दोहा। क़तर में चल रहे फुटबॉल वर्ल्ड कप में सेमी फाइनल लाइनअप तय हो गया। अब खिताब की रेस में सिर्फ चार टीमें बची हैं। अंतिम 8 के राउंड मेंFRANNCE क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल और नेमार जैसे सितारों वाली 5 बार की चैंपियन टीम ब्राजील हारकर बाहर हो चुकी है। जबकि क्रोएशिया और फ्रांस ने लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल तक का सफर तय कर लिया है। वहीं लियोनेल मेसी की अगुआई वाली अर्जेंटीना ने सऊदी अरब से पहला मुकाबला हारने के बाद जोरदार वापसी करते हुए आखिरी चार में जगह हासिल कर ली। इनके अलावा छोटे से अफ्रीकी देश मोरक्को ने सभी को चौंकाते हुए कई उलटफेर करते हुए पहली बार सेमाफाइनल में अपनी जगह बनाई। 13 दिसंबर की रात पहले सेमी फाइनल में अर्जेंटीना का मुकाबला क्रोएशिया से और 14 दिसंबर की रात फ्रांस और मोरक्को की भिड़ंत होगी। क्वॉर्टर फाइनल में मोरक्को ने उलटफेर करते हुए क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल को 1 -0 से हराया तो दूसरीतरफ डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस ने इंग्लैंड को 2 -1 से हराकर सेमी फाइनल में जगह बनाई है। पहले क्वॉर्टर फाइनल में एक और बड़ा उलटफेर हुआ । विश्व में 22 वीं रैंकिंग की टीम मोरक्को ने धुरंधर पुर्तगाल को हरा दिया। पुर्तगाल की इस हार के साथ ही क्रिस्टियानो रोनाल्डो का भी फुटबॉल वर्ल्ड कप सफर ख़त्म हो गया। अब संभवतः क्रिस्टियानो रोनाल्डो किसी वर्ल्ड कप में बतौर खिलाडी नज़र नहीं आएंगे
क्वार्टर फाइनल में पुर्तगाल की शर्मनाक हार, विश्व कप जीतने का रोनाल्डो का सपना चकनाचूर
वर्ल्ड कप में एक और बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। वर्ल्ड कप के तीसरे क्वार्टर फाइनल में मोरक्को की टीम ने एक और कमाल दिखाते हुए पुर्तगाल को 1-0 से हरा दिया । इसी के साथ दिग्गज फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो अपने आखिरी वर्ल्ड कप में बिना खिताब के बाहर हो गए हैं
यूसुफ एन नेसरी के हैडर से दागे गोल की बदौलत अंतिम लम्हों में 10 खिलाड़ियों से खेलने के बावजूद मोरक्को शनिवार को यहां पुर्तगाल को 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी और अरब देश बना। मोरक्को की टीम को दूसरे हाफ के इंजरी टाइम के अंतिम लगभग 6 मिनट 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा लेकिन दुनिया की 9वें नंबर की पुर्तगाल की टीम इसका फायदा नहीं उठा पाई। दुनिया की 22वें नंबर की टीम मोरक्को के लिए अल थुमामा स्टेडियम में यूसुफ एन नेसरी ने विजयी गोल 42वें मिनट में दागा। मोरक्को का विश्व कप नॉकआउट में यह पहला गोल था। मोरक्को कतर में अंतिम 8 में पहुंचने वाली यूरोप या दक्षिण अमेरिका से बाहर की एकमात्र टीम थी।
सेमीफाइनल में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी देश
मोरक्को फुटबॉल के महासमर सेमीफाइनल में जगह बनाने वाला पहला अफ्रीकी देश है। इससे पहले कैमरून ने 1990, सेनेगल ने 2002 और घाना ने 2010 में अंतिम आठ में बनाई लेकिन तीनों में से कोई भी टीम सेमीफाइनल तक नहीं पहुंची थी। टीम ने अब तक अपने अभियान के दौरान सिर्फ एक गोल गंवाया है और वह भी कनाडा के खिलाफ आत्मघाती गोल। पुर्तगाल के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में भी टीम का डिफेंस अडिग रहा जिसकी अगुआई गोलकीपर यासिन बोनाउ ने की। सेमीफाइनल में अब मोरक्को की भिड़ंत 15 दिसंबर को पूर्व चैंपियन इंग्लैंड और गत चैंपियन फ्रांस के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल मुकाबले के विजेता से होगी।
रोनाल्डो का सपना हुआ चूर
