कोलकाता । अर्जेंटीना को 2022 फीफा विश्वकप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज सोमवार को कोलकाता पहुंचे। प्रशंसकों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मार्टिनेज छह जुलाई तक शहर में रहेंगे।
इस दौरान वह स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों के साथ मुलाकात करने के अलावा स्वागत समारोह में भाग लेंगे। वह संतोष मित्रा स्क्वायर पर स्कूली बच्चों से भी मिलेंगे और मोहन बागान क्लब के कार्यक्रम में भी उपस्थित रहेंगे। एयरपोर्ट पर पत्रकारों से मार्टिनेज ने कहा- ”मैं वाकई बहुत उत्साहित हूं। बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। यह एक सपना था। मैंने भारत आने का वादा किया था। मैं यहां आकर खुश हूं। भारत खूबसूरत देश है।”
मार्टिनेज आज मोहन बागान के पेले-माराडोना-सोबर्स गेट का उद्घाटन करेंगे। अतीत में मोहन बागान मैदान की शोभा बढ़ाने वाले अन्य अर्जेंटीनी फुटबॉलर महान डिएगो माराडोना थे। मार्टिनेज एस्टन विला के लिए इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) में भी खेलते हैं। भारत के पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी वह मुलाकात करेंगे।
Fifa World Cup
ला प्लाटा (अर्जेंटीना )। फारवर्ड लुसियानो रोड्रिग्ज के अंतिम मिनटों में किये गए गोल की बदौलत उरुग्वे ने रविवार को यहां इटली को 1-0 से हराकर अपना पहला अंडर-20 फुटबॉल विश्व कप का खिताब जीत लिया है।
रोड्रिग्ज ने 86वें मिनट में हेडर के जरिए गोल किया। इस गोल के साथ ही उरुग्वे ने टूर्नामेंट में यूरोपीय टीमों की लगातार चार जीत के क्रम को तोड़ दिया। खिताबी जीत के बाद रोड्रिग्ज ने कहा, “यह एक अविश्वसनीय भावना है। हम विश्व चैंपियन हैं। मैं इससे ज्यादा और क्या कह सकता हूं? हम बेहतर टीम थे और जीत के हकदार थे। प्रत्येक खिलाड़ी ने प्रत्येक प्रशिक्षण सत्र और प्रत्येक मैच में अपना सब कुछ दिया, और यह अंत में एक महत्वपूर्ण कारक था।”
अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स से लगभग 50 किमी दक्षिण पूर्व में ला प्लाटा के डिएगो माराडोना स्टेडियम में 40,000 से अधिक दर्शकों ने फाइनल मैच देखा। उपस्थित लोगों में फीफा के अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो और दक्षिण अमेरिकी फुटबॉल परिसंघ के प्रमुख अलेजांद्रो डोमिंग्वेज़ शामिल थे।
किगाली । फीफा विश्व कप फुटबॉल के प्रारूप में बड़ा फेरबदल करने जा रहा है। अगला फीफा विश्व कप नए कलेवर के साथ होगा। अगले विश्व कप में भाग लेने वाली टीमों की संख्या भी बढाकर 48 की जा रही है। उत्तरी अमेरिका में होने वाला फीफा पुरुष विश्व कप 2026 चार-चार टीमों के 12 समूहों के साथ शुरू होगा। फुटबॉल की विश्व शासी निकाय फीफा ने तीन टीमों के 16 समूहों के मूल नियोजित प्रारूप में बदलाव किया है।
फीफा ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “संशोधित प्रारूप यह सुनिश्चित करता है कि प्रतिस्पर्धी टीमों को टूर्नामेंट के दौरान संतुलित आराम का समय मिले और सभी टीमें कम से कम तीन मैच खेल सकें।”
कतर में हाल ही में समाप्त हुए विश्व कप में 32 टीमों ने हिस्सा लिया था, जिन्हें चार-चार टीमों के कुल आठ ग्रुपों में विभाजित किया गया है, जबकि 2026 में 48 टीमें हिस्सा लेंगी, जिसका मतलब है कि 104 मैच खेले जाएंगे, जो पिछले साल के टूर्नामेंट के 64 मैचों की तुलना में बहुत अधिक है।
