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वनटांगियों के दीपक में भरोसे की बाती जलाने आयेंगे योगी

2009 से ही वनवासियों के बीच दीपावली मनाते हैं योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री बनने के बाद भी जारी है सिलसिला

by City Headline
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गोरखपुर। वनटांगियों के जीवन में खुशहाली का प्रकाश लाने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर दीपपर्व की भांति इस बार भी उनकी उम्मीदों के दीपक में अपनत्व का तेल भरकर भरोसे की बाती प्रज्ज्वलित करने आ रहे हैं। बतौर मुख्यमंत्री योगी की यह लगातार छठवीं दीपावली होगी। जब वह सौ साल तक उपेक्षा के अंधेरे में जीने को विवश रहे वनटांगिया समुदाय के बीच पर्व की खुशियां बांटेंगे।
हालांकि वनटांगियों की आस में उजास लाने का यह अखंड सिलसिला उन्होंने 13 साल पूर्व 2009 के दीपपर्व से ही प्रारंभ कर दिया था। 24 अक्टूबर को मुख्यमंत्री वनवासियों के साथ दीपावली मनाने के साथ जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों को करीब 80 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे। मुख्यमंत्री इस अवसर पर करीब 37 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं करीब 43 करोड़ रुपये की लागत वाली विकास परियोजनाओं का लोकार्पण भी करेंगे।
वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नम्बर तीन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन का उल्लास छाया हुआ है। प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा है तो गांव के लोग सीएम के स्वागत में अपने-अपने घर-द्वार को साफ सुथरा बनाने, सजाने-संवारने में। महिलाओं की टोलियां लोक स्वागत गीत के तराने छेड़ रही हैं। तैयारी ऐसी जैसे घर का मुखिया त्योहार पर अपने घर लौट रहा हो। सब कुछ स्वतः स्फूर्त है। ऐसा होना स्वाभाविक भी है। इन वनटांगिया समुदाय के लिए योगी आदित्यनाथ तारणहार का नाम है।
योगी और वनटांगिए एक-दूजे के साथ अटूट नाता जोड़ चुके हैं। वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नम्बर तीन में हर साल दीपावली मनाने वाले मुख्यमंत्री के प्रयासों से इस गांव समेत गोरखपुर-महराजगंज के 23 गांवों और प्रदेश की सभी वनवासी बस्तियों में विकास और हक-हुकूक का अखंड दीप जल रहा है। वास्तव में कुसम्ही जंगल स्थित वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नम्बर तीन एक ऐसा गांव है जहां दीपोत्सव पर हर दीपक, “योगी बाबा” के नाम से ही जलता है। साल दर साल यह परंपरा ऐसी मजबूत हो गई है कि साठ साल के बुजुर्ग भी बच्चों सी जिद वाली बोली बोलते हैं, बाबा नहीं आएंगे तो दीया नहीं जलाएंगे।