कानपुर
तलाकशुदा महिला और एक बच्ची की मां ने दोबारा अपना घर बसाने को अपने माता-पिता की मदद से एक नाबालिग का मतांतरण कराकर उससे निकाह कर लिया। रविवार को हुए इस निकाह के बाद हंगामा मच गया। 17 वर्षीय किशोर काकादेव क्षेत्र का रहने वाला है जबकि 22 वर्षीय महिला सिमरन चकेरी के जगईपुरवा की रहने वाली है।
सोमवार को काकादेव थाने पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के हंगामे के बाद पुलिस ने देर रात नाबालिग के परिवार की तहरीर पर सिमरन, उसके पिता मो. हनीफ, मां जमीला बानो व मौलवी तौहीद हुसैन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चारों को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
किशोर के माता-पिता का आरोप है कि बेटा अपने एक दोस्त के माध्यम से सिमरन के संपर्क में आया था। रविवार को सिमरन ने उसे बहाने से घर बुलाया और गंगा विहार, जाजमऊ में रहने वाले मौलवी तौहीद हुसैन को बुलवा लिया। कुछ खिलाकर उनके नाबालिग बेटे का मतांतरण कराया और सिमरन के साथ निकाह करवा दिया। किशोर ने अपने घरवालों को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने बजरंग दल के प्रांत सुरक्षा प्रमुख आशीष त्रिपाठी को मामला बताया।
आशीष त्रिपाठी ने सोमवार को किशोर से बात की तो उसने भी कहा कि वह सिमरन के साथ ही रहेगा। काफी समझाने पर भी वह नहीं माना तो स्वजन ने काकादेव थाने में तहरीर दी लेकिन, पुलिस ने कार्यवाही नहीं की, इससे नाराज कार्यकर्ता हंगामा करने लगे। थाने में हंगामे की सूचना पर पहुंचे डीसीपी वेस्ट बीबीजीटीएस मूर्ति ने कार्रवाई का भरोसा दिया, तब कार्यकर्ता शांत हुए। देर रात किशोर की मां की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्जकर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि आरोपितों पर बाल विवाह, नाबालिग को अगवा करने और मतांतरण कराने की धाराएं लगाई गई हैं।
एडिशनल डीसीपी पश्चिम ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक जांच में सामने आया है कि किशोर और महिला की दोस्ती इंस्टाग्राम के जरिये हुई थी। वह दो बार महिला के घर भी गया, जिसकी जानकारी किशोर के घरवालों को भी थी। सिमरन की चार साल पहले हरदोई जिले के संडीला निवासी एक युवक से शादी हुई थी, उससे तीन साल की बेटी है। बाद में सिमरन का तलाक हो गया।