2026 विश्व कप के लिए फीफा की मूल योजना, जो संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा और मैक्सिको में आयोजित किया जाएगा, पहले तीन टीमों के 16 समूहों के लिए था, जिसमें से शीर्ष दो अंतिम 32 तक पहुंचतीं।
नए तय किए गए प्रारूप का मतलब है कि प्रत्येक समूह में शीर्ष दो शीर्ष टीमें, तीसरे स्थान पर रहने वाली आठ सर्वश्रेष्ठ टीमों के साथ नॉकआउट दौर में जाएंगी। नतीजतन, फाइनलिस्ट और तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमें मौजूदा सात के बजाय कुल आठ मैच खेलेंगी।
रवांडा की राजधानी किगाली में फीफा परिषद की बैठक के बाद मंगलवार के फैसले की घोषणा की गई, जिसमें पुष्टि की गई कि अगला पुरुष विश्व कप फाइनल रविवार, 19 जुलाई, 2026 को खेला जाएगा।
ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटीना)। फीफा विश्व कप के फाइनल मैच में अर्जेंटीना की फ्रांस पर पेनल्टी शूटआउट के जरिये जीत में अहम भूमिका निभाने वाले एंजेल डी मारिया अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को आगे बढ़ा सकते हैं।
टीवाईसी स्पोर्ट्स ने शुक्रवार को कहा कि एंजेल डी मारिया ने पहले घोषणा की थी कि वह कतर में फुटबॉल विश्व कप के बाद संन्यास ले लेंगे। डी मारिया के अब 2024 कोपा अमेरिका कप में खेलने की संभावना है। डी मारिया ने पिछले रविवार को फाइनल मैच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और पेनल्टी शूट को गोल में बदलकर अपनी टीम को बढ़त दिलाई।
ज्यूरिख । फीफा विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में मिली हार के बावजूद ब्राजील ने फीफा विश्व रैंकिंग के शीर्ष पर अपना स्थान बरकरार रखा है।
ईएसपीएन के अनुसार, बेल्जियम को हटाकर ब्राजील इस साल फरवरी से शीर्ष स्थान पर है। अर्जेंटीना विश्व कप का खिताब जीतने के बावजूद ब्राजील को शीर्ष से नहीं हटा सका। अर्जेंटीना ने रविवार को फाइनल में पेनल्टीशूट आउट में फ्रांस को 4-2 से हराकर 1986 के बाद पहला और कुल मिलाकर तीसरा विश्वकप खिताब जीता।
ब्राजील ने टूर्नामेंट में तीन मैच जीते और कैमरून से हार का सामना करना पड़ा। क्वार्टर फ़ाइनल में क्रोएशिया से हारने के बाद वे वैश्विक फुटबॉल प्रतियोगिता से बाहर हो गए। वहीं, अर्जेंटीना ने सऊदी अरब के खिलाफ केवल शुरुआती मैच हारकर, बाकी चार मैच जीते। फाइनल में, उन्होंने पेनल्टी शूट आउट में फ्रांस को 4-2 से हराया।
2021 में कोपा अमेरिका की जीत और इस विश्व कप की जीत के बावजूद अर्जेंटीना नंबर एक नहीं है। शूटआउट जीत पर रेगुलेशन-टाइम जीत की तुलना में कम रैंकिंग अंक मिलते हैं। अगर फ्रांस या अर्जेंटीना 120 मिनट के भीतर जीत जाते, जिसमें 30 मिनट का अतिरिक्त समय भी शामिल होता, तो वे पहले नंबर पर चले जाते।
अर्जेंटीना और फ्रांस एक स्थान का मूवमेंट करते हुए क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर आ गए हैं। बेल्जियम, जो इसे ग्रुप स्टेज से आगे बढ़ाने में विफल रहा, दो पायदान नीचे चौथे स्थान पर खिसक गया। क्वार्टरफाइनल में जगह बनाने के बाद इंग्लैंड पांचवें स्थान पर बना हुआ है। साथी क्वार्टर फाइनलिस्ट नीदरलैंड दो पायदान ऊपर छठे स्थान पर पहुंच गया।
नई फीफा रैंकिंग शीर्ष 20 इस प्रकार है:-
