नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का फैसला किया है। दिल्ली पुलिस की ओर से शुक्रवार को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को ये जानकारी दी। कोर्ट ने इस मामले में नाबालिग शिकायतकर्ता की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
सुनवाई के दौरान मेहता ने कहा कि जब दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का फैसला कर लिया है, तब इस याचिका में अब कुछ भी शेष नहीं बचता। तब याचिकाकर्ताओं की ओर से वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि वो इस मामले में एक नाबालिग शिकायतकर्ता की सुरक्षा की मांग करते हैं। कोर्ट को इस पर आदेश जारी करना चाहिए। इसका मेहता ने विरोध किया तो चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने मेहता से कहा कि आपको इसका विरोध नहीं करना चाहिए, आखिर वे लड़कियां हैं। कोर्ट ने नाबालिग शिकायतकर्ता की सुरक्षा का आदेश देते हुए दिल्ली पुलिस को इस संबंध में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई पांच मई को होगी।
इस मामले पर 25 अप्रैल को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था। सात खिलाड़ियों ने याचिका दायर कर बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। केंद्र सरकार ने भारतीय कुश्ती संघ के कामकाज को देखने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। मुक्केबाज मेरीकॉम उस कमेटी का नेतृत्व कर रही हैं, जो पहलवानों के आरोपों की जांच के लिए गठित की गई है।
जनवरी में विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया समेत कई पहलवानों और कोच ने बृजभूषण पर आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया था। इसके बाद केंद्रीय युवा एवं खेल मामलों के मंत्रालय ने आरोपों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया था। एक नाबालिग समेत सात पहलवानों ने 21 अप्रैल को कनाट प्लेस थाने में बृजभूषण सिंह के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। हाल ही में ये पहलवान फिर से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए हैं।