वाशिंगटन/नई दिल्ली । दिग्गज अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन भारत में 15 अरब डॉलर के निवेश की योजना पर काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अमेरिकी दौरे के बाद कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एंडी जेसी ने यह बात कही है।
अमेजन के सीईओ ने कहा कि कंपनी की योजना भारत में 15 अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करने की है, जिससे कंपनी का भारत में कुल निवेश 26 अरब डॉलर हो जाएगा। जेसी ने कहा कि कंपनी भारत में पहले ही 11 अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है।
एंडी जेसी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ मेरी अच्छी और सार्थक बातचीत हुई। मुझे लगता है कि हमारे कई लक्ष्य समान हैं। अमेजन भारत में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है। हमने अब तक 11 अरब डॉलर का निवेश किया है और 15 अरब डॉलर का और निवेश करने का इरादा है, जिससे कुल राशि 26 अरब डॉलर हो जाएगी। इसलिए हम साझेदारी के भविष्य को लेकर बहुत उत्सुक हैं।
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मुंबई। अगर आपके पास 2,000 रुपये के नोट हैं और उनको आप बदलना कहते है तो आपकी यह टेंशन दूर करने के लिए ई कॉमर्स कंपनी अमेजन सामने आयी है। अमेजन ने ऐसी योजना लांच की है कि घर बैठे ही आपकी 50 हजार रुपये तक की करेंसी बदल जाएगी, और इसमें आप 2,000 रुपये के नोट भीचला सकते है।
मालूम हो कि पिछले दिनों भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इन नोटों को बैंक खातों में जमा करने या बदलने के लिए जनता को 30 सितंबर तक का समय दिया था।
अगर आपके पास 2,000 रुपये के नोट हैं तो अब बैंक जाकर बदलने की टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे अपना नोट बदल सकते हैं। दरअसल, ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन के ग्राहक अब कैश ऑन डिलीवरी सेवा के तहत अपना अमेजन पे खाता रिचार्ज करने के लिए 2,000 रुपये के नोट का इस्तेमाल कर सकेंगे। कंपनी ने 2,000 रुपये का नोट बदलने में लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए यह सुविधा शुरू की है। कंपनी ने कहा कि ग्राहक अपने अमेजन पे खाते में एक महीने में 2,000 रुपये के नोट समेत अधिकतम 50,000 रुपये जमा कर सकेंगे। घर पर ही अमेजन पे को रिचार्ज करने की सुविधा मिलने से ग्राहकों को 2,000 रुपये की राशि डिजिटल लेनदेन के माध्यम से खर्च करने में मदद मिलेगी।
अमेजन ने बयान में कहा, “अगर दुकानों पर भुगतान करने के लिए 2,000 रुपये के नोट को स्वीकार नहीं किया जा रहा है तो चिंता ना करें। आप अपने अगले कैश-ऑन-डिलीवरी ऑर्डर पर हमारे एजेंट को वह नोट दे सकते हैं।” भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 19 मई को 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने की घोषणा की थी। इस नोट को 30 सितंबर तक बैंक खाते में जमा करना होगा या फिर उसे बैंक में जाकर दूसरे नोट से बदला भी जा सकता है।
30 सितंबर तक बदलने की तारीख
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इन नोटों को बैंक खातों में जमा करने या बदलने के लिए जनता को 30 सितंबर तक का समय दिया था। साथ ही आरबीआई ने कहा था कि 2000 रुपये का नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बना रहेगा, जबकि नवंबर, 2016 की नोटबंदी में 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों को रातोंरात अमान्य कर दिया गया था। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने सभी स्थानीय प्रधान कार्यालयों के मुख्य महाप्रबंधक को पत्र लिखकर कहा था कि आम जनता को एक बार में कुल 20,000 रुपये तक के 2,000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए किसी फॉर्म की जरूरत नहीं होगी। नोट बदलने की सुविधा 23 मई से शुरू हुई थी।
वाशिंगटन। अमेजोन के संस्थापक जेफ बेजोस और उनकी प्रेमिका लॉरेन सांचेज जल्द ही सगाई करेंगे। दोनों इस समय कान फिल्म फेस्टिवल के लिए फ्रांस में हैं। लॉरेन पूर्व ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट हैं।
