मुंबई। नासिक जिले में स्थित मालेगांव में 2008 हुए बम विस्फोट मामले की हो रही सुनवाई के दौरान शनिवार को विशेष कोर्ट में एक और गवाह अपने बयान से पलट गया। इस तरह इस मामले में गवाही देने से अब तक 28 गवाह अपनी गवाही से पलट चुके हैं।
आज विशेष कोर्ट में मालेगांव बम विस्फोट की गवाही दर्ज करने वाले उज्जैन में एक धर्मशाला के प्रशासक अपनी गवाही से पलट गए हैं। सत्तर वर्षीय गवाह ने इससे पहले जांच एजेंसी की जांच के समर्थन में गवाही दी थी लेकिन उन्होंने यह गवाही दबाव में दिए जाने की बात कोर्ट में कही है। गवाह ने पहले कहा था कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित दो आरोपित 2008 में अलग-अलग समय पर धर्मशाला में रुके थे। उसने पहले यह भी कहा था कि उज्जैन में मालेगांव बम विस्फोट की साजिश के संबंध में बैठक हुई थी।
दरअसल, 29 सितंबर, 2008 को मालेगांव के भिक्कू चौक पर एक बम विस्फोट हुआ, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए। इस मामले की नियमित सुनवाई विशेष कोर्ट में हो रही है। शुक्रवार को विशेष कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान एक गवाह ने कहा था कि उस पर दबाव डालकर जांच एजेंसी ने बयान दर्ज किया था। इसके बाद वह अपनी गवाही से पलट गया था।