1. ब्राजील 2. अर्जेंटीना 3. फ्रांस 4. बेल्जियम 5. इंग्लैंड 6. नीदरलैंड 7. क्रोएशिया 8. इटली 9. पुर्तगाल 10. स्पेन 11. मोरक्को 12. स्विट्जरलैंड 13. यूएसए 14. जर्मनी 15। मेक्सिको 16. उरुग्वे 17. कोलंबिया 18. डेनमार्क 19. सेनेगल 20. जापान।
कोलकाता में मेसी का खुमार : बंगाल के कई हिस्सों में फैंस ने मनाया अर्जेंटीना की जीत का जश्न
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में फुटबॉल का खुमार देश के बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक चढ़ता है। फुटबॉल विश्वकप की जैसी खुमारी पूरी दुनिया में देखी गई उससे कहीं कम बंगाल में नहीं थी। अब अर्जेंटीना की जीत का जश्न भी सोमवार को लगातार दूसरे दिन जारी रहा है। विश्वकप के रोमांचक फाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना ने फ्रांस को हराया है। इसके साथ ही फैंस ने पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में जश्न मनाना शुरू कर दिया। फुटबॉल के जादूगर कहे जाने वाले लियोनेल मेस्सी के समर्थन में अधिकतर फैंस ने उन्हीं के चेहरे वाला नकाब पहनकर सड़कों पर पटाखे फोड़े और जश्न मनाया है। कोलकाता के रवींद्र सरोवर में मॉर्निंग वॉक करने वालों ने अर्जेंटीना की टीम की जीत के जश्न में टीम के रंग की जर्सी पहन रखी थी। 36 सालों बाद अर्जेंटीना विश्व कप जीता है जिसे लेकर कोलकाता के अलावा राज्य के दूसरे हिस्से में भी समर्थकों ने जमकर जश्न मनाया।
माकपा नेता और सामाजिक कार्यकर्ता सायरा शाह हलीम ने कहा कि उन्होंने अपने घर के पास के क्लब में अर्जेंटीना की जीत का जश्न मनाया है। पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी और भारत के स्ट्राइकर रहे सुब्रत भट्टाचार्य के पुत्र एवं अभिनेता साहेब भट्टाचार्य ने कहा कि जब फुटबॉल मैच चल रहा था तब वह एक शो में थे लेकिन मैच के आखिरी हिस्से को देखने के लिए शो को बीच में छोड़कर लौट आए।
मशहूर फिल्मकार सत्यजीत राय के बेटे संदीप द्वारा निर्देशित कई फिल्मों में अभिनय करने वाले साहब ने कहा कि अर्जेंटीना के पसंदीदा भोज्य पदार्थों के साथ हमलोगों ने जश्न मनाया है। मेरी मां ने सारा भोजन बनाया था।
उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में भी जश्न की तस्वीरें सामने आई हैं। जबकि कोयलांचल क्षेत्र आसनसोल और मिनी इंडिया कहे जाने वाले हावड़ा में भी जहां अधिकतर हिंदी भाषी लोग रहते हैं वहां फुटबॉल की खुमारी देखने को मिली है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश
पेरिस। फीफा विश्व कप 2022 के खिताबी मुकाबले में अर्जेंटीना के खिलाफ पेनल्टी शूट आउट में 4-2 से मिली हार के बाद फ्रांस के स्टार फुटबॉलर करीम बेंजेमा ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास ले लिया है।
2022 बैलन डी’ओर विजेता बेंजेमा जांघ की चोट के कारण बेंजेमा विश्व कप में शामिल नहीं हुए थे और उन्होंने दोहा के लुसैल स्टेडियम में रविवार को अर्जेंटीना के खिलाफ होने वाले फाइनल में भाग लेने के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के निमंत्रण को भी अस्वीकार कर दिया था।
बेंजेमा ने इंस्टाग्राम पर अपने संन्यास की घोषणा की
बेंजेमा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में कहा, “मैं आज जहां हूं, वहां पहुंचने के लिए मैंने वे प्रयास और गलतियां की हैं जो मेरे लिए जरूरी थीं और मुझे इस पर गर्व है। मैंने अपनी कहानी लिख ली है और हमारी कहानी अब खत्म हो गई।”