पुर्तगाल की इस हार के बाद यह लगभग तय हो गया है कि पांच विश्व कप में गोल दागने वाले दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो अब विश्व कप ट्रॉफी कभी नहीं उठा पाएंगे। यह 37 वर्षीय खिलाड़ी संभवत: अपना अंतिम विश्व कप खेल रहा है। पुर्तगाल के कोच फर्नांडो सांतोस ने एक बार फिर पांच बार के ‘साल के दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर’ रोनाल्डो की जगह 21 वर्षीय गोंसालो रामोस को शुरुआती 11 में शामिल किया जिन्होंने स्विट्जरलैंड के खिलाफ प्री क्वार्टर फाइनल में हैट्रिक दागी थी लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। पुर्तगाल की टीम ने मुकाबले में तेज शुरुआत की और दबदबा बनाने का प्रयास किया। टीम को इसका फायदा चौथे ही मिनट में फ्री किक के रूप में मिला लेकिन जोआओ फेलिक्स अपने हैडर से मोरक्को के गोलकीपर यासिन बोनाउ को छकाने में नाकाम रहे।
फ्रांस ने इंग्लैंड को हराकर सेमी फाइनल जगह बनाई
क्वार्टरफाइनल में फ्रांस ने 2-1 से हराकर इंग्लैंड को बाहर कर दिया, हैरी केन हार के बाद दिखे थे भावुक
शनिवार रात एक रोमांचक मुकाबला इंग्लैंड और फ्रांस के बीच देखने को मिला। इस मैच में फ्रांस ने 2-1 से जीत दर्ज कर लगातार दूसरी बार सेमीफाइनल में जगह बनाई। डिफेंडिंग चैंपियन फ्रांस के खिलाफ हार के बाद अब इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन ने इस हार की जिम्मेदारी खुद के ऊपर ले ली है। इंग्लैंड के कप्तान ने रविवार को ट्वीट करते हुए कहा कि, फीफा विश्व कप से उनकी टीम की निराशाजनक हार से वह पूरी तरह से निराश हैं और वह फ्रांस के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में मिली 1-2 की हार की जिम्मेदारी लेते हैं।
इंग्लैंड का विश्व कप अभियान शनिवार को अल बेयट स्टेडियम में फ्रांस के खिलाफ अपने क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद समाप्त हो गया। इस मैच में इंग्लैंड के लिए हीरो बनते-बनते स्टार स्ट्राइकर हैरी केन मैच के मुजरिम बन गए। इस मैच में उनके द्वारा पेनल्टी में हुई चूक पूरी टीम को भारी पड़ी और यही आखिरी में निर्णायक साबित हुई। हालांकि, इंग्लैंड के कप्तान ने फ्रांस के लिए 17वें मिनट में आरेलियन तचौमेनी के पहले गोल के बाद पहले ही पेनल्टी के साथ स्कोर बराबर कर लिया था।
हीरो बनते-बनते विलेन बन गए हैरी केन
मैच के 83वें मिनट में थियो हर्नांडेज द्वारा फाउल किए जाने के बाद मिली पेनल्टी पर केन के पास स्कोर को बराबर करने का मौका था। लेकिन केन ने यहां बड़ी चूक करते हुए अपना शॉट गोल पोस्ट से ऊपर मार दिया और बराबरी का चांस खो दिया। इसके बाद आखिरी तक स्कोर 2-1 ही रहा और इंग्लैंड ने यह मुकाबला गंवा दिया। इस निराशाजनक हार के बाद इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन ने एक ट्वीट में कहा, “हम पूरी तरह से निराश हैं। हमने इस मैच में अपना शत प्रतिशत दिया। हालांकि हम जीत नहीं सके, जिसकी मैं जिम्मेदारी लेता हूं। इससे उबरने में कुछ समय लगेगा लेकिन यह खेल का हिस्सा है।”
29 वर्षीय केन ने यह भी कहा कि, वह इस अनुभव का उपयोग अगली चुनौती के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होने के लिए करेंगे। उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा, “अब यह अगली चुनौती के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होने के अनुभव का उपयोग करने के बारे में है। पूरे टूर्नामेंट में सभी का समर्थन के लिए धन्यवाद, यह बहुत मायने रखता है।” फ्रांस की जीत में उनके गोलकीपर का अहम रोल रहा। इंग्लैंड के खिलाड़ी अपने मौकों का फायदा उठाने में फेल होते दिखे और वे फ्रांस के कीपर लोरिस से पार नहीं पा सके। अब सेमीफाइनल में फ्रांस का सामना मोरक्को से 14 दिसंबर की रात को होगा।