करनाल
बसताड़ा टोल प्लाजा पर आतंकी पकड़े जाने के मामले के तार अब अंबाला से जुड़ गए हैं। आतंकियों की गाड़ी से जो दो गाड़ियों की आरसी बरामद की गई थी। वह फर्जी तौर पर अंबाला के गांव मेहमुदपुर के रहने वाले नितिन शर्मा ने तैयार कर बेची थी। इन्हीं आरसी के सहारे ही आंतकियों द्वारा पंजाब में स्कार्पियो व ब्रेजा गाड़ियां चलाई जा रही थी, ताकि किसी समय पकड़े जाने पर उनका राज न खुल सके।
फिलहाल एक गाड़ी पंजाब पुलिस ने बरामद कर ली है जबकि करनाल पुलिस की स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट ने इस संबंध में और भी गहनता से जांच शुरू कर दी है। जिसमें कईं रहस्योद्वाटन होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि इस मामले को लेकर पुलिस चुप्पी साधे हुए हैं, लेकिन आरोपित नितिन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है जबकि चर्चा है कि उसे हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
बता दें कि पांच मई को बसताड़ा टोल प्लाजा पर जिला पुलिस की टीम ने सुरक्षा एजेंसियों के इनपुट पर गुरप्रीत सिंह वासी बिंजो फिरोजपुर, उसके भाई अमनदीप सिंह, भूपिंद्र सिंह वासी गांव भाटिया, लुधियाना व परमिंद्र सिंह वासी माखु को गिरफ्तार किया था। इनसे विस्फोटक के अलावा एक पिस्तौल व 31 कारतूस तथा एक लाख 30 हजार रुपये की नकदी भी बरामद की थी। चारों आतंकी ये विस्फोटक व हथियार दिल्ली नंबर की इनोवा डीएलआईवीबी 7869 में तेलंगाना के आदिलाबाद ले जा रहे थे। पुलिस ने गाड़ी की जांच की तो इसमें दो आरसी भी बरामद हुई थी। जिनकी जांच में अभी तक पुलिस लगी है।
आतंकियों से बरामद इनोवा गाड़ी से स्कार्पियो नंबर एचआर-02एटी-9917 की व ब्रेजा कार नंबर एआर-06A8902 की आरसी बरामद हुई थी। पकड़े गए आतंकियों ने पूछताछ में बताया था कि ये गाड़ियां उनके द्वारा अलग-अलग समय पर खरीदी गई है और अभी भी उनके पास है। पुलिस ने इन गाड़ियों की तलाश शुरू की तो पता चला कि स्कार्पियो एचआर 02 एटी 9917 की गाडी इकबाल वासी देवधर जिला यमुनानगर के नाम है। यह गाडी उसी के पास है।
पुलिस ने गाड़ी की आरसी से इंजन नंबर व चैसिस नंबर का मिलान किया जो आरसी अनुसार ही पाए गए। जांच की तो पता चला कि इसी इंजन व चेसिस नंबर के आधार पर फर्जी आरसी तैयार की गई। इसी पर स्कार्पियो गाड़ी पंजाब में चलाई जा रही थी, जिसे फिलहाल फिरोजपुर पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। इसी तरह ब्रेजा कार एआर-06A8902 की आरसी रजनीश कादियान वासी सिवाह जिला पानीपत के नाम पर पंजीकृत है।
बता दें कि यह गाड़ी रजनीश ने वर्ष 2018 में खरीदी थी और तभी से यह गाड़ी उसके पास है। पुलिस ने गाड़ी के इंजन नंबर, चेसिस नंबर आदि का मिलान किया तो आतंकियों से बरामद आरसी अनुसार सही पाए गए हैं। जांच में पता चला कि इस गाड़ी के इंजन नंबर व चेसिस नंबर के आधार पर फर्जी आरसी बनाई गई है। इसी आरसी नंबर की ब्रेजा कार आरोपितों के पास है। फिलहाल इस गाड़ी तलाश की जा रही है।
जांच अधिकारी सुरेंद्र कुमार का कहना है कि जांच में सामने आया है कि उक्त आरोपित नितिन शर्मा व उसके साथी चोरी व बैंक लोन की गाड़ियों की फर्जी आरसी तैयार करते हैं और इन्हें बेच दिया जाता है। इससे सरकार को बड़ा चूना लग रहा है तो वहीं गाड़ियों का गलत प्रयोग भी किया जाता है। पहले भी फर्जी आरसी तैयार किए जाने के मामले सामने आ चुके हैं। फिलहाल पूरे मामले की अभी गहनता से जांच की जा रही है।