इस समय सांचेज दिल के आकार की अंगूठी पहन रही हैं। दोनों 2018 से एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। बेजोस अपनी पत्नी से तलाक ले चुके हैं। उनकी पूर्व पत्नी का नाम मैकेंजी स्कॉट है। दोनों के चार बच्चे हैं।
पेज सिक्स के अनुसार, मैकेंजी को तलाक के बाद 38 अरब डॉलर प्राप्त हुए। आधा हिस्सा उन्होंने दान कर दिया। सांचेज ने नवंबर 2022 में कहा कि वह ब्लू ओरिजिन के संस्थापक के नक्शे कदम पर चलने और अंतरिक्ष की यात्रा करने का इरादा रखती हैं। सांचेज की बेजोस से दूसरी शादी होगी। उनके पहले पति पैट्रिक व्हाइटसेल से दो बच्चे एला और इवान हैं।
शिमला। हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी आईडी भंडारी ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए हैं। उन्होंने करीब 80 हजार रुपये की चपत लगी है। भंडारी ने ऑनलाइन उत्पाद खरीदने के लिए गूगल पर अमेजॉन कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया था। छोटा शिमला थाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह जानकारी एसपी शिमला संजीव गांधी ने दी। पुलिस ने बताया कि गूगल पर दर्शाया गया अमेजॉन कस्टमर केयर साइबर अपराधियों ने क्रिएट किया था। यह बात भंडारी समझ नहीं पाए। साइबर अपराधियों ने उन्हें झांसा देकर एक ऐप डाउनलोड कराया। इस ऐप को ओपन करते ही भंडारी के खाते से दो बार क्रमशः 49,900 और 30,000 हजार रुपये निकाल लिए गए। उन्होंने फोन करने वाले व्यक्ति को कॉल बैक किया तो उसका मोबाइल बंद हो चुका था।
भंडारी 1982 बैच के पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं। भाजपा शासित धूमल सरकार के दूसरे कार्यकाल में वह डीजीपी थे। 2012 में कांग्रेस के सत्तासीन होने के बाद तत्कालीन वीरभद्र सिंह सरकार ने उन्हें डीजीपी पद से हटा दिया था।
नई दिल्ली। सरकार की एफडीआई नीति के निरंतर घोर उल्लंघन और अमेजन एवं फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों की मनमानी के खिलाफ अपना आक्रोश दर्ज कराने के लिए कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के झंडे तले व्यापारियों ने सोमवार को दिल्ली के घंटाघर, चांदनी चौक पर अमेजन और फ्लिपकार्ट के पुतलों की होली जलाई।
कैट के आह्वान पर देश के विभिन्न राज्यों के 300 से अधिक शहरों में व्यापारिक संगठनों ने इसी तरह के विरोध प्रदर्शन कर अमेजन एवं फ्लिपकार्ट के पुतलों की होली जलाई। कैट ने सरकार से उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत ई-कॉमर्स नियमों को तुरंत लागू करने और एक ई-कॉमर्स नीति को तुरंत लागू करने की पुरजोर मांग की है। साथ ही यह भी आग्रह किया है कि सेबी और ट्राई की तर्ज पर ई-कॉमर्स व्यापार को रेगुलेट करने के लिए एक सशक्त नियामक प्राधिकरण का भी गठन किया जाए।
देश में ई-कॉमर्स व्यवसाय को बेहद विषाक्त करने तथा उसके स्वरूप को विकृत करने के खिलाफ जमकर प्रदर्शन करते हुए दिल्ली के प्रमुख व्यापारिक संगठनों से जुड़े व्यापारियों ने बड़ी संख्या में चांदनी चौक के घंटाघर में एकत्रित होकर और हाथों में अमेजन और फ्लिपकार्ट के पुतले लेकर नारेबाजी की। अमेजन के जेफ बेजोस और वॉलमार्ट के डग मैकमिलन के चेहरे पुतलों पर चिपकाये गए थे, जो व्यापारियों के जबरदस्त गुस्से का इजहार कर रहे थे।
जबरदस्त नारेबाजी के बीच कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने दोनों पुतलों को आग के हवाले करते हुए कहा कि यह अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए भी एक चेतावनी है, जो न केवल सामानों की आपूर्ति में बल्कि खाद्यान्न, ट्रेवल और पर्यटन, मनोरंजन, कैब सेवाएं, टिकटिंग, खाद्य पदार्थों की डिलीवरी, दवाओं की ऑनलाइन डिलीवरी, शिक्षा एवं ऑनलाइन गेम सहित अन्य रिटेल क्षेत्रों में अपनी मनमानी करते हुए व्यापारियों के व्यापार को नुकसान पहुंचा रही हैं। कैट अन्य राष्ट्रीय स्तर के संगठनों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करेगा कि ऐसी ई-कॉमर्स कंपनियां या तो नियमों का पालन करें या अपनी व्यावसायिक गतिविधियों को भारत में बंद कर दें।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने सरकार से ई-कॉमर्स कंपनियों के व्यापार मॉड्यूल की जांच करने का जोरदार आग्रह किया, क्योंकि हर कंपनी साल दर साल अपने व्यापार में भारी नुकसान दिखा रही है। इसके बावजूद देश में अपनी व्यावसायिक गतिविधियों को जारी रखे हुए है। ऐसा प्रतीत होता है कि ये कंपनियां रॉयल्टी के रूप में भारी मात्रा में पैसा अपने मूल देशों में स्थानांतरित कर रही हैं और भारत में घाटा दिखाकर टैक्स देने से मुंह चुरा रही हैं।
