काबुल । अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के शहरनाउ क्षेत्र में स्थित होटल स्टार-ए-नव में सोमवार दोपहर अचानक तेज धमाका हुआ। धमाके के कारण होटल के आसपास हड़कंप मच गया। धमाका इतना तेज था कि निचली मंजिल से उठा धुआं बहुमंजिले होटल के ऊपर तक उठता दिखा। होटल की इमारत के शीशे टूट गए और आसपास हड़कंप मच गया। होटल के अंदर से फायरिंग की भी आवाज़ सुनाई पड़ी लोगों को। चीनी अधिकारियों के बीच काफी लोकप्रिय है यह होटल। तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि जान बचाने के लिए खिड़की से कूदे दो विदेशी नागरिक घायल हुए हैं, जबकि तीन हमलावरों को मार गिराया गया है।
भारी संख्या में पुलिस व अग्निशमन दल की टीम ने जाकर आग पर नियंत्रण के प्रयास किए। इस पूरी मशक्कत में घंटों लग गए। ।
सरकरी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अफगानिस्तान की राजधानी में चीनी लोगों के बीच लोकप्रिय गेस्ट हाउस के पास जोरदार धमाका हुआ है। कुछ लोगों ने होटल के अंदर घुसकर गोलीबारी भी की है। विदेशी मीडिया ने स्थानीय निवासियों के हवाले से बताया कि आसपास के लोगों ने विस्फोट और छिटपुट गोलीबारी की आवाज सुनी। सुरक्षा अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला।नागरिक घायल हुए हैं, जबकि तीन हमलावरों को मार गिराया गया है। शार-ए-नॉव इलाके में यह होटल स्थित है। किसी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन इलाके में तालिबान विरोधी आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट सक्रिय है और पिछले साल से ही हमले तेज कर दिए हैं।
काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जदरान ने कहा, हमला कई घंटे तक जारी रहा। हमलावरों के खिलाफ अभियान चलाया गया है। वहीं, स्थानीय निवासियों ने कहा कि विस्फोट के बाद गोलीबारी की आवाजें भी सुनी गईं। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में होटल से धुएं का गुब्बार निकलते दिखाई दे रहा है। तालिबान के डर से अपना नाम गुप्त रखते हुए कुछ और लोगों ने भी बताया कि धमाकों के बाद बहुत देर तक फायरिंग की आवाज सुनाई दी।
इससे एक सप्ताह पहले समांगन प्रांत के ऐबक शहर में जाहदिया मदरसे में बम विस्फोट हुआ था। इस धमाके में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 27 लोग घायल हो गए। धमाका दोपहर की नमाज के बाद हुआ था।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान सत्ता पर काबिज है। अफगानिस्तान में पूरी तरह से इस्लामी शासन लौट आया है। भले ही सत्ता संभालते ही तालिबान ने महिला अधिकारों और मानवाधिकारों का आश्वासन दिया था, लेकिन यहां आए दिन ऐसी खबरें सामने आ रही हैं, जिसमें महिला व मानवाधिकारों का हनन हो रहा है।
बताया गया कि काबुल के जिस होटल पर हमला हुआ है, उसमें अधिकांश चीनी नागरिक रुके हुए थे। यह इलाका काबुल का पॉश इलाका माना जाता है और आसपास चीन के व्यापारियों की आवाजाही अधिक रहती है। पुलिस का मानना है कि चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर हमला किया गया है।