मुंबई। बॉलीवुड के किंग शाहरुख़ खान के बेटे आर्यन खान के गिरेबान में हाथ डालना समीर वानखेड़े के लिए बहुत भरी पड़ता जा रहा है। इस मामले को लेकर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। विशेष जाँच दाल की रिपोर्ट के मुताबिक समीर वानखेड़े पर आरोप है कि उन्होंने बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के पुत्र आर्यन खान को कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग्स केस में छोड़ने के लिए परिवार से 25 करोड़ रुपये की मांग की थी। हाल ही में सीबीआई ने समीर वानखेड़े सहित चार लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है।
मामले की जांच में नियमों का नहीं किया गया पालन
जाँच दल की रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय जांच ब्यूरो ने भी वानखेड़े और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो मुंबई जोन के उनके दो पूर्व जूनियर्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। रिपोर्ट के मुताबिक वानखेड़े और उनके जूनियर्स ने ड्रग भंडाफोड़ मामले को हैंडल करते समय नियमों का पालन नहीं किया। यह भी पता चला है कि आर्यन खान और उनके दोस्त अरबाज मर्चेंट के नाम अंतिम समय में जोड़े गए थे, जबकि कुछ अन्य संदिग्धों के नाम मुख्य रिपोर्ट नोट से हटा दिए गए थे।
गवाहों के सामानों को बिना दस्तावेजीकरण के ले गए अधिकारी
विशेष जाँच दल ने ‘पंचनामा’ और अन्य दस्तावेजों के विश्लेषण से भी पाया कि न तो संदिग्धों के फोन ‘पंचनामा’ के साथ जब्त किए गए थे और न ही कोई अलग जब्ती मेमो था। इस प्रकार, फोन की जब्ती के लिए कोई औपचारिक दस्तावेज नहीं बनाए गए थे। एसईटी द्वारा जांच किए गए कई गवाहों ने कहा कि उनके कीमती सामान के साथ-साथ अन्य संदिग्धों को एनसीबी मुंबई के अधिकारियों द्वारा बिना दस्तावेजीकरण के ले जाया गया।
अरबाज मर्चेंट ने जिसे बताया ड्रग डीलर उसे भी छोड़ दिया गया
एक और मुद्दा जो वानखेड़े के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है, वह यह है कि आरोपी अरबाज मर्चेंट द्वारा एक सिद्दार्थ शाह को ‘चरस’ के डीलर के तौर पर बताने के बावजूद,नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने उसे मुक्त कर दिया। एजेंसी ने शाह की जांच की और बाद में एसईटी को पता चला कि व्हाट्सएप और टेलीग्राम दोनों पर उनके फोन चैट से पता चलता है कि वह ड्रग्स का सेवन कर रहे थे, इसके बावजूद उन्हें जाने दिया गया। शाह को एनसीबी की क्लीन चिट ने अब संदेह पैदा कर दिया है।
बैग से रोलिंग पेपर मिलने के बावजूद एक संदिग्ध को छोड़ा
एक अन्य संदिग्ध सौम्या सिंह, जिसका नाम एनसीबी के सूचना नोट में आया था, उसको भी अधिकारियों द्वारा उसके बैग से रोलिंग पेपर बरामद करने के बावजूद क्लीन चिट दे दी गई थी। बाद में जब एसईटी ने उससे संपर्क किया और पूछताछ में सहयोग करने को कहा, तो वह पेश नहीं हुई। एसईटी को अपने मुंबई कार्यालय में भी बड़ी खामियां मिलीं, जब जांच के दौरान टीम ने तथ्यों को सत्यापित करने के लिए एनसीबी कार्यालय के सीसीटीवी उपकरण एकत्र किए, लेकिन फुटेज खराब पाया गया।
5 साल में समीर वानखेड़े ने की 6 विदेश यात्राएं
एनसीबी मुंबई कार्यालय द्वारा प्रदान किया गया डीवीआर और हार्ड डिस्क भी अलग-अलग थे। यह संकेत देते हुए कि यह महत्वपूर्ण फुटेज जानबूझकर जाँच दल को प्रदान नहीं किया गया था। रिपोर्ट ने वानखेड़े के विदेश दौरों के साथ-साथ उनकी लग्जरी घड़ियों पर होने वाले खर्च पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। 2017 से 2021 तक लगभग पांच वर्षों की अवधि में, वानखेड़े ने यूके, आयरलैंड, पुर्तगाल, दक्षिण अफ्रीका और मालदीव जैसे देशों में परिवार के साथ छह निजी विदेश यात्राएं कीं।
उधर, समीर वानखेड़े ने सीबीआई द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के मामले को रद्द करने के लिए बंबई हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। शुक्रवार को दोपहर सुनवाई की अनुमति दी गई है। समीर वानखेड़े पर सीबीआई के एफआईआर में क्रूज से मादक पदार्थ की जब्ती के मामले में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को आरोपी न बनाने के एवज में उनसे कथित तौर पर 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप लगाया गया है।
हाईकोर्ट की अवकाशकालीन पीठ के समक्ष दाखिल याचिका में वानखेड़े ने यह भी अनुरोध किया है कि सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के संबंध में उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न की जाये । पीठ शुक्रवार को ही इस याचिका पर सुनवाई करेगी।
जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि एनसीबी, मुंबई जोन को अक्टूबर 2021 में निजी क्रूज जहाज कॉर्डेलिया पर कुछ लोगों द्वारा मादक पदार्थ रखने तथा उनका सेवन किए जाने की सूचना मिली थी, जिसके बाद उसके (एनसीबी के) कुछ अधिकारियों ने साजिश रची और कथित आरोपियों से रिश्वत के रूप में अवैध लाभ हासिल किया।
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