बेंजेमा 2014 विश्व कप में अपने देश के लिए शीर्ष स्कोरर थे, लेकिन बाद में अंतरराष्ट्रीय टीम के साथी मैथ्यू वाल्बुएना के साथ सेक्स-टेप कांड में उनकी कथित भूमिका के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके कारण वह 2018 में विश्व कप में हिस्सा नहीं ले सके। फ्रांस ने 2018 में विश्व कप का खिताब जीता था।
फिर पिछले साल, मुख्य कोच डिडिएर डेसचैम्प्स ने उन्हें यूरोपीय चैंपियनशिप के लिए वापस बुलाया, जहां वह अपनी टीम के शीर्ष स्कोरर के रूप में उभरे। उनकी टीम राउंड ऑफ़ 16 चरण में टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
साओ पाउलो । फीफा विश्व कप का खिताब जीतने के बाद लियोनेल मेसी और अर्जेंटीना को बधाई देते हुए ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले ने कहा कि अर्जेंटीना के दिवंगत दिग्गज डिएगो माराडोना को अपने देश की उपलब्धियों पर गर्व होगा।
अर्जेंटीना ने रविवार को पेनल्टी शूट आउट में फ्रांस को 4-2 से हराकर खिताब अपने नाम किया। तय समय तक दोनों टीमें 3-3 से बराबरी पर थीं, जिसके बाद पेनल्टी शूट आउट का सहारा लिया गया, जिसमें बाजी अर्जेंटीना के हाथ लगी।
दिग्गज ब्राजीलियाई खिलाड़ी ने फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे को भी बधाई दी, जो विश्व कप फाइनल इतिहास में हैट्रिक बनाने वाले सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने और शूटआउट में 12 गज की दूरी से गोल भी किया।
पेले ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “हमेशा की तरह फुटबॉल ने एक मोहक तरीके से अपनी कहानी बताना जारी रखा है। मेसी ने अपना पहला विश्व कप जीता। मेरे प्रिय मित्र, एम्बाप्पे ने फाइनल में चार गोल किए। हमारे खेल के भविष्य के लिए यह एक बेहतरीन उपहार था। और मैं अविश्वसनीय अभियान के लिए मोरक्को को भी बधाई देने से नहीं चूक सका। अफ्रीका को चमकते देखना शानदार है। बधाई हो अर्जेंटीना! निश्चित रूप से डिएगो अब मुस्कुरा रहे है।”
एम्बाप्पे ने फाइनल में अपनी हैट्रिक के बाद गोल्डन बूट जीता और पूरे टूर्नामेंट में आठ गोल किए। 23 वर्षीय एम्बाप्पे ने फ्रांस के लिए 66 मैच खेले हैं और 36 गोल किए हैं।
पेले की बात करें तो तीन बार के विश्व कप विजेता कैंसर से लड़ रहे हैं और कीमोथेरेपी से गुजर रहे हैं। कोरोना के कारण श्वसन संक्रमण के इलाज के लिए 82 वर्षीय पेले एक सप्ताह से अधिक समय से अस्पताल में भर्ती हैं।
लुसैल । फीफा विश्व कप खिताब जीतने के बाद अर्जेंटीना के कप्तान लियोनेल मेसी ने कहा कि यह ट्रॉफी जीतना उनका सपना था। उन्होंने इस अभियान में टीम के समर्थन के लिए प्रशंसकों आभार भी जताया ।
मेसी ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “विश्व चैंपियंस! मैंने यह खिताब जीतने का कई बार सपना देखा था, मैं इसे इतना चाहता था कि मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है कि हम अब खिताब जीत चुके हैं। मेरे परिवार को बहुत-बहुत धन्यवाद, जो मुझे समर्थन देते हैं और उन सभी को भी जो हम पर विश्वास करते हैं। हमने एक बार फिर दिखाया है कि जब हम एक साथ लड़ते हैं और एकजुट होते हैं तो हम वह हासिल करने में सक्षम होते हैं जो हम करने के लिए तैयार होते हैं। इस समूह में एक ही सपने के लिए लड़ने की ताकत है। अर्जेंटीना के सभी लोगों का भी यही सपना था… हमने कर दिखाया!”
