्धि, हरित विकास, युवा शक्ति, वित्तीय क्षेत्र, अंतिम छोर तक पहुंच, बुनियादी ढांचे का विकास और क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल शामिल है।
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र को गति देने के लिये अलग कोष बनाया जाएगा। नई तकनीकी पर जोर होगा। पर्यटन में घरेलू एवं वैश्विक संभावनाएं मौजूद हैं। इसके प्रोत्साहन के लिए मिशन मोड में सार्वजनिक-निजी भागीदारी में काम किया जाएगा। हमने कई टिकाऊ विकास लक्ष्यों की दिशा में उल्लेखनीय प्रगति की है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि सभी अंत्योदय और प्राथमिकता प्राप्त परिवारों को एक साल तक मुफ्त खाद्यान्न देने के लिए पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लगभग दो लाख करोड़ रुपये का पूरा खर्च केंद्र सरकार वहन कर रही है। समावेशी विकास की दिशा में 11.4 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं। 220 करोड़ कोविड टीके लगाए गए। 47.8 करोड़ जन-धन योजना के तहत बैंक खाते खोले गए। 2.2 लाख करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष लाभ अंतरण किया गया।
उन्होंने कहा कि 2014 से सरकार के प्रयासों ने सभी नागरिकों के जीवन की बेहतर गुणवत्ता और गरिमापूर्ण जीवन सुनिश्चित किया है। प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक बढ़कर 1.97 लाख रुपये हो गई है। इन नौ वर्षों में, भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में बढ़ी है। दुनिया ने भारत को एक चमकीले सितारे के रूप में मान्यता दी है। चालू वर्ष के लिए हमारी वृद्धि 7.0 प्रतिशत अनुमानित है। यह महामारी और युद्ध के कारण बड़े पैमाने पर वैश्विक मंदी के बावजूद सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है। अर्थव्यवस्था में संगठित क्षेत्र का दायरा बढ़ा है।
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे को आम बजट 2023-24 में 2.40 लाख करोड़ रुपये का पूंजी परिव्यय मिला है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को लोकसभा में आम बजट 2023-24 पेश करते हुए यह घोषणा की।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है, जो उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रही है। मौजूदा वित्त वर्ष में हमारी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
यह रेलवे के लिए अब तक का सबसे अधिक पूंजी परिव्यय है। यह 2013-14 में रेलवे को प्रदान किए गए परिव्यय का नौ गुना है।