ओडिशा,15 जुलाई- आखिरकार 46 साल बाद पूरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के आंतरिक भाग (रत्न भण्डार) को 14 जुलाई को खोल दिया गया है। आंतरिक भाग खोलने के लिए जो समिति का गठन किया गया था वह के अधिकारी करीब दोपहर 12 बजे मंदिर के अंदर गए और पूजा-अनुष्ठान करने के बाद करीब 1:28 बजे सुबह मुहूर्त देखकर मंदिर को खोला गया।
वह के लोगो का कहना था कि मंदिर के रत्न-भण्डार की सुरक्षा नाग देवता स्वयं करते है बता दे कि रत्न-भण्डार को लेकर पौराणिक कहानियाँ प्रचलित है जिसके चलते एहतियात रखते हुए एक सपेरे को साथ भी लिया गया लेकिन अधिकारियों का कहना है की अंदर कोई साँप नहीं मिला। हालांकि रविवार को रत्न-भण्डार के अंदर के कीमती आभूषणों, मूल्यवान सामानो और वस्तुओं का लेखा-जोखा नहीं हो पाया। बता दे की आखरी बार 1978 में जगन्नाथ मंदिर के आतंरिक भाग में रखे रत्न-भण्डार का लेखा जोखा किया गया।