भरतिया एवं खंडेलवाल ने कहा कि ई-कॉमर्स नीति एवं ई-कॉमर्स के नियमों को लागू करने का मामला लंबे समय से लंबित है। जब अन्य सभी व्यवसायों के लिए नियम और कानून बनाए गए हैं तो ई-कॉमर्स के लिए नियम-कानून क्यों नहीं बनाए जा रहे हैं। नियम-कानून के अभाव में ई-कॉमर्स कंपनियां देश के खुदरा व्यापार को काफी हद तक नुकसान पहुंचा रही हैं। यदि तत्काल आवश्यक कदम नहीं उठाए गए, तो वह दिन दूर नहीं जब देश के खुदरा व्यापार का एक बड़ा हिस्सा विदेशी कंपनियों द्वारा नियंत्रित और कब्जा कर लिया जाएगा।
भरतिया और खंडेलवाल ने कहा कि ई-कॉमर्स की विकृत प्रकृति के कारण देश का खुदरा और थोक व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है, खासकर मोबाइल और मोबाइल एक्सेसरीज, किराना, मसाले, एफएमसीजी उत्पाद, गिफ्ट आइटम, रेडीमेड गारमेंट्स, जूते , चश्मा, घड़ियां, फार्मेसी, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर, होम फर्निशिंग, खिलौने, सब्जियां, सूखे मेवे, खाने का सामान, रसोई के उपकरण, बिल्डर हार्डवेयर, कार्यालय उपकरण, स्टेशनरी, कागज, बिजली के सामान आदि का कारोबार। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यही स्थिति बनी रही तो, तो ये कंपनियां अपनी मनमानी कर बाकी के सारे धंधे अपने हाथ में ले लेंगी। कैट ने सरकार से देश में करोड़ों लोगों की आजीविका से जुड़े इस गंभीर मुद्दे पर तत्काल संज्ञान लेने का आह्वान किया है।
नई दिल्ली/सैन फ्रांसिस्को । अमेरिका की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने बढ़ती आर्थिक मंदी के बीच अपना खर्च कम करना शुरू कर दिया है। इसके तहत कंपनी ने नौकरियों में कटौती की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे एक दिन पहले अमेजन के हार्डवेयर प्रमुख डेव लिम्प ने कर्मचारियों को पत्र लिखा है।
रिपोर्ट के मुताबिक ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन में नौकरी की यह कटौती डिवाइस यूनिट पर केंद्रित है, जिसमें वॉयस-असिस्टेंट एलेक्सा और इसके रिटेल व मानव संसाधन डिवीजन भी शामिल हैं। अमेजन कर्मचारियों को लिखे पत्र में हार्डवेयर प्रमुख ने कहा है कि कई दौर की समीक्षा के बाद हमने कुछ टीमों व कार्यक्रमों को पुनर्गठित करने का फैसला किया है, जिससे अब कुछ भूमिकाओं की जरूरत नहीं होगी।
उल्लेखनीय है कि एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्विटर के बाद अमेजन जल्द ही अपने 10 हजार कर्मचारियों को निकाल सकती है। ऐसे में छंटनी की संख्या 10,000 के आसपास रहती है, तो यह सबसे बड़ी छंटनी होगी। हालांकि, यह कंपनी के कार्यबल के एक फीसदी से भी कम है, क्योंकि अमेजन वैश्विक स्तर पर 16 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है।
नयी दिल्ली । उच्चतम न्यायालय ने अमेजॉन.कॉम एनवी इन्वेस्टमेंट होल्डिंग एलएलसी (अमेजॉन) की याचिका पर सुनवाई के लिए 11 अक्टूबर की तिथि मुकर्रर की है।
याचिका में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलएटी) के 13 जून के आदेश को चुनौती दी गई थी, जिसमें भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग(सीसीआई) के आदेश को बरकरार रखा गया था जिसमें अमेजॉन और फ्यूचर कूपन्स प्राइवेट लिमिटेड (एफसीपीएल) के बीच शेयर सब्सक्रिप्शन एग्रीमेंट (एसएसए) स्थगित है।
न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी और न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की दो-न्यायाधीशों की पीठ ने अपना आदेश सुनाते हुए कहा, समय की कमी के कारण, हम तर्कों को विस्तार से नहीं सुन सके। हम इसे 11 अक्टूबर को सुनेंगे।
इससे पिछली सुनवाई यानि पांच सितंबर को उच्चतम न्यायालय ने अमेजॉन की याचिका पर सीसीई, प्यूचर कूपन्स और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के खिलाफ नोटिस जारी किया था। सीसीआई ने आज बंद लिफाफे में अपना जवाब दिया है। अमेजॉन समूह के वकीलों ने न्यायालय को बताया कि मामला गंभीर प्रकृति का है और इस पर सुनवाई करनी चाहिए। जिसपर न्यायालय ने अगले महीने की तारीख दे दी।