मेसी ने यह भी कहा कि वह अभी संन्यास के बारे में नहीं सोच रहे हैं और अर्जेंटीना के लिए फुटबॉल खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “नहीं, मैं अर्जेंटीना की राष्ट्रीय टीम से रिटायर नहीं होने जा रहा हूं। मैं एक चैंपियन के रूप में खेलना जारी रखना चाहता हूं।”
अर्जेंटीना ने रविवार को पेनल्टी शूट आउट में फ्रांस को 4-2 से हराकर खिताब अपने नाम किया। तय समय तक दोनों टीमें 3-3 से बराबरी पर थीं, जिसके बाद पेनल्टी शूट आउट का सहारा लिया गया, जिसमें बाजी अर्जेंटीना के हाथ लगी। लियोनेल मेसी को गोल्डन बॉल से सम्मानित किया गया, जो फीफा विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को दिया जाने वाला पुरस्कार है।
इस साल अपना अंतिम फीफा विश्व कप खेल रहे मेसी पूरे टूर्नामेंट के दौरान बेहतरीन फॉर्म में रहे। उन्होंने वह सब कुछ किया जो ऐसे बड़े टूर्नामेंट में करना हर खिलाड़ी का सपना होता है। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में महत्वपूर्ण गोल किये, पेनाल्टी को स्कोर में बदला और स्कोर करने में अपने साथियों की सहायता की। ।
अर्जेंटीना का कुल मिलाकर यह तीसरा और 1986 के बाद पहला विश्व कप खिताब है।
पेरिस ( फ्रांस )। फीफा विश्व कप फाइनल मुकाबले में फ्रांस की हार से फ्रांसीसी फुटबाल प्रेमियों के दिल टूट गए। हारने का यह सदमा हिंसा में बदल गया। गुस्साए लोगों ने वाहन फूंक डाले। फ्रांस के अलग-अलग हिस्सों में दंगे जैसी स्थिति पैदा हो गयी है। कांटे के मुकाबले में अर्जेंटीना से मिली हार के बाद फ्रांस की राजधानी पेरिस में गुस्साए लोग सड़कों पर आ गए।
उल्लेखनीय है कि फ्रांस के एमबापे की हैट्रिक काम नहीं आयी और लियोनेल मेस्सी के कमाल से अर्जेंटीना ने फीफा वर्ल्ड 2022 का खिताब अपने नाम कर लिया है। अर्जेंटीना पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस को 4-2 से हराकर 36 साल बाद विश्व चैम्पियन बना। खिताब जीतने पर अर्जेंटीना सहित मेस्सी के समर्थक जश्न में डूब गए हैं। मगर अपनी हार को फ्रांस के लोग स्वीकार नहीं कर पा रहे। हिंसक प्रशंसकों को संभालने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले तक दागने पड़े।