वियना। साइप्रस और ऑस्ट्रिया की यात्रा के दौरान भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने यूरोपीय देशों को नसीहत दी । उन्होंने साफ कहा है कि यूरोपीय देशों को डगमगाती विश्व व्यवस्था में स्थिरता लाने के लिए के लिए जागना होगा। उन्होंने यूरोप को नई विश्व व्यवस्था के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध जंग और चीन की चुनौती के मसलों पर भी सलाह दी।
ऑस्ट्रिया यात्रा समाप्त करने से पहले एक ऑस्ट्रियाई अखबार डाई प्रेसे को दिए साक्षात्कार में जयशंकर ने कहा कि यूरोप को हिली हुई विश्व व्यवस्था को समझने के लिए एक वेक-अप कॉल की जरूरत है। यूरोपीय लोगों को यह समझना होगा कि जीवन के कठोर पहलुओं का ध्यान रखने का जिम्मा हमेशा दूसरों का ही नहीं होता है, खुद भी जागना पड़ता है। दुनिया में यदि एक ही शक्ति का वर्चस्व कायम हो जाएगा, तो कोई भी क्षेत्र स्थिर नहीं होगा।
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि यूरोप अंतरराष्ट्रीय समस्याओं से दूर रहकर सिर्फ अपने क्षेत्र में विकास करना चाहता है। अंतरराष्ट्रीय समस्याओं से दूरी बनाए रखने की हर संभव कोशिश भी करता है। यूरोप ने व्यापार पर ध्यान केंद्रित किया, बहुपक्षवाद पर जोर दिया। जलवायु परिवर्तन और मानवाधिकार जैसे मुद्दों पर अपनी शर्तों पर दुनिया को आकार देने के लिए आर्थिक ताकत का इस्तेमाल किया। यह स्थिति दुनिया के लिए अच्छी नहीं है।
यूरोपीय देशों को जयशंकर ने दी नसीहत, हिली विश्व व्यवस्था के लिए जागना होगा
जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध जंग और चीन की चुनौती के मसलों पर भी सलाह दी
previous post