नई दिल्ली । केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को न्यू पुलिस लाइन में आयोजित दिल्ली पुलिस के 76 वें स्थापना दिवस समारोह में कहा कि अब पासपोर्ट के पुलिस सत्यापन के लिए 15 दिन की राह नहीं देखनी पड़ेगी, अब मोबाइल टैबलेट द्वारा सत्यापन किया जाएगा और पांच दिन में ही ऑनलाइन सत्यापन मिल जाएगा। वहीं दिल्ली पुलिस को रोजाना पासपोर्ट सत्यापन के लगभग दो हजार आवेदन मिलते हैं। अब नई व्यवस्था/ सुविधा से लोगों की दिक्कतें कम हो जाएगी।
इस अवसर पर पांच मोबाइल फोरेंसिक वाहनों का भी शुभारंभ किया गया। गृह मंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में दिल्ली पुलिस देश का पहला ऐसा बल बनेगा, जो 6 साल या उससे ज्यादा सजा वाले अपराध के मामले में फोरेंसिक टीम घटना स्थल पर जाकर जांच के लिए साक्ष्य जुटा पायेगी। मोबाइल फोरेंसिक वाहनों को 14 अलग-अलग फोरेंसिक किटों से युक्त किया गया है।
इससे पुलिस की दोष सिद्ध दर यानी सजा कराने की दर में वृद्धि होगी। आने वाले दिनों में फोरेंसिक जांच न्याय प्रक्रिया में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रखने वाला है। वहीं इसके लिए नौ राज्यों में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। अगले दो साल में देश के हर राज्य में नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी शुरू हो जाएगी। इसके आगे गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार आईपीसी, सीआरपीसी और एविडेंस एक्ट में आमूल चूल परिवर्तन करने जा रही है। यह परिवर्तन आज के समय, हमारे संविधान के अनुकूल और आतंरिक सुरक्षा मजबूत करने के अनुकूल किए जाएंगे।
गृह मंत्री ने कहा कि यह वर्ष दिल्ली पुलिस के लिए जी-20 सम्मेलन के कारण महत्वपूर्ण है। अनेक देशों के राष्ट्राध्यक्ष आएंगे। जी-20 की सुरक्षा, व्यवस्था और ट्रैफिक के लिए दिल्ली पुलिस को सजग रहना पडे़गा। गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली, राजस्थान, पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी के तत्वाधान में अंतरराज्यीय गिरोहों पर नकेल कसने का काम शुरू किया था। उसमें बहुत बड़ी सफलता मिली है। इसमें दिल्ली पुलिस का भी बहुत बड़ा योगदान है।