कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शनिवार को जहां एक तरफ बांग्ला नववर्ष मनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) शिक्षक नियुक्त भ्रष्टाचार को लेकर लगातार धरपकड़ कर रही है। शनिवार को बीरभूम जिले के नलहटी दो नंबर ब्लॉक के तृणमूल के पूर्व अध्यक्ष विभास अधिकारी के घर, आश्रम और फ्लैट में भी छापेमारी की गई है।
पता चला है कि वह इस मामले में पहले से गिरफ्तार पलाशिपाड़ा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक और प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य के बेहद खास रहे हैं। इसी सिलसिले में पहले से गिरफ्तार तृणमूल के एक और नेता कुंतल घोष ने विभास के बारे में केंद्रीय एजेंसियों को बताया था। इसी मामले में एक और आरोपित गोपाल दलपति ने भी विभास के बारे में जानकारी दी थी और पूछा था कि उससे पूछताछ क्यों नहीं हो रही है। उसी के मुताबिक शनिवार को नलहटी के विभास के घर और आश्रम में छापेमारी हुई है।
सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवान साथ में मौजूद हैं। विभास फिलहाल घर पर है। केंद्रीय अधिकारियों ने उससे पूछताछ शुरू की है। उत्तर कोलकाता के अम्हरस्ट स्ट्रीट में उसका एक फ्लैट है, जहां सीबीआई की दूसरी टीम तलाशी अभियान चला रही है। इसके पहले भी यहां केंद्रीय एजेंसी ईडी ने छापेमारी की थी। दावा है कि इसी फ्लैट में वे लोग आकर ठहरते हैं जो विभास के आश्रम से जुड़े रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट की सख्ती के बाद सीबीआई इस मामले में लगातार छापेमारी और धर पकड़ अभियान चला रही है। इससे पहले शुक्रवार को मुर्शिदाबाद के बुरवान से तृणमूल कांग्रेस के विधायक जीवन कृष्ण साहा के घर छापेमारी की थी और अभी भी उनके घर तलाशी अभियान चल रहा है।